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निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान

निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान

अब बदला म्यूचुअल फंड में निवेश का तरीका, जानें निवेशकों को कैसे होगा लाभ

मुंबई. ब्रोकरेज हाउस सैमको ने एक नये ट्विस्ट के साथ सैमको ओवरनाइट फंड का ऐलान किया है. इस NFO में एक सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान Samco Timer STP भी पेश कर दिया है. यह एनएफओ 4 अक्टूबर से खुलेगा. ओवरनाइट फंड से इक्विटी फंड को ट्रांसफर होने वाली धनराशि का अमाउंट फंड हाउस द्वारा विकसित इन-हाउस टूल से तय किया जाएगा.

इंडेक्स की रेज 1 से 200 तक है और इसका कैल्कुलेशन अलग-अलग मैक्रो इकोनॉमिक व टेक्निकल पैरामीटर्स को ध्यान में रखते हुए लिया जाता है. फंड हाउस की अपनी वेबसाइट पर रोजाना EMOSI को पब्लिश करने की प्लानिंग है.

जब इंडेक्स बाजार के आकर्षक होने का संकेत देता है तो Timer STP निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान इक्विटीज में ज्यादा अलोकेट करेगा और बाजार महंगा होगा तो यह तुलनात्मक रूप के कम पैसा इक्विटीज में ट्रांसफर करेगा. खास बात है कि Timer STP की इंस्टालमेंट 0.01 गुना से 6 गुना तक होगी. वहीं बेस इंस्टालमेंट के अमाउंट को लेकर Timer STP पर निवेशक को साइन करते हुए सहमति देनी होती है.

क्यों अलग है Samco की STP?

Timer STP के बारे में बताते हुए सैमको एसेट मैनेजमेंट के सीईओ उमेश कुमार मेहता ने कहा कि Timer STP के जरिए हम एवरेज इनवेस्टर को मार्केट के अलग-अलग साइकल को बेहतर तरीके से पार कराने और मुश्किल वक्त में बाजार में प्रवेश करने से बचने में सक्षम बना रहे हैं.

इक्विटी मार्केट में निवेश के लिए आये नये NFO

दरअसल म्यूचुअल फंड हाउस द्वारा इक्विटी मार्केट में निवेश के लिए कई नये फंड लाए जा रहे हैं. ICICI हाल ही में प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स फंड लॉन्च करने की घोषणा की है, जो निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है. जिसमें मुख्य रूप से ट्रांसपोर्टेशन और लॉजिस्टिक्स थीम में लगी कंपनियों से संबंधित सिक्योरिटीज में निवेश किया जाएगा. नया फंड ऑफर (NFO) सब्सक्रिप्शन के लिए 6 अक्टूबर को खुलेगा और 20 अक्टूबर को बंद होगा.

IPO में पैसे लगाते समय भूल कर भी ना करें ये 5 गलतियां, वरना हो सकता है बड़ा नुकसान

IPO News: भारत के आईपीओ मार्केट में हाल के समय में काफी अधिक रौनक देखने को मिली है. कंपनियों ने साल 2021 में IPOs के जरिए 1.2 लाख करोड़ रुपये जुटाए. यह 2018-20 के दौरान जुटाई गई कुल पूंजी से भी ज्यादा है. 2018-20 के दौरान कंपनियों ने इनिशियल पब्लिक ऑफर्स के जरिए 73 हजार करोड़ रुपये जुटाए थे.

IPO

मार्केट की अच्छी जानकारी अहम
अगर आप भी IPO के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो यहां ध्यान रखने वाली बात ये है कि मार्केट की अच्छी जानकारी सबसे अहम चीज है. किसी भी अन्य फाइनेंशियल इंस्ट्रुमेंट की तरह IPOs के जरिए टिकाऊ रिटर्न पाने के लिए मार्केट की परिस्थितियों पर गौर करना और सही जानकारी के साथ फैसला लेना अहम होता है. अगर आप भी IPOs में इंवेस्ट करना चाहते हैं तो आपको इन बातों को ध्यान में रखना चाहिएः

1. बेसिक रिसर्च किए बिना आईपीओ में अप्लाई करने की गलती से बचिएः आपके किसी पड़ोस के भैया, ऑफिस के किसी सीनियर के कहने पर किसी निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान भी आईपीओ को सब्सक्राइब मत कीजिए. इससे आपको बड़ा नुकसान हो सकता है. किसी भी आईपीओ में इंवेस्ट करने से पहले सबसे जरूरी होता है कि अच्छा IPOs को चिह्नित करना. आपको आईपीओ में पैसे लगाने से पहले कंपनी के बारे में गहन रिसर्च कर लेना चाहिए.

2. बिजनेस मॉडल की जानकारी के बिना इंवेस्ट करने की गलती से बचिएः
अगर आपको किसी कंपनी के बिजनेस मॉडल की जानकारी नहीं है तो आपको उस आईपीओ में इंवेस्ट नहीं करना चाहिए. मजबूत बिजनेस मॉडल वाली कंपनी ही सफल होती है.

3. IPO के वैल्यूएशन को नजरंदाज मत कीजिएः
किसी भी IPO का वैल्यूएशन सबसे अहम पैरामीटर्स में से एक है. डिस्काउंटेड कैश फ्लो, शेयर मार्केट ट्रेंड्स, पहले के फाइनेंशियल्स को नजरंदाज नहीं करना चाहिए.

4. गिरावट के समय बड़ा दांव लगाने की गलती से बचिएः नए निवेशकों को यह बात ध्यान में रखना चाहिए कि गिरावट के समय मार्केट में इंवेस्ट करने से बचना चाहिए. अगर मार्केट में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है और एक्सपर्ट्स बार-बार यह बात कह रहे हैं कि मार्केट में और करेक्शन देखने को मिलेगा तो हमें आईपीओ में निवेश से बचना चाहिए.

5. लिस्टिंग के दिन बिक्री की गलतीः
आम तौर पर लिस्टिंग के दिन ही आईपीओ में अलॉट हुए शेयर बेच देते हैं क्योंकि कई बार लिस्टिंग पर भी निवेशकों को बढ़िया मुनाफा मिल रहा होता है. हालांकि, यह ध्यान देने वाली बात है कि लिस्टिंग के दिन कीमतों में करेक्शन देखने को मिलता है. ऐसे में लिस्टिंग के दिन बिक्री के बजाय एक या दो दिन इंतजार करना चाहिए.

होम लोन के जरिए टैक्स बचाने की न करें बेवकूफी, होम लेने से पहले इन बातों को गौर करना बेहद जरूरी

आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने की अंतिम तिथि (31 मार्च निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान 2022) जल्द आने वाली है, आप और हम जैसे लोग इनकम टैक्स बचाने के लिए रास्ते खोजने में व्यस्त हैं। इसी क्रम में एक रास्ता होम लोन ईएमआई.

होम लोन के जरिए टैक्स बचाने की न करें बेवकूफी, होम लेने से पहले इन बातों को गौर करना बेहद जरूरी

आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने की अंतिम तिथि (31 मार्च 2022) जल्द आने वाली है, आप और हम जैसे लोग इनकम टैक्स बचाने के लिए रास्ते खोजने में व्यस्त हैं। इसी क्रम में एक रास्ता होम लोन ईएमआई है। होम लोन ईएमआई भुगतान आपको एक वित्तीय वर्ष में ₹3.5 लाख तक की कर योग्य आय पर आयकर बचाने में मदद करता है, इसलिए लोग इनकम टैक्स बचाने के विकल्प के रूप में होम लोन घर खरीदते हैं। हालांकि, अगर टैक्स और इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट की माने तो इनकम टैक्स बचाने के लिए होम लोन ईएमआई एक अच्छा समाधान नहीं है। उनका कहना है उन्होंने कहा कि टैक्सपेयर को घर खरीदते समय दूसरे कारकों को भी देखने की जरूरत है क्योंकि होम लोन पर टैक्स लाभ केवल एक कारक है।

घर खरीदें या किराए पर रहें
होम लोन पर टैक्स लाभ के बारे में प्रॉपर्टीपिस्टल डॉट कॉम के फाउंडर और सीईओ आशीष नारायण अग्रवाल का कहना है, घर खरीदारी में आयकर बचत बेहद महत्वपूर्ण है। हालांकि, आयकर की राशि के आधार पर घर खरीदने का निर्णय बेवकूफी है। व्यक्ति बचाता है। प्रॉपर्टी खरीदना एक सोचा समझा निर्णय होना चाहिए क्योंकि यह एक बड़ा लेनदेन है और खरीदने का कोई भी निर्णय लेने से पहले कई पैरामीटर्स को ध्यान में रखना चाहिए। खरीदने का निर्णय लेने से पहले अग्रिम लागत, गिरवी लागत, स्वामित्व अवधि के दौरान स्वामित्व व्यय और अपेक्षित मूल्यवृद्धि से संबंधित बातों का अच्छी तरह से विश्लेषण करना चाहिए। उसके आधार पर खरीदने या किराए पर रहने का निर्णय लिया जाना चाहिए।

होम लोन टैक्स छूट और इनकम टैक्स स्लैब
माईफंडबाजार इंडिया की सीएमओ श्रुति खंडारे के मुताबिक, अगर आप 30 प्रतिशत के आयकर स्लैब में आते हैं, तो टैक्स से बचने के लिए घर खरीदना उचित है। लेकिन यदि आप आयकर स्लैब 10 प्रतिशत से 20 प्रतिशत में आते हैं तो आपको अपने माता-पिता के साथ अपने परिवार के लिए व्यक्तिगत मेडि-क्लेम खरीदने पर विचार करना चाहिए। इससे वह ₹75,000 तक के वार्षिक मेडि-क्लेम प्रीमियम पर आयकर छूट का दावा कर सकेगा। इसके अतिरिक्त, आप एनपीएस निवेश के तहत एक वित्तीय वर्ष में ₹ 50,000 तक के निवेश पर धारा 80 सीसीडी के तहत निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान अतिरिक्त आयकर छूट का दावा कर सकते हैं।

होम लोन टैक्स बेनिफिट कैलकुलेटर
होम लोन ईएमआई चुकौती पर उपलब्ध आयकर लाभ पर बोलते हुए सेबी रजिस्टर्ड टैक्स और इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट जितेंद्र सोलंकी का कहना है कि होम लोन का भुगतान करते समय आप एक वित्तीय वर्ष में 3.5 लाख रुपए तक की कर योग्य आय पर आयकर छूट का दावा कर सकते हैं- इसमें धारा 80 सी के तहत होम लोन मूल पुनर्भुगतान पर 1.5 लाख तक की छूट आयकर और आयकर अधिनियम की धारा 24 (बी) के तहत होम लोन ब्याज पुनर्भुगतान पर ₹ 2 लाख तक छूट शामिल है। हालांकि, यदि करदाता एक सैलरीड है, तो उस मामले में 1.5 लाख रुपए तक के होम लोन टैक्स लाभ का दावा करना मुश्किल हो जाता है क्योंकि धारा 80सी के तहत टैक्स लाभ में भविष्य निधि, ईएलएसएस म्यूचुअल फंड निवेश, एलआईसी प्रीमियम भुगतान, बच्चों के लिए स्कूल शुल्क का भुगतान आदि जैसी अन्य छूट भी शामिल हैं।

होम लोन की ईएमआई कैलकुलेटर
घर खरीदते समय आयकर बचाने के लिए होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग करने के सवाल पर जितेंद्र सोलंकी का कहना है, होम लोन लेने के बाद पहले 4-5 वर्षों में मासिक होम लोन ईएमआई का लगभग 65 प्रतिशत होम लोन ब्याज के रूप में जाता है। इसलिए, 2 लाख रुपए तक के सालाना होम लोन ब्याज पुनर्भुगतान पर निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान टैक्स लाभ का दावा करने के लिए मासिक होम लोन की ईएमआई कम से कम 30,000 रुपए होनी चाहिए। इसका मतलब है सालाना होम लोन ईएमआई लगभग 3.60 लाख रुपए होगी। किसी को होम लोन ईएमआई को अपनी नेट टेक होम इनकम के 40 प्रतिशत से कम पर रखना चाहिए। इसलिए, यदि कोई करदाता प्रति वर्ष ₹9 लाख या उससे अधिक कमा रहा है, तो उस स्थिति में होम लोन ईएमआई आयकर व्यय को बचाने के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

शेयर बाजार में ऐसे करें Infrastructure Stocks का चयन, हो सकता निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान है मोटा मुनाफा

Stock Selection Tips: इंफ्रास्ट्रक्चर स्टॉक को ग्रोथ के लिहाज से सबसे बढ़िया माना जाता है। ऐसे में अगर आप भी इंफ्रा स्टॉक में निवेश करना चाहते है तो यहां बताया गया है कि बेस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर स्टॉक का चुनाव कैसे करें?

What is Infrastructure Stock in Hindi: इन्फ्रास्ट्रक्चर एक ऐसा शब्द है जो किसी कंट्री, बिजनेस या रीजन की कॉमन फिजिकल सिस्टम को संदर्भित करता है। उदाहरण के लिए, कम्युनिकेशन नेटवर्क, ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम और गैस, बिजली, पानी आदि जैसी यूटिलिटी इंफ्रास्ट्रक्चर के अंतर्गत आती हैं। ध्यान दें कि ये सिस्टम किसी देश की ग्रोथ, डेवलपमेंट और समृद्धि के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। इन सिस्टम के बारे में एक और बात यह है कि वे हाई कॉस्ट वाले निवेश होते हैं और पूंजी गहन भी होते हैं। इसके अलावा, इस सेक्टर में काम करने वाली कंपनियां अपने स्टॉक की पेशकश करती हैं जिन्हें इंफ्रास्ट्रक्चर स्टॉक के रूप में जाना जाता है। भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों के कुछ अच्छे उदाहरणों में भारती एयरटेल (टेलीकम्यूनिकेशन सर्विस), अशोक लीलैंड (ट्रक और बसें), टाटा मोटर्स (चार पहिया), आदि शामिल हैं।

इंफ्रास्ट्रक्चर सिस्टम के प्रकार | Types of Infrastructure Systems

इंफ्रास्ट्रक्चर सिस्टम को निम्नलिखित तीन कैटेगरी में विभाजित किया जा सकता है-

सॉफ्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर - इस प्रकार का इंफ्रास्ट्रक्चर कम पूंजी वाला होता है और देश के सुचारू और बाधा मुक्त कामकाज को सुनिश्चित करता है। इसमें फाइनेंसियल इंस्टीट्यूशन, लॉ एम्फोर्समेंट, गवर्नमेंटल सिस्टम, एजुकेशन सिस्टम आदि शामिल हैं।

हार्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर - इस प्रकार केके इंफ्रास्ट्रक्चर सिस्टम में फिजिकल सिस्टम शामिल हैं जो व्यवसायों को एक कुशल औद्योगिक और आधुनिक राष्ट्र चलाने की अनुमति देती हैं। कुछ उदाहरण हाईवे, रोडवे आदि हैं। इन सिस्टम को फंक्शन और आपरेशन के लिए कैपिटल और एसेट की आवश्यकता होती है।

क्रिटिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर - अंत में एक महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट है जो किसी देश के बुनियादी कामकाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें एनर्जी, टेलीकम्यूनिकेशन, इलेक्ट्रिसिटी, एग्रीकल्चर, पब्लिक हेल्थ आदि में काम करने वाली कंपनियां और व्यवसाय शामिल हैं।

2022 में निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान निवेश करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इंफ्रा स्टॉक का चयन कैसे करें?

इंफ्रा स्टॉक के शेयरों का मूल्यांकन करने का सबसे अच्छा तरीका उनके मात्रात्मक और गुणात्मक आयामों की अच्छी तरह से जांच करना है। इसमें मुख्य रूप से तीन पॉइंट शामिल हैं

  1. कंपनी के ओनरशिप वाली फिजिकल एसेट
  2. खुद में कंपनी
  3. स्टॉक मूल्यांकन और गुणवत्ता के बीच संबंध

सबसे अच्छा इंफ्रा स्टॉक चुनते समय, एक निवेशक को पूंजी वृद्धि के साथ-साथ नेट इनकम पर भी ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा, फिजिकल एसेट को देखते समय, आपको विकास की संभावनाओं, फर्म की बाजार स्थिति और कॉन्ट्रैक्ट या नियामक ढांचे जैसे कारकों पर विचार करना चाहिए। चूंकि कॉन्ट्रैक्ट फ्रेम वर्क रेवेन्यू की गणना में मदद करता है, इसलिए इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जाना चाहिए।

इंफ्रा स्टॉक में प्रबंधन: एक निवेशक के रूप में, आपको कंपनी के पूरे मैनेजमेंट की पूंजी संरचना, रणनीतिक दिशा, कॉर्पोरेट प्रशासन के मुद्दों और परिचालन गुणवत्ता का भी बारीकी से निरीक्षण करना चाहिए। एक बार जब आप कंपनी की गुणवत्ता और उसके एसेट लेवल का एनालिसिस कर लेते हैं, तो आपको व्यवसाय के समग्र प्रदर्शन और गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए।

इंफ़्रा कंपनियों द्वारा ऑर्डर निष्पादन: यह एक महत्वपूर्ण कारक है जो व्यवसाय की गुणवत्ता को निर्धारित करता है और गुणवत्ता जितनी बेहतर होगी, मूल्यांकन उतना ही अधिक होगा। हालांकि, ध्यान रखें कि अगर कंपनी प्रोजेक्ट्स को तेज और कुशल तरीके से चलाने में सक्षम नहीं है तो एक मोटी ऑर्डर बुक का कोई मतलब नहीं है। अधिकांश प्रोजेक्ट अब समय सीमा के साथ आती हैं और देर से वितरण के मामले में दंड का सामना करना पड़ता है।

इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में वित्तीय स्थिरता: इसके बाद, कंपनी के समेकित विवरण जिसमें उसके लाभ और हानि डेटा, बैलेंस शीट, कैश फ्लो स्टेटमेंट आदि शामिल हैं, का भी विश्लेषण निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान किया जाना चाहिए ताकि इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी की गुणवत्ता और प्रदर्शन का निर्धारण किया जा सके। एनालिसिस करने के लिए मौलिक अनुपातों में डेट-इक्विटी रेश्यो, बुक-टू-सेल प्राइस, प्राइस-टू-बुक रेश्यो, एसेट मैनेजमेंट रेश्यो और कुछ अन्य शामिल हैं।

इंफ्रास्ट्रक्चर शेयरों में डेट टू इक्विटी रेशियो: जैसा कि हमने ऊपर चर्चा की है, इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियां पूंजी गहन हैं, आप पाएंगे कि उनकी बैलेंस शीट पर उनका कर्ज थोड़ा अधिक है। यहां, आपको यह पता लगाने की जरूरत है कि कंपनी के पास उठाए गए कर्ज के संबंध में पर्याप्त रिटर्न और मुनाफा है या नहीं। इसके अलावा, आपको ब्याज कवर अनुपात को भी ध्यान में रखना चाहिए, जिसकी गणना निम्न सूत्र द्वारा आसानी से की जा सकती है:

इंटरेस्ट कवर रेश्यो = ऑपरेटिंग कैश फ्लो ÷ भुगतान की गई उधारी लागत

अगर आप पहले से नहीं जानते हैं, तो इनमें से अधिकतर अनुपात एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और इसलिए, व्यक्तिगत रूप से नहीं माना जाना चाहिए। ये अनुपात आपको एक इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के सबसे महत्वपूर्ण अतीत, वर्तमान और भविष्य के प्रदर्शन के साथ प्रदान कर सकते हैं।

याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें

1) आंख बंद करके हॉट टिप्स का पालन न करें

सोर्स कितना भी विश्वसनीय क्यों न हो, व्यक्तिगत रूप से पूरी तरह से रिसर्च किए बिना कभी भी स्टॉक मार्केटिंग टिप का आंख बंद करके पालन न करें। प्रदर्शन के साथ-साथ कंपनियों पर रिसर्च और एनालिसिस करने के बाद हमेशा शेयरों का चयन करें। जहां कुछ टिप्स आपको भारी लाभ देने के लिए काम कर सकते हैं, वहीं गलत आपको बहुत जल्दी जोखिम में डाल सकते हैं।

2) पोर्टफोलियो से हारने वाले शेयरों को हटा दें

इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि बड़ी गिरावट के बाद स्टॉक में तेजी आएगी। जान लें कि शेयर बाजार में क्या संभव है और क्या असंभव है, इसके बारे में व्यावहारिक होना बेहद जरूरी है। इसलिए, यह महसूस करने पर कि कोई स्टॉक आपके पोर्टफोलियो में खराब प्रदर्शन कर रहा है, अपनी गलती स्वीकार करें और आगे के नुकसान को रोकने के लिए इसे तुरंत बेच दें।

3) अचानक अपने निवेश बजट से आगे न बढ़ें

हालांकि यह सच है कि लंबी अवधि के निवेश अन्य प्रकार के निवेश से बेहतर हैं, आपको जल्दबाजी में अपने निवेश बजट को पार नहीं करना चाहिए। इसके बजाय, एक निश्चित राशि तय करें और इसे विभिन्न अच्छे शेयरों में निवेश करें। केवल एक स्टॉक में निवेश करने के बजाय, अपने बजट को कई अच्छे प्रदर्शन करने वाले शेयरों और शेयरों में समान रूप से विभाजित करें।

एक अवकाश गृह खरीदने की योजना? आप के लिए 8 पहेली

कठोर जीवन शैली और विस्तारित कार्य घंटों के साथ, बार-बार मिलते समय एक आदर्श बन गए हैं। होटल और गेस्टहाउसों पर भाग्य खर्च करना अच्छी समझ नहीं लेता है, बढ़िया बिलों के बारे में परेशान किए बिना एक छुट्टी घर रखने और अधिक समय बिताना बेहतर होगा। इससे पहले कि आप क्या चाहते हैं और कहाँ पर शून्य हो, इन 8 प्रश्नों को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है ताकि सुनिश्चित हो कि आप सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। आप घर कहाँ खरीदना चाहते हैं? पर्वत, समुद्र तटों या ग्रामीण इलाकों से? अवकाश गृह की आपकी अवधारणा को बहुत शुरुआत से स्पष्ट होना चाहिए जिस स्थान का आप पसंद करते हैं वह पूरी खरीदारी प्रक्रिया का सबसे केंद्रीय हिस्सा है। और ज़ाहिर है, स्थान आपके बजट के भीतर होना चाहिए। क्या क्षेत्र काफी सुरक्षित है? सुरक्षा कभी भी छुट्टी नहीं लेती क्षेत्र को बारीकी से जांचें अपराध दर का रिकॉर्ड रखें एक संपत्ति खरीदने की सुरक्षा के बारे में स्थानीय लोगों से पूछिए कितने अंतराल पर आप अपने अवकाश गृह की यात्रा करेंगे, इस पर विचार किया जाना चाहिए क्योंकि घर को सुरक्षा-जांच वाले पैरामीटर्स को पूरा करने की जरूरत है। अपने बजट में सुरक्षा और अलार्म मॉनिटरिंग सिस्टम की लागत को जोड़ें जब आप दूर हैं, तो घर का प्रबंधन कौन करेगा? अवकाश घर कीमत के साथ आता है कोई फर्क नहीं पड़ता कि कितनी बार आप अपने अवकाश गृह के लिए किरायेदारों पर विचार करने या यहां तक ​​कि जाने की योजना बनाते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप एक स्थानीय संपत्ति प्रबंधक या डीलर को नियुक्त करते हैं जो आपके घर को ठीक से बनाए रख सकते हैं यह आपको कुछ कठिन नकद खर्च कर सकता है लेकिन कोई भी टपका या रिसाव नल नहीं चाहता है आपके निवास से छुट्टी घर कितनी दूर है? आदर्श रूप से, अवकाश गृह दो-से-तीन घंटे के द्वार-दरवाजे की एक ड्राइव होना चाहिए क्योंकि आप स्थायी रूप से वहां नहीं रह रहे हैं, और किसी भी आपात स्थिति को पॉप-आउट कर सकते हैं, इसलिए तत्काल उपस्थिति आवश्यक है छुट्टी के घर आपको कितना खर्च होंगे? अवकाश गृह कुछ के लिए छोटे लग सकता है क्योंकि यह आपकी प्राथमिक संपत्ति नहीं होगी लेकिन इसके लिए एक अच्छी बजट की आवश्यकता है। संपत्ति कर, बीमा, उपयोगिताओं और रखरखाव शुल्क आपकी जेब में छेद जला सकते हैं। खर्च आपकी उम्मीदों से शायद अधिक हैं। यहां तक ​​कि जब आप आस पास नहीं होते हैं, तब भी आपको पानी, गैस, बिजली, कचरा हटाने और अन्य रखरखाव सेवाओं के लिए शुल्क लिया जाता है। छुट्टी घर का उपयोग करने के लिए आप कैसे योजना बना रहे हैं? क्या आप लंबे सप्ताहांत या एक महीने में एक बार या सालाना के दौरान यात्रा करने की योजना बना रहे हैं? आप अपने अवकाश गृह से क्या चाहते हैं इसका स्पष्ट होना चाहिए यदि छुट्टी घर केवल कुछ यात्राओं तक ही सीमित है, तो एक छोटी सी संपत्ति पर्याप्त है लेकिन अगर आप लंबे समय के उद्देश्य के लिए घर खरीद रहे हैं, जहां आप सेवानिवृत्ति के बाद रह सकते हैं तो संपत्ति को बड़ा होना चाहिए और निवेश को भी विस्तृत रूप से एक अनुसंधान की आवश्यकता है। अवकाश गृह खरीदने से पहले बहुत अच्छा समय व्यतीत करें पल के प्रोत्साहन में संपत्ति खरीदने के किसी निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान भी फैसले में कूद मत करें। वहां रहें, प्रत्येक सीज़न में कई बार जगह पर जाने का प्रयास करें। पड़ोस और अन्य इलाके की जांच करें इतना पैसा निवेश करते समय आप हर वर्ष घर बदल नहीं सकते। यहां तक ​​कि अगर आप दृश्यावली से ऊब जाते हैं, तो एक और छुट्टी घर बदलना संभव नहीं है। किराए पर छुट्टी के घर को किराए निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान पर दें किराए पर अपने अवकाश गृह को देना एक चतुर कदम है यदि ठीक से प्रबंधित किया जाता है, तो किराये विकल्प फायदेमंद साबित होगा। एक संपूर्ण शोध करें, अन्य अवकाश निवेश से पहले इन पैरामीटर्स का रखना चाहिए ध्यान गृह मालिकों से पूछें, पास के स्थानों का विश्लेषण करें। कुल गणना करें और आप कितनी बार अपने घर को किराये की संपत्ति के रूप में रख सकते हैं यह भी महत्वपूर्ण है

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