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इलियट चक्र का वेव 3 क्या है?

इलियट चक्र का वेव 3 क्या है?
गंप का पात्र सुपरमैन या स्पाइडर मैन नहीं है परंतु वह आम आदमी होते हुए भी अपने जन्म की सतह से ऊपर उठकर भलाई के काम कर सकता है। यह चार्ली चैपलिन से भी अलग है। चैपलिन तो आम आदमी है, उसके पास कोई चमत्कार दिखाने की क्षमता नहीं है परंतु उसकी मानवीय करुणा लाजवाब है। फॉरेस्ट गंप सीमित दायरे में ही अवतारवादी अवधारणा का पात्र इलियट चक्र का वेव 3 क्या है? नजर आने लगता है।

 इम्पीरियल कॉलेज के महामारी विशेषज्ञ पॉल इलियट का कहना है, हमनें लोगों के बीच से रैंडम सैम्पल लेकर कोरोना के खिलाफ वैक्सीन के असर को जांचा. इसमें एसिम्प्टोमैटिक मरीजों को भी शामिल किया गया. इस रिसर्च की मदद से संक्रमित और हॉस्पिटल में भर्ती किए जाने वाले मरीजों के बीच सम्बंध को समझने की कोशिश की जा रही है. (फोटो सौ. न्यूज18 इंग्लिश)

जयप्रकाश चौकसे का कॉलम: आमिर खान की फिल्म ‘लाल सिंह चड्‌ढा’ भारतीय ‘फॉरेस्ट गंप’ है

जयप्रकाश चौकसे, फिल्म समीक्षक - Dainik Bhaskar

महामारी के प्रभावों को झेलते हुए इलियट चक्र का वेव 3 क्या है? भी लोग अपना काम करते रहे। इसी तरह फिल्मकार भी फिल्मों के इलियट चक्र का वेव 3 क्या है? लिए पटकथाएं बनाते रहे। आदित्य इलियट चक्र का वेव 3 क्या है? चोपड़ा, सलमान खान और कटरीना कैफ अभिनीत ‘टाइगर भाग-3’ की इलियट चक्र का वेव 3 क्या है? तैयारी कर रहे हैं। आमिर और करीना ने दिल्ली में ‘लाल सिंह चड्ढा’ की शूटिंग की है। आमिर खान की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ फिल्मकार रॉबर्ट ज़ेमेकिस की फिल्म ‘फॉरेस्ट गंप’ से प्रेरित प्रयास है।

गौरतलब है कि कुछ लोग किसी शारीरिक कमी के साथ जन्म लेते हैं। इन्हें अंग्रेजी भाषा में चिल्ड्रन ऑफ इलियट चक्र का वेव 3 क्या है? ए लेसर गॉड कहा जाता है। इस कमतरी के बावजूद मनुष्य अपने साहस और नेक नीयत से अवाम की भलाई के काम करता है। विपरीत हालात से जूझते हुए इलियट चक्र का वेव 3 क्या है? अपने व्यक्तित्व में छुपे हुए हुनर को खोजकर मनुष्य जीवन में सार्थकता पाता है।

ब्रिटिश रिसर्चर्स का दावा- कोरोना वैक्सीन लेने के बाद डेल्टा वायरस से 60 फीसदी तक घटता है संक्रमण का खतरा

  • News18Hindi Last Updated : August 06, 2021, 12:26 IST

 वैक्सीन के दोनों डोज लेने के बाद कोरोना के नए रूप डेल्टा वायरस से भी संक्रमण का खतरा 50 से 60 फीसदी तक घट जाता है. यह दावा इम्पीरियल कॉलेज लंदन के रिसर्चर्स ने अपनी स्टडी में किया है. रिसर्चर्स के मुताबिक, वैक्सीन न लेने वालों में संक्रमण का खतरा टीका लगवाने वालों के मुकाबले तीन गुना अधिक रहता है. रिसर्च के लिए 98,233 लोगों के घर जाकर सैम्पल लिए गए. 24 जून से 12 जुलाई के बीच सैम्पल की पीसीआर टेस्टिंग की गई. इनमें से 527 लोग पॉजिटिव आए. इन 527 पॉजिटिव सैम्पल में से 254 सैम्पल में मौजूद वायरस की उत्पत्ति को समझने के लिए दोबारा लैब में जांच की गई. रिपोर्ट में सामने आया कि इन सैम्पल्स में 100 फीसदी तक डेल्टा वायरस था. (फोटो सौ. न्यूज18 इंग्लिश)

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