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Trading क्या है?

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कांग्रेस के कई नेता जता चुके खरीद-फरोख्त की शंका: हिमाचल कांग्रेस के कई नेता बीते एक सप्ताह के दौरान खरीद-फरोख्त की अंदेशा जता चुके हैं. अन्य प्रदेशों के अनुभव को देखते सियासी गलियारों में भी यह चर्चा आम है Trading क्या है? कि यदि किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाता है और कुछ निर्दलीय जीतकर आते हैं, तो उस सूरत कांग्रेस सरकार बनाने से चूक सकती है. ऐसे में भाजपा के सरकार बनाने के ज्यादा चांस रहेंगे. कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत जरूरी माना जा रहा है.

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समस्त व्यापारी बंधुओं हेतु ई-मंडी पोर्टल पर नयी सुविधा का प्रारंभ किया जा रहा है जिसमे यदि आप भुगतान पत्र की एंट्री एवं प्रिंट स्वयं करना चाहते है, तो आप अपना पंजीयन दी गयी लिंक के माध्यम से कर,भुगतान पत्र की एंट्री प्रारम्भ कर सकते है|

दिनाँक 02-01-2020 समय 9:00 AM से 4:00 PM तक
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असुविधा के लिए खेद है!

कुल ई-अनुज्ञा पत्र डैशबोर्ड

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मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड

  • कृषि उत्‍पादन के विक्रेता को प्रतिस्‍पर्धात्‍मक मूल्‍य दिलाना, सही तौल के लिये व्‍यवस्‍थायें करना एवं उत्‍पादक को उसी दिन मूल्‍य का भुगतान कराना।
  • मण्डियों की स्‍थापना के लिये सर्वेक्षण, साईट प्‍लान्‍स एवं मास्‍टर प्‍लान का सम्‍पादन।
  • मण्‍डी प्रांगणों एवं उपमण्‍डी प्रांगणों में सुचारु विपणन के लिये नियोजित तरीके से मूलभूत सुविधायें विकसित करना।
  • वित्‍तीय रुप से कमजोर मण्‍डी समितियों को ॠण अथवा अनुदान देना।
  • कृषि उत्‍पादन में वृद्वि के लिये कृषि आदानों को मण्‍डी Trading क्या है? प्रांगण में उपलब्‍ध कराना।
  • मण्‍डी अधिनियम तथा उसके अधीन बनाये गये नियमों तथा उपविधियों के उपबंधों को कार्यान्वित करना, सुचारु एवं बेहतर विपणन व्‍यवस्‍था स्‍थापित करने के लिये अधिनियम एवं तदाधीन नियमों में आवश्‍यक संशोधन के लिये समय समय पर राज्‍य शासन को सुझाव प्रस्‍तुत करना।

दैनिक आवक / भाव की जानकारी

रिपोर्ट - भुगतान पत्रक अनुसार
मंडी / फसल अनुसार
फसल अनुसार
मंडी अनुसार
सं.क्र. मंडी का नाम कुल आवक (मात्रा क्विंटल में) न्यूनतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में) उच्चतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में)
सं.क्र. मंडी का नाम कुल आवक (मात्रा क्विंटल में) न्यूनतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में) उच्चतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में)

दिए गए फीडबैक

मध्यप्रदेश राज्य कृषि उपज मंडी अधिनियम 1972 के अंतर्गत अधिसूचित कृषि उपज का विक्रय उपरांत मंडी फीस का भुगतान का एकमात्र प्रमाणिक दस्तावेज है और इसी के माध्यम से व्यापारियों द्वारा क्रय अधिसूचित कृषि उपज का प्रदेश के अंदर एवं बाहर परिवहन किया जाता है इस व्यापक कार्य को सरल एवं सुगम बनाने की दृष्टि से कृषि उपज मंडी समितियों में अनुज्ञा पत्र प्रणाली लागू की गई है इस नवीन आधुनिक प्रणाली के उपयोग से जहां एक और अनुज्ञा पत्र का तत्काल सत्यापन होने से इसके दुरुपयोग की संभावना समाप्त होगी वहीं दूसरी ओर कृषि उपज विपणन गतिविधियों में भी तेजी आएगी

आवश्यक लिंक्स

संपर्क करें

म.प्र. राज्य कृषि विपणन बोर्ड, 26, किसान भवन, अरेरा हिल्स, भोपाल (म.प्र.)
पिन: 462011
Phone: 0755 2550495
Email: eanugya[at]gmail[dot]com

क्या होता है हॉर्स ट्रेडिंग का मतलब, सियासत में क्‍या मायने? हिमाचल में कांग्रेस को भी डर

राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाती है. वैसे इस पूरे मामले में घोड़ों को खरीदने और बेचने की बात तो कहीं भी नहीं आती, फिर भी हॉर्स ट्रेडिंग शब्द का इस्तेमाल क्यों किया जाता है. ऐसे में आज हम आपको ये ही बताने जा रहे हैं कि आखिर ये हॉर्स ट्रेडिंग क्या है, इसका इतिहास क्या है और भारतीय राजनीति में उथल-पुथल के दौर में इसका इस्तेमाल क्यों किया जाता है और इस हॉर्स ट्रेडिंग की पूरी कहानी क्या है. (what is horse trading) (Himachal Pradesh Election 2022)

डेस्क रिपोर्ट: हॉर्स ट्रेडिंग. ये वो शब्द है जिसे आपने पिछले कुछ दिनों में कहीं न कहीं जरूर सुना या पढ़ा होगा. अखबार में किसी खबर के हेडलाइन में पढ़ा Trading क्या है? भी होगा. पिछले कुछ दिनों में हिमाचल विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले ही कांग्रेस को अपने MLA की खरीद-फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग ) का डर सताने लगा है. इसलिए उसने अभी से अपने विधायकों को बाड़ेबंदी में ले जाने का प्लान तैयार कर लिया है. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे मुकेश अग्निहोत्री और चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू वगैरह इस पर दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से मीटिंग कर चुके हैं. ऐसे में इस शब्द का उपयोग बढ़ गया है. लेकिन इसका मतलब क्या होता है और राजनीति से इसका आखिर क्या लेना-देना है. यहां समझिए. (what is horse trading) (Himachal Pradesh Election 2022)

SEBI ने म्यूचुअल फंड की खरीद-बिक्री से जुड़े नियमों को इनसाइडर ड्रेडिंग के दायरे में लाया

SEBI ने म्यूचुअल फंड की खरीद-बिक्री से जुड़े नियमों को इनसाइडर ड्रेडिंग के दायरे में लाया

सेबी ने फ्रैंकलिन टेम्पलटन मामले के बाद यह कदम उठाया है.

कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने म्यूचुअल फंड यूनिट की खरीद-बिक्री को इनसाइडर ड्रेडिंग संबंधी नियमों के दायरे में लाने के लिए नियमों में बदलाव किया है. इस समय इनसाइडर ड्रेडिंग संबंधी नियम सूचीबद्ध कंपनियों की प्रतिभूतियों के मामले में लागू होते हैं. इसके अलावा सूचीबद्ध होने के लिए प्रस्तावित कंपनियों पर भी ये नियम लागू होते हैं. अभी तक म्युचुअल फंड इकाइयों को प्रतिभूतियों की परिभाषा से बाहर रखा गया था.

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सेबी का ताजा फैसला फ्रैंकलिन टेम्पलटन मामले के बाद आया है, जिसमें फंड हाउस के कुछ अधिकारियों पर यह आरोप है कि उन्होंने छह ऋण योजनाओं पर रोक लगाए जाने से पहले उन योजनाओं में अपनी हिस्सेदारी को रिडीम किया था.

सेबी ने गुरुवार को जारी एक अधिसूचना में कहा, कोई भी अंदरूनी सूत्र किसी अप्रकाशित संवेदनशील जानकारी से परिचित होने की स्थिति में म्यूचुअल फंड की ऐसी किसी योजना की इकाइयों में लेनदेन नहीं करेगा, जिसके शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य पर उस जानकारी के कारण प्रभाव पड़ सकता है.नए नियमों के तहत परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों (एएमसी) को अपनी म्यूचुअल फंड योजनाओं की इकाइयों में एएमसी, ट्रस्टियों और उनके करीबी रिश्तेदारों की हिस्सेदारी का खुलासा करना होगा.

इसके अलावा एएमसी का अनुपालन अधिकारी समापन अवधि निर्धारित करेगा, जिस दौरान नामित व्यक्ति म्यूचुअल फंड की इकाइयों में लेनदेन नहीं कर सकता है. इसे प्रभावी बनाने के लिए सेबी ने इनसाइडर ड्रेडिंग के नियमों में संशोधन किया है, जो 24 नवंबर से प्रभावी है.

Nifty ने लगाई 250 अंक को छलांग मात्र 0.5% दूर है अपने ऑल टाइम हाई से आगे क्या हो सकता है देखे !

Nifty news in hindi

Nifty ने 12.45 मिनट और अपना 18387 अंक का रेजिस्टेंस ब्रेक किया और फेल हो गई लेकिन 1.5 घंटे बाद Nifty ने फिर से इसी रेजिस्टेंस का ब्रेकआउट किया और इस बार पास हो गई इसके बाद Nifty में हमे बहुत अधिक बुलीश मूव देखने को मिला

Nifty अपने 15 मिनट की दो कैंडल में लगभग 111 प्वाइंट्स बढ़ गई तथा अपने महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस 18500 प्वाइंट्स का भी ब्रेकआउट दिया आने वाले समय में हमे Nifty में एक नया ऑल टाइम हाई देखने को मिल सकता है इस समय हमरा शेयर मार्केट आपट्रेंड में चल रहा है।

आज Nifty 18330 प्वाइंट्स में खुल कर एक अच्छा मूव देते हुवे 216 अंक बढ़ कर 18497 प्वाइंट्स के लेवल में क्लोज हो गई।

भाई अनिल के जिस कारोबार को खरीद रहे मुकेश अंबानी, उसकी ठप है ट्रेडिंग, समझें क्यों

हिन्दुस्तान लोगो

हिन्दुस्तान 5 घंटे पहले लाइव हिन्दुस्तान

वैसे तो अनिल अंबानी की कई कंपनियां कर्ज के बोझ तले दबी हुई हैं लेकिन शेयर बाजार में कुछेक की ट्रेडिंग भी ठप है। इसमें से एक कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस भी है। एक दौर में टेलीकॉम सेक्टर की दिग्गज कंपनी रही रिलायंस कम्युनिकेशंस की ट्रेडिंग ठप है। बीएसई इंडेक्स पर Trading Restricted का मैसेज दिख रहा है, जिसका मतलब ट्रेडिंग प्रतिबंधित है।

क्या है वजह: बीएसई इंडेक्स पर इनसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी संहिता यानी आईबीसी को ट्रेडिंग प्रतिबंधित होने का कारण बताया गया है। ट्रेडिंग पर यह प्रतिबंध लंबे समय से लगा हुआ है। बता दें कि हाल ही में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने रिलायंस कम्युनिकेशंस की टावर और फाइबर संपत्ति के अधिग्रहण करने को मंजूरी दी है।

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