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Stock Rating के ये होते हैं मतलब

Stock Rating के ये होते हैं मतलब
ब्रोकरेज एंड रिसर्च फर्म समय-समय पर स्टॉक को लेकर सुझाव देती हैं. इसके तहत वे बताती हैं कि किस स्टॉक में खरीदारी करनी चाहिए और किस स्टॉक में अपनी पोजिशन को स्क्वायर ऑफ करना चाहिए. (Image- Pixabay)

Stock Rating: जानिए क्या स्टॉक रेटिंग का मतलब, समझें ब्रोकरेज फर्मों की डिक्शनरी

Stock Rating: हर प्रकार की रेटिंग के अपने खास मतलब होते हैं जिन्हें शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले जानना बहुत जरूरी है ताकि अपना पोर्टफोलियो मजबूत बना सकें.

Stock Rating: जानिए क्या स्टॉक रेटिंग का मतलब, समझें ब्रोकरेज फर्मों की डिक्शनरी

ब्रोकरेज एंड रिसर्च फर्म समय-समय पर स्टॉक को लेकर सुझाव देती हैं. इसके तहत वे बताती हैं कि किस स्टॉक में खरीदारी करनी चाहिए और किस स्टॉक में अपनी पोजिशन को स्क्वायर ऑफ करना चाहिए. (Image- Pixabay)

Stock Rating: ब्रोकरेज एंड रिसर्च फर्म समय-समय पर स्टॉक को लेकर सुझाव देती हैं. इसके तहत वे बताती हैं कि किस स्टॉक में खरीदारी करनी चाहिए और किस स्टॉक में अपनी पोजिशन को स्क्वायर ऑफ करना चाहिए. पोजिशन को स्क्वायर ऑफ करने का मतलब है कि अपनी पोजिशन को सेल कर देना. ब्रोकरेज फर्म स्टॉक को चार्ट पैटर्न पर विभिन्न इंडिकेटर और उसे प्रभावित करने वाली खबरों को मिलाकर उसे रेटिंग देती है. हर प्रकार की रेटिंग के अपने खास मतलब होते हैं जिन्हें Stock Rating के ये होते हैं मतलब शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले जानना बहुत जरूरी है ताकि अपना पोर्टफोलियो मजबूत बना सकें.

Stock Rating के ये होते हैं मतलब

  • Buy: किसी स्टॉक को यह रेटिंग दी गयी है तो इसका मतलब शेयर अगले 12 महीने में निवेश पर 15 फीसदी से अधिक रिटर्न दे सकता है यानी निवेशकों को यह स्टॉक खरीदने की सलाह दी जाती है.
  • Add: इस रेटिंग के तहत निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में मौजूद अपने किसी कंपनी के शेयरों को बढ़ाने की सलाह दी जाती है. ब्रोकरेज फर्म यह रेटिंग उन स्टॉक्स को देती है जो अगले 12 महीनों में 5-15 फीसदी तक का रिटर्न दे सकती हैं.
  • Reduce: ब्रोकरेज फर्म यह रेटिंग ऐसे स्टॉक को देती है, जिसके भाव अगले 12 महीनों में 5 फीसदी तक ही बढ़ सकते हैं या उनमें 5 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है.
  • Sell: जिन स्टॉक के भाव में अगले 12 महीने में 5 फीसदी या इससे अधिक की गिरावट की आशंका रहती है, उन्हें ब्रोकरेज फर्म ‘सेल’ रेटिंग देती हैं.
  • Not Rated (NR): यह रेटिंग उन स्टॉक्स को दिया जाता है जिसके लिए ब्रोकरेज फर्म कोई रेटिंग या प्राइस टारगेट नहीं देती हैं और रिपोर्ट सिर्फ जानकारी के लिए तैयार की जाती है.
  • RS (Rating Suspended): इसका मतलब रहता है कि स्टॉक को लेकर रेटिंग व प्राइस टारगेट सस्पेंड कर दिया गया है और जो रेटिंग व प्राइस टारगेट पहले दिया गया है, वह अब प्रभावी नहीं है. प्रयाप्त फंडामेंटल आधार के अभाव या किसी कानूनी, नियामकीय, नीतिगत वजहों से रेटिंग या प्राइस टारगेट देना संभव नहीं हो पाता है तो यह रेटिंग दी जाती है.
    (इनपुट: कोटक सिक्योरिटीज)
    (नोट: यहां लेख महज जानकारी के लिए है.)

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