सामूहिक निवेश क्या है

गोल्ड म्यूचुअल फंड्स
फर्मों में पैसा जमा करते समय सतर्कता बरतें आम निवेशक : रिजर्व बैंक
फर्जी निवेश योजनाओं के अनेक मामले सामने आने के बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को निवेशकों से कहा कि वे गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) सहित अन्य वित्तीय फर्मों में पैसा जमा कराने से पहले अपने फैसले पर सतर्कता से सोच विचार करें।
केंद्रीय बैंक ने निवेशकों के लिए इस बारे में परामर्श सारदा घोटाले जैसी उन कई घटनाओं के सामने आने के बीच जारी किया है जिनमें हजारों निवेशकों को चूना लगाया गया है।
रिजर्व बैंक ने निवेशकों को बताया है कि किसी वित्तीय फर्म द्वारा गैर कानूनी रूप से पैसे जमा कराने या जमाओं का भुगतान नहीं किए जाने की शिकायत वे कहां कर सकते हैं। बैंक ने कहा है कि निवेशक किसी भी एनबीएफसी में पैसा जमा कराने से पहले उसकी वेबसाइट पर यह देख सकते हैं कि वह उसके यहां पंजीबद्ध है या नहीं।
इसके अलावा वे बाजार से 'सामूहिक निवेश क्या है अनाप शनाप' अधिक ब्याज दर या निवेश पर रिटर्न की पेशकश के प्रति भी सचेत रहें। फिलहाल एनबीएफसी किसी जमाकर्ता को 12.5 प्रतिशत से अधिक ब्याज दर की पेशकश नहीं कर सकती। हालांकि रिजर्व बैंक इस सीमा में बदलाव करता रहता है।
ठगी के खिलाफ
जनसत्ता 24 सितंबर, 2014: अपने ढाई दशक के इतिहास में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड यानी सेबी को कई तरह की वित्तीय अनियमितताओं से जूझना पड़ा है और इन अनुभवों के कारण उसके अधिकार बढ़ाए गए हैं। अब एक बार फिर इस नियामक संस्था की ताकत में इजाफा किया गया है ताकि लाखों छोटे निवेशकों को धोखाधड़ी से बचाया जा सके। इस मकसद से लाए गए विधेयक को संसद की मंजूरी मिल गई है। सेबी को नए अधिकार देने का कानूनी उपाय और पहले हो जाना चाहिए था। अब देर से ही सही, एक जरूरी कदम उठाया गया है। संशोधित कानून के जरिए सामूहिक निवेश वाली विभिन्न स्कीमों को सेबी के नियमन के दायरे में लाया गया है। सेबी को संदिग्ध निकाय या कंपनी से देश और देश के बाहर सूचना मांगने और तलाशी लेने की शक्ति दी गई है। उसे जांच के सिलसिले में कॉल डाटा रिकार्ड मंगाने का अधिकार दिया गया है। अलबत्ता फोन टैप करने का अधिकार उसे नहीं होगा, यह केवल टेलीग्राफ कानून के प्रावधानों के मुताबिक ही हो सकता है। सेबी कोई भी तलाशी मुंबई स्थित निर्धारित अदालत से मंजूरी के बाद ही कर सकेगा।
2017 में सोने में कैसे निवेश करें?
वर्ष 2016 ने हमें अप्रत्याशित परिस्थितियों के लिए तैयार रहना सिखाया। चाहे वह ब्रेक्सिट, नोटबंदी का कदम या POTUS के रूप में ट्रम्प हो, वास्तविकता व्यापक अपेक्षाओं से बहुत दूर थी। 2017 निश्चित रूप से स्वयं अपने अवसर और चुनौतियाँ पेश करेगा, तो ऐसे मैं एक आदर्श निवेश क्या हो सकता है?
यहाँ कुछ विकल्प दिए गए हैं जिनपर आप अच्छी तरह से सामूहिक निवेश क्या है संतुलित निवेश पोर्टफ़ोलियो बनाने के बारे में सोच सकते हैं, जिसमें सोने को एक ऐसी बहुमूल्य चीज़ के रूप में शामिल किया गया है जो संदेह के माहौल के बावजूद आपकी संपत्ति को सुरक्षित रखती है और उसे बढ़ाती है।
सोने के सिक्के
परिसंपत्ति के रूप में सोने के सिक्कों के प्रति आकर्षण, इसकी असीमित मात्रा और अवधियों में खरीद की आसानी, नकदीकरण की आसानी और लचीलेपन की वजह से होता है। सोने के सिक्कों को आसानी से कभी भी जेवर के रूप में बिना किसी मेकिंग चार्ज के बदला जा सकता है।
पावर ग्रिड का InvIT IPO खुला: 3 मई तक निवेश के जरिए कर सकते हैं मोटी कमाई, शेयर बाजार में 17 मई को होगी लिस्टिंग
यदि आप शेयर बाजार में निवेश के जरिए मोटी कमाई करना चाहते हैं तो यह खबर आपके काम की है। पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की सब्सिडियरी पावर ग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट (PowerGrid सामूहिक निवेश क्या है Infrastructure Investment Trust) का इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO आज से खुल रहा है। आइए आपको बताते हैं कि आप इस IPO में कब तक निवेश कर सकते हैं.
कब तक खुला रहेगा IPO?
शेयर बाजार पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, पावर ग्रिड का InvIT IPO 29 अप्रैल से 3 मई तक खुला रहेगा। यानी आप इसमें 3 मई तक निवेश कर सकते हैं। शेयर 10 मई को अलॉट किए जाएंगे। जब 11 मई को आपके डीमैट खाते में शेयर आ जाएंगे। शेयर बाजार में इस IPO की लिस्टिंग 17 मई को होगी।
6 करोड़ नौकरीपेशा लोगों के लिए बड़ी खबर, PF अकाउंट में आ सकता है ज्यादा पैसा
Employees Provident Fund Organization-EPFO: नौकरीपेशा लोगों के प्रॉविडेंट फंड (Provident Fund-PF) से जुड़ी नई अपडेट सामने आ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कर्मचारी भविष्य निधि संगठन जल्द ही इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट्स (InvITs) में अपनी जमा का एक हिस्सा निवेश के तौर पर शुरू कर सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए निवेश को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकती है. इसके अलावा EPFO की ओर से किए जाने वाले निवेश के दायरे में भी बढ़ोतरी हो सकती है. बता दें कि मौजूदा समय में EPFO गवर्नमेंट सिक्योरिटीज, बॉन्ड्स और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) में निवेश करता है.