अमेरिकन एक्सचेंज

Cryptocurrency news: क्रिप्टोकरेंसी का चस्का बाबू भाई! अमेरिकी अरबपति ने एक दिन अमेरिकन एक्सचेंज में गंवाई 94% दौलत
बिटकॉइन (Bitcoin) जैसी क्रिप्टोकरेंसीज से लोगों के रातोंरात अमीर बनने के कई किस्से आपने पढ़े होंगे। लेकिन इसके चक्कर में कई लोग बर्बाद भी हुए हैं। इसका ताजा उदाहरण अमेरिका के सैम बैंकमैन फ्रायड (Sam Bankman-Fried) हैं। क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स (FTX) के सीईओ सैम बैंकमैन फ्रायड की नेटवर्थ एक दिन में 16 अरब डॉलर से घटकर एक अरब डॉलर रह गई। मंगलवार को उनकी नेटवर्थ में 94 फीसदी की गिरावट आई। ब्लूमबर्ग के मुताबिक किसी अरबपति की टोटल नेटवर्थ के हिसाब से यह एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट है। मंगलवार को 30 साल के बैंकमैन फ्रायड ने घोषणा की कि एफटीएक्स नकदी संकट से जूझ रही है और उन्होंने इसे बाइनेंस (Binance) को बेचने की घोषणा की थी। इससे एफटीएक्स की वैल्यू में भारी गिरावट आई।
लेकिन अब बाइनेंस ने इस डील से किनारा कर लिया है। एफटीएक्स में बैंकमैन फ्रायड की 53 फीसदी हिस्सेदारी है। दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बाइनेंस का कहना है कि ड्यू डिलिजेंस के बाद उसने इस डील से किनारा करने का फैसला किया है। उसका कहना है कि ऐसी रिपोर्ट्स आ रही है कि एफटीएक्स ने कस्टमर फंड्स का दुरुपयोग किया और अमेरिकन एजेंसीज इसकी जांच कर रही है। एफटीएक्स की फाइनेंशियल हेल्थ को लेकर कस्टमर्स ने अफरातफरी फैल गई और तीन दिन में लोगों ने छह अरब डॉलर निकाल लिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) इस मामले की जांच कर रही है।
एक दिन में कंंगाल
शेयरों में उतार-चढ़ाव से दुनिया के अमीर लोगों की नेटवर्थ में भारी बदलाव आता रहता है लेकिन टोटल नेटवर्थ के हिसाब से यह एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है। इस हफ्ते की शुरुआत में बैंकमैन फ्रायड की नेटवर्थ करीब 16 अरब डॉलर थी। एफटीएक्स में उनकी हिस्सेदारी की वैल्यू 6.2 अरब डॉलर थी। इसी तरह क्रिप्टो ट्रेडिंग हाउस Alameda Research में उनकी हिस्सेदारी की कीमत करीब 7.4 अरब डॉलर थी। मंगलवार को गिरावट के बाद FTX और Alameda की कीमत एक-एक डॉलर रह गई।
मेटा (फेसबुक की पेरेंट कंपनी) के फाउंडर मार्क जकरबर्ग (Mark Zuckerberg) की नेटवर्थ में तीन फरवरी को 29 अरब डॉलर की गिरावट आई थी लेकिन इसके बावजूद उनकी नेटवर्थ उस दिन 84.3 अरब डॉलर थी। इसी तरह नवंबर 2021 में एलन मस्क (Elon Musk) ने दो दिन में 50 अरब डॉलर गंवाए थे लेकिन इसके बावजूद वह दुनिया के सबसे बड़े रईस बने रहे। 2019 में ऐमजॉन के फाउंडर जेफ बेजोस की नेटवर्थ में रातोंरात 36 अरब डॉलर की गिरावट आई थी लेकिन इसके बावजूद वह दुनिया के दूसरे सबसे बड़े रईस बने रहे।
Cryptocurrency news : एक ही दिन में कंगाल हो गए दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो इन्वेस्टर, हो गया 94 प्रतिशत लॉस
पूरी दुनिया में क्रिप्टो बहुत घाटे में जा रही है और इसका नुकसान हर उस इंसान को हुआ है जिनसे क्रिप्टो में इन्वेस्ट किया था पर सबसे ज्यादा घाटा इस आदमी को हुआ जिसे एक ही दिन में इतना घाटा हुआ के वो कंगाल हो गए। आइये जानते हैं।
HR Breaking News, New Delhi : बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसीज से लोगों के रातोंरात अमीर बनने के कई किस्से आपने पढ़े होंगे। लेकिन इसके चक्कर में कई लोग बर्बाद भी हुए हैं। इसका ताजा उदाहरण अमेरिका के सैम बैंकमैन फ्रायड (Sam Bankman-Fried) हैं। क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स (FTX) के सीईओ सैम बैंकमैन फ्रायड की नेटवर्थ एक दिन में 16 अरब डॉलर से घटकर एक अरब डॉलर रह गई। मंगलवार को उनकी नेटवर्थ में 94 फीसदी की गिरावट आई। ब्लूमबर्ग के मुताबिक किसी अरबपति की टोटल नेटवर्थ के हिसाब से यह एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट है।
मंगलवार को 30 साल के बैंकमैन फ्रायड ने घोषणा की कि एफटीएक्स नकदी संकट से जूझ रही है और उन्होंने इसे बाइनेंस (Binance) को बेचने की घोषणा की थी। इससे एफटीएक्स की वैल्यू में भारी गिरावट आई।
लेकिन अब बाइनेंस ने इस डील से किनारा कर अमेरिकन एक्सचेंज लिया है। एफटीएक्स में बैंकमैन फ्रायड की 53 फीसदी हिस्सेदारी है। दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बाइनेंस का कहना है कि ड्यू डिलिजेंस के बाद उसने इस डील से किनारा करने का फैसला किया है। उसका कहना है कि ऐसी रिपोर्ट्स आ रही है कि एफटीएक्स ने कस्टमर फंड्स का दुरुपयोग किया और अमेरिकन एजेंसीज इसकी जांच कर रही है। FTX की फाइनेंशियल हेल्थ को लेकर कस्टमर्स ने अफरातफरी फैल गई और तीन दिन में लोगों ने छह अरब डॉलर निकाल लिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) इस मामले की जांच कर रही है।
एक दिन में कंंगाल
शेयरों में उतार-चढ़ाव से दुनिया के अमीर लोगों की नेटवर्थ में भारी बदलाव आता रहता है लेकिन टोटल नेटवर्थ के हिसाब से यह एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है। इस हफ्ते की शुरुआत में बैंकमैन फ्रायड की नेटवर्थ करीब 16 अरब डॉलर थी। एफटीएक्स में उनकी हिस्सेदारी की वैल्यू 6.2 अरब डॉलर थी। इसी तरह क्रिप्टो ट्रेडिंग हाउस Alameda Research में उनकी हिस्सेदारी की कीमत करीब 7.4 अरब डॉलर थी। मंगलवार को गिरावट के बाद FTX और Alameda की कीमत एक-एक डॉलर रह गई।
मेटा (फेसबुक की पेरेंट कंपनी) के फाउंडर मार्क जकरबर्ग (Mark Zuckerberg) की नेटवर्थ में तीन फरवरी को 29 अरब डॉलर की गिरावट आई थी लेकिन इसके बावजूद उनकी नेटवर्थ उस दिन 84.3 अरब डॉलर थी। इसी तरह नवंबर 2021 में एलन मस्क (Elon Musk) ने दो दिन में 50 अरब डॉलर गंवाए थे लेकिन इसके बावजूद वह दुनिया के सबसे बड़े रईस बने रहे। 2019 में ऐमजॉन के फाउंडर जेफ बेजोस की नेटवर्थ में रातोंरात 36 अरब डॉलर की गिरावट आई थी लेकिन इसके बावजूद वह दुनिया के दूसरे सबसे बड़े रईस बने रहे।
Bottega Veneta’s फैशन शो में छाया प्रियंका चोपड़ा का ग्लैमर लुक, डिजाइनर ड्रेस में आईं नजर
Bottega Veneta’s फैशन शो में छाया प्रियंका चोपड़ा का ग्लैमर लुक, डिजाइनर ड्रेस में आईं नजर
मुंबई: प्रियंका चोपड़ा के सितारे इनदिनों गर्दिश में हैं. बॉलीवुड की ‘देसी गर्ल’ प्रियंका चोपड़ा अब हॉलीवुड में भी अपना सिक्का जमा चुकी हैं. प्रियंका चोपड़ा इनदिनों अपने अमेरिकन टीवी सीरिज ‘क्वांटिको 3’ की शूटिंग में वयस्त हैं. इस बीच प्रियंका चोपड़ा शुक्रवार को न्यूयॉर्क के Bottega Veneta’s fashion show में नजर आईं. खास बात यह है कि इस फैशन शो में प्रियंका चोपड़ा हॉलीवुड दिग्गज जूलियन मूरे और एक्ट्रेस सलमा हायेक के साथ पहली लाइन में सीट शेयर करती हुई नजर आईं.
जी हां प्रिंयका चोपड़ा न्यूयॉर्क में शुक्रवार को हुए Bottega Veneta’s fashion show में हॉलीवुड दिग्गज जूलियन मूरे और एक्ट्रेस सलमा हायेक के साथ पहली लाइन में बैठी हुई दिखीं. प्रियंका चोपड़ा फैशन शो में चॉकलेटी कलर के हॉट डिनाइनर ड्रेस में रेड कार्पेट पर पोज देती नजर आईं. प्रियंका चोपड़ा ने इस शो के दौरान की एक तस्वीर अपने इंस्टाग्राम पर भी शेयर की हैं. बता दें कि Veneta ने इस फैशन शो के लिए अमेरिकन स्टॉक एक्सचेंज बिल्डिंग को एक रनवे में बदल दिया.
इसके अलावा प्रियंका चोपड़ा की यह तस्वीरें टीम प्रियंका चोपड़ा नाम के ट्विटर पेज पर शेयर की गई हैं. इन तस्वीरों में प्रियंका चोपड़ा जूलियन मूरे और एक्ट्रेस सलमा हायेक के साथ पहली लाइन में बैठी हुई नजर आ रही हैं. Bottega Veneta के ऑफिशियल ट्वीटर पेज पर भी प्रियंका चोपड़ा का एक वीडियो शेयर किया गया है. इस वीडियो में प्रियंका चोपड़ा की हॉट एंट्री देखने को मिल रही है. प्रियंका कैमरे में सेक्सी पोज देती हुई नजर आ रही हैं. बता दें कि प्रियंका चोपड़ा इनदिनों अपने कई हॉलीवुड प्रोजेक्ट पर बिजी हैं. इनदिनों प्रियंका क्वांटिको के सीजन 3 में व्यस्त हैं.
मानवाधिकार पर दूसरे देशों ने भारत को क्या दी सलाह, अमेरिकन एक्सचेंज भारत का जवाब और इसके मायने
भारत की तरफ़ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भारत के प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व किया. भारत के 'यूनिवर्सल पीरिऑडिक रिव्यू' के चौथे साइकिल में ग्रीस, नीदरलैंड और वैटिकन सिटी ने गुरुवार को भारत सरकार से धार्मिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने और मानवाधिकार संगठनों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों के ख़िलाफ़ भेदभाव पर रोक लगाने की मांग की.
हालांकि भारत ने कहा कि संविधान के तहत सभी समुदायों को बराबर अधिकार मिले हैं, किसी के साथ भेदभाव नहीं हो रहा है और अमेरिकन एक्सचेंज जिन संगठनों पर कार्रवाई की गई है, वो संविधान के मुताबिक क़ानून का पालन नहीं करने के कारण की गई है.
इमेज स्रोत, twitter/ @UN_HRC
इससे अलावा कई देशों ने भारत को लेकर कड़ी टिप्पणियां की थीं.
लग्ज़मबर्ग ने कहा, “भारत को सभी मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को तुरंत रिहा करना चाहिए.”
ग्रीस ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि अमेरिकन एक्सचेंज भारत को “धार्मिक स्वतंत्रता को पूरी तरह सुनिश्चित करनी चाहिए.”
उनका कहना था कि, "हम अल्पसंख्यकों के अधिकारों को लेकर चिंतित है, ख़ासतौर पर धार्मिक अल्पसंख्यक, महिलाएं और लड़कियों को लेकर.”
उन्होंने ये भी कहा कि फ़ॉरेन कंट्रीब्यूशन रेग्यूलेशन एक्ट का इस्तेमाल “एसोसिएशन की स्वतंत्रता” को “रोकने” के लिए नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत में मानवाधिकार संगठनों को मज़बूत बनाना होगा और दलितों के ख़िलाफ़ भेदभाव को भी ख़त्म करना होगा.
किस देश ने क्या कहा?
आयरलैंड और दक्षिण कोरिया ने भी एफ़सीआरए का मुद्दा उठाया. इटली ने कहा कि भारत को “अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हिंसा रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए.”
लिथुआनिया ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने की मांग की. बेल्जियम ने पहले ही सवाल भेजकर सिविल लिबर्टी की वकालत करते हुए धार्मिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने की बात कही थी
वहीं भारत के वसुधैव कुटुंबकम की भावना को लेकर मॉरिशस ने उसकी तारीफ़ की.
मालदीव ने भारत को कोविड -19 के दौरान मदद के लिए शुक्रिया कहा, साथ की जाति आधारित हिंसा को ख़त्म करने की बात कही.
मेक्सिको ने नेशनल रजिस्टर फ़ॉर सिटिज़नशिप का मुद्दा उठाया और इसे लेकर ज़रूरी कदम उठाने के लिए कहा ताकि किसी के स्टेटलेस होने की संभावना कम हो अमेरिकन एक्सचेंज सके.
नेपाल ने महिलाओं के प्रति हिंसा को कम करने, बाल विवाह रोकने और ट्रांसजेंडर लोगों के लिए माकूल माहौल बनाने की ज़रूरत पर ध्यान दिलाया.
अमेरिका ने भारत से एफसीआरए से संबंधित लाइसेंस संबंधी निर्णयों की पारदर्शिता में सुधार करने और मानवाधिकारों के हनन के लिए ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ अभियोग सुनिश्चित करने का आह्वान किया.
इसराइल ने भी महिलाओं से जुड़ी हिंसा पर रोक लगाने के लिए कदम उठाने की बात कही.
रूस ने कहा कि भारत को ग़रीबी हटाने के लिए लाई गई पॉलिसी को जारी रखने की सलाह दी. साथ ही रूस ने रूस ने “ज़िम्मेदार कॉरपोरेट बिहेवियर” पर ज़ोर दिया.
भारत ने क्या कहा?
भारत की ओर से प्रतिनिधित्व कर रहे तुषार मेहता ने कहा कि भारत ने मानवाधिकार की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए अपने लीगर फ़्रेमवर्क में बदलाव किए हैं, साथ ही पुराने औपनिवेशक क़ानूनों को ख़त्म किया है.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के पैदा हुई स्थितियों के निबटने के लए भारत ने 80 करोड़ लोगों की मुफ़्त वैक्सीन दी, 44.5 करोड़ लोगों की आर्थिक मदद की और 27 करोड़ वैक्सीन दूसरे देशों को भेजी.
उन्होंने कहा कि भारत ने तीन तलाक़ क़ानून को हटाया है साथ ही रेप, और शारीरिक शोषण और ट्रैफ़िकिंग का दायरा बड़ा किया और कड़े और कड़ी सज़ा का प्रावधान किया.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारत में महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों के लिए क़ानून में बदलाव किए जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत शिक्षा, हेल्थ समेत कई मुद्दों पर बेहतरी के लिए लगातार कदम उठा रहा है.
अभिव्यक्ति अमेरिकन एक्सचेंज अमेरिकन एक्सचेंज की स्वतंत्रता को लेकर उठे इस सवाल पर भारत ने कहा कि 'संविधान सभी नागरिकों को इसे लेकर समान अधिकार देता है. लेकिन ये पूर्ण स्वतंत्रता नहीं है और संप्रभुता, एकता और देश की सुरक्षा के मद्देनज़र इन्हें कुछ बंदिशे हैं.'
तुषार मेहता ने ये भी कहा कि ये बंदिश हेट स्पीच को रोकने में मदद करती हैं. उन्होंने कहा कि बंदिशों का पैमाना बहुत ऊंचा है.
कई संगठनों के ख़िलाफ़ उठाए गए कदम पर मेहता ने भारत का पक्ष रखते हुए कहा, “कुछ संगठनों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की गई क्योंकि उन्होंने ग़ैर कानूनी तरीकों का इस्तेमाल कर पैसे को ग़लत रास्ते से भेजा और जानबूझ कर विदेशी मुद्रा एक्सचेंज मैनेजमेंट और टैक्स से जुड़े नियमों का बार-बार उल्लंघन किया है.”
हालांकि कुछ मुस्लिम संगठनों ने इन बयानों को ग़लत बताया है. इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल ने लिखा, “हम भारत के सॉलिटर जनरल के भाषण का की निंदा करते हैं."उन्होंने भाषण को “झूठ से भरा हुआ” बताया.
उन्होंने कहा कि मेहता के बचाव करने वाले भाषण से ये साफ़ है कि “नरेंद्र मोदी की सरकार सदस्य देशों के सुझाव को नज़र अंदाज़ करेगी और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करती रहेगी."
सीएएए पर भारत ने क्या कहा
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कुछ देशों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में भी चिंता व्यक्त की, जो बांग्लादेश, अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के छह ग़ैर-मुस्लिम धार्मिक समुदायों के शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करता है.
मेहता ने कहा कि ये क़ानूनी तौर पर अल्पसंख्यकों की भलाई के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है और "ऐतिहासिक संदर्भ और वर्तमान ज़मीनी वास्तविकताओं" को ध्यान में रखता है.
मेहता ने कहा कि ये स्टेटलेस लोगों को कम करने में मदद करेगा. साथ ही उन्होंने ज़ोर दिया कि ये भारत के किसी भी नागरिक की नागरिकता छीनता नहीं है, न ही उसमें किसी तरह का बदलाव लाता है.
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जम्मू-कश्मीर भारत की पाकिस्तान को खरी-खरी
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक भारत ने कहा कि पूरा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख हमेशा उसका अभिन्न और अविभाजित हिस्सा था और रहेगा. साथ ही भारत ने कहा कि 2019 में संवैधानिक बदलाव के बाद क्षेत्र के लोग अब देश के अन्य हिस्सों की तरह अपनी पूरी क्षमता का एहसास करने में सक्षम हैं.
तुषार मेहता ने यूएनएचआरसी में कहा, "समूचा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख हमेशा भारत का अभिन्न और अविभाजित हिस्सा था और रहेगा."
तुषार मेहता की प्रतिक्रिया पाकिस्तान के प्रतिनिधि द्वारा समीक्षा प्रक्रिया में अपनी टिप्पणी के दौरान जम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने के बाद आई है.
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क्या है इसके मायने
जाने माने स्तंभकार और एमनेस्टी इंटरनेशनल के पूर्व कार्यकारी निदेशक आकार पटेल कहते हैं, “अगर आप ये मानकर चल रहे हैं कि इन बातों का कोई असर नहीं होगा, तो ये ग़लत है, लेकिन ये भी नहीं मान लेना चाहिए कि सरकार तुरंत कड़े कदम उठाएगी तो ये भी सही नहीं है.”
उनका कहना है कि मित्र देशों के सुझावों का असर होता है. वो कहते हैं, “अगर दुश्मन देश सुझाव दें, तो शायद फ़र्क नहीं पड़ता, लेकिन जब मित्र देश कहते हैं, तो दबाव ज़रूर पड़ता है.”
उन्होंने कहा अगर हम दूसरे देशों की अच्छाई अपनाना चाहते हैं, या फिर कुछ क्षेत्रों में उनकी तरह काम करना चाहते हैं, तो हमें उनसे सीखना होगा और उनकी बात माननी पड़ेगी.
हालांकि सामाजिक कार्यकर्ता जॉन दयाल कहते हैं कि इन आलोचनाओं का भारत पर बहुत ज़्यादा असर नहीं होता. वो कहते हैं, इन मुद्दों को सिरे से ख़ारिज कर देना भारत की आदत है.
"अगर आप प्रताड़ना की ही बात करें तो हमारा लॉ एंड ऑर्डर सिस्टम प्रताड़ना पर आधारित है, फोरेंसिक पर नहीं."
उन्होंने कहा, "कल रात देशों ने खुलकर इन मुद्दों पर बात की लेकिन ये भी ध्यान देने वाली बात है कि भारत बहुत बड़ा ख़रीदार है चाहे वो हथियारों का हो, सबमरीन हो या तेल हो. इसलिए दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था को इससे बहुत मदद मिलती है. साथ ही भारत टेक्निकल लेबर को एक्सपोर्ट करता है जैसे की कंप्यूटर इंजीनियर, अमेरिकन एक्सचेंज आईटी से जुड़े लोग. अगर आप मैनवापर एक्सपोर्ट करते हैं, और हथियार और तेल आयात करते हैं तो आपकी जल्दी कोई आलोचना नहीं करता."
सत्यापित ट्विटर खाताधारक ने की लाखों की ठगी
जासं, गाजियाबाद: अमेरिकन स्टाक एक्सचेंज में नौकरी और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर दो गुना रिटर्न का झांसा दे सत्यापित ट्विटर खाताधारक ने युवक से करीब अमेरिकन एक्सचेंज 3.70 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित की शिकायत पर थाना विजयनगर ने चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
अकबरपुर बहरामपुर निवासी विनीत नागर ने बताया कि लाकडाउन में उनकी आय काफी कम हो गई। इस कारण वह नौकरी ढूंढ़ रहे थे। बीते साल दोस्त के जरिये उनकी नील पटेल से बात हुई, जिसने खुद को अमेरिका के केंटकी का निवासी बताया। नील ने ट्रेडिग साइट पर प्रशिक्षण के बाद दो साल के लिए 50 हजार रुपये प्रतिमाह की नौकरी का आश्वासन दिया। गांधीनगर की एक कंपनी में नौकरी की शुरुआत हुई। उनकी कंपनी के निदेशक गोरधन पटेल, मैनेजर नौबत सिंह व अकलेश जोशी से बात होती थी। एक एप पर रात के समय साढ़े छह घंटे काम करना होता था। एप पर उनके वालेट में डालर में वेतन दिखता था, लेकिन खाते में ट्रांसफर करने की बात पर आरोपित बहाना बना देते थे। इसी दौरान नील ने क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम में निवेश के बारे में बताया। कहा कि कुछ ही दिन में रुपये दो गुना हो जाएंगे। विनीत ने करीब 3.70 लाख रुपये (5,068 डालर) निवेश किए। इसके वालेट में भी उनके खाते में 10,800 डालर दिखा रहा था, लेकिन ये रुपये उनके बैंक खाते में ट्रांसफर नहीं हुए। धीरे-धीरे सभी लोगों के मोबाइल नंबर बंद हो गए।
विनीत का कहना है कि नील का ट्विटर हैंडल सत्यापित (वेरिफाइड) था, जिसे कई नामी हस्तियों ने प्रमोट कर रखा था। इस कारण उन्हें भरोसा हो गया। ठगी के बारे में वह नील के खाते को प्रमोट करने वालों से बात करते हैं तो वे भी पल्ला झाड़ लेते हैं। एसएचओ महावीर सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर चारों के खिलाफ केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।