फाइनेंस कितने प्रकार का होता है

मान लो की आप SBI बैंक से 10 लाख रूपये का पर्सनल लोन लेते है और आपके लोन की ब्याज दर 12% है, निचे दी गई तालिका में लोन अवधि, EMI, देय ब्याज और कुल व्यय दिया फाइनेंस कितने प्रकार का होता है है जो आपको भुगतान के समय देना होगा:
MS Excel : भारत के टॉप 10 डिमांडिंग स्किल में शुमार है ये स्किल, आपको आती है तो नहीं होगी जॉब की कमी
माइक्रोसॉफ्ट द्वारा 1987 में लांच किेए गए एमएस एक्सेल का दायरा अब बहुत बढ़ गया है। अलग-अलग फील्ड के लोग इसका अपने लिए अलग इस्तेमाल करते हैं। इसके फीचर के कारण कई विभागों में इसका उपयोग किया जाता है। पर्यावरण विभाग मौसम से जुड़े सारे अपडेट फाइनेंस कितने प्रकार का होता है का चार्ट एमएस एक्सेल पर बनाता है। किसी भी राज्य में या केंद्र में चुनाव का डेटा एक्सेल शीट पर तैयार होता है। देश की भौगोलिक, आर्थिक स्थिति, जनसंख्या चार्ट, सूखा, बारिश, बाढ़ आदि जैसे चार्ट एक्सेल पर ही बनते हैं। अगर आप भी पेपर-पेन चार्ट का इस्तेमाल करते हैं और एक्सेल चार्ट बनाना सीखना चाहते हैं। तो ये चार्ट आपकी पावर प्वाइंट्स स्लाइड्स का पूरा असर ही बदल देगी। एक्सेल चार्ट के जरिए प्रस्तुत डेटा से आप छात्रों को, कंपनी कर्मचारियों या देशवासियों को एक बेहतर तरीके से कोई भी टॉपिक समझा सकते हैं। वैसे तो एक्सेल में आप जोड़ घटाना गुणा भाग जैसे काम भी सेकेंडों में कर सकते हैं। एक्सेल का इस्तेमाल छात्र, ऑफिस कर्मचारी व विभिन्न संस्थानों द्वारा किया जाता है। इतना ही नहीं आज के समय में ये स्किल भारत के टॉप 10 डिमांडिंग स्किल्स में शामिल हो चुका है। अगर आप भी एक नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो सफलता डॉट कॉम के MS Excel Course : Join Now की मदद ले सकते हैं।
एम एस एक्सेल के उपयोग
- डाटावेस तैयार करना
- अकाउंटिंग कार्य
- गणितीय कार्य
- तार्किक कार्य
- डाटा मैनेजमेंट
- चार्ट क्रिएशन
- फिल्टर और शॉर्टिंग डेटावेस
- बजट तैयार करने के लिए
- बजट तैयार करने के लिए
- डाटा फॉर्मेटिंग
देश की जानी-मानी ऐडटेक कंपनी सफलता ने युवाओं की मदद के लिए कई प्रोफेशनल और स्किल ओरिएंटेड शॉर्ट और लॉन्ग टर्म कोर्सेस की शुरुआत की है जहां से आप घर बैठे खुद को एक किसी फील्ड का प्रोफेशनल बना सकते हैं। सफलता के खास ग्रॉफिक डिजाइनिंग के कोर्स में आपको 12 से भी अधिक माड्यूल्स, 7+ टूल्स और 12+ असेसमेंट दिए जाते हैं। इसके अलावा आपको 5 जीबी से भी अधिक की रेफरेंस और प्रोजेक्ट फाइल्स उपलब्ध कराई जाती है तथा 10 से भी अधिक डाउट क्लीयरिंग सेशन्स में भी शामिल होने का मौका मिलता है। इस कोर्स से जुड़ने के बाद आपको वर्चुअल स्टूडियो टूर और एक्सपर्ट्स के साथ कॉउंसलिंग सेशन्स में भी हिस्सा लेने का मौका मिलता है। सफलता पर ग्रॉफिक डिजाइनिंग और डिजिटल मार्केटिंग के अलावा भी कई कोर्स मौजूद हैं। इतना ही नहीं सरकारी नौकरी का सपना फाइनेंस कितने प्रकार का होता है देख रहे युवाओं के लिए भी सफलता पर लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोर्सेस हैं। यहां से पढ़कर सैकड़ों युवाओं ने सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में शानदार नौकरियां हासिल की हैं। तो फिर देर किस फाइनेंस कितने प्रकार का होता है बात की आज ही सफलता से जुड़ें और अपना शानदार करियर बनाएं। आप अपने फोन में safalta app डाउनलोड कर भी इन कोर्सेस से जुड़ सकते हैं।
Animation क्या है और यह कितने प्रकार के होते हैं?
Animation का उपयोग कंप्यूटर में drawing तथा अन्य प्रकार के art के लिए किया जाता है। एनिमेशन के जरिए हर प्रकार के लोगो डिजाइन संभव हुए हैं। अब तो animation का field एक बहुत बड़ा platform बन गया है जिससे छात्र इसे एक career option की तरह भी चुन सकते हैं। एनीमेशन को समझें तो यह एक ऐसी तकनीक है जिससे कोई भी ऐसा चित्र, Image या Object जो रियल में हिल नहीं सकता है या मूव नहीं कर सकता है उसको चलते हुए, बोलते हुए या कुछ करते हुए दिखाया जाता है। यानि Animation किसी रुकी हुई Image पर जान डालता है जिसके कारण Image में कुछ प्रतिक्रिया होती हुई दिखाई देती है। एनिमेशन एक प्रकार का Art और विज्ञान है। Animation एक क्रम में गति का भ्रम पैदा करने के लिए क्रमिक चित्र, मॉडल फाइनेंस कितने प्रकार का होता है या कठपुतलियों को चित्रित करने की एक विधि है। इसको इस तरह से भी समझ सकते हैं कि Animation वह है जिसमे एक sequence (क्रम) में movement (गति) का एक illusion (भ्रम) create किया जाता है, जिसके लिए sequence photographs, models, या फिर puppets (कठपुतली) का इस्तेमाल इस विधि में किया जाता है। एनिमेशन एक प्रकार की फाइनेंस कितने प्रकार का होता है प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत डिजाइनिंग, drawing, लेआउट बनाना तथा फोटोग्राफिक्स के लिए इसका मुख्य उपयोग किया जाता है। एनिमेशन के माध्यम से हर प्रकार की इमेज के लेआउट को कस्टमाइज कर सकते हैं और उसे मैनेज कर सकते हैं। एनिमेशन टेक्नोलॉजी के आने के पश्चात कंप्यूटर में कई प्रकार के ग्राफिक्स कार्य को करने में मदद मिली है। एनिमेशन कंप्यूटर में कई प्रकार के ग्राफिक, logo और कार्टून बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
Animation क्या है? What is Animation?
साधारण सी भाषा में एनीमेशन को समझें तो यह एक ऐसी तकनीक है जिससे कोई भी ऐसा चित्र, Image या Object जो रियल में हिल नहीं सकता है या मूव नहीं कर सकता है फाइनेंस कितने प्रकार का होता है उसको चलते हुए, बोलते हुए या कुछ करते हुए दिखाया जाता है। यानि Animation किसी रुकी हुई Image पर जान डालता है जिसके कारण Image में कुछ प्रतिक्रिया होती हुई दिखाई देती है। जैसे आप एनीमेशन की सहायता से बनाई गयी किसी Video या Movie में आप इन्सान को उड़ता हुआ देख सकते हैं। चित्रों की एक श्रृंखला द्वारा बनाई गई movement का simulation एनीमेशन कहलाता है। एनिमेशन एक प्रकार का Art और विज्ञान है। Animation एक क्रम में गति का भ्रम पैदा करने के लिए क्रमिक चित्र, मॉडल या कठपुतलियों को चित्रित करने की एक विधि है। इसको इस तरह से भी समझ सकते हैं कि Animation वह है जिसमे एक sequence (क्रम) में movement (गति) का एक illusion (भ्रम) create किया जाता है, जिसके लिए sequence photographs, models, या फिर puppets (कठपुतली) का इस्तेमाल इस विधि में किया जाता है।
कम रिस्क में अच्छे रिटर्न हासिल करने का जरिया हैं बॉन्ड, जानें टाइप्स और इन्वेस्टमेंट का तरीका
आप ज्यादा रिस्क लिए बिना कई गुना रिटर्न हासिल कर सकते हैं. इसके लिए बॉन्ड (Bond) बेहतर ऑप्शन है. आप अपनी राशि को सरकारी और कॅार्पोरेट बॅान्ड में इंवेस्ट कर सकते हैं.
अक्सर लोगों के दिमाग में ये सवाल चलता रहता है कि वो अपनी कमाई को कैसे इंवेस्ट करें कि उन्हें अच्छा रिटर्न मिल सकें. मौजूदा समय में इंवेस्टमेंट के ढेरों ऑप्शन होने के कारण सही विकल्प को चुनना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. लेकिन अगर आप कम जोखिम पर अच्छा रिटर्न पाना चाहते हैं तो आपके लिए बॅान्ड एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है. बॉन्ड एक तय इनकम के सोर्स होते हैं. इसके माध्यम से जारीकर्ता बॅान्ड के मूल राशि या मेच्योरिटी पर फेस वैल्यू के लिए इंटरेस्ट देता है. आप अपनी रकम को सरकारी और कॅार्पोरेट बॅान्ड में इंवेस्ट कर सकते हैं. बॉन्ड को एक तरह से लोन कह सकते हैं. सरकार और कॅार्पोरेट हाउस कर्ज जुटाने के लिए बॉन्ड जारी करती हैं. कंपनियां इसे जारी करने से पहले बॉन्ड की वैलेडिटी और एनुअल इंटरेस्ट कूपन को तय करती है. इसको इस तरह से समझ सकते हैं अगर किसी कंपनी को बिजनेस के लिए लोन चाहिए तो वो बैंक से लोन न लेकर बॉन्ड के जरिए कर्ज लेने का फैसला करती है. बॉन्ड्स को दो तरीके से खरीदा जा सकता है. प्राइमरी मार्केट और सेकेंडरी मार्केट.
बॅान्ड कितने तरह के होते हैं
बॉन्ड में इंवेस्ट करने के लिए आपको बॉन्ड मार्केट का पता होना जरुरी है. बॉन्ड मार्केट दो प्रकार के होते हैं. प्राइमरी मार्केट और सेकेंडरी मार्केट. प्राइमरी मार्केट में जारीकर्ता डयरेक्ट इंवेस्टर को न्यू डेट सिक्योरिटीज बेचता है.
कंवर्टिबल बॉन्ड में बायर, जारीकर्ता के शेयरों में बॅान्ड को बदल सकता है. कंवर्टिबल बॅान्ड के तहत रेगुलर कंवर्टिबल बॅान्ड, कंपल्सरी कंवर्टिबल बॅान्ड और रिवर्स कंवर्टिबल बॅान्ड आते हैं. इस बॅान्ड से इंवेस्टर को मेच्योरिटी पर फिक्स इंटरेस्ट रेट के साथ ही फेस वेल्यू भी मिलती है.
फिक्स रेट बॅान्ड
फिक्स रेट फाइनेंस कितने प्रकार का होता है बॅान्ड एक सरकारी बॅान्ड होता है. इस बॅान्ड पर इवेस्टर को मेच्योरिटी पर ब्याज की एक निश्चित रकम मिलती है. इनकी इंटरेस्ट रेट पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता.
इन बॅान्ड में टर्मिनल चेंजेस के कारण रिटर्न की रेट पर असर पड़ता है.फ्लोटिंग रेट बॅान्ड में इंवेस्ट करते समय बेंचमार्क रेट, स्प्रेड, बेंचमार्क रेट से अधिक रेट में शिफ्ट की रकम, और रिसेट फ्रीक्वेंसी का ध्यान रखना चाहिए.
SBI Personal loan EMI Calculator: जानिए SBI पर्सनल लोन की ईएमआई की गणना कैसे करें?
SBI Personal loan EMI Calculator in Hindi: क्या आप एसबीआई बैंक से पर्सनल लोन लेने की सोच रहे है तो हम आपको एक जरुरी बात बता दें की एसबीआई पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करने से पहले आपको अपने लोन की EMI की गणना करना बहुत जरुरी है।
अगर आप लोन की ईएमआई की गणना किए बिना लोन के लिए अप्लाई कर देते है तो लोन के भुगतान के समय आपको कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
आपको लोन लेने में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करने पड़े, इस लिए हम आपकी इस लेख के माध्यम से पूरी मदद करेंगे और SBI पर्सनल लोन की ईएमआई की गणना करने के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करेंगे इसलिए आपसे निवेदन है की आप इस लेख को अंत तक पढ़े।
SBI Personal loan Calculator in Hindi
EMI की फुल फॉर्म “समान मासिक किस्त” होती है यानि की जो आप लोन के भुगतान के समय क़िस्त चुकाते है फाइनेंस कितने प्रकार का होता है वह EMI होती है। SBI पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करने से पहले आप ईएमआई की गणना करके यह पता कर सकते है की आपको लोन के भुगतान के समय कितने रूपये की क़िस्त चुकानी होगी।
एसबीआई पर्सनल लोन की EMI की गणना करना बहुत आसान है। आप बैंक की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर एसबीआई पर्सनल लोन कैलकुलेटर की मदद से अपने लोन की EMI की गणना आसानी से कर सकते है जिसके बारे में आगे विस्तार से इस लेख में जानकारी दी गई है।
एसबीआई पर्सनल लोन की EMI मुखत तीन कारकों पर निर्भर करती है – ऋण की राशी, ब्याज दर और लोन अवधि।
ऑनलाइन एसबीआई पर्सनल लोन की ईएमआई की गणना कैसे करें?
ऑनलाइन ईएमआई की गणना करने के लिए निचे दिए गए स्टेप फॉलो करें:
- सबसे पहले आपको बैंक की ऑफिसियल वेबसाइट sbi.co.in पर जाना होगा।
- वेबसाइट पर आने के बाद आपको एसबीआई पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर के आप्शन पर आना होगा।
- जैसे ही आप इस लिंक पर क्लिक करेंगे आपके सामने EMI Calculator ओपन हो जायेगा जो आपको कुछ इस प्रकार दिखाई देगा:
एसबीआई पर्सनल लोन कैलकुलेटर – विभिन्न परिदृश्य
आपकी सुविधा के लिए निचे तालिका में लोन की EMI के कुछ परिदृश्य दिए गए है। विभिन ब्याज दर, विभिन लोन अवधि और विभिन ऋण राशी होने पर आपकी EMI क्या होगी इसके कुछ उदहारण निचे दिए गए है।
वर्तमान समय में SBI पर्सनल लोन की ब्याज दर 10.65% प्रतिवर्ष से शुरू होती है.
तालिका का उदाहरण: मानलो की आपने 1 लाख रु का पर्सनल लोन 10.70% ब्याज दर प्रतिवर्ष के हिसाब से 1 वर्ष या 2 वर्ष या 4 वर्ष के लिए लिया है तो आपके लोन की EMI अलग अलग वर्ष के लिए क्या होगा उसके लिए निचे दी गई तालिका में देखें:
अगर ब्याज दर 10.70% प्रतिवर्ष है तो:
ऋण राशी (रु.) | 1 वर्ष (रु.) | 2 फाइनेंस कितने प्रकार का होता है वर्ष (रु.) | 3 वर्ष (रु.) | 4 वर्ष (रु.) |
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1,00,000 | 8,824 | 4,647 | 3,260 | 2,570 |
3,00,000 | 26,473 | 13,941 | 9,779 | 7,710 |
5,00,000 | 44,121 | 23,234 | 16,298 | 12,850 |
7,00,000 | 61,769 | 32,528 | 22,818 | 17,990 |
9,00,000 | 79,418 | 41,822 | 29,337 | 23,130 |