ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai?

Trading Kya Hai (ट्रेडिंग क्या है) What is trading
Trading Kya Hai शेयर मार्केट में पैसे कमाने का एक सबसे सरल और आसान तरीका ट्रेडिंग है लेकिन जितना आसानी है लगता है उतना ही जोखिम ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? भरा भी है यहां पर यदि कोई व्यक्ति बिना कुछ सीखें ही एंट्री ले लेता है तो उसे काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है शेयर बाजार में ट्रेडिंग के माध्यम से आप रोज पैसा कमा सकते हैं लेकिन इससे पहले आपको बहुत कुछ ट्रेडिंग से संबंधित लर्निंग सीखना आवश्यक है तभी आप यहां से पैसा कमा सकते हैं तो चलिए विस्तार से जानते हैं की ट्रेडिंग क्या है ट्रेडिंग कैसे करते हैं और ट्रेडिंग करते समय किन-किन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए
Trading Kya Hai? (what is trading)
Trading शेयर बाजार से पैसा कमाने का एक ऐसा तरीका है यहां पर आप रोज 9:15 से 3:30 तक कुछ ऐसे शेयर को चुनना होता है जिनको आप कम में खरीद के ज्यादा में बेच दे और इस प्रोसेस के बीच का जो प्रॉफिट होता है,
वह आप निकाल लेते हैं ट्रेडिंग का हिंदी में मतलब व्यापार होता है भारत में ज्यादातर ट्रेडर्स इक्विटी में ट्रेड करते हैं लेकिन कई लोग फ्यूचर और ऑप्शन में भी ट्रेडिंग करते हैं ट्रेडिंग को शेयर मार्केट का सबसे रिस्की फील्ड माना जाता है
ट्रेडिंग कैसे करें – how to trade
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट होना आवश्यक है इस डिमैट अकाउंट के माध्यम से ही आप मार्केट के अंदर ट्रेड कर सकते हैं इसके बाद आप ट्रेडिंग से संबंधित पूरी शिक्षा प्राप्त कर लेवे उसके बाद आप शेयर मार्केट के अंदर ट्रेडिंग करना शुरू कर सकते हैं,
ट्रेडिंग की शुरुआत करते समय आप हमेशा थोड़े कम पैसों के साथ में ट्रेडिंग करें और जब आपको अच्छा ट्रेडिंग से संबंधित एक्सपीरियंस हो जाए तो आप ज्यादा पैसे से शुरू कर सकते हैं।
ट्रेडिंग कैसे सीखे – how to learn trading
आपके लिए ट्रेडिंग सीखने का सबसे बेहतरीन प्लेटफॉर्म यूट्यूब है यहां पर आप ट्रेडिंग से संबंधित काफी कुछ सीख सकते हैं उसके बाद आप एक अच्छे गुरु की सहायता से ट्रेडिंग को और ज्यादा अच्छे से सीख सकते हैं
आपको ऑनलाइन प्लेटफॉर्म मैं कई सारे लोग कोर्स भी भेजते हैं लेकिन आपको इनसे बचना है इनके अलावा आपको एक ऐसे गुरु की तलाश करनी है जो आपको अच्छे से ऑनलाइन या ऑफलाइन ट्रेडिंग के बारे में ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? बहुत कुछ सिखा सके लेकिन आप बेसिक लर्निंग यूट्यूब से भी सीख सकते हैं
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है – what is trading account
जिस तरह से बैंक में अपने बचत खाते को चालू रखने के लिए उसमें थोड़ा बहुत पैसा रखना अनिवार्य होता है वैसे ही आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट बनाने के लिए उसमें ट्रेड करना जरूरी होता है ट्रेडिंग अकाउंट आपका डिमैट अकाउंट के साथ में ही खुलता है जहां पर आप ट्रेड करते है जब आप डीमैट खाते के साथ ट्रेडिंग अकाउंट पर खोलते है
तो आपका ब्रोकर आपको मार्जिन की सुविधा देता है जिसका इस्तेमाल करके आप कम पैसों में भी ज्यादा पैसों की ट्रेडिंग कर सकते हो और इसमें जो फायदा होता है उसका कुछ हिस्सा फिर आपका ब्रोकर भी लेता है
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है – What are the types of trading
ट्रेडिंग को आप मुख्यतः तीन भागों में कर सकते हैं इस तरह से ट्रेडिंग की तीन श्रेणियां है
Trading Account Kya Hai और Trading Account कैसे खोले? [In Detail] Hindi
ट्रेडिंग अकाउंट शेयर बाजारों में इनवेस्ट करने के लिए आवश्यक टूल बन गया है। यह शेयर ट्रेडिंग की पूरी प्रक्रिया को सुरक्षित और तेज बनाता है। यहां हम आपको बताएंगे कि Trading Account क्या है? इसके फायदे और Trading Account कैसे खोले?
- ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? (what is trading account In Hindi) Trading Account Kya Hai?
- Trading account कैसे काम करता है?
- ट्रेडिंग अकाउंट के क्या फायदे हैं?
- ट्रेडिंग खाते के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स क्या हैं?
- ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें?
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? (what is trading account In Hindi) Trading Account Kya Hai?
Trading Account Kya Hai
ट्रेडिंग अकाउंट का इस्तेमाल शेयर बाजार में इक्विटी शेयर खरीदने या बेचने के लिए किया जाता है। पहले, स्टॉक एक्सचेंज ओपन आउटरी सिस्टम पर काम करता था। इसमें व्यापारियों ने अपने खरीद-बिक्री के फैसले को बताने के लिए हाथ के संकेतों और बोलकर कम्युनिकेशन का इस्तेमाल किया।
शेयर बाजारों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली को अपनाने के तुरंत बाद, ट्रेडिंग अकाउंट को खुली outcry सिस्टम मे बदल दिया। ऑनलाइन जमाने में, खरीदारों और विक्रेताओं को ऑर्डर देने के लिए स्टॉक एक्सचेंज में फिजिकली रुप से उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं है।
इसके बजाय वे एक रजिस्टर स्टॉक मार्केट ब्रोकर के साथ एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलते हैं; जो उनकी ओर से ट्रेडिंग करता है। हर ट्रेडिंग अकाउंट में एक विशिष्ट ट्रेडिंग आईडी होती है जिसका उपयोग ऑनलाइन लेने देने के लिए होता है।
Trading account कैसे काम करता है?
एक ट्रेडिंग अकाउंट एक इन्वेस्टर के डीमैट अकाउंट और बैंक अकाउंट के बीच एक चैन की तरह काम करता है। जब कोई इन्वेस्टर शेयर खरीदना चाहता है, तो वह अपने ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए ऑर्डर देता है। लेनदेन स्टॉक एक्सचेंज में प्रोसेसिंग के लिए जाता है। उस पर काम करने के लिए, जरुरी संख्या में शेयर उसके डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते हैं और उसके बैंक अकाउंट से एक उतना पैसा काट ली जाती है।
इक्विटी शेयरों को बेचने के लिए इसी तरह की नियमो को फॉलो किया जाता है। इन्वेस्टर अपने ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से 100 शेयरों के लिए सेल ऑर्डर देता है। यह संबंधित स्टॉक एक्सचेंज में आगे के लिए जाता है।
जब ऑर्डर आगे दिया जाता है, तो उसके डीमैट अकाउंट से आवश्यक संख्या में शेयर डेबिट कर दिए जाते हैं और एक बराबर पैसा उसके बैंक अकाउंट में जमा हो जाती है।
ट्रेडिंग अकाउंट के क्या फायदे हैं?
वन-पॉइंट एक्सेस
आपको भारत में कई एक्सचेंज मिल सकते हैं जो तरह तरह के सिक्योरिटी और सामानों में बिजनेस करते हैं। कुछ प्रमुख एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE), नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX), और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) हैं। एक online trading account होने से इन सभी एक्सचेंजों को सामान्य प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक्सेस करने में मदद मिलती है।
विश्वसनीय जानकारी
इक्विटी में इनवेस्ट सही समय पर सही डिसीजन लेने के बारे में है। ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अनुभवी और जानकार पेशेवरों द्वारा तैयार की गई रिसर्च रिपोर्ट जैसी valuable सर्विस का विस्तार करते हैं। रिपोर्ट इन्वेस्टर को इनफॉर्म्ड इनवेस्ट डिसीजन लेने में योग्य बनाती हैं। अंततः, हाई रिटर्न कमाने की अधिक संभावना है।
नोटिफिकेशन और कस्टमाइजेशन
ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म द्वारा नियुक्त ट्रेंड अधिकारी ग्राहकों को चौबीसों घंटे सहायता प्रदान करते हैं। ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को संभालने में टेक्नोलॉजी प्रॉब्लम या कोई अन्य प्रॉब्लम हो सकती है।
इसके अलावा, खरीद और बिक्री टारगेट के बारे में सूचना प्राप्त करने के लिए sms या ईमेल के माध्यम से अलर्ट सेट किया जा सकता है।
FLEXIBILITY
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ऐप-बेस्ड हो जाने के बाद, लैपटॉप, स्मार्टफोन और अन्य हैंड-हेल्ड डिवाइस की मदद से उन तक पहुंचना आसान हो गया है। ऑनलाइन ट्रेडिंग ने कहीं से भी और किसी भी समय इन्वेस्ट पर नज़र रखने के लिए बहुत अच्छी शुरुआत की है।
बिना रुकावट लेनदेन
ऑनलाइन ट्रेडिंग ने फंड ट्रांसफर और इक्विटी ट्रेडिंग करने की प्रक्रिया को बहुत आसान बना दिया है। एडवांस टेक्नोलॉजी की मदद से, ग्राहक आसानी से सेव और इनवेस्ट करने के लिए स्थिति में हैं।
ट्रेडिंग खाते के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स क्या हैं?
ट्रेडिंग खाता इन्वेस्टर के डीमैट अकाउंट और बचत बैंक अकाउंट के बीच एक इंटरफेस के रूप में काम करता है। ट्रेडिंग खाता खोलने की प्रक्रिया और आवश्यक जरूरी डॉक्यूमेंट्स सभी ऑर्गेनाइजेशन में समान हैं।
एक्सपायर डेट वाले किसी भी डॉक्यूमेंट्स को जमा करने से पहले, सुनिश्चित करें कि यह जमा करने की तारीख पर मान्य है। यहां उन डॉक्यूमेंट्स की डिटेल लिस्ट दी गई है जिनकी आपको ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आवश्यकता है।
आय का प्रमाण
आप आय के प्रमाण के रूप में इनमें से कोई एक जमा कर सकते हैं।
वेतन स्लिप, पिछले 6 महीनों के इनकम हिस्ट्री वाले बैंक खाते का लेटेस्ट स्टेटमेंट, कोई भी डॉक्यूमेंट्स जो खुद के माध्यम से संपत्ति के ownership को साबित करता है।
पहचान का प्रूफ
आप किसी एक चीज़ को पहचान के प्रमाण के रूप में जमा कर सकते हैं।
एड्रेस का प्रूफ
आप एड्रेस के प्रमाण के रूप में इनमें से कोई एक जमा कर सकते हैं:
पासपोर्ट/वोटर आईडी कार्ड/राशन कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस/फ्लैट मैनेजमैंट बिल।
पति / पत्नी के नाम का पता प्रमाण
ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें?
ऑनलाइन इक्विटी ट्रेडिंग करने के लिए, आपको स्टॉक ब्रोकर के साथ एक ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता खोलना होगा। हजारों ग्राहकों के बीच, ब्रोकर को आपका पर्सनल ध्यान देना मुश्किल हो सकता है। ट्रेडिंग अकाउंट पूरे इन्वेस्ट के ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? काम को बहुत आसान बना देता है। आप इन स्टेप्स का पालन करके एक ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं।
- एक ब्रोकर को सलेक्ट करें जिसकी समय पर ऑर्डर पूरा करने की अच्छी रेप्यूटेशन हो। अवसर के सही समय का लाभ ले।
- प्रत्येक ब्रोकर आपके ऑर्डर को प्रोसेस करने के लिए एक कन्फर्म फीस लेता है। इसलिए, पूरे क्षेत्र में ब्रोकरेज दरों की तुलना करना बेहतर है। उचित दरों पर बेहतर सर्विस को एंजॉय करने के लिए मौजुद डिस्काउंट के बारे में भी पूछें।
- ब्रोकरेज फर्म खोजें और ट्रेडिंग खाता खोलने की प्रोसेस के बारे में पूछताछ करें।
- फर्म का एक काम करने वाला खाता खोलने के फॉर्म और अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) फॉर्म के साथ आपके घर आएगा। आपको इन दोनों फॉर्मों को भरना होगा और इसके साथ संबंधित डॉक्यूमेंट्स जोडने होंगे।
- सबमिशन के बाद, फर्म आपके पर्सनल डिटेल को या तो पर्सनल तरीके से चेक या फोन पर कन्फर्म करेगी।
- एक बार आपका एप्लीकेशन पूरा हो जाने के बाद, आपको ट्रेडिंग खाते का डिटेल दे दिया जाएगा।
यहा आपने जाना की Trading Account Kya Hai और Trading Account कैसे खोले? अगर इससे जुड़ी कोई भी सवाल या फीडबैक है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछे और ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।
डीमैट अकाउंट खोलना चाहते हैं तो ये बातें जान लें
अगर आप भी सीधे शेयरों में निवेश करना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलकर ऐसा कर सकते हैं.
अगर आप भी सीधे शेयरों में निवेश करना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलकर ऐसा कर सकते हैं.
जानिए कैसे खुलेगा यह अकाउंट:
ब्रोकरेज कंपनियां खोलती हैं यह अकाउंट
ऑनलाइन निवेश करने के लिए ब्रोकिंग खाते की जरूरत होती है. इसे एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, एक्सिस डायरेक्ट, फेयर्स और जेरोधा ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास जाकर खोला जा सकता है.ट्रेडिंग के लिए डीमैट काफी नहीं
शेयरों में सीधे निवेश करने के लिए आपके पास तीन खाते होने चाहिए. इनमें बैंक खाता, ट्रेडिंग खाता और डीमैट ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? खाता शामिल हैं. ट्रेडिंग खाते के बगैर डीमैट खाता अधूरा है. डीमैट खाते में आप सिर्फ डिजिटल रूप में शेयरों को रख सकते हैं.जबकि ट्रेडिंग अकाउंट के साथ आप शेयर, आर्इपीओ, म्यूचुअल फंड और यहां तक गोल्ड में निवेश कर सकते हैं. इसके बाद आप इन्हें डीमैट खाते में रख सकते हैं.
डीमैट में शेयरों के रखरखाव का काम डेपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) करते हैं. इनमें नेशनल सिक्योरिटी डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) और सेंट्रल डिपॉजटरी सर्विसेज लिमिटेड (सीडीएसएल) शामिल हैं.
एक से दूसरे खाते में इस तरह जाती है रकम
-पहले आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट से ट्रेडिंग अकाउंट में रकम आती है.-ट्रेडिंग अकाउंट की अपनी खास आर्इडी होती है. इस खाते की मदद से शेयरों की खरीद-फरोख्त की जा सकती है.
-जितने शेयर खरीदे या बेचे जाते हैं, यह डीमैट खाते में दिखता है. डीमैट खाते का इस्तेमाल बैंक की तरह होता है जहां शेयरों को जमा किया जाता है.
ब्रोकरेज फर्म की फीस देख लें
किसी भी वित्तीय सेवा की तरह डीमैट खाते के साथ भी चार्ज जुड़े होते हैं. इसमें ब्रोकर को चुनने में खास ध्यान देना चाहिए. खाता खोलने की फीस और ब्रोकिंग चार्ज के अलावा ट्रांजैक्शन चार्ज को भी देख लेना चाहिए.
जानिए डीमैट अकाउंट क्या है और कैसे खोलें | Demat Account Kya Hai
जब भी हम शेयर खरीदने या बेचने का आर्डर देते है तो वह आर्डर कम्पलीट होने के बाद Demat account में लेन- देन होता है | शेयर खरीदने पर Demat account में शेयर रखा जाता है और शेयर बेचने पर डीमैट अकाउंट खाली हो जाता है, बिना डीमैट अकाउंट के आप शेयर बाजार में लेन देन नहीं कर सकते है इसलिए Demat account खोलना अनिवार्य होता है |
Table of Contents
डीमैट अकाउंट क्या है | Demat Account Kya Hai
अगर आप शेयर बाजार में इन्वेस्ट करना चाहते है, कंपनी के शेयर खरीदना चाहते है तो आपके पास Demat account होना अनिवार्य है, डीमैट अकाउंट वह खाता होता है जिसमें शेयर को खरीदकर रखा जाता है | डीमैट अकाउंट को हम बैंक अकाउंट की तरह समझ सकते है, लेकिन Demat account में फर्क सिर्फ इतना है कि इसमें शेयर के डिजिटल सर्टिफिकेट डिजिटल रखा जाता है |
डीमैट अकाउंट के फायदे | Demat Account ke Fayde
डीमैट अकाउंट की मदद से ट्रेडिंग करना, शेयरों में निवेश करना, अब बहुत ही तेज, सुरक्षित और आसान हो गयी है और आज यही वजह है कि दिन प्रतिदिन Demat account खुलवाने की संख्या बढ़ती जा रही है |
आज हर किसी के पास इंटरनेट उपलब्ध है जिसकी मदद से घर बैठे बिना किसी ऑफिस के चक्कर, कम कागजी कार्यवाही के साथ Demat account खोला जा सकता है, और शेयर्स में इन्वेस्ट करके इसका फायदा उठाया जा सकता है | साथ ही शेयर्स के सर्टिफिकेट को डीमैट अकाउंट में रखकर उसके खोने, चोरी होने, या किसी प्रकार से फिजिकल नुकसान पहुँचने से बचाया जा सकता है |
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डीमैट अकाउंट कहां खोले ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? | Demat Account Kaha Khole
जिस प्रकार अच्छी सर्विसेस देखकर हम किसी अच्छे बैंक में खाता खोलते है ठीक उसी प्रकार Demat account खोलने के लिए हमें एक अच्छा सा स्टॉक ब्रोकर चुनना होता है जो अच्छी ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? सर्विसेस ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? देता हो | जैसे शेयर व बेचने के लिए मोबाइल एप्लीकेशन, ट्रेडिंग वेबसाइट, कस्टमर सपोर्ट, आदि अच्छा हो, चार्ज भी कम लेता हो |
इसके साथ ही हम Demat account ऐसे स्टॉक ब्रोकर के पास खुलवाए जो भरोसेमंद हो, और जिस पर बहुत सारे ग्राहकों का भरोसा हो | भारत में बहुत सारे स्टॉक ब्रोकर है, जिसमें हमें एक अच्छा स्टॉक ब्रोकर चुनना है, और उनके पास अपना Demat account खुलवाना है |
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए क्या – क्या चाहिए?
डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए कुछ जरुरी Documents की आवश्यकता होती है, यह हमारे बेसिक KYC डॉक्यूमेंट है जो हमारे पास पहले से ही होते है या जिसे हम बहुत ही आसानी से बनवा सकते है | जैसे –
आइडेंटिटी प्रूफ के लिए
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- एक फ़ोटो
एड्रेस प्रूफ के लिए (कोई एक )
- वोटर कार्ड
- राशन कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- इलेक्ट्रीसिटी बिल
- पासपोर्ट
इनकम प्रूफ के लिए (कोई एक)
- कैंसल चेक ( Cancel Cheque )
- बैंक पासबुक या बैंक स्टेटमेंट
डीमैट अकाउंट कहाँ खुलता है | Demat Account Kaha Khulta Hai
हमारे यहाँ भारत में SEBI (Securities Exchange Board of India) के निर्देशानुशार Demat account केवल दो संस्थाओ में खुलता है | और जो भी शेयर के लेन-देन, ख़रीदना – बेचना होता है उनका हिसाब – किताब भी इन्ही दोनों सस्थाओं में होता है
इन संस्थाओ को डिपाजिटरी कहा ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? जाता है | जब आप शेयर बाजार से शेयर खरीदते है तो शेयर इन्ही डिपाजिटरी के अंदर आपके Demat account में रखा जाता है |source:gettyimages
- Central Depository Services Limited (CDSL)
- National Securities Depository Limited(NSDL)
हमारा डीमैट अकाउंट CDSL व NSDL में खुलता है लेकिन इन दोनों संस्थाओ में हम Demat account खोलने के लिए डायरेक्ट नही जा सकते है, इसके लिए हमें एक अच्छा एजेंट (intermediary) चुनना होता है | शेयर बाजार में वह एजेंट का काम स्टॉक ब्रोकर या बैंक होता है जिनके पास जाकर हम अपना Demat Account खुलवा सकते है |
यह भी पढ़ें
डीमैट अकाउंट खोलने में कितना चार्ज लगता है?
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कुछ 300 से 500 रूपयें लगते है जो स्टॉक ब्रोकर व बैंक केवल एक बार Demat account ओपन करते वक़्त ही लेते है | लेकिन आज 2022 में बहुत सारे ऐसे डिस्काउंट ब्रोकर भी है जो डीमैट अकाउंट खोलने का कोई चार्ज नहीं लेते है | हालांकि Demat Account में दी जा रही सेवाओं के लिए Annual maintenance Charge (AMC) व डिपाजिटरी में शेयर लेन – देन के लिए DP charges आदि देना पड़ता है |
डीमैट अकाउंट कैसे खोलें | Demat Account Kaise Khole
डीमैट खाता ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यम से खोला जा सकता है | अगर आपके घर के आसपास कुछ किलोमीटर की दूरी में किसी स्टॉक ब्रोकर का ऑफिस है तो आप वहां जाकर अपना KYC की जानकारी, आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, इनकम प्रूफ के साथ फॉर्म भरकर अपना Demat account खुलवा सकते है |
इसके अलावा आप Demat account ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? ऑनलाइन भी खुलवा सकते है इसके लिए सबसे पहले अपने सभी डॉक्यूमेंट आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक डिटेल्स, सिग्नेचर आदि को स्कैन करके या फोटो खींच कर रख ले क्योंकि इन सारे डॉक्यूमेंट को ऑनलाइन डीमैट ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? अकाउंट फॉर्म भरते वक्त अपलोड करना पड़ता है |
ऑनलाइन डीमैट अकाउंट कैसे खोलें | Online Demat Account Kaise Khole
आज इंटरनेट टेक्नोलॉजी की वजह से हमे घर बैठे ऑनलाइन डीमैट खाता कुछ मिनटों में खोल सकते है | ऑनलाइन Demat account खोलने के लिए अपने मनपसंद स्टॉक ब्रोकर के वेबसाइट में जाकर, अपना ईमेल, मोबाइल नंबर डालकर sign up करना है |
जैसे ही आप सबमिट का बटन दबाएंगे, आपके ईमेल व मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा, otp डालकर वेरिफिकेशन करें |
उसके बाद अपना बेसिक KYC जानकारी नाम, पता, पैन व बैंक डिटेल्स, भरकर व सभी डॉक्यूमेंट की स्कैन्ड कॉपी अपलोड करके सबमिट कर दे |अंतिम में आपको अपने आधार कार्ड से डिजिटल सिग्नेचर करना है जिसके लिए आधार में मोबाइल नंबर लिंक होना जरुरी है | डिजिटल सिग्नेचर करते ही Demat account ओपनिंग फॉर्म पूरा हो जाएगा | अब आपके ईमेल में 24 से 48 घंटे के अंदर डीमैट अकाउंट व ट्रेडिंग अकाउंट का आईडी पासवर्ड भेज दिया जाएगा |
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है Trading Account Kya Hai
अगर आप शेयर खरीदना व बेचना चाहते है तो आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट व डीमैट अकाउंट खोलना होता है | Demat account में शेयर खरीद कर रखा जाता है जबकि ट्रेडिंग अकाउंट वह अकाउंट है जिसकी मदद से share market में शेयर खरीदने व बेचने का आर्डर दिया जाता है |
इसका मतलब यह है कि हमें ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता शेयर खरीदने- बेचने के लिए होती है और ट्रेडिंग अकाउंट के बिना हम शेयर खरीदने व बेचने का आर्डर नहीं दे सकते है |
ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें | Trading Account Kaise Khole
आज के समय में ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए हमे अलग से कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ती है, क्योंकि जब हम किसी स्टॉक ब्रोकर के पास Demat account खुलवाते है तो वह स्टॉक ब्रोकर ट्रेडिंग अकाउंट भी एक साथ खोल देता है |
इस पोस्ट में मैंने डीमैट अकाउंट क्या है, कैसे खोले, कहाँ खोलें. डीमैट के अकाउंट के फायदे, आदि कई जरुरी जानकारीयां बताई है, तो आपको यह जानकारी कैसी लगी और कुछ सुझाव हो तो नीचें कमेंट करके जरुर बताये, साथ ही इस पोस्ट को अपने अन्य दोस्तों को भेजना न भूलें ताकि उनको भी इन सब चीजों की जानकारी हो |
डीमेट अकाउंट कैसे खोलें?
डीमैट खाता ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यम से खोला जा सकता है |
डीमैट अकाउंट कितने रुपए में खुलता है?
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कुछ 300 से 500 रूपयें लगते है जो स्टॉक ब्रोकर व बैंक केवल एक बार डीमैट अकाउंट ओपन करते वक़्त ही लेते है |
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है?
ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता शेयर खरीदने- बेचने के लिए होती है और ट्रेडिंग अकाउंट के बिना हम शेयर खरीदने व बेचने का आर्डर नहीं दे सकते है |
SBI ने लॉन्च किया 3-in-1 अकाउंट, अब सेविंग्स, डीमैट और ऑनलाइन ट्रेडिंग का फायदा एक ही अकाउंट से
SBI 3-in-1 Account : SBI के 3-in-1 अकाउंट में एक नार्मल खाता, डीमैट और ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता तीनों के लाभ मिल सकेंगे. इस नई बैंकिग फैसिलिटी के तहत एसबीआई के ग्राहक आसान और पेपरलेस ट्रेडिंग करने के योग्य होंगे.
SBI ने लॉन्च किया 3 इन 1 अकाउंट.
प्रमुख सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी कि SBI ने अपने ग्राहकों के लिए बहुत ही खास घोषणा की है. SBI ने बिल्कुल नये 3-in-1 अकाउंट की शुरुआत कर दी है. इसमें ग्राहक एक सामान्य खाता, डीमैट खाता और ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता तीनों के लाभ उठा सकेंगे. इस नई बैंकिग फैसिलिटी के तहत एसबीआई के ग्राहक आसान और पेपरलेस ट्रेडिंग कर पाएंगे. इस विशेष खाते का इस्तेमाल करके ग्राहक स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट कर सकते हैं.
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आपको बता दें कि जब भी आप शेयर बाजारों में निवेश शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट होना जरूरी है. इस 3-in-1 खाते को खोलने वाले ग्राहक इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) में इंवेस्ट कर लिस्टिंग से फायदा (listing gains) उठा सकते हैं. SBI का कहना है कि कस्टमर्स ई-मार्जिन सुविधा के साथ ये 3-in-1 अकाउंट खोल सकते हैं.
Experience the power of 3-in-1!
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) December 15, 2021
An account that combines Savings Account, Demat Account, and Trading Account to provide you with a simple and paperless trading experience. To know more, visit -https://t.co/Mvt7i2K3Le#Go3in1WithSBI#AzadiKaAmritMahotsavWithSBIpic.twitter.com/3RDWUZEgIFजरूरी कागजात
अगर आप भी SBI का ये 3-in-1 खाता खोलना चाहते हैं तो आपके पास ये सभी जरूरी काजगात होने चाहिए.
- पैन कार्ड
- फोटोग्राफ
- पासपोर्ट, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या Voter ID कार्ड
SBI डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स
- पासपोर्ट साइज की एक फोटोग्राफ
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- एक कैंसिल चेक
क्या है ई-मार्जिन सुविधा
ई-मार्जिन फैसिलिटी के अंतर्गत, कम से कम 25 प्रतिशत मार्जिन के साथ ट्रेड किया जा सकता है. वहीं जरूरी मार्जिन पाने लिए कैश या कोलैटरल का यूज करके अगले 30 दिनों तक कैरी फॉरवर्ड कर सकता है. ग्राहकों के पास डिलीवरी को कन्वर्ट करके स्टॉक अपने डीमैट अकाउंट में मंगाने या फिर एक्सपायरी से पहले स्कैयर ऑफ करने का विकल्प भी रहेगा.
ऐसे उठाएं लाभ
इस खाते का लाभ लेने के लिए ग्राहकों को कुछ ईजी स्टेप्स फॉलो करने होंगे-
स्टेप 1: SBI Securities वेब प्लेटफॉर्म के जरिए ट्रेडिंग अकाउंट में Login करें.
स्टेप 2: Order Placement (खरीदें / बेचें) Menu पर जाएं.
स्टेप 3: ऑर्डर देते समय Product Type को ई-मार्जिन के रूप में चुनना है.
- ट्रेडिंग खाते के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स क्या हैं?
- ट्रेडिंग अकाउंट के क्या फायदे हैं?