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शेयर्स से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न

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Byju’s Case Study in Hindi: जानिए byju’s की Success स्टोरी [2022]

आप सभी को मेरा नमस्कार कैसे है आप सभी आशा करता हूँ की आप सभी ठीक और एक दम स्वस्थ होंगे आज हम जिस विषय के बारे में बताने जा रहे है आप में से बहुत से लोगो ने उसके बारे में सुना होगा। आज हम चिर परिचित Byju’s के बारे में चर्चा करेंगे यानि की Byju’s case Study in Hindi, जानिए byju’s की Success स्टोरी तो चलिए बढ़ते है अपने विषय के ओर।

Table of Contents

What is Byju’s? (Byju’s क्या है?)

आप सभी ने कही न कही इसके बारे में जरूर सुना होगा ऐसे मई जो लोग नहीं जानते की Byju’sक्या है तो परेशान न हो इस प्रश्न का उतर आपको हम देंगे।

Byju’s का नाम आप जब भी सुनते होंगे तो आप के सामने shahruk khan आते होंगे क्युकी Byju’s के लिए Mr. shahruk khan प्रचार करते है या आप ये भी कह सकते है की shahrukh khan एक प्रकार से Byjus के Market face है।

पर में आपको बता दूँ की byju’s एक बहुरास्ट्रीय शैक्षिक कंपनी है। जिसका मुख्यालय बेंगलौर में है इसका मुख्या उद्देश्य है हर किसी को अच्छी शिक्षा प्रदान करना है।

Who is the Founder of Byju’s? (Byju’s के संस्थापक कौन है ?)

हम सभी ने ये तो जान लिए की byju’sक्या है और अब हम आप को बताने जा रहे हैउनका नाम जिन्होंने इसकी स्थापना की तो ममें आपको बात दू की Byju’sकी स्थापना सन 2011 में byju रवीन्द्रन शेयर्स से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और दिव्या गोकुलनाथ ने मिल कर की थी।

इसके अलावा आपको बता दू की Byju’s इस विश्व की सबसे मूल्यवान Educational technology कंपनी है।

और रिपोर्ट्स की मने तो जून 2021 तक Byju’s की कीमत 1000 rs आंकी गयी थी।

Marketing Strategy of Byju’s?

ऐसा शायद ही कोई होगा जिसे Byju’s की सफलता के बारे में पता न हो पर क्या आप ये जानते है की उनकी सफलता का क्या राज़ है किसी भी काम को सफल बनाने के लिए एक योजना होनी जरुरी है।

तभी आप किसी काम को सफल बना सकते हैऔर ठीक वही किया Byju’sने उन्होन अपने ज्ञान और साहस के साथ साथ किस्मे अपनी योजना भी लगाई क्युकी ये एक Education से सम्बंधित रह में अपना भविष्य आजमा रहे थे।

तो इन्होने सोचा की क्यों न हम इस बारे में बच्चो के माता पिता को समझाये और ऐसे कुछ Campaign चालाये जिससे की बच्चे और उनके माता पिता शिक्षा का महत्व समझे।

और धीरे धीरे उनकी ये म्हणत रंग लाई और उनकी प्रतिदिन की App downloding 9k से सीधे 50k तक पहुंच गई।

और अब आप भी जानते है की Byju’s एक ऐसा नाम बन चूका है जो छात्रों के सपनो को पूरा करता है उन्हें सही राहे दिखता है।

Total employees of Byju’s?

क्या आप जानते है की Co -founder मिला कर byju’s में सिर्फ 21 शेयर्स से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न ही Employee है और Byju’s के पास onboard 600 टीचर है।

What is Byju’s Education system? (Byju’s शिक्षा प्रणाली क्या है?)

यह एक Online learning application है. जहाँ class KG शेयर्स से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न से 12 तक की Online Class पढाई जाती है

और साथ में IAS, CAT, GMAT, GRE Exam की तैयारी भी कराई जाती है. Byju’s App की मदद से आप घर बैठे Study से सम्बंधित हजारों Videos देख सकते हैं, जो आपकी पढाई को और अधिक आसान बनाते हैं। और आप को अपने आने वाले भविष्य के लिए एक अच्छी शिक्षा प्रदान करते है।

और इन सब का श्रेय उन सभी को जाता है जो byju’s के माध्यम से आप सभी को सफल और शशक्त बनाते है।

Byju’s Teachers Vacancies? (byju’s शिक्षक भर्ती?)

आज जैसे जैसे byju’s अपनी जगह छात्रों और उनके परिवार के बिच बना पा रहा है वो सब सिर्फ और सिर्फ byju’s के साथ जुड़े हुए वो तमाम लोगो की मेहनत का नतीजा है।

ऐसे में आप सभी को पता है की शिक्षक की कितनी जरुरत है अगर आप चाहेतो byju’s के साथ जुड़ कर अच्छी कमाई भी कर सकते है और byju’s इसका मौका भर्ती निकल कर देते है

अगर आप भी चाहे तो आवेदन कर सकते है byju’s अपनी vacancy कई प्लेटफार्म पर साझा करते है जैसे की indeed.com इत्यादि।

What is the valuation of Byju’s? (Byju’s की valuation कितनी है?)

आंकड़ों के अनुसार मार्च 2021 में 3,328 करोड़ से ज़्यादा की फ़ंडिंग पाकर Byju’s का वैल्यूएशन 95,000 करोड़ रुपये का हो गया था।

जो की अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और साथ ही byju’s रवीन्द्रन की सोच जो आज भारत के बच्चो की अशिक्षिता को दूर कर रहे है अपने Byju’s App के माध्यम से।

Byju’s Learning App Download? (byju’s Learning App कैसे डाउनलोड करे?)

इसके बारे में जान कर आपभी बहुत उत्सुक होंगे की कैसे हम इसका लाभ ले सकते है हम क्या करे तो चलिए में बताता हूँ।

सब से पहले अपना mobile phone लीजिये और नेट चालू करने के बाद आप playstore पर जाइये और type कीजिये byju’s app बस आप आसानी से उसे Download कीजिये और जैसे ही आप उसे Download करते है।

कुछ जरुरी Steps के बाद आप अपना स्तर चुनिए की आप कोण से क्लास में पढ़ते है और क्या पढ़ना चाहते है। बस इतना ही आसान है ये।

How Many Partners of Byju’s? (Byju’s के सहयोगी कौन कौन है?)

चलिए आपको बताते है की Byju’s के साथ कितने सहयोगी है जो Byju’s के साथ जुड़ कर आप की सेवा में लगे है।

f Osmo, EPiC, Tynker, White Hat Jr, Aakash, Great Learning, Gradeup, and GeoGebra.

ये कुछ सहयोगी है जो आप सभी की सेवा में लगे है Byju’sके साथ।

(निष्कर्ष)

आशा करता हूँ की मै Byju’s के बारे में समझाने में सफल रहा हूँ आपको जहा तक हो सके हम ने आप को विस्तृत रूप से समझने की कोशिश की है।

और आप रूचि ले कर पढ़ रहे है तो हम सफल हो चुके है अपनी कोशिश में अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी में कोई खामी लगी हो या आप हमें कुछ सुझाव देना चाहे तो आप हम से Email के माध्यम से संपर्क कर सकते है।

मेष राशि में सूर्य उच्च का हो तो व्यक्ति बनता है यशस्वी और धनवान

किसी जातक के जन्मांग चक्र को कोई भी ग्रह दो प्रकार से प्रभावित करता है, एक तो राशिगत एवं दूसरा भावगत प्रभाव। जन्मांग चक्र में क्रमवार 12 राशियां पड़ती हैं। जिस राशि में जो ग्रह उपस्थित रहता है, वो ही.

मेष राशि में सूर्य उच्च का हो तो व्यक्ति बनता है यशस्वी और धनवान

किसी जातक के जन्मांग चक्र को कोई भी ग्रह दो प्रकार से प्रभावित करता है, एक तो राशिगत एवं दूसरा भावगत प्रभाव। जन्मांग चक्र में क्रमवार 12 राशियां पड़ती हैं। जिस राशि में जो ग्रह उपस्थित रहता है, वो ही उसके राशिगत प्रभाव का कारण बनता है। इसी प्रकार जन्म कुण्डली में 12 भाव होते हैं, प्रथम भाव को लग्न भाव माना गया हैं। इन भावों के ग्रह स्वामी भी होते हैं एवं ये गृह अपना भाव स्थल छोड़कर अनीस भाव में भी चले जाते हैं। एक ही भाव में दो या दो से अधिक गृह भी स्थित हो सकते हैं। जो ग्रह जिस भाव में होता है उसी के अनुसार फलित प्रदान करता है। जानिए किस राशि में क्‍या फल देता है सूर्य ग्रह।

मेष राशि- जातक की जन्म कुण्डली में सूर्य ग्रह मेष राशि में विद्यमान होने से सम्बंधित जातक शारीरिक रूप से दुबला-पतला किन्तु चौड़े कन्धों वाला होता है। उसकी आंखें भूरापन लिए होती हैं। ऐसा जातक आत्मबल से भरपूर, सत्य वचन कहने वाला, गंभीर एवं धीरू, प्रतापी एवं महत्वाकांक्षी का होता है। ऐसे जातक के मित्र अधिक संख्या में होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष राशि में सूर्य उच्च का माना जाता है, अतः जातक यशस्वी एवं धनवान होता है। ऐसा जातक पित्त सम्बन्धी विकारों एवं उदर रोग से पीड़ित रहता है।

वृष राशि- जातक की जन्म कुण्डली में सूर्य ग्रह वृष राशि में विद्यमान होने से सम्बंधित जातक का स्वभाव स्त्रीद्वेषी होने से वह अपना दाम्पत्य जीवन क्लेशपूर्ण बना लेता है। यही नहीं ऐसा जातक पर स्त्री गमन में भी रुचिकर होता है। सूर्य ग्रह वृष राशि में विद्यमान होने से जातक स्वाभिमानी, व्यवहार कुशल एवं शांत प्रवृत्ति का होता है। ऐसा जातक संगीत, वस्त्रों, आभूषणों एवं इत्र आदि सुगंधित वस्तुओं में विशेष रूचि रखता है। ऐसा जातक मुख सम्बंधित रोगों से ग्रस्त रहता है एवं उसे बचपन में चोट आदि लगने का अंदेशा रहता है।

मिथुन राशि- जातक की जन्म कुण्डली में सूर्य ग्रह मिथुन राशि में विद्यमान होने से सम्बंधित जातक नीतिज्ञ, गणितज्ञ एवं ज्योतिष और इतिहास विषय में रूचि रखने वाला होता है। उसकी स्मरण शक्ति बहुत तीव्र होती है। ऐसा जातक वाकपटुता में निपुण, मधुर वाणी बोलने वाला एवं नम्र स्वभाव वाला होता है। ऐसा जातक सट्टा, लाटरी, शेयर्स से धन अर्जित करता है किन्तु ऐसे जातक का दाम्पत्य जीवन क्लेशपूर्ण रहता है एवं उसे स्त्री सुख सही रूप में नहीं मिल पाता।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)

मेष राशि में सूर्य उच्च का हो तो व्यक्ति बनता है यशस्वी और धनवान

किसी जातक के जन्मांग चक्र को कोई भी ग्रह दो प्रकार से प्रभावित करता है, एक तो राशिगत एवं दूसरा भावगत प्रभाव। जन्मांग चक्र में क्रमवार 12 राशियां पड़ती हैं। जिस राशि में जो ग्रह उपस्थित रहता है, वो ही.

मेष राशि में सूर्य उच्च का हो तो व्यक्ति बनता है यशस्वी और धनवान

किसी जातक के जन्मांग चक्र को कोई भी ग्रह दो प्रकार से प्रभावित करता है, एक तो राशिगत एवं दूसरा भावगत प्रभाव। जन्मांग चक्र में क्रमवार 12 राशियां पड़ती हैं। जिस राशि में जो ग्रह उपस्थित रहता है, वो ही उसके राशिगत प्रभाव का कारण बनता है। इसी प्रकार जन्म कुण्डली में 12 भाव होते हैं, प्रथम भाव को लग्न भाव माना गया हैं। इन भावों के ग्रह स्वामी भी होते हैं एवं ये गृह अपना भाव स्थल छोड़कर अनीस भाव में भी चले जाते हैं। एक ही भाव में दो या दो से अधिक गृह भी स्थित हो सकते हैं। जो ग्रह जिस भाव में होता है उसी के अनुसार फलित शेयर्स से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न प्रदान करता है। जानिए किस राशि में क्‍या फल देता है सूर्य ग्रह।

मेष राशि- जातक की जन्म कुण्डली में सूर्य ग्रह मेष राशि में विद्यमान होने से सम्बंधित जातक शारीरिक रूप से दुबला-पतला किन्तु चौड़े कन्धों वाला होता है। उसकी आंखें भूरापन लिए होती हैं। ऐसा जातक आत्मबल से भरपूर, सत्य वचन कहने वाला, गंभीर एवं धीरू, प्रतापी एवं महत्वाकांक्षी का होता है। ऐसे जातक के मित्र अधिक संख्या में होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष राशि में सूर्य उच्च का माना जाता है, अतः जातक यशस्वी एवं धनवान होता है। ऐसा जातक पित्त सम्बन्धी विकारों एवं उदर रोग से पीड़ित रहता है।

वृष राशि- जातक की जन्म कुण्डली में सूर्य ग्रह वृष राशि में विद्यमान होने से सम्बंधित जातक का स्वभाव स्त्रीद्वेषी होने से वह अपना दाम्पत्य जीवन क्लेशपूर्ण बना लेता है। यही नहीं ऐसा जातक पर स्त्री गमन में भी रुचिकर होता है। सूर्य ग्रह वृष राशि में विद्यमान होने से जातक स्वाभिमानी, व्यवहार कुशल एवं शांत प्रवृत्ति का होता है। ऐसा जातक संगीत, वस्त्रों, आभूषणों एवं इत्र आदि सुगंधित वस्तुओं में विशेष रूचि रखता है। ऐसा जातक मुख सम्बंधित रोगों से ग्रस्त रहता है एवं उसे बचपन में चोट आदि लगने का अंदेशा रहता है।

मिथुन राशि- जातक की जन्म कुण्डली में सूर्य ग्रह मिथुन राशि में विद्यमान होने से सम्बंधित जातक नीतिज्ञ, गणितज्ञ एवं ज्योतिष और इतिहास विषय में रूचि रखने वाला होता है। उसकी स्मरण शक्ति बहुत तीव्र होती है। ऐसा जातक वाकपटुता में निपुण, मधुर वाणी बोलने वाला एवं नम्र स्वभाव वाला होता है। ऐसा जातक सट्टा, लाटरी, शेयर्स से धन अर्जित करता है किन्तु ऐसे जातक का दाम्पत्य जीवन क्लेशपूर्ण रहता है एवं उसे स्त्री सुख सही रूप में नहीं मिल पाता।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)

RTA FULL FORM

RTA FULL FORM के इस ब्लॉग में आप RTA के सम्बन्ध में पूरी जानकारी हासिल कर पाएंगे। ये रोड और ट्रैफिक से सम्बन्ध रखने वाला शब्द है। हम रोजमर्रा के जीवन में रोड और उससे जुड़े ट्रैफिक से जूझते हैं। मुख्यतः हम रोड और ट्रैफिक से ही इस RTA शब्द को जोड़ते हैं। पर इस शब्द का एक व्यापक रूप भी हमें देखने को मिलता है। इस शब्द का उपयोग हम मेडिकल, ऑथोपेडिक, आईपीओ, लॉ, इन्शुरन्स तथा demat आदि में भी करते हैं।

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RTA FULL FORM IN MEDICAL

RTA शब्द का जब हम चिकित्सा जगत के सन्दर्भ में बात करते हैं तब ये प्रश्न हमेशा ही सुनने को मिलता है कि What is an RTA in the medical field? तो आइये हम चिकित्सा जगत में इस शब्द के अर्थ को विस्तार से समझते हैं।

RTA in medicalRenal tubular acidosis (RTA)

ये Kidney ( गुर्दे ) से जुड़ी बीमारी है। किडनी हमारे शरीर का बेहद जरुरी अंग है। किडनी के कार्य में एक महत्वपूर्ण कार्य हमारे मूत्र से एसिड को बहार निकलना भी होता है पर किसी कारणवस गुर्दा अपना कार्य सठिक ढंग से नहीं करता जिसके कारण शरीर के रक्त में एसिड का स्तर बहुत बढ़ जाता है। इसी बड़े हुए एसिड के स्तर को एसिडोसिस ( acidosis ) कहा जाता है।

ये बीमारी आपको तीन टाइप में देखने को मिलती है। ये सभी थीं टाइप निम्नलिखित है।

टाइप 1- इस टाइप में नलिकाओं के बाहर और अंत में कुछ समस्या देखने को मिलती है। इसे डिस्टल आरटीए भी कहते हैं।

टाइप 2 – इस टाइप में नलिकाओं के ठीक शुरुआत या सबसे सामने के भाग में कोई समस्या उत्पन्न हो जाती है। इस टाइप को समीपस्थ आरटीए भी कहते हैं।

टाइप 4– इस टाइप में पोटाशियम का बहुत बड़ा योगदान होता है। इस पोटाशियम को हमारी नलिकाएं शरीर से बाहर नहीं निकल पाती तो शरीर में एसिड, रक्त में घुलता चला जाता है। ये बहुत ही हानिकारक होता है। इस टाइप में गुर्दा एसिड नहीं नक़ल पाता है।

भारत में MBBS डॉक्टर कैसे बनते हैं? – सम्पूर्ण जानकारी

RTA FULL FORM IN ORTHOPEDIC

RTA FULL FORM in Orthopedic – Radiographic Texture Analysis (RTA)

इसे हिंदी में रेडियोग्राफिक बनावट विश्लेषण (आरटीए) भी कहते हैं। ये हड्डियों की रेडिओग्राफिक छवि दर्शाता है। ये मुख्यतः ऑस्टियोपोरोटिक फ्रैक्चर , रीढ़ की हड्डी या फीमर हड्डी को देखने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। हम जानते हैं कि हड्डी की नाजुकता नापने के लिए अस्थि द्रव्यमान का ही प्रयोग किया जाता है। आरटीए कैल्सिस छवियों को प्राप्त करने में मदद करता है।

डेंसिटोमीटर से उत्पन्न कैल्केनस छवियों का RTA बीएमडी माप मिल जाता है और उम्र से स्वतंत्र और पूरक हड्डी की नाजुकता का अनुमान भी प्रदान करता है।

RTA FULL FORM IN DEMAT

RTA FULL FORM IN DEMAT | RTA FULL FORM IN MUTUAL fund | What is RTA name in IPO? | What is the meaning of RTA in share market? | What is RTA role? की जब हम बात करते हैं तो हमारा ध्यान शेयर बाजार की और जाता है।

RTA FULL FORM IN (Demat /MUTUAL Fund/ Share market) – Registrar or Transfer agents

रजिस्टर या ट्रांसफर एजेंट एक ट्रस्ट या संस्थान के रूप में कार्य करते हैं। ये बाजार में म्यूच्यूअल फण्ड खरीदने वाले या निवेशकों का विस्तृत रिकॉर्ड रखते हैं। ये म्यूच्यूअल फण्ड हाउस की मदद के लिए ही होता है। हर निवेशकों के पंजीकरण से लेकर उनके द्वारा किये गए लेनदेन का पूरा ब्यौरा इन्ही के द्वारा रखा जाता है।

अगर विस्तार से समझें तो हमें ज्ञात होगा कि एक निवेशक शेयर बाजार में जब अपना निवेश करता है तो उनके द्वारा कई लेनदेन किये जाते है और उन सबका रिकॉर्ड रखना सामान्य निवेशक के लिए दुविधा भरा कार्य हो जाता है। इसी कार्य को आसान बनाने के लिए जिस्ट्रार और ट्रांसफर एजेंट कार्य करते हैं। ये एजेंट बेहद ही पेशेवर और कुशल विशेषज्ञ होते हैं। ये निवेशकों को समस्त व् सठिक रिकॉर्ड पल भर में दे देते हैं।

जिस्ट्रार या ट्रांसफर एजेंट ट्रस्ट या संस्थान होते हैं जो म्यूचुअल फंड हाउस की सुविधा के लिए निवेशकों के लेनदेन के विस्तृत रिकॉर्ड को पंजीकृत और बनाए रखते हैं।

विवरण: निवेशकों के लेन-देन जैसे खरीदारी, आदान-प्रदान, मेल और संबंधित जानकारी का प्रसंस्करण, व्यक्तिगत डेटा में परिवर्तन आदि अक्सर होते हैं और उन्हें रिकॉर्ड करना पड़ता है। रजिस्ट्रार और ट्रांसफर एजेंटों के पास पेशेवर आधार पर ऐसे डेटा के रखरखाव के लिए कुशल विशेषज्ञता है, जिससे निवेशक लेनदेन के विस्तृत सटीक रिकॉर्ड रखने में लागत और समय की बचत होती है। हमारे भारत में Computer Age Management Services (CAMS) और Karvy दो उच्चस्तरीय रजिस्ट्रार और ट्रांसफर एजेंट मौजूद है।

What is RTA in CDSL?

हर कंपनी अपने शेयरों और प्रतिभूतियों को सिस्टम में ही रखती है या यूँ कहें कि स्वीकार करना चाहती है। ये सब डिपॉजिटरी सिस्टम के अंतर्गत आता है। पर एक निवेशक को CDSL से संपर्क साधने के लिए या कनेक्टिविटी के लिए रजिस्ट्रार और ट्रांसफर एजेंट (आरटीए) का सहयोग लेना ही होगा। सीडीएसएल का मुख्य कार्य कंपनियों के शेयर्स के रिकॉर्ड को एक जगह पर संजो कर रखना होता है। ये एक केंद्रीय लेखा और रिकॉर्ड कीपिंग कार्यालय की भांति पेशेवर तरीके से रिकॉर्ड रखता है।

RTA FULL FORM IN INSURANCE

What is RTA in vehicle insurance?

वाहन बीमा में आरटीए क्या है?

Ans- RTA (vehicle insurance)- Road Transport Authority. आपके वाहन से सम्बंधित समस्थ नियम इन्ही के द्वारा जारी किये जाते हैं। आपको इनके नियमों के अंतर्गत ही अपने वाहन और सड़क का इस्तेमाल करना होता है। अगर आप अपने गाड़ी में कोई बदलाव जिसे सीएनजी/एलपीजी किट आदि लगते हैं तो सड़क परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) तो अवश्य ही सूचित करना होगा अन्यथा आप को दंड के रूप में जुरमाना भी भरना पड़ सकता है।

What is RTA claims?

क्या है आरटीए का दावा?

जब हम इन्शुरन्स क्लेम की बात करते हैं तब RTA – R oad traffic accident (RTA) अर्थात सड़क यातायात दुर्घटना के रूप में बन जाता है। अगर शेयर्स से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न हमारी गाड़ी बिमा के अंतर्गत आती है तो दुर्घटना होने पर हम मुआवजे का दावा कर सकते हैं। हमारी गाड़ी या वाहन चालक की दुर्घटना में कोई हानि होती है तो हम बिमा कंपनी से उसकी भरपाई करने को कह सकते हैं।

More RTA FULL FORM

1. RTA FULL FORM IN LAW – Registration of Titles Act / Road Traffic Act (1988)

2. What is RTA WFM? – Workforce Management Real Time Analyst (WFM RTA) अर्थात कार्यबल प्रबंधन रीयल टाइम एनालिस्ट (WFM RTA)

3. RTA full form in Call center– RTA (Real Time Adherence) अर्थात आरटीए (वास्तविक समय पालन) / Real Time Analyst (RTA)

इस RTA FULL FORM ब्लॉग में आने इसके सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी हासिल की है। वस्तुतः RTA हमें बहुत रूपों या अर्थों में दिखाई देता है। उम्मीद है आपतक हमने सठिक जानकारी पहुंचे होगी। अगर आपको हमारा प्रयास अच्छा लगे तो हमें कमेंट करके जरूर प्रोत्साहित करें।

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