विदेशी मुद्रा बाजार की समीक्षा

वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान भारत का व्यापार घाटा 183.96 अरब डॉलर रहा। इस दौरान अमेरिका, चीन, हांगकांग, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब भारत के प्रमुख साझेदार बने रहे। समीक्षा में व्यापार सुगमता के बारे में कहा गया है कि भारत ने अप्रैल, 2016 में विश्व व्यापार संगठन के व्यापार सुगमता समझौता की पुष्टि की और इसके तहत ही राष्ट्रीय व्यापार सुगमता समिति का गठन किया।
विदेशों में सवा लाख डॉलर निवेश कर सकेंगे भारतीय
भारतीय नागरिक अब विदेशों में अधिक निवेश कर सकते हैं। रिजर्व बैंक ने भारतीयों के लिये विदेशों में सालाना निवेश सीमा 75,000 डॉलर से बढ़ाकर 1,25,000 डॉलर कर दी है। विदेशी मुद्रा बाजार में स्थिति में सुधार आने के बाद यह कदम उठाया गया है।
नई दिल्ली : भारतीय नागरिक अब विदेशों में अधिक निवेश कर सकते हैं। रिजर्व बैंक ने भारतीयों के लिये विदेशों में सालाना निवेश सीमा 75,000 डॉलर से बढ़ाकर 1,25,000 डॉलर कर दी है। विदेशी मुद्रा बाजार में स्थिति में सुधार आने के बाद यह कदम उठाया गया है।
रिजर्व बैंक की आज जारी दूसरी द्वैमासिक मौद्रिक समीक्षा वक्तव्य में कहा गया है, ‘‘विदेशी मुद्रा बाजार में हाल में आई स्थिरता को देखते हुये (व्यक्तियों द्वारा विदेश में पूंजी निवेश की) वैघ सीमा को बढ़ाकर (सालाना) 1,25,000 डॉलर कर दिया गया है। प्रतिबंधित विदेशी मुद्रा सौदों जैसे मार्जिन कारोबार, लॉटरी को छोड़कर राशि के किसी भी कार्य में निवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।’’
रिजर्व बैंक ने पिछले साल अगस्त में उदारीकृत धन-संप्रेषण योजना के तहत किसी एक वित्त वर्ष में विदेशी मुद्रा प्रेषण सीमा को 2,00,000 डॉलर से घटाकर 75,000 डॉलर कर दिया था। डॉलर के मुकाबले रुपए में जारी भारी उतार चढ़ाव और चालू खाते के घाटे की खराब होती स्थिति के चलते यह कदम उठाया गया था।
उदारीकृत धन संप्रेषण योजना के तहत भारतीयों को रिजर्व बैंक की पूर्वानुमति के बिना ही विदेशों में शेयर खरीदने, ऋणपत्रों में निवेश करने और दूसरी परिसंपत्तियों में निवेश की अनुमति है।
रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति समीक्षा में पाकिस्तान और बांगलादेश के नागरिकों को छोड़कर सभी भारतीयों और प्रवासी भारतीयों को देश से बाहर जाते समय अपने साथ 25,000 भारतीय रुपये ले जाने की भी अनुमति दी है। केन्द्रीय बैंक ने कहा है कि प्रवासी भारतीयों की भारत यात्रा के दौरान जरूरतों को ध्यान में रखते हुये यह कदम उठाया गया है। वर्तमान में प्रवासी भारतीयों को भारत यात्रा के बाद देश छोड़ते समय अपने साथ कोई भी भारतीय मुद्रा ले जाने की अनुमति नहीं है।
भारतीयों के लिये विदेश यात्रा पर जाते समय वर्तमान में अपने साथ 10 हजार रुपए भारतीय मुद्रा ले जाने की अनुमति है। (एजेंसी)
एकल प्राथमिक डीलरों को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार की सभी सुविधाओं की पेशकश की अनुमति पर विचार
फिलहाल श्रेणी-1 के अंतर्गत आने वाले अधिकृत डीलरों को इसकी पेशकश की अनुमति है।
इस कदम से ग्राहकों को अपने विदेशी मुद्रा बाजार की समीक्षा विदेशी मुद्रा जोखिम का प्रबंधन करने के लिये विभिन्न इकाइयों (मार्केट मेकर्स) का विकल्प मिलेगा। साथ ही इससे भारत में विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार भी मजबूत होगा।
एसपीडी बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान होते हैं, जिन्हें सरकारी प्रतिभूतियों में लेन-देन की अनुमति होती है।
मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद रिजर्व गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘‘एकल प्राथमिक डीलरों ने देश के वित्तीय बाजारों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसको देखते हुए उन्हें विदेशी मुद्रा बाजार में खरीद-बिक्री से संबंधित सभी सुविधाओं की पेशकश करने की अनुमति देने का प्रस्ताव है. ।’’
आर्थिक समीक्षा 2019: विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार इजाफा, 400 अरब डॉलर के स्तर पर कायम
देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है और यह 400 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के स्तर पर बना हुआ है। संसद में बृहस्पतिवार को पेश 2018-19 की आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि 2017-18 के दौरान बाजार में रुपये की विनिमय दर 65-68 प्रति डॉलर पर रही, लेकिन 2018-19 में रुपया डॉलर के मुकाबले हल्का हो कर 70-74 तक चला गया था। रुपये में गिरावट मुख्य रूप से कच्चे तेल में उछाल की वजह से रही।
समीक्षा के अनुसार भारत की आयात क्रय क्षमता लगातार बढ़ रही है क्योंकि निर्यात की तुलना में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी कम रही है। समीक्षा के अनुसार 2018 के दिसंबर में भारत का विदेशी बकाया ऋण 521.1 अरब डॉलर था जो मार्च, 2018 की तुलना में 1.6 प्रतिशत कम है। दीर्घावधि का विदेशी बकाया ऋण 2018 के दिसंबर में 2.4 प्रतिशत घटकर 417.3 विदेशी मुद्रा बाजार की समीक्षा अरब डॉलर रहा गया। हालांकि देश के कुल विदेशी बकाया ऋण में इसकी हिस्सेदारी पिछले वर्ष की समान अवधि के 80.7 प्रतिशत के लगभग बराबर 80.1 प्रतिशत रही।
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RBI ने विदेशी मुद्रा बाजार नकदी प्रवाह बढ़ाने के लिए उठाया कदम, सोमवार को 2 अरब डॉलर मूल्य की होगी पहली अदला-बदली
Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: March 12, 2020 17:11 IST
RBI to offer USD 2 bn worth American dollars on Monday to sooth forex market
नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी की चिंता में शेयर बाजारों में भारी गिरावट के मद्देनजर विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में नकदी प्रवाह बढ़ाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को बड़ी घोषणा की है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि वह अमेरिकी डॉलर के लिए छह महीने की अदला-बदली के अनुबंध करेगा। अदला-बदली के अनुबंधों की पहली नीलामी सोमवार को होगी, जिसमें दो अरब डॉलर के सौदे होंगे। रिजर्व बैंक ने कहा कि छह मार्च 2020 को विदेशी मुद्रा भंडार 487.24 अरब डॉलर था, यह किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त है।