दलाल प्रस्तुत

खण्ड तीन ‘आंदोलनों की ज़मीन से’ पढ़ने के लिए आपका कलेजा मज़बूत होना चाहिए। संपादक ने मास्साब के लिखे को सही क्रमानुसार समेटने के लिए अपने पूरे लेखकीय अनुभव का सही इस्तेमाल किया है।
दंगल: सियासत में कौन लाल. कौन दलाल?
कल कोलकाता में विपक्ष के 22 दलों ने एक ही मंच से अपनी ताकत दिखाई थी लेकिन मोदी ने दलाल प्रस्तुत इसकी काट में पूर्व की सरकारों पर आज हमला बोल दिया. मोदी ने कहा कि पहले की सरकार के सियासी कार्यकर्ता दलाल समझे जाते थे लेकिन हमारे कार्यकाल में अब वो देश के लाल कहलाते हैं. आज के दंगल में हम इसी पे चर्चा करेंगे- सियासत में कौन लाल कौन दलाल?
A day after the Maha rally, hosted by Mamata Banerjee in Kolkata to showcase the strength and unity in the opposition, PM Narendra Modi launched a scathing attack on the opposition parties. He said, that party workers of previous government were considered as Dalal (agents) and now, the party workers of the BJP are considered as Bharat Ke Laal (Son of India). Today in Dangal, we will be discussing over the topic- In दलाल प्रस्तुत Politics who is Dala (agent) and who is Bharat ke laal (Son of the country)?
दिहाड़ी मजदूर को भी बिना दलाली के काम नहीं मिल रहा : गांव पर विमर्श करती किताब
पलाश विश्वास के लिखे प्राक्कथन को पढ़ने से पता चलता है कि किताब में मास्साब की रचनाधर्मिता को समग्रता से प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। यहां पाठकों को यह भी मालूम पड़ेगा कि मास्साब यह किताब कैंसर होने के बावजूद लिख रहे थे और किताब का उद्देश्य उनके कृषि विमर्श को समग्रता में राष्ट्रव्यापी संवाद के लिए प्रस्तुत करना था।
भूमिका एक वरिष्ठ पत्रकार चारु तिवारी ने लिखी है, जो यह जानकारी देती है कि मास्साब की यह किताब गांव बचाने के उद्देश्य पर केंद्रित है।
भूमिका दो में पुरुषोत्तम शर्मा ने मास्टर प्रताप सिंह के निजी जीवन पर प्रकाश डाला है, साथ ही किताब के तैयार होने की कहानी भी इस भूमिका में दी गई है।
‘यह किताब क्यों’ मास्टर प्रताप सिंह द्वारा ही लिखा गया है और जिज्ञासा जगाता है कि किताब में कुछ महत्त्वपूर्ण मिलेगा जो राष्ट्र के विकास में सहायक होगा।
छह खण्डों में बंटी इस किताब को मास्साब के आलेखों, कविताओं, डायरी के हिस्से और पत्रों को मिला कर पूर्ण रूप दिया गया है। किताब दलाल प्रस्तुत में आपको गद्य और पद्य दोनों पढ़ने के लिए मिल जाएंगे।
खण्ड एक ‘गांव और किसान भारत की मौलिक पहचान’ 2011 की जनगणना के आंकड़ों से शुरू होता है। विकास की परिभाषा के बारे में लिखा गया है दलाल प्रस्तुत कि इसकी वास्तविक परिभाषा से हम अनजान हैं।
लेखक द्वारा यजुर्वेद, अर्थववेद, विष्णुपुराण के शब्दों को आज के परिवेश से जोड़ देना और ‘माटी हिंदुस्तान की’ पाठ में विज्ञान की चर्चा करना, उनके लेखन की विविधता को दर्शाता है।
हर पाठ के बाद ‘मास्साब ने कहा’ बॉक्स गांव और कृषि के बारे में नए विचार रखता है।
भारत की जल सम्पदा और वन सम्पदा पर हो रहे अतिक्रमण के बारे में पाठकों का ज्ञान खोलती किताब आगे बढ़ती है। जल सम्पदा पर विचार करती जनकवि ‘गिर्दा’ की कविता भी पढ़नी आवश्यक है।
खण्ड का अगला विषय ग्रामीण भारत, शहरी औद्योगिक विकास, बजट उपयोग और स्वास्थ्य पर केंद्रित है।
‘नैनीसार’ का डीएनए जिस तरह से किया गया है उससे पूरा तंत्र कटघरे में खड़ा दिखता है।
खण्ड चार की शुरुआत में ‘दिहाड़ी मजदूर को भी बिना दलाली के काम नहीं मिल रहा‘ पंक्ति सत्यता के करीब ही है। यह खण्ड पूंजीवाद की कलई खोलता ‘वाम लफ्फाज़ों का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन’ पाठ पर आता है, जो समाजवाद और विकास की वास्तविक परिभाषा हमारे सामने रखता है।
अब आपको यह मालूम भी पड़ जाएगा कि कृषि कानून और श्रम कानूनों में बदलाव की आवश्यकता क्यों पड़ी थी।
उत्तराखंड के विकास के साथ ही देश भर के कृषकों की हालत में कैसे सुधार लाया जाए, इसके लिए विशेष सुझाव किताब में आपका इंतज़ार दलाल प्रस्तुत कर रहे हैं।
खण्ड पांच के परिचय पृष्ठ में पांच की जगह छह का पृष्ठ लग गया है , जो प्रकाशक की गलती जान पड़ता है। खण्ड पांच में आपको गद्य के साथ पद्य भी मिलेंगे।
दलाल प्रस्तुत
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तालियाँ बजाकर अभिनंदन करना, प्रशंसा, सम्मान, साधुवाद, वाहवाही, अनुमोदन, स्वागत करना, प्रशंसा
व्यर्थ का हो हल्ला, सनसनीखेज़ प्रचार, सनसनीखेज़ प्रचार् करना, हंगामा, शोर गुल, सनसनीखेज्ॅअ खबरें
उड़ा देना, तूफ़ान, फूँक मारना, झोंका, खिलना, बजाना, प्रहार, आघात, घपला करना, शेखी मारना, फट जाना,
धमकाना, शेखीबाज, शेखी मारना, तूफ़ानी, कोलाहली, शेखी मारते हुए, धमकी, डरावा, धमकी देना, डांटना,
गौरव, डींग मारना, इतराना, डींग, भोकाल, दलाल प्रस्तुत गर्वोक्ति, गर्व, शेखीबाज़, लबाड़, डींगे हाँकने वाला,
बढ़ा देना, बढ़ावा, बढ़ावा देना, बढ़ाना, समर्थक, वर्धक, विद्युत वोल्टेज वर्धक
आम परियोजना से संबंधित मुद्दे और दलाल इससे कैसे निपट सकते हैं
हालांकि, हर गलती को उचित नहीं ठहराया जा सकता है, रियल एस्टेट दलालों से शैतान के वकील की भूमिका निभाने की उम्मीद की जाती है, अक्सर नहीं, एक प्रॉपर्टी एजेंट रंजन वत्सला कहते हैं। "आखिरकार, हमें एक घर बेचना है – पृथ्वी पर सबसे अधिक आकांक्षात्मक उत्पाद – जहां खरीदार हमारे साथ सवालों की बौछार करते हैं। यह दी गई परियोजना के बारे में हो सकता है; यह बिल्डर की पिछली परियोजना के पुनर्विक्रय मूल्य के बारे में हो सकता है; या यह बिल्डर की समग्र ब्रांड प्रतिष्ठा के बारे में हो सकता है। वत्सला कहते हैं, "हमने किसी भी मामले में अपना काम खत्म कर दिया है।" समस्या तब और बढ़ जाती है, जब ब्रोकर को इस बात की जानकारी हो कि बिल्डर या प्रोजेक्ट में खामियां हैं। जबकि एक अचल संपत्ति दलाल, अक्सर नहीं, संपत्ति लेनदेन में कम से कम महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में माना जा सकता है, वह खरीदारों के सामने बिल्डर का सबसे अच्छा रक्षा तंत्र बना रहता है। एक रियल एस्टेट एजेंट को अपने सभी मार्केटिंग कौशल का उपयोग करना पड़ता है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि बिक्री का नेतृत्व वास्तव में एक रूपांतरण में समाप्त होता है। जबकि चुनौतियां कई हो सकती हैं, कुछ सामान्य मुद्दे हैं जो कोई भी गंभीर घर खरीदार उठाएगा। यहां तीन प्रमुख चुनौतियों पर एक नजर है जो संपत्ति एजेंटों का सामना करती हैं।
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कलेक्ट्रेट परिसर में ही रगे हाथों दलाल सहित पकड़ा अधिकारी
बाड़मेर दलाल प्रस्तुत ।। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने आज़ कलेक्ट्रेट परिसर में जिला रसद कार्यालय में प्रर्वतन अधिकारी को राशन डीलर ओर बिचौलिए का काम करने वाले एक व्यक्ति सहित चार हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
एसीबी के निरीक्षक मुकन दान चारण ने बताया कि परिवादी द्वारा अठारह अगस्त को रिपोर्ट प्रस्तुत कर उसको राशन की दुकान का स्थान परिवर्तन करने की एवज में हरलाल मीणा प्रवर्तन अधिकारी द्वारा रिश्वत की मांग करने पर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था। परिवादी की रिपोर्ट पर रिश्वती राशि माग का गोपनीय सत्यापन करवाने पर आरोपी ने उसका काम करने की एवज में रिश्वत की मांग करना एवं दलाल प्रकाश जैन से मिलने एवं उसके कहे अनुसार करने का कहा, जिस पर परिवादी द्वारा दलाल प्रकाश जैन से बात करने पर दलाल द्वारा चार हजार रुपये रिश्वत की मांग हरलाल मीणा प्रवर्तन अधिकारी के लिए करने पर आज ट्रेप कार्यवाही किया गया।