हड़ताल मूल्य

Updated Sun, 04 Sep 2022 11:48 PM IST
आज से उचित मूल्य की दुकानों से गरीबों को मिलेगा राशन, सहकारी समिति कर्मचारियों की हड़ताल स्थगित, सहकारिता मंत्री ने कहा कुछ मांगे जायज
भोपाल। मध्यप्रदेश में आज से उचित मूल्य की दुकानों से गरीबों को राशन मिलेगा, सहकारी समिति कर्मचारियों की हड़ताल स्थगित हो गई है, सरकार के लिखित आश्वासन के बाद हड़ताल स्थगित कर दी गई है, राज्य शासन ने 45 दिन में कुछ मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया है। सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने कहा कि कर्मचारियों की कुछ मांगे जायज थीं। कर्मचारियों की नियमितीकरण की मांग को लेकर हाईलेवल कमेटी बनाई जाएगी।
मध्यप्रदेश सहकारिता कर्मचारी संघ के बैनर तले बीते 15 दिनों से हड़ताल चल रही थी, हड़ताल के चलते राशन नहीं वितरित किया जा रहा था। जिससे गरीबों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। हड़ताल स्थगित होने पर सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने कहा कि उनकी कुछ मांगें जायज थीं।
मंत्री भदौरिया ने कहा कि कई संस्थाओं को ढाई साल से राशि नहीं मिली थी, अभी एक महीने में एक साल का भुगतान किया जाएगा, लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है, कर्मचारियों की नियमितीकरण की मांग को लेकर हाईलेवल कमेटी बनाई जाएगी।
हड़ताल और भाव के चलते खरीदी को नहीं मिला 'समर्थन'
खरगोन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रूस और यूक्रेन युद्ध का प्रभाव हमारे यहां देखने को मिल रहा है। जानकारी अनुसार दोनों देश मिलकर विश्व के कुल गेहूं निर्यात करीब 25 प्रतिशत निर्यात करते हैं। युद्ध के चलते यह निर्यात प्रभावित होगा और इसका सकारात्मक पहलू यह है कि हमारे देश में गेहूं की मांग बढ़ने से किसानों को लाभ होगा। इसका असर शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर की जाने वाली गेहूं खरीदी पर साफ दिखाई दे रहा है। खरीदी के पहले दिन जिले में निर्धारित 73 केंद्रों में से एक भी केंद्र पर एक भी किसान नहीं पहुंचा और खरीदी का श्रीगणेश ही नहीं हो पाया। इसका दूसरा बड़ा कारण सोसायटी कर्मचारियों की हड़ताल भी सामने आ रहा है।
उल्लेखनीय है कि जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए 73 केंद्र बनाए गए हैं। इस वर्ष गेहूं विक्रय के लिए निर्धारित समयावधि में जिले के कुल 23 हजार 967 किसानों ने पंजीयन भी करवाया है। लेकिन मंडी में गेहूं के अच्छे भाव मिलने से समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय में किसानों की रूचि नहीं दिखाई दे रही है। जानकारी अनुसार जिला मुख्यालय स्थित मंडी में इस वर्ष फरवरी माह से अब तक दो लाख क्विंटल से अधिक गेहूं विक्रय किया जा चुका है। खाद्य अधिकारी बीएस जमरा ने बताया कि पहले दिन समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय के लिए सिर्फ पांच किसानों ने स्लाट बुक किया था लेकिन एक भी किसान गेहूं विक्रय के लिए नहीं पहुंचा।
जिले में गेहूं का रकबा- 198000 हेक्टेयर
गेहूं का समर्थन मूल्य- 2015 रुपये प्रति क्विंटल
जिले में कुल पंजीयन- 23967
कुल खरीदी केंद्र- 73
पहले दिन स्लाट बुकिंग करने वाले कुल किसान- 05
सोमवार को समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी- 000
मंडी में अब तक खरीदा गया गेहूं- करीब दो लाख क्विंटल
मंडी में गेहूं के भाव- 2100 से 2400 रुपये प्रति क्विंटल तक
सोमवार को मंडी में गेहूं की आवक- करीब 15 हजार क्विंटल
गत वर्ष समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय के लिए पंजीयन-48793
चना खरीदी की रफ्तार भी धीमी
उधर समर्थन मूल्य पर चना खरीदी की रफ्तार भी काफी धीमी है। इस वर्ष जिले में चने का हड़ताल मूल्य रकबा एक लाख 23 हजार हेक्टेयर है। चने का समर्थन मूल्य 5230 रुपये प्रति क्विंटल है। वहीं चना विक्रय के लिए 16 हजार 629 किसानों ने पंजीयन करवाया है। लेकिन अब तक महज नौ किसानों से कुल 407 क्विंटल खरीदी हुई है। जबकि गत वर्ष 23 हजार 883 किसानों ने पंजीयन करवाया था।
सात सितंबर को गठवाला खाप के 52 किसान मिल गेट पर करेंगे भूख हड़ताल
मेरठ ब्यूरो
Updated Sun, 04 Sep 2022 11:48 PM IST
बकाया गन्ना मूल्य भुगतान के लिए एक दिन भूख हड़ताल पर रहेगा खाप के हर गांव से एक किसान
खाप के हड़ताल मूल्य प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
संवाद न्यूज एजेंसी
शामली। बकाया गन्ना मूल्य भुगतान न होने से गठवाला खाप के 52 गांवों से 52 किसान शामली चीनी मिल गेट पर सात सितंबर को भूख हड़ताल व धरना देंगे। इस संबंध में हड़ताल मूल्य खाप के प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है।
गठवाला खाप के प्रवक्ता डॉ. शीशपाल मलिक ने बताया कि शामली चीनी मिल द्वारा बकाया गन्ना मूल्य भुगतान नहीं किया जा रहा है। जिससे किसान बेहद परेशान हैं। उनकी समस्या को लेकर और बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की मांग को लेकर सात सितंबर को चीनी मिल शामली के गेट पर धरना व भूख हड़ताल करने का निर्णय किया है। खाप के 52 गांवों में से एक-एक किसान एक दिन के लिए मिल गेट पर भूख हड़ताल पर रहेगा। इसके बाद भी भुगतान मूल्य भुगतान की समस्या का समाधान नहीं होता तो फिर अनिश्चितकालीन धरना व भूख हड़ताल करने पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में तहसीलदार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। इस अवसर पर खाप प्रवक्ता डॉ. शीशपाल के साथ जितेंद्र सिंह, कर्णपाल सिंह, अमित कुमार व राज सिंह आदि मौजूद रहे।
खाप के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
संवाद न्यूज एजेंसी
शामली। बकाया गन्ना मूल्य भुगतान न होने से गठवाला खाप के 52 गांवों से 52 किसान शामली चीनी मिल गेट पर सात सितंबर को भूख हड़ताल व धरना देंगे। इस संबंध में खाप के प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है।
गठवाला खाप के प्रवक्ता डॉ. शीशपाल हड़ताल मूल्य मलिक ने बताया कि शामली चीनी मिल द्वारा बकाया गन्ना मूल्य भुगतान नहीं किया जा रहा है। जिससे किसान बेहद परेशान हैं। उनकी समस्या को लेकर और बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की मांग को लेकर सात सितंबर को चीनी मिल शामली के गेट पर धरना व भूख हड़ताल करने का निर्णय किया है। खाप के 52 गांवों में से एक-एक किसान एक दिन के लिए मिल गेट पर भूख हड़ताल पर रहेगा। इसके बाद भी भुगतान मूल्य भुगतान की समस्या का समाधान नहीं होता हड़ताल मूल्य तो फिर अनिश्चितकालीन धरना व भूख हड़ताल करने पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में तहसीलदार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। इस अवसर पर खाप प्रवक्ता डॉ. शीशपाल के साथ जितेंद्र सिंह, कर्णपाल सिंह, अमित कुमार व राज सिंह आदि मौजूद रहे।
ईंधनों के मूल्य में बढ़ोत्तरी को लेकर हड़ताल
पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों में बढ़ोतरी के खिलाफ देश में कई जगहों पर हड़ताल व विरोध प्रदर्शन का सिलसिला चल पड़ा है.
- तिरुवनंतपुरम/कोलकाता,
- 26 जून 2010,
- (अपडेटेड 26 जून 2010, 4:02 PM IST)
पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों में बढ़ोतरी के खिलाफ देश में कई जगहों पर हड़ताल व विरोध प्रदर्शन का सिलसिला चल पड़ा है.
एलडीएफ द्वारा आयोजित हड़ताल से केरल में आज सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ. केरल में राज्य भर से प्राप्त खबरों के मुताबिक सार्वजनिक हड़ताल मूल्य परिवहन और व्यावसायिक वाहन सड़कों पर नहीं उतरे. पुलिस ने कहा कि कहीं से भी अप्रिय घटना की खबर नहीं है. उन्होंने कहा कि हड़ताल से आवश्यक सेवाओं को अलग रखा गया है. सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा आहूत हड़ताल से रेल यातायात प्रभावित हड़ताल मूल्य नहीं हुआ है. विश्वविद्यालयों ने शनिवार होने वाली परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है.
दूसरी ओर मूल्यों में वृद्धि के खिलाफ माकपा समर्थित सीटू के हड़ताल के आह्वान का असर पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक परिवहन पर देखने को मिला. राज्य भर में 24 घंटे की हड़ताल के कारण बस, ट्राम, मिनी बस और टैक्सियां सड़कों पर नहीं दिखीं लेकिन मेट्रो सेवाएं सामान्य हैं.
पूर्वी रेलवे के सूत्रों ने कहा कि हड़ताल से रेल सेवाओं को अलग रखा गया है. हवाई अड्डा के सूत्रों ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान सेवाएं सामान्य थीं.
सालीचौका – हड़ताल होने की वजह से सालीचौका नगर की शासकीय उचित मूल्य की राशन दुकान रही बंद, हितग्राही भटकते आये नज़र।
सालीचौका – सेवा सहकारी समिति की हड़ताल होने की वजह से विगत दिन सालीचौका नगर की शासकीय उचित मूल्य की राशन दुकान दोनों बंद रही। वेतन विसंगति एवं पीओस मशीन में अनावश्यक बैलेंस डालकर कर्मचारियों को परेशान करने जैसी समस्याओं को लेकर सेवा सहकारी समितियों द्वारा हड़ताल की जा रही है। वही सेवा समितियों द्वारा सभी मांगो को लेकर सहकारी मंत्रियों से पूर्व में चर्चा की गई थी। चर्चा के दौरान मंत्री ने समस्याओं को हल कराने का आस्वासन भी दिया था। उसके बाबजूद भी मांगे पूरी नही होने कारण 23 मार्च को समिति के कर्मचारियों ने भोपाल में सहकारी मंत्रियों के बंगले में जाकर घेराव किया। वही राशन दुकान बंद होने की वजह से हितग्राही बेहद परेशान नजर आए।