सभी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में

इसके अलावा, क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रत्येक सिक्के में प्रोग्राम या कोड की एक अनूठी लाइन होती है। इसका मतलब है कि इसे कॉपी नहीं किया जा सकता है, जिससे उन्हें ट्रैक करना और पहचानना आसान हो जाता है।
Bitcoin: यहां बनने जा रही दुनिया की पहली बिटकॉइन सिटी, ज्वालामुखी सभी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में से होगा पावर स्पलाई, टैक्स से लोगों को राहत
नई दिल्ली। दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के बारे में सभी जानते हैं। अब भारत में भी लाखों लोग इस क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं। हालांकि करेंसी की उथल-पुथल होती कीमतों की वजह से निवेशकों की परेशानी काफी बढ़ रही है। लेकिन अभी तक इस क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले लाखों-करोंड़ों लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। दरअसल दक्षिण अमेरिकी देश अल सल्वाडोर में दुनिया में पहली ‘बिटकॉइन सिटी’ बनाए जाने की योजना बनाई जा रही है।
क्रिप्टोकरेंसी समाजशास्त्रियों के अध्ययन का नया विषय बना, सभी सरकारें इसे लेकर हैं भ्रमित
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भारत सहित दुनिया भर के देश भ्रमित और आशंकित हैं, इसे हर सरकार नापसंद करती है। बिटकॉइन जैसे अनेक क्रिप्टोकरेंसी को समझना थोड़ा जटिल है, यह पिछले कुछ वक्त में जंगल की आग की तरह फैला है हर एक व्यक्ति या तो इसमें निवेश कर रहा है या फिर इसके बारे में चर्चा कर रहा है।
भारत के अंदर कई छोटी-बड़ी कंपनियां क्रिप्टोकरेंसी को सुरक्षित और फायदेमंद बता कर लोगों को निवेश करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, लेकिन ऐसी भी खबरे आई है कि साइबर लुटेरे क्रिप्टोकरेंसी में फिरौती ले रहे हैं। क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से अनेक अपराधिक गतिविधियां तेज होती नजर आ रही हैं, क्योंकि यह करेंसी सरकार की पहुंच में नहीं है।
सभी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में
एक शब्द जो आज कल हर किसी के जुबान पर सभी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में छाया हुवा है, वह है, Cryptocurrency तो आख़िर क्रिप्टोकरेंसी किसे कहते हैं, यह क्या होता है। इस पोस्ट में हम क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े आपके इन सभी सवालों के जवाब देने जा रहे हैं, जहाँ आपको Cryptocurrency के बारे में काफी जानकारी प्राप्त हो जाएगी और साथ ही आप यह भी जान जाएंगे की cryptocurrency को कैसे खरीदा जाता है।
दोस्तों यह डिजिटल युग चल रहा है, जहाँ हर चीज, हर सुविधा डिजिटल रूप में मौजूद है, उसी प्रकार पैसा भी अब डिजिटल हो चला है, यानि अब पैसा सिर्फ वही नहीं है, जो आप अपने बैंक में रखते हैं, या अपने जेब में संभाल कर रखते हैं।
Cryptocurrency के बारे में जानकारी | Cryptocurrency information in Hindi
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल मुद्रा है, इसे वर्चुअल करेंसी भी कहा जाता है, लेकिन सवाल यह है, की आख़िर वर्चुअल करेंसी होती क्या है। जिस प्रकार हम एक आम करेंसी जैसे की रूपये को अपने बैंक में रखते हैं, उसे छू सकते हैं, या अपनी जेब में रख कर एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जा सकते हैं, उससे ठीक उलट वर्चुअल करेंसी यानि की क्रिप्टोकरेंसी में ऐसा कुछ भी नहीं किया जा सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी को ना आप छू सकते हैं, ना बैंक में जमा करवा सकते हैं, और ना ही एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जा सकते हैं, क्योंकि यह करेंसी डिजिटल रूप में मौजूद होती है, यानि इस डिजिटल मुद्रा को सिर्फ अपने कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल फोन द्वारा ही देखा जा सकता है, या इसका उपयोग किया जा सकता है।
जहाँ एक आम मुद्रा को देश की सरकार या केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किया जाता है, थता उसे सरकारी व्यवस्था और लोगों द्वारा मान्यता प्राप्त होती है, वहीँ क्रिप्टोकरेंसी को ना ही किसी देश की सरकार या केंद्रीय बैंक जारी करता है, और ना ही इसे किसी सरकारी व्यवस्था द्वारा मान्यता प्राप्त होती है, यानि क्रिप्टोकरेंसी में किसी भी संस्था या अथॉरिटी का कोई भी हस्तक्षेप नहीं होता है।
India में Cryptocurrency कैसे खरीदें | How to buy cryptocurrency in Hindi
ऊपर दी गई जानकारी को पढ़कर निश्चित ही आपको cryptocurrency के बारे में काफी कुछ पता चल गया होगा, यदि आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं, और इसके process को समझना चाहते हैं, तो चलिए हम आपको बताते हैं। पहली बात जिसका आपको हमेशा ध्यान रखना है, की यदि आप क्रिप्टोकरेंसी में बिलकुल नए हैं, और ऐसी सोच रखते हैं, की आप बस इसमें पैसा लगाएंगे और मालामाल हो जाएंगे तो ऐसा बिलकुल भी नहीं होने वाला है।
यह मार्किट भी शेयर मार्किट की ही तरह सभी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में है, जहाँ हर एक कोइन की कीमत ऊपर नीचे होती रहती है, जरुरी नहीं की जो कॉइन आपने आज ख़रीदा है, वह रातो रात आपको मुनाफा कमा कर देगा, बल्कि इस मार्किट में बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है, और हमेशा अपडेट रहना पड़ता है, तो यदि आप इन सब खतरों को समझते हैं, तो ही क्रिप्टोकरेंसी में अपना पैसा लगाएं। अपनी शुरुवात कम investment के साथ करें, ताकि आप धीरे-धीरे चीजों को समझ सकें और आपको किसी प्रकार का नुकसान भी ना उठाना पड़े।
Cryptocurrency में निवेश का बना लिया है मन तो Crypto 101 के बारे में जान सभी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में लें सबकुछ, वरना हो सकती है दिक्कत!
क्रिप्टोकरेंसी के लिए फिलहाल भारत में कोई कानून नहीं है।
महब कुरैशी. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जिसकी सबसे बड़ी वजह है कि, इसमें शेयर बाजार के विपरीत तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। ऐसे में बहुत से लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करके बड़ा लाभ कमाया है। वहीं जिन लोगों ने अभी तक इसमें कभी निवेश नहीं किया है। अब वह भी बिटकॉइन, डॉगकोइन और एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं। आपको बता दें क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत हुए अभी केवल 10 साल ही पूरे हुए है। लेकिन इसके बावजूद इसमें लोगों की रूचि दिन दूनी रात चौगनी बढ़ रही है। ऐसे में अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं। तो सभी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में आपको इस खबर को पूरा पढ़ना चाहिए। क्योंकि इसके बिना आपको तकड़ा नुकसान हो सकता है।
आतंकी हिंसा के लिए बढ़ रहा वर्चुअल संपत्तियों का उपयोग
आतंकवाद के वित्त पोषण को टेरर से बड़ा खतरा बताते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि इसे किसी धर्म, राष्ट्रीयता या समूह से नहीं जोड़ा जा सकता है और ना ही जोड़ा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आतंकवादी हिंसा करने, युवाओं को कट्टरपंथ की ओर धकेलने और वित्तीय संसाधन जुटाने के लिए लगातार नए तरीके खोज रहे हैं. इसके लिए वे साइबर अपराध के उपकरणों का इस्तेमाल कर और अपनी पहचान छिपाकर कट्टरपंथ की सामग्री फैला रहे हैं. अमित शाह ने साथ ही कहा कि क्रिप्टोकरेंसी जैसी वर्चुअल संपत्तियों का उपयोग भी बढ़ रहा है और साइबर अपराध के उपकरणों के माध्यम से होने वाली गतिविधियों के तौर-तरीकों को भी समझना होगा तथा उसके उपाय ढूंढ़ने होंगे.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि आतंकवाद वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा है. हालांकि, मेरा मानना है कि आतंकवाद का वित्तपोषण आतंकवाद से भी ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि इस तरह सभी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में के वित्तपोषण से आतंकवाद के साधन और तरीके पोषित होते हैं. इसके अलावा, आतंकवाद का वित्तपोषण दुनिया के देशों की अर्थव्यवस्था को कमजोर करता है. उन्होंने कहा कि हम यह भी मानते हैं कि आतंकवाद का खतरा किसी धर्म, राष्ट्रीयता या किसी समूह से जुड़ा नहीं हो सकता है और न ही होना चाहिए. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का डायनामाइट से मेटावर्स और एके-47 से वर्चुअल एसेट्स तक का परिवर्तन, दुनिया के देशों के लिए निश्चित ही चिंता का विषय है. अमित शाह ने सभी देशों से साथ मिलकर इसके खिलाफ साझा रणनीति तैयार करने का आह्वान किया.
पाकिस्तान-चीन पर अमित शाह ने परोक्ष रूप से बोला हमला
अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत ने सुरक्षा ढांचे के साथ-साथ कानूनी और वित्तीय प्रणालियों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है. उन्होंने कहा कि यह हमारे निरंतर प्रयासों का परिणाम है कि भारत में आतंकवादी घटनाओं में अत्यधिक कमी हुई है और इसके परिणामस्वरूप आतंकवाद के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान में भी भारी कमी हुई है. पाकिस्तान और चीन पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए सभी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अमित शाह ने कहा कि दुर्भाग्य से कुछ देश ऐसे भी हैं, जो आतंकवाद से लड़ने के लिए सामूहिक प्रयासों को कमजोर और नष्ट करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि कुछ देश आतंकवादियों का बचाव करते हैं और उन्हें पनाह भी देते हैं. आतंकवादी को संरक्षण देना, आतंकवाद को बढ़ावा देने के बराबर है. यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि ऐसे तत्व और ऐसे देश, अपने इरादों में कभी सफल न हो सकें.
अफगानिस्तान में सत्ता परिवर्तन का जिक्र करते हुए शाह ने कही ये बात
अफगानिस्तान में हुए सत्ता परिवर्तन का उल्लेख करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 21 अगस्त, 2021 के बाद दक्षिण एशिया में स्थिति बदल गई है और अल-कायदा व आईएसआईएस का बढ़ता प्रभाव क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती के रूप में उभर कर सामने आया है. उन्होंने कहा कि इन नए समीकरणों ने आतंकी वित्त पोषण की समस्या को और अधिक गंभीर बना दिया है. तीन दशक पूर्व ऐसे ही एक सत्ता परिवर्तन के गंभीर परिणाम पूरी दुनिया को सहने पड़े और अमेरिका के 9/11 जैसे भयंकर हमले को हम सभी ने देखा है. उन्होंने कहा कि इस पृष्ठभूमि में पिछले साल दक्षिण एशिया क्षेत्र में हुआ परिवर्तन सभी के लिए चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि अल कायदा के साथ-साथ दक्षिण एशिया में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे गुट बेखौफ होकर आज भी आतंक फैलाने की फिराक में हैं.
आतंकवाद से निपटने के प्रभावी तरीकों का किया जिक्र
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत का मानना है कि आतंकवाद से निपटने का सबसे प्रभावी तरीका अंतरराष्ट्रीय सहयोग और राष्ट्रों के बीच रियल-टाइम तथा पारदर्शी सहयोग ही है. अमित शाह ने कहा कि वैश्विक स्तर पर मादक पदार्थों के अवैध व्यापार के उभरते चलन और नार्को-आतंकवाद जैसी चुनौतियों से आतंकवाद के वित्तपोषण को एक नया आयाम मिला है. उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए सभी राष्ट्रों के बीच इस विषय पर घनिष्ठ सहयोग की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसी बहुपक्षीय संस्थाएं और फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) जैसे आम सहमति वाले मंचों की मौजूदगी आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने में सबसे अधिक प्रभावी हैं. उन्होंने कहा कि एफएटीएफ धन शोधन और आतंकवादियों के वित्तपोषण को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.