उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता

ऑस्ट्रेलिया की संसद ने भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते को मंजूरी दे दी है। भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इसे ऑस्ट्रेलिया और भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया और कहा कि इस उपलब्धि के लिए मैं दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों को बधाई देना चाहता हूं। इस समझौते की बदौलत 6000 से अधिक सेक्टरों में ड्यूटी फ्री व्यापार करने का अवसर उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता मिलेगा, जिनके लिए अभी 4 से 5 प्रतिशत सीमा शुल्क देना होता है।
FIFA World Cup 2022: कतर में होने वाले विश्व कप को लेकर बड़ा फैसला,इन नियमों पर भी देना होगा ध्यान
FIFA World Cup 2022: कतर में 20 नवंबर से प्रारम्भ होने वाले फीफा विश्व कप 2022 का काउंटडाउन जारी है और टूर्नामेंट प्रारम्भ होने से 48 घंटे पहले ही एक बड़ा निर्णय आया है . आपको बता दें कि वर्ल्ड कप के आयोजकों ने फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए उपयोग होने वाले सभी आठों स्टेडियम में ‘अल्कोहल’ (नशे वाली) वाली हर तरह की बीयर की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया है . जानकारी में यह भी पता चला कि सभी 64 मैचों में बिना नशे वाली बीयर की बिक्री होगी लेकिन नशे वाली शराब स्टेडियम से दूर रखी जाएगी .
भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते के मायने
भारत की लगभग 900 कम्पनियाँ ब्रिटेन में हैं, जबकि, ब्रिटेन की 572 कम्पनियाँ भारत में व्यापार कर रही हैं। जिसका कुल टर्नओवर क्रमश: 64 अरब डॉलर और 48 अरब डॉलर है। वहीं दोनों देश भारी सँख्या में रोजगार सृजन करते हैं।
- Jayesh Matiyal
- नवम्बर 25, 2022
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भारत ने लगभग एक दशक लम्बे ‘रेगुलेट्ड ट्रेड प्रोटेक्शन’ की नीति पर विराम लगाकर, पिछले 2 वर्षों में मॉरिशस, संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया के साथ उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता 3 मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किया है।
इसके अलावा, भारत-ब्रिटेन उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता मुक्त व्यापार समझौते पर भी बातचीत चल रही है। भारत और ब्रिटेन दोनों ही विश्व के पांचवें और छठे नम्बर की सबसे बड़ी अर्थव्यस्था हैं, साथ ही दोनों देश कॉमनवेल्थ के सदस्य हैं, इस लिहाज से भी यह समझौता बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।
क्या है मुक्त व्यापार समझौता?
यह समझौता दो या दो से अधिक देशों के उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता बीच एक व्यापारिक समझौता होता है। इसमें उत्पाद व सेवाओं को इन देशों के अन्तरराष्ट्रीय सीमाओं से व्यापारिक गतिरोध को दूर कर न्यूनतम अथवा बिना सरकारी टैरिफ, सब्सिडी, सीमा शुल्क के आयत या निर्यात किया जाता है। इससे भागीदार देशों के छोटे-बड़े उद्योगों को समान व्यापारिक अवसर मिलते हैं।
भारत व्यापारिक संरक्षण की नीति के तहत भारतीय उद्योगों, निर्माताओं को अपने वैश्विक प्रतिद्वंदियों से संरक्षण देने की आवश्यकता को समझता है।
बगैर घरेलू उत्पादक इकाईयों को सशक्त किए विदेशी कंपनियों के लिए बाज़ार खोल देना व्यापारिक असंतुलन की उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता स्थिति पैदा हो जाती है। इसका एक उदाहरण भारत-चीन व्यापारिक सम्बन्ध है।
सरकार ने कई महत्वपूर्ण नीतियों में बदलाव किए, जिनके परिणाम अब दिखने लगे हैं। आत्म-निर्भर भारत, MSME सुधार, स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया, वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट, ONDC (ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल मार्किट प्लेस), गति शक्ति जैसी योजनाओं से साथ-साथ रोड एंड इंफ्रास्ट्रक्चर में भी भारी निवेश किया जा रहा है।
भारत ब्रिटेन के लिए मुक्त व्यापार का महत्व
- ब्रेग्ज़िट के बाद ब्रिटेन पूरे यूरोप में मिल रहे मुक्त व्यापार के लाभ से वंचित हो गया। ऐसे में भारत जैसे बड़े बाज़ार ब्रिटेन के लिए बहुत जरुरी हो जाता है।
- वहीं भारत के लिए भी ब्रिटेन के बाद अन्य यूरोपीय देशों में अपने उत्पादों-सेवाओं के निर्यात और उन देशों के जरिए विदेशी निवेश के रास्ते खुलने की संभावनाएं हैं।
- ब्रिटेन पहला पश्चिमी G-7 देश है जिसके साथ भारत मुक्त व्यापार समझौता कर रहा है।
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उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता
- वर्तमान में भारत, ब्रिटेन में दूसरा जबकि ब्रिटेन भारत में छठा सबसे बड़ा निवेशक है। साल 2021-22 के दौरान दोनों देशों के बीच 17.5 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। जो पिछले वित्तीय वर्ष में हुए आपसी व्यापार (13.2 अरब डॉलर) से कहीं ज्यादा है।
- इस समझौते के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार और आपसी निवेश में भारी उछाल देखने को मिल सकता है।
Free Trade Agreement: भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते को ऑस्ट्रेलियाई संसद की मंजूरी
Free Trade Agreement: केनबरा, 22 नवंबर, भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते को ऑस्ट्रेलियाई संसद की मंजूरी मिल गयी है। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने खुद ट्वीट करके यह जानकारी दी है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रिश्तों की मजबूती: Free Trade Agreement
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रिश्तों की मजबूती को लेकर तमाम प्रयास हो रहे हैं। बीते दिनों जी-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने कहा था कि उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मुलाकात में ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच मजबूत आर्थिक सहयोग समझौते को अंतिम रूप देने पर चर्चा की है।
बड़ा फैसलाः भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर मुहर, होंगे ये फायदे
भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एफटीए को भारत के लिए जीत बताते हुए कहा कि इससे उपभोक्ताओं को प्रतिस्पर्धी कीमतों पर सामान और सेवाएं मिलेंगी। लगभग 6000 सेक्टरों में ड्यूटी फ्री कारोबार हो सकेगा। भारत से ऑस्ट्रेलिया पढ़ने जाने वाले छात्रों को वहां काम करने का भी अवसर मिलेगा।
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भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुआ मुक्त व्यापार समझौता, लाखों की संख्या में बनने वाले हैं रोजगार के अवसर
Delhi: देश को आर्थिक रूप से समृद्ध करने के लिए सरकार द्वारा कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए विदेशों के साथ भी कई समझौते किए जा रहे हैं ताकि देश न सिर्फ आर्थिक उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता तौर पर मजबूत हो बल्कि देशवासियों को भी रोजगार मिल सके। इसके लिए चलते अब सरकार की ओर से बड़ा कदम उठाया गया है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुक्त व्यापार समझौता हो चुका है। इस समझौते से भारत को भी काफी लाभ मिलने वाला है। इस न सिर्फ निवेश के अवसर पैदा होने बल्कि देश में रोजगार के अवसर भी पैदा किए जा जाने वाले हैं। आइए उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता जानते हैं खबर को विस्तार से
भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच हुआ समझौता