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ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लाभ

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लाभ
Demat account in Hindi – डीमेट अकाउंट से जुड़ी जानकारी

डीमैट अकाउंट क्या है और कैसे खोलें? What is Demat Account, Types & Benefits

आइये जानते है कि Demat Account Kya hai और अपना Online Demat Account Open Kaise Kare:

What is Demat Account – डीमैट अकाउंट क्या है?

Demat Account in Hindi:

डीमैट खाता एक ऐसा खाता है जिसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में शेयरों और प्रतिभूतियों (Shares & Securities) को रखने के लिए किया जाता है। Demat Account किसी Bank के Saving Account की तरह ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लाभ ही होता है, जिस प्रकार से हम किसी बैंक अकाउंट से पैसों का लेनदेन करते है, ठीक उसी तरह से हम डीमैट अकाउंट में शेयरों का लेनदेन करते है।

जैसे बैंकों में हमारा पैसा सुरक्षित रहता है, वैसे ही डीमैट अकाउंट में हमारे Shares, Government Securities, Mutual funds और Bonds सुरक्षित रहते हैं।

Demat account का full form Dematerialised account होता है।

डीमैट खाता खोलने का कारण सभी शेयरों को एक जगह पर करने से है जो खरीदे गए हैं या विमुद्रीकृत (भौतिक से इलेक्ट्रॉनिक शेयरों में परिवर्तित) किए गए हैं, इस प्रकार Demat Account Online Trading करने के लिए, शेयर ट्रेडिंग को आसान बनाते हैं।

What is Demat account? hindi me

Demat account in Hindi – डीमेट अकाउंट से जुड़ी जानकारी

ऑनलाइन ट्रेडिंग के दौरान, शेयरों को डीमैट खाते के जरिए खरीदा और उसमे Store किया जाता है, जिससे उपयोगकर्ताओं (Investor) के लिए व्यापार करना आसान होता है। यानि एक डीमैट खाता एक व्यक्ति के सभी निवेश को एक ही स्थान पर अपने शेयर, सरकारी प्रतिभूतियों, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, बांड और म्युचुअल फंड को Manage करने के लिए आसन Platform देता है।

अभी भारत में National Securities Depository Limited (NSDL) और Central Securities Depository Limited (CDSL) जैसे Depository द्वारा Depository Participant (DP) / Stock Broker जैसे कि Angel Broking, Zerodha, 5paisa आदि के द्वारा Demat Accounts Open करने की सुविधा प्रदान की जाती है।

किसी डीमैट खाते के लिए Depository द्वारा कई तरह के Charges (प्रभार) होते हैं जो खाते में रखी गई मात्रा के अनुसार अलग-अलग Depository Participant और Stock Broker द्वारा तय किए होते हैं, इनमें डिपॉजिटरी और स्टॉक ब्रोकर द्वारा अपने अलग-अलग नियम और शर्तें भी निर्धारित किए जाते हैं।

What is Dematerialisation? – डीमैटरियलाइजेशन क्या है?

किसी भी Physical share & bonds certificates को इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित करने की प्रक्रिया Dematerialisation है, जिसे दुनिया भर में कहीं से भी Maintain करना और access करना बहुत ही आसान है।

कोई Investor जो online trade (व्यापार) करना चाहता है, उसे Depository Participant के साथ Demat account खोलने की जरूरत होती है।

Dematerialisation का मुख्य उद्देश्य physical share certificates को रखने के लिए investor की आवश्यकता को समाप्त करना और holdings को एक आसन tracking और monitoring मुहैया कराना है।

डीमैट खाते का महत्व – Importance of Demat account:

Demat account, शेयरों और प्रतिभूतियों को रखने का एक सुरक्षित, आसान और सुविधाजनक तरीका प्रदान करता है। यह चोरी, जालसाजी, नुकसान और भौतिक प्रमाणपत्रों के नुकसान के जोखिम को भी समाप्त करता है।

एक डीमैट खाता प्रतिभूतियों के तत्काल हस्तांतरण को सुनिश्चित करता है। एक बार व्यापार स्वीकृत हो जाने के बाद, शेयर और प्रतिभूति स्वचालित रूप से आपके खाते में स्थानांतरित हो जाते हैं।

कई बार Company शेयरों पर मिलने वाला Dividend और Bonus, Company Merger आदि की स्थिति पता किया जा सकता है। इन सभी तरह की गतिविधियों के बारे में डीमैट खाता में जानकारी केवल अपने Demat Account में Login करके ऑनलाइन पाया जा सकता है।

आप अपने स्मार्टफोन या डेस्कटॉप का उपयोग करके कहीं भी और कहीं से भी व्यापार कर सकते हैं। इसलिए, शेयर बाजार का दौरा करने की आवश्यकता हैलेन-देन करने के लिए समाप्त हो गया है। आप कम लेनदेन लागत का लाभ भी उठाते हैं क्योंकि शेयरों के हस्तांतरण के साथ कोई स्टांप शुल्क शामिल नहीं है।

How Demat account Works – डीमैट खाता कैसे काम करता है?

डीमैट खाते के माध्यम से ट्रेडिंग भौतिक ट्रेडिंग की प्रक्रिया के समान है, सिवाय इसके कि डीमैट खाता इलेक्ट्रॉनिक है। आप अपने ऑनलाइन ट्रेडिंग खाते के माध्यम से ऑर्डर देकर ट्रेडिंग शुरू करते हैं। इस उद्देश्य के लिए, ट्रेडिंग और डीमैट दोनों खातों को जोड़ना आवश्यक है।

एक बार ऑर्डर देने के बाद, एक्सचेंज ऑर्डर को प्रोसेस करेगा। डीमैट खाते में शेयरों के बाजार मूल्य का विवरण होता है और शेयरों की उपलब्धता आदेश के अंतिम प्रसंस्करण से पहले सत्यापित की जाती है। प्रसंस्करण पूरा होने पर, शेयर आपके होल्डिंग्स के बयान में परिलक्षित होते हैं।

जब कोई शेयरधारक शेयर बेचना चाहता है, तो स्टॉक के विवरण के साथ एक वितरण निर्देश नोट प्रदान करना होता है। शेयरों को तब खाते से डेबिट किया जाता है और बराबर नकद मूल्य ट्रेडिंग खाते में जमा किया जाता है।

Types of Demat Accounts – डीमैट खाते के प्रकार:

सभी तरह के निवेशकों के लिए डीमैट का उद्देश्य समान रहता है, लेकिन अलग-अलग निवेशकों के लिए अलग-अलग प्रकार के डीमैट खाते खोले जाते हैं।

Demat Account मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते हैं:-

01). Regular Demat Account: यह भारतीय नागरिकों के लिए है जो देश में रहते हैं।

02). Repatriable Demat A/c: इस प्रकार का डीमैट खाता अनिवासी भारतीयों (NRI) के लिए है, जो धन को विदेशों में स्थानांतरित करने में सक्षम बनाता है। हालाँकि, इस प्रकार के डीमैट खाते को NRI Bank Account से जोड़ा जाता है।

03). Non-repatriable Demat A/c: यह भी अनिवासी भारतीयों द्वारा उपयोग किया जाने वाला डीमैट खाता है, लेकिन इस प्रकार के डीमैट खाते के साथ धन को विदेशों में स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है। इस प्रकार के डीमैट खाते को NRO bank account से जुड़े/ जोड़ने की आवश्यकता होती है।

डीमैट खाता खोलने के लाभ – Benefits of Demat account:

यदि आप शेयरों में निवेश करना चाहते हैं, तो Demat A/c रखना अनिवार्य है। डीमैट खाते के लाभ इस प्रकार हैं:

  1. आप Demat A/c के जरिए Equities, insurance, fixed deposits, NCD bonds, Mutual funds और Initial Public Offerings (IPOs) में निवेश कर सकते हैं।
  2. आप इसका इस्तेमाल आसानी से Derivatives में भी व्यापार (trade) करने के लिय भी कर सकते हैं।
  3. Online Demat Account के साथ, आप आसानी से अपने investment और अपने Portfolio के Performance को track कर सकते हैं।
  4. आपको आपका DP हमेशा Dividend के declaration, Results, Buyback और किसी भी Merger या इसी तरह की अन्य जानकारी से संबंधित नियमित संदेश भेजेगा।
  5. आपका DP, Share Market से जुड़ी ताज़ा जानकारी (Live Update) और अपने विभिन्न निवेशों का विश्लेषण करने में आपको सक्षम बनाता हैं।
  6. आप अपने Demat A/c में जमा Securities के आधार पर किसी Financial Need के लिए बैंक से Loan भी प्राप्त कर सकते हैं।
  7. आप अपने सभी Shares & Securities को आसानी से बाजार में बेच कर अपने पूंजी का कहीं अन्य जगह पर निवेश के निर्णय भी ले सकते हैं।
  8. Demat A/c holder की मृत्यु के मामले में securities का Convenient और fast transfer करने की भी सुविधा होती हैं। (ज़रूरी औपचारिकता के बाद)

आज हमने “Demat Account kya hai” के बारे में जाना। दोस्तों, अगर आप Share Market में Invest करना चाहते हैं या फ़िर सोच रहें हैं तो आपके लिए डीमैट अकाउंट एक आसन तरीका हो सकता हैं अपनी Portfolio को mange करने के लिए या आप किसी Financial adviser से मिले।

उम्मीद करता हूँ कि आपको “Demat Account” से जुड़ी यह जानकारी पसंद आई होगी।

(Note: The information provided in this article is generic in nature and for informational purposes only. It is not a substitute for specific advice in your own circumstances/ इस लेख में Demat Account पर दी गई जानकारी केवल सूचना प्रयोजनों के लिए है।)

डीमैट अकाउंट के नुकसान।

अक्सर डीमैट अकाउंट की बाते एक दूसरे व्यक्तियों के बीच हो रहती है इसके बहुत सारे फायदे बताये जाते है डीमैट अकाउंट के लाभ ये है वो है आज के इस लेख में हम आपको डीमैट अकाउंट के नुकसान। के बारे में जानंगे और इससे जुडी जानकारी हम लोग इसमें कवर करेंगे इसके लिए आप इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़े ताकि आपको डीमैट अकाउंट से सम्बंधित जानकारी प्राप्त हो जाये।

डीमैट अकाउंट को स्टॉक ट्रेडिंग, शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट, म्यूच्यूअल फण्ड प्लान, डिजिटल गोल्ड, खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जाता है यहाँ से किसी स्टॉक में इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते है साथ ही Long-Term के लिए Mutual Fund Plan में भी निवेश कर सकते है और ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग करके अच्छे पैसे भी कमा सकते है।

डीमैट अकाउंट की आवश्यकता उन्ही लोगो को पड़ती है जो स्टॉक मार्किट में पैसा इन्वेस्ट करना चाहते है स्टॉक ट्रेडिंग करना चाहते है म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करना चाहते है या डिजिटल गोल्ड में इन्वेस्ट करना चाहते है और यहाँ से अच्छा मुनाफा कामना चाहते है उन्हें डीमैट ओपन करना होता है डीमैट खाता शुल्क भी देना होता है।

Demat Account आप किसी बैंक से या इंटरनेट पर मौजूद ब्रोकर के द्वारा अकाउंट ओपन कर सकते है कई ऐसे प्लेटफार्म पर जहा डीमैट अकाउंट के लिए शुल्क लिया जाता है वही कुछ प्लेटफार्म पर फ्री में डीमैट अकाउंट ओपन किया जाता है जैसे खाता खुल जाता है फिर आप ऑनलाइन ट्रेडिंग या इंवेस्टमेंट की शुरुआत कर सकते है।

डीमैट अकाउंट के नुकसान।

अब आपके मन में ये सवाल ज़रूर होगा की डीमैट अकाउंट के क्या नुकसान हो सकते है क्योकि अधिकतर डीमैट अकाउंट यूजर इस पर गौर नहीं करते है यूजर यही जानते है की डीमैट अकाउंट से स्टॉक ट्रेडिंग करने में आसानी हो गयी है पहले डीमैट अकाउंट नहीं हुआ करते थे तब शेयर मार्किट में निवेश करना काफी कठिन हुआ करता था जोकि आज डीमैट अकाउंट ने उसे आसान बना दिया है एक जगह बैठकर आप शेयर मार्केट में निवेश करना शुरू कर सकते है।

जहा कई फायदे होते है वही नुकसान भी काफी होते है उसी पर हम लोग चर्चा करेंगे और जानेगे की डीमैट अकाउंट के नुकसान क्या है।

इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का उपयोग।

स्टॉक ट्रेडिंग वर्तमान समय मे इलेक्ट्रॉनिक हो गया है इसके लिए आपको इलेक्ट्रोनिक गैजेट का इस्तेमाल करना आना चाहिए जैसे स्मार्ट फ़ोन, कंप्यूटर, लैपटॉप, टेबलेट, चलाने की अच्छी जानकारी होनी ज़रूरी है उसके साथ आपको शेयर चुनना पोर्टफोलिओ चेक करना टेक्निकल एनालिसिस फ़ण्डामेंट एनालिसिस करना आना ज़रूरी है।

यदि आपको कंप्यूटर का यूज़ या मोबाइल का यूज़ करना सही ढंग से नहीं आता है तो आपके लिए कठिनाई हो सकती है ट्रेडिंग करने में मुश्किल हो सकती है इसके साथ यदि आपको इलेक्ट्रॉनिक गैजेट यूज़ करना सही ढंग से नहीं आता है तो डीमैट अकॉउंट आपके के लिए नुकसान दायक साबित हो सकता है।

क्योकि वर्तमान में ऑनलाइन फ्रॉड कई तरीके से किये जाते है जानकारी न होने के कारण आपका डीमैट खाता हैक भी हो सकता है और आपके सारे इन्वेस्टमेंट पर पानी फिर कर सकता है इसलिए अधिक जानकारी प्राप्त करने के बाद ही डीमैट अकाउंट ओपन करे।

सालाना रखरखाव शुल्क।

अगर आप डीमैट अकाउंट पहले से इस्तेमाल कर रहे है तो आपको ये पता होगा की वर्षित रखरखाव शुल्क लगता है जो अधिकतर निवेशक के लिए भारी पड़ता है आपके डीमैट अकॉउंट में शेयर हो या न हो डीमैट अकाउंट का जो वर्षित शुल्क ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लाभ है उसे आपको देना ही होगा।

डीमैट अकाउंट शुल्क सभी प्लेटफार्म पर नहीं लगता है जैसे कई बैंक फ्री में डीमैट अकाउंट ओपन करने का मौका देते है वही कई ऐसे इंटरनेट पर प्लेटफार्म मौजूद है जो फ्री में डीमैट अकाउंट ओपन करवाती है यह शुल्क सभी प्लेटफार्म का अलग अलग हो सकता है।

यदि आप एक नए निवेशक है तो आपको किसी ऐसे प्लेटफार्म के साथ जाना चाहिए जहा फ्री में डीमैट अकाउंट ओपन करने की सुविधा मिलता हो क्योकि शुरूआती दौर में आपको शुल्क देने का कोई मतलब नहीं है फर्जी पैसो का नुकसान होगा इस लिए आप इंटरनेट पर मौजूद फ्री डीमैट अकाउंट प्लेटफार्म की सुविधा ले सकते है।

स्टॉक ब्रोकर का निरीक्षण।

आपको अपने डीमैट अकॉउंट और ब्रोकर की निगरानी खुद करनी है इनके द्वारा किये जा रहे सभी कार्यो पर नजर रखना है क्योकि सभी स्टॉक ब्रोकर के पास मार्किट चलाने की क्षमता होती है वो उसका दुरूपयोग भी कर सकते है इस लिए अपने अकॉउंट की खुद निगरानी करनी है अपने डेटा को खुद सुरक्षित रखे।

डीमैट अकाउंट और ब्रोकर पर निगरानी अंत्यंत आवश्यक है क्योकि दुरुपयोग करके आपके डीमैट अकाउंट से सही गलत ट्रांसक्शन भी किये जा सकते है इस पर आपको ध्यान देना है की कही गलत लेनदेन तो नहीं हो रहा है।

ऐसे ही कई प्रकार की डीमैट अकाउंट के नुकसान हो सकते है इसलिए आपको सही तरीके से अपने अकाउंट को लेकर सचेत रहे है किसी अच्छे प्लेटफार्म पर ही अपना डीमैट खाता खोले ताकि आपका खाता सुरक्षित रहे है।

डीमैट खाता खोलने के लिए इस लेख को पढ़े…

डीमैट खाता के लाभ।

जहा डीमैट खाता के कई नुकसान है वही पर डीमैट खाते के कई फायदे भी है आइये एक नजर इस पर भी डालते है।

कुछ समय पहले शेयर मार्किट में इन्वेस्टमेंट करना बहुत भारी काम होता था यदि आप किसी तरह से इन्वेस्टमेन्ट कर भी ले तो सेल करने में काफी टाइम लगता है ट्रांसक्शन में काफी में समय लग जाता था लेकिन अभी आप अपने स्टॉक को मिंटो में बेच और खरीद सकते है यह बहुत बड़ा फायदा निवेशक के लिए है।

चोरी होने के चान्सेस कम हो गए है क्योकि डीमैट अकाउंट में स्टॉक को डिजिटल रूप में प्रदर्शित किये जाते है जिसे कोई चोरी नहीं कर सकता है यदि कोई कर भी लेता है तो उसके द्वारा सेल नहीं किया जा सकता है उससे वह खुद फायदा नहीं ले सकता है इसलिए आप निश्चिन्त होकर इन्वेस्टमेंट कर सकते है।

शेयर मार्किट में आपको ज्यादा समय देनी की आवश्यकता नहीं है अब कुछ ही क्लिक में depository, participants, प्राप्त कर सकते है इसके लिए पहले काफी समय लग जाता था यह सारी सुविधाएं डीमैट खाता प्रदान करता है।

डीमैट खाता से आप ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के साथ इन्वेस्टमेंट भी कर सकते है साथ ही म्यूच्यूअल फण्ड और डिजिटल गोल्ड में भी निवेश कर सकते है जो कम समय में आसानी से पूरा कर सकते है।

डीमैट खाता शुल्क।

डीमैट अकाउंट के नुकसान। के बारे में जानने के बाद अब जानते है डीमैट खाता का शुल्क क्या लगता है इसका शुल्क सभी प्लेटफार्म पर सेम नहीं होता है अलग अलग हो सकता है इसलिए आप जब भी डीमैट अकाउंट ओपन करे थोड़ा रिसर्च करने के बाद ही किसी प्लेटफार्म पर अपना खाता खोले कई ऐसे प्लेटफार्म पर फ्री में भी डीमैट अकाउंट ओपन करने की सुविधा मिल जाती है अगर शुरूआती दौर में है तो फ्री में किसी प्लेटफार्म से डीमैट अकाउंट ओपन करे।

समाप्त

इस लेख में हम लोगो ने जाना है की डीमैट अकाउंट के नुकसान। क्या है और डीमैट खाता के लाभ क्या है इस विषय पर जानकारी प्राप्त की है इसे उन निवेशक को ज़रूर पड़ना चाहिए जो अभी स्टॉक मार्किट में नए है क्योकि फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी जानना काफी ज़रूरी है इस लेख को पढ़कर आप डीमैट खाता से सम्बंधित जानकारी जान सकते है।

मुझे आशा है यह लेख आपको पसंद आया होगा इससे सहायता मिला होगा ऐसे जानकारी के लिए आप हमारे ब्लॉग पर पब्लिश कंटेंट को पढ़ सकते है और जानकारी प्राप्त कर सकते है यदि इस लेख से जुडा आपका कोई प्रश्न है तो आप मुझे कमेंट करके पूछ सकते है उसका जवाब आपको मिल जायेगा इस जानकारी को उन नए निवेशक तक पहुंचाना न भूले जो ऐसे जानकारी से रूबरू होना चाहते है और इन चीजों पर विशेष ध्यान दे।

HDFC Demat Account: क्या आप HDFC में खोलना चाहते हैं डीमैट अकाउंट, फॉलो करें ये आसान स्टेप्स

टाइम्स नाउ डिजिटल

Demat Account Online in HDFC: एचडीएफसी बैंक में अकाउंट खुलवाना बेहद आसान है, अगर आप चाहे तो ऑनलाइन अकाउंट खुलवा सकते हैं। वहीं ऑनलाइन इन स्टेप्स की मदद से आसानी एचडीएफसी डिमेट अकाउंट भी खोल सकते हैं।

 HDFC में डीमैट अकाउंट

  • ऑनलाइन आप आसानी से एचडीएफसी बैंक में अकाउंट खोल सकते हैं।
  • एचडीएफसी में डीमैट अकाउंट खोलने के लिए ये तरीके अपना सकते हैं।
  • डीमैट अकाउंट में म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, शेयर आदि निवेश हो सकते हैं।

एचडीएफसी बैंक ग्राहकों को डीमैट अकाउंट सेवाएं प्रदान करता है। बता दें कि डीमैट अकाउंट एक सुरक्षित, ऑनलाइन और निर्बाध मोड है जो आपके निवेशों को स्टोर और सुरक्षित रखता है। आपके डीमैट अकाउंट में जीरो शेयर भी हो सकते हैं क्योंकि इसमें कई शेयरों पर इसकी कोई न्यूनतम आवश्यकता नहीं है। यह आपके निवेश को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में स्टोर करता है। डीमैट अकाउंट में म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, शेयर आदि निवेश हो सकते हैं।

एचडीएफसी डीमैट अकाउंट व्यापारियों के लिए बेहतर है और साथ ही इससे बहुत सारे लाभ मिलते हैं। बता दें कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग और निवेश करना चाहते हैं तो कोई उम्र के होने के बावजूद आप एचडीएफसी डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। इसके लिए सिर्फ पैन कार्ड डिटेल, पहचान और पते का प्रमाण भरना होगा, इसके अलावा आपको केवाईसी फॉर्म भी भरना होगा। नाबालिग और वयस्क दोनों ही स्टॉक में निवेश कर सकते हैं। नाबालिग अपने माता-पिता के नाम से डीमैट अकाउंट खुलवा सकता है। वहीं जब तक नाबालिग 18 साल से ऊपर का नहीं हो जाता तब तक उसके माता-पिता अकाउंट के प्रभारी होंगे।

आप नेट बैंकिंग के माध्यम से या फिर ब्रांच अकाउंट में जाकर एचडीएफसी डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं। एचडीएफसी के ग्राहक नहीं होने पर आप बैंक के ब्रांच में जा सकते हैं और चेक बुक के साथ ऑरिजनल डॉक्यूमेंट को जमा कर सकते हैं। इस दौरान आपको बैंक में अकाउंट खोलने और केवाईसी फॉर्म भरने की भी आवश्यकता होती है। वहीं इन तरीकों के जरिए आप ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं।

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इन स्टेप्स के जरिए खोलें ऑनलाइन एचडीएफसी डीमैट अकाउंट

  • सबसे पहले अपने क्रेडेंशियल के साथ एचडीएफसी नेट बैंकिंग में लॉगिन करें। अब ओपन डीमैट अकाउंट ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • 'ऑनलाइन आवेदन करें' ऑप्शन पर क्लिक करें, जिसके बाद फॉर्म स्क्रीन पर आ जाएगा।
  • फॉर्म में जरूरी डिटेल भरें। इसके बाद ऑथोराइज्ड एचडीएफसी सिक्योरिटी रिप्रेजेंट को आपको कॉल करने के लिए चेकबॉक्स पर क्लिक करें।
  • इसके बाद आपको सबमिट ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लाभ बटन पर क्लिक करना होगा।
  • सबमिट करने के बाद, आपको एक मैसेज प्राप्त होगा। इसके साथ ही आपके दिए डिटेल को चेक करने के लिए सिक्योरिटी रिप्रेजेंट की तरफ से कॉल आएगा।
  • डॉक्यूमेंट वेरिफाई करने के बाद, आपको अपने पहचान प्रमाण, निवास प्रमाण के साथ एक ईमेल भेजना होगा।
  • अकाउंट खुलने के बाद आपके रजिस्टर मोबाइल नंबर पर मैसेज आ जाएगा।

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Groww डीमैट अकाउंट विश्लेषण और खता खोलने की पूरी जानकारी हिंदी मे

शेयर बाजार मे निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट और ट्रेडिंग खाता होना जरुरी होता है। इस डीमैट खाते को प्रदान करने वाले काफी सारे शेयर ब्रोकर इस समय मौजूद है आओ इन ब्रोकर मे आपके जरुरत के अनुसार ब्रोकर चुनकर उसमे डीमैट खाता खोल सकते है। अगर आप Groww ब्रोकर के जरिये नया डीमैट खाता खोलने जा रहे है तो इस आर्टिकल आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।

Groww के बारे मे :(About Groww)

  • Groww की शुरवात अप्रैल 2016 से बंगलोर से हुई यह एक सम्पूर्ण रूप से नया और भारतीय ब्रोकर है।
  • ब्रोकर प्रकार के अनुसार Groww एक डिस्काउंट ब्रोकर है जिसे नेक्स्ट बिलियन टेक्नोलॉजीज की तरफ से चलाया जा रहा है।
  • Groww स्टॉक ब्रोकर इक्विटी ,म्यूच्यूअल फण्ड ,करेंसी ,डेरेटिव इन सभी विकल्पों मे ट्रेडिंग और निवेश सेवा प्रदान करता है।
  • Groww डीमैट अकाउंट सेवाएं इस समय BSE और NSE दोनों पर शुरू है।
  • Groww अपने ऑनलाइन एप्लीकेशन म्यूच्यूअल फण्ड सेवाएं और नयी तकनीक के लिए जाना जाता है।

Groww डीमैट खाते की विशेष बातें :(Groww Demat Features)

  • Groww एप्लीकेशन निवेशकको मे अपने म्यूच्यूअल फण्ड सेवाओ के लिए काफी लोकप्रिय है।
  • Groww डीमैट खाता एक पूरी तरह से नए ज़माने का है जिसमे शेयर और अन्य निवेश को काफी आसान बनाया है।
  • तुरंत ऑनलाइन KYC प्रोसेस जिसे कुछ ही मिनट मे डीमैट ट्रेडिंग खाता खोला जाता है।
  • Groww निवेशकको को 2 इन 1 डीमैट खाता प्रदान करता है जिसमे डीमैट और ट्रेडिंग खाता एक साथ खोला जा सकता है।
  • Groww इसी के साथ फ्री अकाउंट ओपनिंग का लाभ भी देता है।
  • Groww के साथ खोले गए खाते पर जीरो AMC शुल्क लिया जाता है।
  • एप्लीकेशन के जरिये अकाउंट ओपनिंग सुविधा।

Groww डीमैट अकाउंट विकल्प :(Tyoes Of Groww Demat Account)

Groww अपने नए ग्राहकको को अपने निवेश और ट्रेडिंग की जरूरतों के अनुसार डीमैट खाता चुनने का विकल्प प्रदान करती है।

ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? What Is Trading Account In Hindi

What Is Trading Account

Trading Account Meaning In Hindi – दोस्तों अगर आप इस लेख को पढ़ रहे है तो जरुर आप शेयर मार्केट में इंटरेस्ट रखते हो या फिर शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हो ! अगर आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते है तो आप यह जरुर जानना चाहते होंगे कि ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? ( Trading Account Kya Hai ). यह डीमैट अकाउंट से किस प्रकार अलग है ( Trading Account and ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लाभ Demat Account Difference ) ? यदि आप इन सब बातो को जानना चाहते है तो इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़े ! तो आइये जानते है ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है ? और यह किस प्रकार काम करता है What Is Trading Account In Hindi

ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? What Is Trading Account In Hindi

ट्रेडिंग अकाउंट वह अकाउंट होता है जिसके माध्यम से हम स्टॉक को खरीदने के लिए पैसे का लेनदेन करते है तथा शेयर्स को खरीदने और बेचने के लिए स्टॉक ब्रोकर को ऑर्डर इसी अकाउंट के द्वारा दिया जाता है ! यह अकाउंट एक प्रकार से हमारे बैंक अकाउंट और डीमैट अकाउंट के बिच मध्यस्थता का कार्य करता है !

जब हम ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाते है तो इसे हमारे डीमैट अकाउंट से लिंक कर दिया है ! और जब हमें शेयर्स खरीदने होते है तो हम अपने बैंक अकाउंट से पैसे ट्रेडिंग अकाउंट में डाल देते है ! जब हम शेयर खरीदने का ऑर्डर स्टॉक मार्केट को देते है तो जितने पैसे के shares खरीदते है उतने पैसे हमारे ट्रेडिंग अकाउंट से कट जाते है और जो shares हमें मिलते है वो कुछ समय में हमारे डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते है !

उसी प्रकार जब हम डीमैट अकाउंट में रखे हुए shares को बेचते है तो उन shares के पैसे ब्रोकरेज चार्ज के साथ हमारे ट्रेडिंग अकाउंट में जमा हो जाते है और shares डीमैट अकाउंट से निकलकर खरीदने वाले के अकाउंट में जमा हो जाते है !

सरल शब्दों में हम कह सकते है कि ट्रेडिंग अकाउंट एक प्रकार से शेयरों की ट्रेडिंग करने के लिए होता है , जहाँ पर हमारे shares खरीदने और बेचने का ऑर्डर तथा पैसो के डेबिट और क्रेडिट रिकॉर्ड रखे जाते है ! वर्तमान में सभी प्रकार के ब्रोकर्स हमें एक साथ डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की सुविधा देते है !

ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले ( Trading Account Kaise Khole )

जब भी आप ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाना चाहते है तो इसके लिए आपको स्टॉक ब्रोकर से संपर्क करना होगा ! आप यह अकाउंट स्टॉक ब्रोकर के ऑफिस में जाकर या फिर जिस भी ब्रोकर से ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना चाहते है उसकी वेबसाइट पर जाकर जरुरी डाक्यूमेंट्स submit करके भी यह अकाउंट ओपन कराया जा सकता है !

आपको बता दे की स्टॉक ब्रोकर एक प्रकार से रजिस्टर्ड कंपनी होती है जो SEBI के नियमो के अनुसार चलती है ! वर्तमान में भारत में लगभग 8 हजार से भी ज्यादा स्टॉक ब्रोकर कम्पनी रजिस्टर्ड है ! आपको ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए सही कंपनी का चुनाव करना होगा जिसमे ब्रोकरेज charges तथा वार्षिक शुल्क बहुत कम हो तथा जो आपको अच्छी सुविधाए उपलब्ध करवाए !

ट्रेडिंग अकाउंट के लाभ ( Benefits of Trading Account )

  • वर्तमान में सब कुछ डिजिटल होने से ऑनलाइन ट्रेडिंग काफी आसान और सरल हो गई !
  • इस अकाउंट के माध्यम से जब आप shares खरीदते और बेचते है तो आपके ट्रेडिंग अकाउंट से अपने आप ही पैसे डेबिट और क्रेडिट हो जाते है !
  • आप shares की ट्रेडिंग अपने मोबाइल के माध्यम से कही भी कर सकते है !
  • ऑनलाइन ट्रेडिंग की सुविधा मिलने से निवेशक को अपने ब्रोकर को कॉल करके ऑर्डर देने की जरुरत नही होती है ! उसके द्वारा दिया गया ऑर्डर तुरंत अप्लाई हो जाता है !

ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है

ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता ? और इसके फायदे क्या है ? इन सब बातो को जान लेने के पश्चात् अब आपके मन में यह सवाल चल रहा होगा कि आखिर ये ट्रेडिंग अकाउंट काम कैसे करता है ! आइये जानते है ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है –

जब आप ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग करना चाहते है तो सबसे पहले आपको अपने बैंक अकाउंट के माध्यम से पैसे ट्रेडिंग अकाउंट में ट्रान्सफर करने होंगे ! उसके बाद आप जिस भी कंपनी का शेयर या स्टॉक खरीदना चाहते है तो उसका प्राइस देखना होता है अब उस प्राइस के हिसाब से आप शेयर खरीदने का ऑर्डर प्लेस कर सकते है ! आपके द्वारा दिया गया ऑर्डर स्टॉक एक्सचेंज तक पहुँचता है अब इस ऑर्डर का काउंटर ऑर्डर मिल जाने पर यह ऑर्डर execute हो जाता है !

जब आपके द्वारा दिया गया ऑर्डर complete हो जाता है तो आपके ट्रेडिंग अकाउंट में से पैसे कट जाते है और ख़रीदे गए shares आपके डीमैट अकाउंट में ब्रोकरेज चार्ज और टैक्स कटकर एक या दो दिन में जमा हो जाते है !

इसी प्रकार जब आप डीमैट अकाउंट में रखे हुए shares को बेचना चाहते है तो बेचे गए शेयर आपके डीमैट अकाउंट से निकलकर खरीदने वाले के डीमैट अकाउंट में ट्रान्सफर हो जाते है और आपके ट्रेडिंग अकाउंट में ब्रोकरेज चार्ज और टैक्स कटकर पैसे जमा हो जाते है ! इस प्रकार से यह ट्रेडिंग अकाउंट काम करता है !

ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट में अंतर ( Trading Account and Demat Account Difference )

वर्तमान में सभी कंपनियां हमें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट एक साथ देने की सुविधा के कारण हम इन दोनों के बिच क्या अंतर है यह नहीं जान पाते है ! लेकिन यदि आप ध्यान से समझेंगे तो इन दोनों में बहुत ही अंतर है , जो इस प्रकार है –

ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट में मुख्य अंतर यही है कि ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से हम shares को खरीदने और बेचने का ऑर्डर देते है तथा इसमें हम shares को खरीदने के लिए पैसे को जमा रख सकते है , जबकि डीमैट अकाउंट में हम पैसे को जमा नहीं रख सकते यह हमें ख़रीदे गए shares को स्टोर करने अर्थार्त रखने की सुविधा प्रदान करता है !

दोस्तों उम्मीद करता हूँ ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? What Is Trading Account In Hindi लेख आपको पसंद आया होगा ! अगर Trading Account Kya Hai आर्टिकल के सम्बन्ध में आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है !

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