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कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे

कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे
Renko Bricks (Bars)

साप्ताहिक चार्ट

एक साप्ताहिक चार्ट एक व्यापारिक सुरक्षा के लिए मूल्य क्रियाओं की डेटा श्रृंखला है जहां प्रत्येक बार, या लाइन पर बिंदु, ट्रेडिंग के एक सप्ताह के लिए मूल्य सारांश का प्रतिनिधित्व करता है। कैंडलस्टिक चार्ट और बार चार्ट व्यापारियों और निवेशकों द्वारा उपयोग किए जाने वाले सबसे सामान्य प्रकार के चार्ट हैं। इस प्रकार के चार्ट, एक साप्ताहिक समय सीमा में प्रदर्शित करने के लिए सेट किए गए, उस सप्ताह के भीतर दिन-प्रतिदिन के व्यापारिक आंदोलनों को दिखाए बिना, पूरे सप्ताह के लिए उच्च, निम्न, खुले और बंद दिखाई देंगे।

चाबी छीन लेना

  • साप्ताहिक चार्ट उस सप्ताह के सभी दैनिक ट्रेडिंग सत्रों के लिए डेटा के प्रमुख बिंदुओं को संक्षेप में प्रस्तुत करते हैं।
  • चार्ट के लिए यह समय सीमा आमतौर पर लंबी अवधि के पूर्वानुमान और विश्लेषण से जुड़ी होती है।
  • साप्ताहिक चार्ट आराम से एक समय में स्क्रीन पर एक से दो साल का डेटा प्रदर्शित करते हैं, जिससे वे विश्लेषकों और निवेशकों के लिए सुरक्षा के दीर्घकालिक रुझान को देखने का एक सुविधाजनक तरीका बन जाते हैं।

एक साप्ताहिक चार्ट को समझना

साप्ताहिक चार्ट का उपयोग तकनीकी विश्लेषकों द्वारा किसी दिए गए परिसंपत्ति के दीर्घकालिक रुझान का अनुमान लगाने के लिए किया जाता है। एक साप्ताहिक चार्ट इस बात पर निर्भर करता है कि विश्लेषक किस रूप में चार्ट का उपयोग करना चाहता है।

उदाहरण के लिए, एक साप्ताहिक लाइन चार्ट में केवल साप्ताहिक समापन मूल्य शामिल हो सकता है जबकि एक साप्ताहिक कैंडलस्टिक चार्ट सप्ताह के लिए खुला, उच्च, निम्न और बंद प्रदर्शित करेगा। इस चार्ट निर्माण का उपयोग सुरक्षा के दीर्घकालिक दृष्टिकोण देने के लिए किया जाता है क्योंकि इसमें समतुल्य अवधि के चार्ट की तुलना में अधिक ऐतिहासिक मूल्य आंदोलन शामिल है। अक्सर, साप्ताहिक चार्ट एक व्यापारी के प्रदर्शन में जोड़ा जा सकता है और दैनिक चार्ट और वॉल्यूम चार्ट की तुलना में उपयोग किया जा सकता है ।

साप्ताहिक चार्ट में सप्ताह के सभी दिनों के डेटा का सारांश शामिल होता है। उन पांच व्यापारिक सत्रों में उच्चतम और सबसे कम कीमतें, उस दिन की परवाह किए बिना, जिस दिन उन्होंने कारोबार किया था, साप्ताहिक मार्कर के लिए उच्च और निम्न बन गया,

ऊपर दिया गया आंकड़ा बताता है कि सप्ताह के प्रत्येक दिन के डेटा को एक मोमबत्ती में कैसे संक्षेपित किया जाता है। अंत में साप्ताहिक मोमबत्ती किसी भी व्यक्तिगत दैनिक मोमबत्तियों की तरह नहीं दिखती है, और यह केवल एक बड़ी ट्रेडिंग रेंज के साथ एक छोटे से शरीर में ट्रेडिंग एक्शन को समाप्त कर देती है। लेकिन उन लोगों के प्रयोजनों के लिए जो एक साप्ताहिक चार्ट की समीक्षा करते हैं, वे सभी जानकारी हैं जिनकी उन्हें आवश्यकता है।

साप्ताहिक चार्ट के उपयोग और लाभ

साप्ताहिक चार्ट व्यापारियों को सुरक्षा मूल्य रुझान को व्यापक दृष्टिकोण से दिन प्रतिदिन या घंटे घंटे की कार्रवाई से देखने में मदद कर सकते हैं। चूंकि एक साप्ताहिक चार्ट केवल 52 मोमबत्तियों या बार में एक वर्ष के व्यापार का मूल्य दिखा सकता है, इसलिए वे जो रुझान या पैटर्न बनाते हैं, उससे लगता है कि उनके द्वारा आने वाला कोई भी पूर्वानुमान एक महीने या शायद कई महीनों तक चलेगा। संस्थागत विश्लेषक अल्पकालिक व्यापारियों की तुलना में दीर्घकालिक अवसरों की तलाश कर रहे हैं, और साप्ताहिक चार्ट उन लोगों के लिए प्रासंगिक होने की अधिक संभावना है जो वे जानना चाहते हैं।

साप्ताहिक चार्ट का उपयोग मूल्य के रुझानों की पुष्टि करने और सिग्नल खरीदने / बेचने के लिए दैनिक चार्ट के साथ संयोजन में किया जा सकता है। दैनिक चार्ट के समान, साप्ताहिक चार्ट का उपयोग तेजी और मंदी के रुझान वाले मूल्य चैनलों की पहचान करने के लिए किया जा सकता है। चूंकि वे अधिक समय तक कीमतों का एक दृश्य प्रदर्शन प्रदान करते हैं, इसलिए कुछ संकेतक दैनिक मूल्य चार्ट की तुलना में भिन्न हो सकते हैं या दैनिक मूल्य चार्ट पैटर्न की पुष्टि करने में मदद कर सकते हैं।

साप्ताहिक चार्ट का उपयोग कम सक्रिय निवेशकों द्वारा उन प्रतिभूतियों में लंबी अवधि के मूल्य रुझानों का पालन करने और पहचान करने के लिए किया जा सकता है, जिनका वे अनुसरण करते हैं या बड़े पैमाने पर वित्तीय बाजार। कई निवेशक लंबी अवधि के रुझानों या संकेतों में बदलाव देखने के लिए जिन प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं, उन पर साप्ताहिक चार्ट देखेगा कि निवेश संभावित रूप से गिरावट की शुरुआत कर सकता है ।

what is Japanese charts Candlesticks pattern - कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है

यदि आप stock market, commodity market अथवा currency market में ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग करते है तो आपको कैंडल स्टिक चार्ट पैटर्न का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है,इनका अविष्कार जापान के चावल के व्यापारियों ने किया था इसलिए इनको Japanese Candlesticks Pattern के नाम से जाना जाता है। यह रियल टाइम प्राइस एक्शन को दर्शाता है, इसके साथ आप lagging indicator टेक्निकल टूल्स का उपयोग करके बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं जैसे RSI, Stochastic Oscillator आदि, इनका उपयोग केवल सिग्नल को कन्फर्म करने के लिए करना चाहिए, ज्यादातर बड़े निवेशक यही युक्ति अपनाते हैं। आप एक technical indicator यूज़ करके श्योर हो सकते कि Candlestick pattern जो बता रहा है वह सही है या नहीं। इस पोस्ट को पड़ने के बाद आप किसी भी कैंडलस्टिक चार्ट को बहुत ही आसानी से समझ सकते हैं। Price action strategy को समझने के लिए Technical Analysis के साथ -साथ कैडलस्टिक्स पैटर्न को समझना भी बहुत ही जरूरी है तभी आप stocks में entry तथा exit के सही समय के बारे में जान पाएगें। Japanese Candlestick Chart Pattern Analysis in Hindi.

Candle Stick Chart Pattern

Basic Candle Stick Pattern:


Candlestick दो प्रकार की होती हैं, पहली bullish candlestick (बुलिश ) तथा दूसरी bearish candlestick (बेयरिश), बुलिश कैंडलस्टिक हरे या सफेद रंग होती हैं तथा बेयरिश लाल या काले रंग की होती है। बुलिश यानि बुल्स (BULLS ) जो मार्केट को ऊपर ले जाना चाहते हैं, बेयर्स ( BEARS) जो मार्केट को गिरना चाहते हैं। स्टॉक मार्केट में एक तरह से बुल्स और बेयर्स के बीच में फाइट होती रहती है जिस दिन मार्केट गिरता है उस दिन बेयर्स की जीत होती है तथा लाल रंग की कैंडल बनती है तथा जिस दिन मार्केट चढ़ता है उस दिन बुल्स की जीत होती है तथा हरे रंग की कैंडल बनती है। कैंडल के रंग से हमे यह पता चल जाता है कि stock market को कंट्रोल कौन कर रहा है ? बुल्स या बेयर्स तथा कौन कंट्रोल खो रहा है ? इनके हिसाब से हम अपनी प्राइस एक्शन स्ट्रेटेजी बना सकते हैं।

यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से ऊपर है तो हरे अथवा सफेद रंग की कैंडल बनेगी और यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से नीचे है तो लाल अथवा काले रंग की कैंडल बनेगी। आप उपर्युक्त चित्र में देख सकते हैं। Candlestick के बीच का जो हिस्सा होता है उसे Real body कहते हैं। Real body के ऊपर और नीचे जो पतली लाइन होती है उसे शैडो (shadow ) या विक (wick )कहते हैं। Upper shadow का टॉप शेयर के हाई प्राइस को दर्शाता है तथा Lower shadow का निचला सिरा शेयर के low प्राइस को दर्शाता है। यदि कैंडल की रियल बॉडी छोटी होती है तो यह कम मात्रा में buying और selling के रुझान को दर्शाती है।
लम्बी हरी जापानी कैंडलस्टिक स्ट्रांग बाइंग प्रेशर को दर्शाती है, इसमें शेयर के प्राइस अपने खुलने के प्राइस से ऊपर बंद होते हैं। लम्बी लाल कैंडलस्टिक स्ट्रांग सेलिंग प्रेशर को दर्शाती है तथा इसमें प्राइस अपने खुलने के प्राइस से नीचे बंद होते हैं। छोटी शैडो वाली Japanese candlestick ये दर्शाती है कि ज्यादातर ट्रेडिंग सेशन अपने ओपनिंग एवं क्लोजिंग प्राइस के आसपास ही घूमता रहा।

यदि कैंडलस्टिक की ऊपरी शैडो लम्बी तथा लोअर शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब buyer अपनी ताकत दिखायगे तथा बिड प्राइस हाई होगा लेकिन सेशन के आखिर में सेलर अपनी ताकत दिखायगे तथा प्राइस वापस ओपन प्राइस के आसपास आ जायेगा। यदि कैंडलस्टिक की निचली शैडो लांग तथा ऊपरी शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब सेशन के शुरू में sellers हावी रहेंगे और प्राइस को नीचे गिरा देंगे लेकिन सेशन के आखिर में buyers वापस आ जायेगे तथा प्राइस फिर से अपने कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे ओपनिंग प्राइस के आसपास हो जायेगा।
Candlesticks pattern कई तरह के होते हैं इसलिए स्टॉक चार्ट को समझने के लिए आपको ये पता होना बहुत जरूरी है कि ये पैटर्न आपको क्या संदेश देते हैं। तभी आप इनका उपयोग अपने फायदे के लिए कर पायगे। Types of कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे charts & it's importance of technical analysis- in hindi.

कैंडलस्टिक पैटर्न सामान्यतः कई प्रकार के होते है, इनकी सहायता से आप मूमेंटम तथा ब्रेकऑउट तथा वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या नहीं इस बात का पता लगा सकते हैं। स्टॉक में कितना मूमेंटम बना हुआ है या बचा हुआ है,इसके साथ आप ये भी पता लगा सकते है कि क्या ब्रेकऑउट हो सकता है ? क्या वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या रिवर्सल आ सकता है।

कैंडलस्टिक पैटर्न कई प्रकार हैं उन्हें निम्नलिखित कैटेगरी में बाँटा जा सकता हैं -


एक - बेसिक कैंडलस्टिक पैटर्न
दो - सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न
तीन - डबल कैंडलस्टिक पैटर्न
चार - ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न
Opening and closing time of stock market in India

Candlesticks pattern एक बड़ा सब्जेक्ट है इसलिए इसको एक पोस्ट में कवर नहीं किया सकता, इसके ऊपर मैं और भी पोस्ट लिख रही हूँ। कृपया कैंडलस्टिक पैटर्न की सम्पूर्ण जानकारी के लिए उन्हें भी पढ़े।
उम्मीद है , आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी । मेरी यही कोशिश रहती है कि जो भी लिखू जानवर्द्धक लिखू ऐसी ही इन्फॉर्मेशनल पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग को subscribe जरूर कीजिये ,इस पोस्ट से सम्बन्धित कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।यदि ये पोस्ट आपको पसंद आयी हो तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।

Renko Chart क्या हैं ? – ईंटो की संरचना।

Renko Chart क्या हैं रंको चार्ट की जानकारी

रेंको चार्ट क्या हैं ?

इस आर्टिकल में हम पढ़ेंगे Renko Chart क्या हैं ?,रेन्को ट्रेडिंग का इतिहास | रेंको ट्रेडिंग की सुरवात कैसे हुई,Renko Chart कैसे काम करता हैं , Renko Chart in Hindi, कैंडलस्टिक और रेन्को चार्ट में अंतर, Renko Chart Candlestick Chart से क्यो बेहतर हैं, Renko Chart के फायदे और रेंको चार्ट का उपयोग किन्हें करना चाहिए ?

Table of Contents

रेन्को ट्रेडिंग का इतिहास | रेंको ट्रेडिंग की सुरवात कैसे हुई ?

रेन्को को हिंदी में इट भी कहते हैं।

जापान में २५० साल पहले जब कोई व्यापारी सामान बेचने जाता था, तब उसे ईंटो के वजन जितना सामान रखना पड़ता था।

इससे उन्हें यह समझ आता था की कितना सामान उन्हें चाहिए और कितना सामान रखना हैं।

यही संकल्पना आगे बढ़ते बढ़ते एक चार्ट के रूप में विकसित होती हैं जिसे हम रेन्को चार्ट कहते हैं।

रेंको चार्ट का १९ वी सदिसे शेयर बाजार में इस्तेमाल होना सुरु हुआ । इसकी सुरवात जापान में हुई थी।

जैसे की कैंडलस्टिक को Steve Nison ने अपने किताबो के जरिये प्रसिद्द किया था।

वैसे ही Renko Chart को भी Steve Nison ने अपने किताबो के जरिये प्रसिद्द किया।

Renko Chart कैसे काम करता हैं ?

ज्यादातर trader Candlestick Chart का इस्तेमाल करते हैं।

लेकिन रेंको चार्ट को काफी लोंगो ने कम आँखा हैं।

यह price action देखने का काफी आसान तरीका हैं और बोहोत सारे लोंगो को नहीं पता की यह कैसे काम करता हैं।

आप को यह पता चल जायेगा की Renko Chart कैसे तैयार होता हैं और कैसे काम करता हैं।

तो आखिर रेंको चार्ट (Renko Chart) कैसे काम करता हैं ?

जैसे की आपने पढ़ा हैं की रेंको चार्ट Time, Volume पे काम नहीं करता, यह चार्ट सिर्फ Price याने के भाव के आधार पर चलता हैं।

इस वजह से यह चार्ट काफी साफ़ और समझ ने में आसान होता हैं।

कैंडलस्टिक चार्ट में हमें कैंडल्स यानि मोमबत्ती के संरचना दिखाई देती हैं।

Candlestick Structure

Candlestick Structure

रेन्को चार्ट में हमें ब्रिक्स याने के ईंटो की संरचना दिखाई देती हैं।

Renko Bricks (Bars)

आप देख सकते हैं की ज्यादा तर Renko Bricks (Bars) में wicks नहीं होती हैं।

Renko Bars समय के आधार पर नहीं बनते , बल्कि भाव के आधार पर उनकी संरचना बनती हैं।

कैंडलस्टिक चार्ट में हमें हर मिनट, हर घंटे और हर हफ्ते की जानकारी दिखाई देती हैं, लेकिन रेंको चार्ट में प्राइस की की जानकारी दिखाई देती हैं

जब वह प्राइस एक सिमा के ऊपर या निचे जाता हैं तब चार्ट पर हमें रेंको बार्स दिखाई देते हैं।

उदहारण के तौर पर एक रेंको बार बनने के लिए १० पॉइंट की मूवमेंट लगती हैं, तो अगर प्राइस १० पॉइंट ऊपर जायेगा तब हरे रंग का रेंको बार बनेगा, अगर प्राइस १० पॉइंट के निचे जायेगा तब लाल रंग का रेंको बार बनेगा।

कैंडलस्टिक और रेन्को चार्ट में अंतर।

कैंडलस्टिक और रेन्को में सबसे बड़ा फरक यह हैं की रेंको में Time, Volume नहीं दिखाई देते सिर्फ price के आधार पर Renko Chart काम करता हैं।

कैंडलस्टिक और रेन्को में अंतर समझना काफी आसान हैं।

जैसे की चार्ट पे आप देख सकते हैं की Time, Volume, Price की वजह से Candles की संरचना बनी हैं।

रेनको चार्ट में सिर्फ Price की वजहसे renko Bricks बनती हैं।

रेंको चार्ट नाही Open, close, नाही High Low और नाही समय देखता हैं।

वह सिर्फ Price याने के भाव के आधार पर चलता हैं।

जैसे की प्राइस जितना ऊपर जाता हैं उतना ही रेंको चार्ट ऊपर जाता हैं ।

और प्राइस जितना निचे जाता हैं उतना ही चार्ट निचे जाता हैं।

अगर आप किसी शेयर का रेंको चार्ट के आधार पर विश्लेषण करना चाहते हैं तो आप Tradingview.com और Investing.com पे कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे कर सकते हैं।

Renko Chart Candlestick Chart से क्यो बेहतर हैं ?

Renko Chart के फायदे

Support और Resistance

Renko chart काफी प्रभावी हैं उन traders के लिए जो की Support और Resistance level पर काम करते हैं।

क्योंकि Candlestick Chart के मुकाबले Renko chart में Support और Resistance level अच्छी तरह से दिखाई देते हैं।

Clean Chart

Time और Volume न होने के कारन रेंको चार्ट में बड़ी आसानी से मार्किट में होने वाले बदलाव या Market Trends साफ़ दिखाई दते हैं।

Market Noise

Market Noise याने के चार्ट पे न समझ आने वाले Breakouts (False Breakouts), प्राइस में अचानक होने वाले उतार चढ़ाव (High Volatility) और Candlestick के Wicks इन सभी चीजे आप को रेंको चार्ट में नहीं दिखाई देती।

Target और Stop Loss

रेन्को चार्ट में Noise कम होने के कारन Trader अपने Target और Stop Loss बड़ी आसानीसे लगा पाते हैं और investor अपनी entry और exit आसानी से कर पाते हैं।

Large Move

शेयर मार्किट में चार्ट पर होने वाली अस्थिर चालों को रेंको चार्ट साफ़ (Filter) कर देता हैं, जिससे हमें स्टॉक मार्किट या शेयर में लम्बी चाले ढूंढने में मदत मिलती हैं।

Over Trading

रेन्को चार्ट में Time ,Volume न दिखने के कारन चार्ट काफी साफ़ दिखाई देता हैं, इस वजह से शेयर buy और sell करने के मौके हमें साफ़ दिखाई देते हैं।

इस वजह से ट्रेडर Over Trading करने से बचते हैं ।

रेंको चार्ट का उपयोग किन्हें करना चाहिए ?

अगर आप Scalping या कम अवधि की ट्रेडिंग (Short Term Trading) करते हैं, तो आप रेंको चार्ट का उपयोग कर सकते हैं।

निष्कर्ष

रेंको चार्ट टेक्निकल एनालिसिस में एक काफी आसान तरीका हैं, शेयर बाजार में विश्लेषण करने के लिए।

अगर किसी को ज्यादा जटिल तरीके से काम नहीं काटना हैं, तो रेंको ट्रेडिंग एक अच्छा पर्याय हे आप के लिए।

अगर आप को यह ranko trading के ऊपर यह आर्टिक्ल पसंद आया हो तो आप इसे Share कर सकते हैं।

अन्य पढ़े :-

Q.1.Renko Chart क्या हैं ?

Ans: रेंको चार्ट शेयर बाजार में टेक्निकल एनालिसिस में काम करने का तरीका हैं, जो सिर्फ price याने के भाव के आधार पर काम करता हैं।

Q.२.रेंको ट्रेडिंग की सुरवात कैसे हुई ?

Ans: जापान में २५० साल पहलेरेंको ट्रेडिंग की शुरवात हुए और १९ वी सदी में Steve Nison ने अपने किताबो के जरिये Renko Trading को प्रसिद्द किया।

Q.3.कैंडलस्टिक और रेन्को चार्ट में क्या अंतर हैं ?

Ans: कैंडलस्टिक चार्ट Time, Volume और Price के आधार पर बनता हैं, लेकिन रेंको चार्ट सिर्फ प्राइस याने के भाव के आधार पर बनता हैं। यह अंतर हैं कैंडलस्टिक और रेन्को चार्ट में।

Q.4.रेंको चार्ट का उपयोग किन्हें करना चाहिए ?

Ans: अगर आप Scalping या कम अवधि की ट्रेडिंग (Short Term Trading) करते हैं, तो आप रेंको चार्ट का उपयोग कर सकते हैं।

बिंदु आंकड़ा चार्ट संकेतक mt4 के लिए

Mt4 के लिए बिंदु आंकड़ा चार्ट संकेतक एक अद्वितीय मेटाट्रेडर 4 संकेतक है जो चार्टिंग और तकनीकी विश्लेषण के लिए उपयोग किया जाता है उसी तरह कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग किया जाता है। Mt4 और कैंडलस्टिक चार्ट के लिए पॉइंट फिगर चार्ट इंडिकेटर के बीच मुख्य अंतर यह है कि इंडिकेटर मूल्य आंदोलनों को परिभाषित करने के लिए अक्षरों को नियोजित करते हैं, जबकि कैंडलस्टिक चार्ट चार्ट आंदोलन को परिभाषित करने के लिए कैंडलस्टिक्स को नियोजित करते हैं।

व्यापारी जो mt4 के लिए पॉइंट फिगर चार्ट इंडिकेटर का उपयोग करते हैं, एक या दो दिन बाद यह जानने की कोशिश करते हैं कि यह कैसे उपयोग करना है, यह स्पष्ट रूप से व्यापारी को एक प्रवृत्ति को परिभाषित करने में मदद कर सकता है जो अन्यथा नियमित रूप से मुश्किल होता है। कैंडलस्टिक चार्ट। सूचक का उपयोग करने से आमतौर पर व्यापारी को बहुत सारे लाभ होते हैं।

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Alerts In Real-Time When Divergences Occur

व्यापारी को एक और महत्वपूर्ण लाभ यह है कि वह मूल्य में विचलन का पता लगाने में उसकी मदद कर सकता है। कुछ निश्चित संकेतकों का उपयोग क्यों किया जाता है जो मूल्य के साथ एक ही दिशा में जाने के लिए जाने जाते हैं, जब एक या दोनों ऐसे संकेतक मूल्य के विपरीत दिशा में बढ़ना शुरू करते हैं तो मूल्य में विचलन की अवधि होने की संभावना होती है और इस सूचक के साथ यह बहुत आसान है क्योंकि यह नियमित रूप से कैंडलस्टिक चार्टिंग पैटर्न का उपयोग नहीं करता है और व्यापारी उस बिंदु को स्पष्ट रूप से देख सकते हैं जहां बाजार आसानी से उलटने या मुड़ने की कोशिश करता है।

Mt4 के लिए पॉइंट फिगर चार्ट्स इंडिकेटर पूरे चार्ट को आमतौर पर x और o के साथ पूरे चार्ट का प्रतिनिधित्व करते हुए कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे काम करता है। अपट्रेंड्स को अक्षर x के साथ दर्शाया जाता है जबकि डाउनट्रेंड को लेटर ओ के साथ दर्शाया जाता है।

यह तुरंत व्यापारी को यह देखने में मदद करता है कि प्रवृत्ति के साथ क्या चल रहा है और क्या यह वास्तव में ऊपर जा रहा है या नीचे जा रहा है जैसे ही वह प्रक्रिया में मूल्य कार्रवाई में सरलीकरण चार्ट को देखता है। यह तुरंत एक व्यापारी को एक प्रवृत्ति की लहरों को पूरी तरह से सवारी करने या एक व्यापार में रहने में मदद कर सकता है जब तक कि बाजार में रुझान रहता है क्योंकि व्यापारी स्पष्ट रूप से देख सकता है कि बाजार या तो ऊपर जा रहा है या नीचे जा रहा है।

Mt4 के लिए पॉइंट फिगर चार्ट इंडिकेटर का उपयोग करने के लिए एक प्रमुख नकारात्मक पक्ष यह है कि इसमें एक सीखने की अवस्था है। इसका मतलब है कि व्यापारियों को तकनीकी विश्लेषण करने के लिए संकेतक का उपयोग करने का तरीका जानने से पहले बहुत समय और धैर्य रखना होगा। हालांकि, कोई भी व्यापारी जो समय में डालता है, उसे इसके लिए पुरस्कृत किया जाएगा क्योंकि एक बार एक व्यापारी ने सीख लिया कि चार्ट का उपयोग कैसे करें यह व्यापारी के लिए यह निर्धारित करना बहुत आसान हो जाता है कि वास्तव में बाजार में क्या हो रहा है और प्रवृत्ति के अनुसार ट्रेडों को लगाने के लिए। । यह भी एक महत्वपूर्ण कौशल है क्योंकि यदि एक व्यापारी कभी बाजार में लाभ कमाने जा रहा है तो प्रवृत्ति के साथ व्यापार करना आवश्यक है।

चूँकि mt4 के लिए पॉइंट फिगर चार्ट इंडिकेटर में बहुत अधिक सीखने की अवस्था है और इसके लिए तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है, इसलिए यह विशेष रूप से अधिक उन्नत व्यापारियों के लिए अनुकूल है। इसका कारण यह है कि व्यापारी को यह पता लगाने में सक्षम होना चाहिए कि सामान्य रूप से मूल्य कार्रवाई के साथ उनके अनुभवों के आधार पर संकेतक क्या कह रहे हैं और ट्रेंडिंग बाजारों के बारे में उन्हें क्या पता है। एक व्यापारी के पास जो अनुभव होते हैं और संकेतक का उपयोग करते समय तकनीकी विश्लेषण शामिल होता है, वे एक दूसरे से स्वतंत्र नहीं होंगे।

Mt4 के लिए पॉइंट फिगर चार्ट इंडिकेटर के साथ काम करना बहुत फायदेमंद हो सकता है क्योंकि संकेतक व्यापारी को यह पहचानने में मदद नहीं करता है कि एक बाजार बदल रहा है। यह व्यापारी को यह देखने में भी सक्षम बनाता है कि शहर कब हो रहा है। यह उन्नत स्कैलपर्स के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है जो एक बाजार की प्रवृत्ति के सबसे नन्हें ट्विस्ट और मोड़ को देखने और इसमें भाग लेने का इरादा रखते हैं।

आदर्श रूप से, मध्यवर्ती पाठकों के लिए, जो mt4 के लिए पॉइंट फिगर चार्ट इंडिकेटर के साथ प्रयोग करने का इरादा रखते हैं, ऐसे व्यापारियों के लिए उच्च समय सीमा चार्ट से चिपके रहना महत्वपूर्ण है कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे क्योंकि इससे उन्हें पूरी तरह से समझने में मदद मिलेगी कि चार्ट क्या कह रहा है और अपने फैसले की योजना बनाएं कि वे किस तरह के लक्षण लेना चाहते हैं और वे वास्तव में इन ट्रेडों को कैसे लेंगे।

व्यापारी को अपने व्यापार में किस समय सीमा का उपयोग करना चाहिए यह चुनना व्यापारी के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कौशल है जो केवल अभ्यास के माध्यम से सीखा जा सकता है क्योंकि व्यापारी को पहले बहुत बड़े समय के फ्रेम पर प्रयास करना चाहिए और फिर संतुलन खोजने के लिए बहुत छोटे समय के फ्रेम पर प्रयास करना चाहिए। बिंदु जहां ऐसे व्यापारी बहुत जल्दबाज़ी महसूस किए बिना ट्रेडों को ले सकते हैं या ऐसा महसूस कर सकते हैं कि उनके लिए बाज़ार बहुत धीमा है।

इसके अलावा, एमटी 4 के लिए बिंदु आंकड़ा चार्ट संकेतक किसी भी रणनीति के साथ काम कर सकता है जो व्यापारी के पास हो सकता है क्योंकि सूचक पूरी तरह से ज्यादातर व्यापारियों की रणनीतियों के साथ संरेखित करता है जिससे व्यापारी को विशेष समय-सीमा में मूल्य कार्रवाई के बारे में अधिक संक्षिप्त विवरण प्राप्त करने में मदद मिलती है जहां व्यापारी व्यापार कर रहा है।

यह विशेष रूप से उन प्रणालियों के साथ काम करेगा जिनके पास बहुत अच्छी प्रविष्टि रणनीतियों और निकास रणनीतियों हैं क्योंकि mt4 के लिए बिंदु आंकड़ा चार्ट संकेतक का एक मुख्य कार्य व्यापारियों को प्रवृत्ति को स्पष्ट रूप से देखने में मदद करना है। एक बार एक व्यापारी प्रवृत्ति को स्पष्ट रूप से देख सकता है और यह स्पष्ट रूप से पहचान सकता है कि उस प्रवृत्ति में शामिल होने के लिए जहां व्यापारी के लिए कुछ लाभ बुक करना आसान हो जाता है।

उदाहरण के लिए, यदि वर्तमान में बाजार यूरो में चल रहा है तो डॉलर बाजार में एक व्यापारी को तब एक उपकरण की आवश्यकता होगी जो व्यापारी को प्रवृत्ति पर आने के लिए सबसे अच्छा विशेष समय समझने में मदद कर सकता है। यह किसी भी व्यापारी या किसी भी व्यापारिक रणनीति की सफलता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

संकेतक का उपयोग करने वाले एक व्यापारी को बहुत सख्त धन प्रबंधन रणनीति लागू करने की आवश्यकता होगी क्योंकि बाजार में व्यापार आमतौर पर नुकसान की एक स्ट्रिंग के साथ आता है और एक व्यापारी को अपने खाते को पूरी तरह से खोए बिना इन नुकसानों को लेने में सक्षम होना चाहिए अगर वे कभी बनने जा रहे हैं बाजार में सफल।

व्यापार के लिए तैयार हैं? पहले कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में जानें!

एक तकनीकी उपकरण होने के नाते,मोमबत्ती चार्ट अलग-अलग समय सीमा से डेटा को एक मूल्य बार में पैक करने के लिए होते हैं। यह तकनीक उन्हें पारंपरिक लो-क्लोज़ और ओपन-हाई बार की तुलना में अधिक प्रभावी बनाती है; या यहां तक कि साधारण रेखाएं जो अलग-अलग बिंदुओं को जोड़ती हैं।

मोमबत्तियां उन पैटर्नों के निर्माण के लिए प्रसिद्ध हैं जो कीमत की दिशा का अनुमान लगाते हैं। पर्याप्त रंग कोडिंग के साथ, आप तकनीकी उपकरण में गहराई जोड़ सकते हैं। 18वीं शताब्दी में कहीं न कहीं जापानी प्रवृत्ति के रूप में जो शुरू हुआ वह स्टॉक का एक अभिन्न अंग बन गया हैमंडी शस्त्रागार

Candlestick patterns

इसे ध्यान में रखते हुए, इस पोस्ट में, कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में और जानें कि वे स्टॉक रीडिंग में कैसे उपयोगी हो सकते हैं।

कैंडलस्टिक क्या है?

एक कैंडलस्टिक किसी परिसंपत्ति के मूल्य आंदोलन के बारे में जानकारी प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। ये चार्ट के सुलभ घटक हैंतकनीकी विश्लेषण, व्यापारियों को कुछ बार से तुरंत मूल्य की जानकारी समझने की अनुमति देता है।

प्रत्येक कैंडलस्टिक में तीन बुनियादी विशेषताएं होती हैं, जैसे:

  • शरीर: ओपन-टू-क्लोज़ का प्रतिनिधित्व करनाश्रेणी
  • बाती (छाया): इंट्रा-डे लो और हाई का संकेत
  • रंग: बाजार की गतिविधियों की दिशा का खुलासा

समय के साथ, व्यक्तिगत कैंडलस्टिक्स ऐसे पैटर्न बनाते हैं जिनका उल्लेख व्यापारी काफी प्रतिरोध और समर्थन स्तरों को पहचानते हुए कर सकते हैं। बाजार के भीतर अवसरों का संकेत देने वाली विभिन्न प्रकार की कैंडलस्टिक पैटर्न चीट शीट हैं।

जबकि कुछ पैटर्न बाजार के अनिर्णय या पैटर्न में स्थिरता की पहचान करने में मदद करते हैं, कुछ अन्य बिक्री और खरीद दबाव के बीच संतुलन में अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।

पैटर्न को परिभाषित करना

कुछ बेहतरीन कैंडलस्टिक पैटर्न के साथ, आप ट्रेडिंग इंडेक्स या स्टॉक की चार प्राथमिक कीमतों की पहचान कर सकते हैं, जैसे:

  • खुला हुआ: यह पहली कीमत का प्रतिनिधित्व करता है जिस पर बाजार खुलने पर व्यापार का निष्पादन होता है।
  • उच्च: दिन के दौरान, यह उच्चतम मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है जिस पर एक व्यापार निष्पादित किया जा सकता है।
  • कम: दिन के दौरान, यह उस न्यूनतम कीमत का प्रतिनिधित्व करता है जिस पर किसी व्यापार को निष्पादित किया जा सकता है।
  • बंद करे: यह उस अंतिम कीमत को दर्शाता है जिस पर बाजार बंद है।

आम तौर पर, बाजार के मंदी और तेजी के व्यवहार का प्रतिनिधित्व करने के लिए विभिन्न रंगों का उपयोग किया जाता है। ये रंग मूल रूप से एक चार्ट से चार्ट में भिन्न होते हैं।

बेयरिश कैंडलस्टिक पैटर्न

एक मंदी के पैटर्न की संरचना में तीन अलग-अलग पहलू होते हैं, जैसे:

  • शरीर: केंद्रीय निकाय क्लोजिंग और ओपनिंग प्राइस को दर्शाने के लिए है। एक मंदी की मोमबत्ती में, शुरुआती कीमत हमेशा बंद कीमत से अधिक होती है।
  • सिर: ऊपरी छाया के रूप में भी जाना जाता है, मोमबत्ती का सिर उद्घाटन और उच्च कीमत को जोड़ने के लिए होता है।
  • पूंछ: निचली छाया के रूप में भी जाना जाता है, एक मोमबत्ती की पूंछ समापन और कम कीमत को जोड़ने के लिए होती है।

बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न

इसकी संरचना में तीन पहलू भी शामिल हैं:

  • शरीर: हालांकि यह क्लोजिंग और ओपनिंग प्राइस का प्रतिनिधित्व करता है; हालांकि, मंदी के पैटर्न के विपरीत, तेजी में, शरीर की शुरुआती कीमत हमेशा बंद कीमत से कम होती है।
  • सिर: यह समापन और उच्च कीमत को जोड़ने के लिए जिम्मेदार कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे है।
  • पूंछ: यह उद्घाटन और कम कीमत को जोड़ने के लिए जिम्मेदार है।

candlestick patterns

कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार

इन पैटर्नों को वर्गीकृत करने के दो अलग-अलग तरीके हैं, जैसे:

सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न

इसमें, मोमबत्तियां या तो एकल या एकाधिक हो सकती हैं, जो एक विशिष्ट पैटर्न बनाती हैं। वे एक मिनट से लेकर घंटों, दिनों, हफ्तों, महीनों और वर्षों तक होते हैं। समय सीमा जितनी बड़ी होगी, आगामी चालों और रुझानों के बारे में उतनी ही अधिक जानकारी होगी। कुछ सबसे महत्वपूर्ण एकल कैंडलस्टिक पैटर्न में शामिल हैं:

  • मारुबोज़ु (बुलिश मारुबोज़ु और बेयरिश मारुबोज़ु)
  • पेपर अम्ब्रेला (हैमर और हैंगिंग मैन)
  • उल्का
  • दोजिक
  • स्पिनिंग टॉप

एकाधिक कैंडलस्टिक पैटर्न

इस पैटर्न में, हमेशा दो या दो से अधिक मोमबत्तियां होती हैं जो ट्रेडिंग स्टॉक का व्यवहार बनाती हैं। कई प्रकार के पैटर्न हैं जिनका उपयोग कई व्यापारिक व्यवहारों को इंगित करने के लिए किया जाता है:

  • एनगल्फिंग पैटर्न (बुलिश एनगल्फिंग और बेयरिश एनगल्फिंग)
  • भेदी पैटर्न आवरण
  • हरामी पैटर्न (बुलिश हरामी और बेयरिश हरामी)
  • सुबह का तारा
  • शाम का सितारा
  • तीन श्वेत सैनिक
  • तीन काले कौवे

कैंडलस्टिक पैटर्न का उपयोग करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें

  • किसी भी ट्रेंड रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न का पालन करते समय, सुनिश्चित करें कि आप पिछले रुझानों पर नजर रखें।
  • जोखिम लेने की आपकी क्षमता के आधार पर, या तो उसी दिशा में प्रदर्शित होने वाली दूसरी कैंडलस्टिक की प्रतीक्षा करें या पैटर्न निर्माण के पूरा होने के ठीक बाद ट्रेड करें।
  • वॉल्यूम की निगरानी करते रहें, यदि पैटर्न में वॉल्यूम कम है, तो अपना ट्रेड करने से पहले कुछ समय प्रतीक्षा करें।
  • एक सख्त स्टॉप-लॉस रखें और जैसे ही ऐसा होता है, ट्रेड से बाहर निकल जाएं
  • किसी भी कैंडलस्टिक पैटर्न का आँख बंद करके पालन न करें। साथ-साथ अन्य संकेतकों का भी जिक्र करते रहें।
  • एक बार जब आप किसी व्यापार में प्रवेश कर लेते हैं, तो थोड़ा धैर्य रखें और उसे ठीक करने से बचें।

निष्कर्ष

कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न की समझ निश्चित रूप से एक लंबा सफर तय कर चुकी है। हालाँकि, आप जिस चार्ट का अध्ययन कर रहे हैं, उसकी सटीकता लगातार अध्ययन, बारीक बिंदुओं के ज्ञान, लंबे अनुभव और मौलिक और तकनीकी दोनों पहलुओं की समझ पर निर्भर करती है। इसलिए, जबकि ऐसे कई पैटर्न हैं जिन्हें पाया जा सकता है, लाभ प्राप्त करने के लिए उपयुक्त विश्लेषण और अभ्यास की आवश्यकता होती है।

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