ट्रेडिंग क्या होती है?

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होता है ?
इंट्राडे ट्रेडिंग हम एक दिन में ही कर सकते है। इंट्राडे ट्रेडिंग में हमे एक दिन में ही लोस्स और प्रॉफिट हो जाता है। भारत में शेयर मार्केट मंडे से लेकर फ्राइडे तक सुबह 9 :15 से लेकर शाम के 3 :30 खुलता है। अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो आप को इसी समय में शेयर को खरीदना और बेचना होगा। ज्यादातर निवेशक दो कारणों की बजह से इंट्राडे ट्रेडिंग करते है। पहला मार्जिन और दूसरा है न्यूज़।
मार्जिन क्या होता है
इंट्राडे में ब्रोकर अपने निवेशको को मार्जिन देते है। मार्जिन का मतलब है ब्रोकर अपने निवेशकों को निवेश करने के लिए पैसे उधार देते है। अगर आप के पास कम पैसे है और आप ज्यादा शेयर खरीदना चाहते है तो आप का ब्रोकर ट्रेडिंग क्या होती है? आप को मार्जिन देता है जिस से आप कोई भी कपनी के शेयर खरीद सकते है और जब आप के पास ज्यादा पैसे होंगे तो आप ज्यादा शेयर खरीद पाएंगे और अधिक लाभ कमा सकते है।
न्यूज का बहुत प्रभाव
जब भी कोई कंपनी की न्यूज आती है तो शेयर मार्किट में उस न्यूज का बहुत प्रभाव होता है शेयरों के प्राइस ऊपर निचे होने लग जाते है। जिस का निवेश फायदा उठा कर एक दिन में ही लाभ कमा लेते है। इन्ही दो करने की वजह से निवेशक इंट्राडे ट्रेडिंग करते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग दो प्रकार की होती है।
- लॉन्ग इंट्राडे ट्रेडिंग
- शोर्ट इंट्राडे ट्रेडिंग
1.लॉन्ग इंट्राडे ट्रेडिंग
लॉन्ग इंट्राडे ट्रेडिंग हम को जब लगता है कि कोई कंपनी के शेयर का प्राइस बढ़ने वाला है तो हम अपने ब्रोकर से मार्जिन ले कर अपने ब्रोकर की प्लेटफार्म पर जा कर उस कंपनी के शेयर को खरीद कर इंट्राडे सिलेक्ट करेंगे जिस से हमारे ऑडर मार्जिन अप्लाई हो जायेगा। फिर हम उस में क्वांटिटी भर देंगे। इस से हमारा ऑडर अप्लाई हो जायेगा। आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे है तो आप को उसी दिन ही शेयर को बेचना होगा। चाहे उस में आप का प्रॉफिट हो जा फिर लोस्स।
2.शोर्ट इंट्राडे ट्रेडिंग
शोर्ट इंट्राडे ट्रेडिंग में जब हम को लगता है कि किसी कंपनी के शेयर का प्राइस गिरने वाला है तो इस में हमारा ब्रोकर में कुछ शेयर उधार पर देता है जिसे हम अपने ब्रोकर के प्लेटफर में जा कर उस कंपनी के शेयर को बेच देते है उस समय उस शेयर का प्राइस 100 रुपए है तो आप उसे बेच देते है उस शेयर का प्राइस 10 रुपए ज्यादा गिर जाये तो आप उस कंपनी के शेयर खरीद कर अपने ब्रोकर को वापिस कर देंगे जो आप ने उस से उधार लिए थे। इस में आप ने ज्यादा प्राइस पर शेयर को बेच कर उसे कम प्राइस में खरीद लिए इस से आप को हर एक शेयर पर 10 रुपए का प्रॉफिट हुआ।
अगर इस में शेयर का प्राइस 10 रुपए ऊपर जाता तो इस में आप को हर एक शेयर पर 10 रुपए का नुकसान होता।
इंट्राडे ट्रेडिंग पर हमे कोन से नुकसान होते है
ब्रोकरेज
इंट्राडे ट्रेडिंग में हमे चाहे प्रॉफिट हो चाहे हमारा नुकसान हो हमारा ब्रोकर हमारे हर एक ऑडर पर चार्ज लेता है। उस के पैसे हमारे ट्रेडिंग अकाउंट में से कट जाते है। इंट्राडे में हम उस दिन ही शेयर खरीदते है और उस दिन ही बेचते है जिस के कारण हमारा ब्रोकर हमारे हर एक ऑडर पर चार्ज लेता है।
एक दिन का ही समय मिलना
इंट्राडे ट्रेडिंग में हम ने जिस दिन शेयर खरीदते होते है हमे उसे उसी दिन ही बेचना होता है। इस लिए हमारे पास शेयर खरीदने या बेचने के लिए थोड़ा समय ही होता है। अगर इस में हमारा लोस्स हो रहा हो फिर भी हमे शेयर को उसी दिन ही खरीदना या बेचना होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में हमे एक दिन में ही शेयर खरीदने और बेचने होते है जिस के कारण इस में बहुत ज्यादा रिस्क होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग से हमे ज्यादा फायदा और ज्यादा नुकसान दोनों ही हो सकते है। इस लिए अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो आप को ट्रेडिंग क्या होती है? इंट्राडे ट्रेडिंग को अच्छी तरह से समझना होगा और इंट्राडे ट्रेडिंग में होने के बारे में भी पता होना चाहिए। तभी आप ट्रेडिंग में सफल हो सकते है।
आज हम ने इस आर्टिकल में जाना कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है ,मार्जिन क्या होता है ,इंट्राडे ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है और इंट्राडे ट्रेडिंग से हमे क्या क्या नुकसान हो सकते है। मुझे उम्मीद है कि मेरे इस आर्टिकल से आप को इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में अच्छी तरह से समझ आ गया होगा। अगर आप को हमारा आर्टिकल पसंद आया है तो कमेंट करके जरूर बताए।
Intraday Trading Tips: क्या होती है डे ट्रेडिंग? कुछ घंटों में ही मिल सकता है मोटा मुनाफा, ध्यान रखें जरूरी टिप्स
How to start Day Trading: इंटरनेट और आनलाइन ट्रेडिंग हाउसेज की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना और मुनाफा कमाना आसान हो गया है.
How to do Intraday Trading: इंटरनेट और आनलाइन ट्रेडिंग हाउसेज की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना और मुनाफा कमाना आसान हो गया है.
How to start Day Trading or Intraday Trading: इंटरनेट और आनलाइन ट्रेडिंग हाउसेज की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना और मुनाफा कमाना आसान हो गया है. हालांकि निवेशकों की सोच अलग अलग होती है. कुछ निवेशकों का लक्ष्य लंबी अवधि का होता है और वे अपना पैसा अलग अलग लक्ष्य पूरा करने के लिए लांग टर्म के लिए ट्रेडिंग क्या होती है? निवेश करते हैं. वहीं, कुछ निवेशक शॉर्ट टर्म गोल लेकर बाजार में पैसा लगाते हैं. इन्हीं में से कुछ इंट्राडे इन्वेस्टर्स या डे ट्रेडर्स होते हैं. इंट्राडे ट्रेड में अगर सही स्टॉक की पहचान हो जाए तो शेयर बाजार में डेली बेसिस पर पैसा लगाकर मुनाफा कमाया जा सकता है.
क्या है इंट्राडे ट्रेडिंग
असल में बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं. इसमें सुबह पैसा लगाकर दोपहर तक अच्छी कमाई की जा सकती है. यहां शेयर खरीदा तो जाता है लेकिन उसका मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि एक दिन में उसमें होने वाली बढ़त से मुनाफा कमाना होता है. ध्यान रहे कि इसमें जरूरी नहीं है कि आपको फायदा ही हो. डे-ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है.
चुनें सही स्टॉक: ऐसे शेयर चुनें, जिन्हें बेचना भी आसान हो. जिन शेयरों में हाई लिक्विडिटी हो और आप उन्हें आसानी से सेल कर सकें. क्यों कि अगर आपके शेयर का कोई बॉयर नहीं होगा तो आप नुकसान में पड़ जाएंगे. लेकिन लिक्विड स्टॉक में भी 2 या 3 ही स्टॉक चुनेंं.
हॉयर ट्रेडिंग वॉल्यूम: हॉयर ट्रेडिंग वॉल्यूम वाले शेयरों का ही चुनाव करें. ऐसे शेयरों में ज्यादा से ज्यादा इन्वेसटर्स का रूझान होता है.
शेयर बाजार से अपडेट रहें: अपको डे ट्रेडिंग करते समय शेयर बाजार से अपडेट रहना जरूरी है. जानना जरूरी है कि बाजार को लेकर किस तरह कीर खबरें चल रही हैं. इससे आपको सही शेयर चुनने में मदद मिलेगी और आपद जोखिम से बच जाएंंगे.
मार्केट का ट्रेंड देखें: वोलेटाइल स्टॉक से दूर रहें और अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों में करें खरीददारी. शेयर का चुनाव करने के पहले बाजार का ट्रेंड जरूर देख लें, मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं.
एक्सपर्ट से सलाह लें: निवेश के पहले एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें. उसके बाद रिसर्च के बाद जिन शेयरों को लेकर कांफिडेंट हैं, उनमें निवेश करें.
तय करें टारगेट: शेयर खरीदने के पहले यह तय करें कि किस भाव में खरीदना है और उसका लक्ष्य कितना है.
जैसे ही लक्ष्य पूरा हो, प्रॉफिट बुकिंग करें.
स्टॉप लॉस स्ट्रैटेजी: इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस जरूर लगाएं. पेनी स्टॉक में निवेश करने से बचें.
(Source: इसमें अलग अलग ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट के आणार पर टिप्स दिए गए हैं.)
कितने पैसों की पड़ती है जरूरत
इंट्रा डे में आप किसी शेयर में कितनी भी रकम लगा सकते हें. शेयर बाजार में नियम है कि जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उस दिन पूरा पैसा नहीं देना होता है. नियम के तहत जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उसके 2 ट्रेडिंग दिनों के बाद पूरा भुगतान करना होता है. फिर भी आपको शेयर के भाव का शुरू में 30 फीसदी रकम निवेश करना होता है.
कैसे मिलता है फायदा
इसका उदाहरण 1 अगस्त के कारोबार में देख सकते हैं. आज एयरटेल में निवेश करने वालों की चांदी रही है और शेयर में 5 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ मिली है. असल में आज एजीआर इश्यू पर निवेशकों की नजर थी. सुप्रीम कोर्ट ने एजीआर बकाया चुकाने के लिए टेलिकॉम कंपनियों को 10 ट्रेडिंग क्या होती है? साल का समय दिया है. जिसके बाद एयरटेल में 5 फीसदी तेजी आ गई. ऐसे ट्रेड का ध्यान रखना डे ट्रेडर्स के लिए जरूरी है.
एक्सपर्ट का मानना है कि शेयर बाजार का अधिकांश कारोबार डे ट्रेडिंग का ही होता है, लेकिन फिर भी सावधानी के साथ कारोबार करना चाहिए. शेयर का चुनाव करने के पहले बाजार का ट्रेंड जरूर देखना चाहिए. मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं. शेयर खरीदने के पहले यह तय करें कि किस भाव में खरीदना है और उसका लक्ष्य कितना है. स्टॉप लॉस जरूर लगाएं.
(Discliamer: हम यहां इंट्राडे कारोबार के बारे में जानकारी दे रहे हैं, न कि निवेश की सलाह. शेयर बाजार के अपने जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)
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Trading kya hai? Trading कितने प्रकार का होता है? पूरी जानकारी हिंदी में ।
आखिर Trading kya hai ? यह सवाल ज्यादातर स्टॉक मार्केट में आए नए लोगों को बहुत परेशान करता है आजकल स्टॉक मार्केट में कई नए small ratailers आ रहे हैं और वे लोग ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट मैं अंतर को नहीं समझ पा रहे हैं तो आइए आज हम ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट के बारे में इस लेख में पूरा विस्तार से समझते हैं यदि आप स्टॉक मार्केट में नए हैं तो आपको ट्रेडिंग क्या है और इन्वेस्टमेंट क्या है इनके बारे में संपूर्ण ज्ञान होना चाहिए और इस पोस्ट में मैं आपको यही बताने की पूरी कोशिश करूंगा तो आप सभी इस पोस्ट को ध्यान से अंत तक जरूर पढ़ें।
ट्रेडिंग क्या है? Trading Kya Hai?
ट्रेडिंग का हिंदी मतलब होता है व्यापार आसान शब्दों में कहें तो ट्रेडिंग का मतलब होता है खरीदने और बेचने का व्यापार यानी कि किसी वस्तु या सेवा हो कम दामों में खरीद कर अधिक दामों में बेचना और उससे मुनाफा प्राप्त करना व्यापार या ट्रेडिंग कहलाता है।
TRADING KYA HAI
स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग क्या है?
स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग भी इसी प्रकार का होता है परंतु इसने लोग किसी वस्तु या सेवा को नहीं खरीदते या बेचते बल्कि स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के लिए लोग बड़े-बड़े कंपनियां व छोटे कंपनियों के शेयर को खरीदकर व उन्हें बेचकर मुनाफा प्राप्त करते हैं स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग कि समय अवधि 1 साल की होती है इसका मतलब यह हुआ कि 1 साल के अंदर किसी भी कंपनी के शेयर को खरीदने व बेचने में हुए मुनाफे को स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग कहते हैं यदि वह 1 साल के समय अवधि से अधिक हो गया तो उसे ट्रेडिंग नहीं इन्वेस्टिंग कहा जाता है
उदाहरण के तौर पर यदि हम किसी भी कंपनी का शेयर खरीद रहे होंगे तो कोई दूसरा व्यक्ति उसी कंपनी के शेयर को बेच रहा होगा तथा उससे वह मुनाफा व नुकसान प्राप्त कर रहा होगा ।
चलिए हम अपने डैली लाइफ में उसे करके आपको बताते हैं यदि हम किसी सब्जी मंडी में जाते हैं और ₹50 की कोई सब्जी लाते हैं और उसी को ₹60 में किसी कस्टमर ट्रेडिंग क्या होती है? को बेच देते हैं और रोजाना यही काम करते हैं तो यह ट्रेडिंग कहलाता है।
ठीक इसी प्रकार से स्टॉक मार्केट में भी होता है जब कोई व्यक्ति किसी कंपनी का शेयर कम दामों में खरीदता है तथा उसका दाम बढ़ने पर अधिक दामों में बेच देता है तथा वह उससे कुछ मुनाफा प्राप्त कर लेता है वह उसे 1 साल के समय अवधि के अंदर बेच देता है तो उसे ट्रेडिंग कहते हैं।
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग को काफी रिस्की कहते हैं क्योंकि इसमें कोई नहीं जानता कि शेयर के भाव का Movment कैसा होगा| अगर शेयर से जुड़ी कुछ अच्छी खबर आए तो शेयर के भाव में तेजी दिखाई देगी और जब शेयर से जुड़ी कोई बुरी खबर है तो उस Share के प्राइस में मंदी दिखाई देगी ।
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं ?
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग चार प्रकार के होते हैं
- Scalping Trading
- Intraday Trading
- Swing Trading
- Positional Trading
scalping ट्रेडिंग क्या है ?
Scalping ट्रेडिंग वह trading है जिसमें ट्रेडर कंपनी के शेयर को कुछ सेकण्ड और कुछ मिनटों के लिए ही खरीदता है और बेचता है तथा उससे मुनाफा प्राप्त करता है। ऐसे ट्रेडर को Scalpers कहा जाता है और आपको यह बता दूं कि यह ट्रेडिंग बहुत ही ज्यादा रिस्की होता है
Intraday ट्रेडिंग क्या हैं ?
Intraday trading वह trade है जिसमें कंपनी के शेयर को एक ही दिन में खरीदा तथा बेचा जाए। मतलब यह हुआ कि वह trade जिसमे trader मार्किट सुबह(9:15 AM) खुलने के बाद कंपनी के शेयर को खरीद लेते हैं तथा मार्केट बंद(3:30 PM) होने से पहले उसे बेच देते हैं Intraday ट्रेडिंग कहते है। यह ट्रेडिंग Scalping ट्रेडिंग से थोड़ा कम रिस्की होता है।
Swing trading क्या है ?
Swing trading यह Scalping और Intraday दोनो से अलग है यह कुछ दिनों और कुछ हप्तों के लिये किया जाता है। लेकिन इसमें भी शेयर को खरीदना और बेचना मार्केट खुलने और बंद होने के बीच में ही किया जाता है।
इसमें ट्रेडर किसी भी कंपनी के शेयर को कम दामों में खरीदता है तथा उसे कुछ दिनों व कुछ हप्तों के लिए Hold कर रखता है तथा प्राइस बढ़ने पर उसको बेच देता है तथा मुनाफा प्राप्त कर लेता है। इसमें ट्रेडर को पूरे दिन चार्ट देखने की आवश्यकता नहीं होती है ।यह उन लोगों के लिए है जो जॉब में है व स्टूडेंट है तथा शेयर मार्केट से पैसा कमाना चाहते हैं।
positional trading क्या है ?
Positional trading वह trade है जिसमे शेयर को कुछ महीनों के लिए Hold कर के रखा जाता है तथा इसमे मार्किट के छोटे-मोटे up-down से trader को कुछ फर्क नही पड़ता है यह लंबे समय के लिये होता है तथा यह सबसे कम रिस्की होता है इसमें मार्किट के long term movement को कैप्चर करने के लिये किया जाता है।
Trading और Investment में अंतर
1.Trading में शेयर को (Sort term) छोटे अवधि के लिये खरीदा जाता है और, Investment में शेयर को (long term)लंबे अवधि के लिये खरीदा जाता है।
2.Trading करने वाले को Traders और Investment करने वाला को Investors कहते हैं।
3.Trading करने के लिए टेक्निकल एनालिसिस का ज्ञान होना चाहिए और इन्वेस्टमेंट करने के लिए फंडामेंटल एनालिसिस की जानकारी होनी चाहिए।
4.Trading की अवधि 1 साल की होती है और वही Investment की अवधि 1 साल से अधिक होती है।
5.Trading छोटे अवधि के मुनाफे के लिये किया जाता है और Investment लंबे अवधि के मुनाफे के लिये किया जाता है।
Trading के फायदे और नुकसान
ट्रेडिंग छोटे अवधि में अधिक पैसा कमाने के लिए किया जाता है ,जबकि long term (लंबे समय) से इसकी तुलना करें तो यह नुकसानदायक है।
क्योंकि मार्केट गिरने से हम शेयर को टॉप पर ही बेच देते हैं जबकि मार्केट नीचे आने के तुरंत या कुछ समय बाद उतनी ही तेजी से ऊपर जाता है और लंबे समय में होने वाले अधिक प्रॉफिट पानी से हम वंचित रह जाते हैं ।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे कर सकते हैं ?
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग व इन्वेस्टिंग करने के लिए हमे शेयर मार्केट का ज्ञान होना चाहिए तथा हमें टेक्निकल एनालिसिस फंडामेंटल एनालिसिस का भी जानकारी होना चाहिए सबसे महत्वपूर्ण बात ट्रेडिंग करने के लिए हमें एक अकाउंट की आवश्यकता होती है जिसे डिमैट अकाउंट कहते हैं।
इन्हें भी जरूर पढ़ें…….
आज हमने क्या सीखा ?
आज हमने सीखा कि Trading Kya Hai? स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं व हम Trading कैसे कर सकते हैं तथा ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या है।
मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी यह लेख Trading kya hai पसंद आई होगी । इसे पढ़कर Trading से जुड़े सारे सवालों के जवाब आपको मिल गए होंगे और मैंने पूरी कोशिश की है कि आपके मन में Trading Kya Hai Hindi me से लेकर जो सवाल है वो सब इस पोस्ट के माध्यम से आप तक पहुँचा सकूँ।
यदि आपके मन में कुछ सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में अपने सवाल पूछ सकते है मैं आपके सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करूंगा और इस पोस्ट को जितना हो सके उतना शेयर करें ताकि सभी लोगों को Trading व स्टॉक मार्केट और उससे जुड़ी सभी जानकारियां आप सभी तक पहुंचते रहें और आप सभी अपना प्यार ऐसे ही बनाए रखें।
ट्रेडिंग क्या है ( Trading meaning in Hindi )
Trading in Hindi: अक्सर आप विज्ञापन या लोगो के द्वारा ट्रेडिंग , इन्वेस्टमेंट जैसे शब्द सुनते हैं और इनके माध्यम से पैसे कमाना और अमीर बनना आदि बातों को सुनकर किसी Trading App या Company में ट्रेडिंग करना शुरू कर देते हैं.
अगर आप नहीं जानते हैं की ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाते हैं तो आज आप इस लेख में ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट से जुड़ी सारी जानकारी पढ़ेंगे जैसे ट्रेडिंग क्या है और यह कैसे होती , इसमें पैसे लगाए या नहीं आदि।
आसान शब्दों में ट्रेडिंग का मीनिंग व्यापर होता है जैसे किसी वस्तु को खरीदकर बेचना और मुनाफा कमाना और इसी तरह से Stock Trading भी है।
What is Trading in Hindi
साधारण भाषा में वस्तुओं की खरीद और बिक्री को ट्रेडिंग यानी व्यापार कहा जाता है। इसी तरह शेयर बाजार में सिक्योरिटी को ख़रीदा अथवा बेचा जाता है जैसे Stock , bonds , currencies and commodities ( Oil , Gold ) .
जैसे हमने किसी कंपनी का स्टॉक ख़रीदा या मुद्रा और गुड्स में निवेश किया और फिर दाम बढ़ने पर इनको बेच दिया , इसी टर्म को ट्रेडिंग कहते हैं। ध्यान रहें ट्रेडिंग में आपको loss/profit दोनों हो सकता है मार्केट के घटने या बढ़ने पर।
Stock Market में ट्रेडिंग करने के लिए आपका Demat Account होना जरूरी है और इसी अकाउंट से आप शेयर खरीद या बेच सकते हैं।
Demat Account हमेशा एक अच्छे Broker से खुलवाएं जिससे आपको hidden charge और extra charge ना देना पड़े। Account verified होने के बाद आप Stock , IPO , ( F&O ) , Mutual Funds में ट्रेड कर सकते हैं.
Types of Trading
Share Market में तीन तरह से ट्रेडिंग की जाती है :
- Intraday Trading
- Positional Trading
- Swing Trading
Intraday Trading: इसे Day Trading भी कहा जाता है क्योंकि इसमें एक ही दिन शेयर को ख़रीदा या बेचा जाता है. भारतीय शेयर बाजार सुबह 9:15 am पर खुलता है और शाम के 3:30 pm पर बंद होता है.
और Intraday Trading में इसी अवधि के बीच शेयर की खरीद बिक्री होती है. इस तरह की ट्रेडिंग कम समय में ज्यादा लाभ कमाने के लिए की जाती है लेकिन कभी कभी इसका उल्टा भी होता है।
Positional Trading: अगर आप कोई शेयर खरीदते हैं और उसको एक ही दिन बेचने के बजाय एक हफ्ते या जब आपका मन हो तब बेचे , इसे Positional Trading कहा जाता है और इसके लिए आपको Share खरीदते वक्त Delivery चुनना पड़ता है.
Swing Trading: इसमें trader शेयर को एक हफ्ते से लेकर चार हफ्ते तक होल्ड करता है और शेयर में होने वाले up का फायदा उठाता है. इसमें entry और exit point को ध्यान में रखकर ट्रेडिंग करना होता है.
ट्रेडिंग कैसे शुरू करें How to start Trading in Hindi
आजकल ट्रेडिंग करने के लिए कई सारे App उपलब्ध है जैसे expert option , IQ Option , Olymp Trade , Binomo Trading App etc. लेकिन अगर आपको एक सफल ट्रेडर बनना है तो आपको Share Market में ट्रेडिंग करना चाहिए।
इसके लिए सबसे पहले आपको किसी Broker के माध्यम से Demat Account खुलवाना है और उस Demat Account में आपको अपने Bank Account से Money Add करके ट्रेडिंग करनी है.
शेयर बाजार में आप दो तरह से ट्रेडिंग कर सकते हैं पहला Stocks को sell/buy कर सकते है दूसरा आप Future And Options ( F&O ) में ट्रेडिंग कर सकते हैं. Future and Options को Derivative trading कहा जाता हैं।
चूकि F&O में Trade करना High Risk हो सकता हैं इसलिए आपको पहले Stocks में Trading करके बाजार को समझना है। बाजार में निवेश की शुरआत से पहले आपको Market को अच्छे से विश्लेषण करना है ताकि आपका पैसा सुरक्षित रहें।
इसके लिए आपको Moneycontrol , Economictimes आदि से रेगुलर news और update प्राप्त करना है साथ ही बाजार के Movements को समझना है.
Demat Account कैसे ओपन करें
तो यह सब करने के बाद हम आ जाते हैं अपने Demat Account पर। Account Opening के लिए आपको एक अच्छे और low brokerage वाले broker को चुनना है जिसका कोई hidden charge ना हो।
Account Opening के लिए आपके पास Aadhaar Card , Pan Card , 6 Month की Bank Statement होनी चाहिए 10,000 रुपये की क्लोजिंग के साथ ( F&O में Trade के लिए ). नीचे कुछ पॉपुलर Broker के नाम दिए गए हैं जिनसे आप Account खुलवा सकते हैं –
Upstox , Groww , Paytm Money , Zerodha , Kotak Securities , Angel One , Samco Trading , HDFC Securities
लेकिन अगर आप beginner हैं stock market में तो आपको Groww से Demat Account खुलवाना चाहिए क्योंकि इसका Dashboard समझना काफी आसान है और इसमें कोई hidden charge नहीं है और इसके करीब 40 million users हैं.
नीचे Groww Android App का लिंक दिया हुआ है जिस पर क्लिक करके ट्रेडिंग क्या होती है? आप डाउनलोड कर सकते हैं. इसके साथ ही यह iOS पर भी उपलब्ध है।
इस लेख को अच्छे से समझने के लिए शेयर बाजार के ऊपर यह जानकारी जरूर करें –
Option Trading in hindi
Option Trading एक ऐसा सिस्टम है शेयर मार्किट में जिससे 1000 से भी 10,000 या उससे ज्यादा भी कमा सकते हैं सिर्फ एक दिन या कुछ ही घंटों में. अगर आप Stop Loss लगाकर ट्रेडिंग करते हैं तो Loss आपका limited ही रहेगा लेकिन Profit की इसमें कोई लिमिट है.
जैसा की हमने ऊपर जाना था Option Trading में High Risk होता है लेकिन फिर भी अगर आप मार्किट की अच्छी समझ रखते हैं और risk management करना जानते हैं इस Stock Market की इस segment में Profit की कोई सीमा नहीं है।
इसमें NSE ( National Stock Exchange ) की Indexes जैसे NIFTY 50 , NIFTY BANK , NIFTY MID CAP आदि में इनकी Price पर पैसा लगता है कि इनके दाम बढ़ेंगे या फिर घटेंगे। अगर लगता है Market Increase ट्रेडिंग क्या होती है? होगा तो Call buy करना है और अगर decrease होगा तो Put buy करना है।
इसके अलावा आप डायरेक्ट कम्पनी में भी ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं जैसे Reliance , TCS , HDFC Bank etc. आइये अब step by step देखते हैं ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे की जाती है.
Option Trading कैसे शुरू करें
सबसे पहले आपको जिस भी Indices या Share में ऑप्शन ट्रेड करना है , उसका Option Chain समझना होगा जैसे किस Date की ऑप्शन खरीदनी या बेचनी है , Strike Price कितना है , LTP कितना है , OI कितना है आदि।
इसके बाद अगर आपको लगता है Market Up होगा तो आपको Call Option Buy करना है या अगर Market Down तो Put Option Buy करना है। Option Weekly और Monthly Expire होता है इसलिए Buy करते वक्त आपको Date चुननी है।
जैसे NIFTY 50 का ऑप्शन खरीदना है तो सबसे पहले ये तय करना आप किस Strike Price पर खरीदना चाहते हैं जैसे 17500 , 17800, 17900 , 18000, 18200 . इसके बाद Call/Put Price देखना है जो Strike Price के बाएं और दाएं लिखी होती है और यह मात्र कुछ पैसो से लेकर हजार से भी ऊपर की हो सकती है.
अगर आपको अच्छे से समझ नहीं आ रहा है तो चिंता मत कीजिये क्योंकि Youtube पर कई ऐसे Stock Trader हैं जिनसे आप Trading और Option Trading दोनों आसानी से सीख सकते हैं।
निष्कर्ष ( Conclusion )
तो साथियों आज का यह लेख Trading meaning in Hindi पर आपकी क्या राय कमेंट करके हमें जरूर बताएं। साथ ही Trading से संबंधित कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। मैने अपनी तरफ से Trading और Option Trading को समझाने का पूरा प्रयास किया लेकिन फिर भी अगर इस लेख को लिखते हुए हमसे कोई भूल हुई हो तो छमा कीजियेगा।