शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार

शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर ठगी करने वाला शातिर ठग कर्नाटक से गिरफ्तार, रायगढ़ में डाक्टर को बना चुका था शिकार
रायपुर। शेयर मार्केट में आनलाइन निवेश के नाम पर ठगी करने वाले ठग को राज्य सायबर पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया है। शेयर मार्केट में आनलाइन निवेश के नाम पर ठगी करने वाली कंपनी के डायरेक्टर की गिरफ्तारी करने में राज्य सायबर पुलिस थाना को मिली सफलता। आरोपियों द्वारा व्हाटसएप के माध्यम से स्वयं को सिंगापुर की एक फाइनेसियल कंपनी, जिसकी भारत में भी एक शाखा है, का आर्थिक विश्लेषक (फाइनेसियल एनालिस्ट) बताकर दोस्ती की गई। इसके बाद ट्रेडिंग एकाउंट खोलने का लिंक भेजकर लिंक में रजिस्टर्ड होकर इंवेस्टमेंट करने पर म्युचुअल फंड से ज्यादा रिर्टन का भरोसा दिलाकर कुल 87 लाख रूपये की शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार धोखाधड़ी की गई।
जब पीडि़त को यह विश्वास हो गया की वह सायबर ठगी का शिकार हो गया है तब उसने पुलिस से इसकी शिकायत की। पुलिस ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए अपराध दर्ज किया। इसके बाद आरोपी की धरकपड़ के लिए राज्य शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार साइबर पुलिस थाना की टीम गठित की गई जिसमें प्रकरण के सायबर एनालिसिस पर प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर टीम को मामले की विवेचना के लिए महाराष्ट्र एवं कर्नाटक रवाना किया गया।
जांच में यह पता चला कि क्रिएटीव टेक्नालॉजी कंपनी के साथ ही अन्य कई कंपनी ठगी के उद्देश्य से खोली गई जो कि रजिस्टर्ड आफ कंपनीज में रजिस्टर्ड कराई गई थी। रजिस्ट्रार आफ कंपनी से जानकारी प्राप्त करने पर इस तरह की अन्य कंपनी की जानकारी प्राप्त हुई जिसमें गृह मंत्रालय द्वारा पूर्व में उपरोक्त कंपनियों पर कार्रवाई के लिए रजिस्ट्रार आफ कंपनी को निर्देशित किया गया था।
गिरफ्तार कंपनी के डायरेक्टर मोहसिन एन ने बताया कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर क्रिएटीव टेक्नालाजी व अन्य कंपनी को विदेशी नागरिक के साथ मिलकर रजिस्टर करवाया था। जिसे गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लाया गया। अपराध में विदेशी नागरिकों कि संलिपत्ता पाई गई है। अपराध में शामिल अन्य आरोपियों के संबंध में पतासाजी जारी है।
दस्तावेज के आधार पर आरोपी द्वारा विभिन्न तिथियों को जिन खाता नंबरों में संपूर्ण धोखाधड़ी की राशि जमा कराई गई थी। उक्त खातों के बैंक स्टेटमेंट के आधार पर धोखाधड़ी की राशि जिस खातों में ट्रांसफर कराई गई थी उन खातों की जानकारी लेकर कुल 96 लाख रुपये डेबिट फ्रीज कराए गए।
शुरुआती के लिए 6 बेस्ट शेयर मार्केट टिप्स
लेकिन इससे पहले कि हम सुझावों को समझें, शेयर बाजार और शेयर बाजार क्या है? शेयर बाजार और शेयर बाजार वह जगह है जहां शेयर जारी और कारोबार किया जाता है। शेयर बाजार और शेयर बाजार में अंतर की छोटी सी बात यह है कि वित्तीय साधन जैसेम्यूचुअल फंड्स बांड सभी शेयर बाजार में कारोबार कर रहे हैं। शेयर बाजार केवल शेयरों के व्यापार के लिए।
शुरुआती के लिए सर्वश्रेष्ठ शेयर बाजार युक्तियाँ
1. लिटिल . से शुरू करें
यह शायद सबसे महत्वपूर्ण में से एक हैस्टॉक मार्केट टिप्स भारत में पालन करने के लिए। अधिक पैसा कमाने की उम्मीद में आप अधिक नकदी के साथ अपना व्यापार शुरू करने के लिए ललचा सकते हैं। हालांकि, अधिकांश स्थितियों में यह सच नहीं है। शेयर बाजार में, यह हमेशा अनुशंसा की जाती है कि आप व्यावहारिक ज्ञान के साथ व्यापार के बारे में समझ हासिल करने के बाद छोटी शुरुआत करें और अंततः अपनी ट्रेडिंग राशि बढ़ाएं।
हालाँकि, पहले से योजना बनाना अधिक महत्वपूर्ण हैनिवेश शेयर खरीदने में पैसा। इन पांच आवश्यक प्रश्नों को याद रखें और शुरू करने से पहले उनका उत्तर दें:
- मैं शेयरों में कैसे निवेश करना चाहता हूं?
- स्टॉक खरीदने का मेरा लक्ष्य क्या है?
- स्टॉक खरीदने के लिए मेरा बजट क्या है?
- मुझे ट्रेडिंग और स्टॉक के बारे में कितना पता है?
- क्या मैं अभी निवेश शुरू करने के लिए तैयार हूं?
ये प्रश्न आपको अपने उद्यम की नींव रखने में मदद करेंगे क्योंकिइन्वेस्टर. एक शुरुआत के रूप में, अधिक खर्च न करें। अपनी ट्रेडिंग के लिए सावधानी से एक बजट अलग रखें और ट्रेडिंग के लिए कभी भी लोन न लें।
2. अपने विकल्पों को समझें
एक शुरुआत के रूप में, आप बाजार में उपलब्ध विकल्पों की संख्या से भ्रमित हो सकते हैं। आपको थोड़ा आराम करने में मदद करने के लिए, यहां आपके लिए शेयर मार्केट टिप दी गई है।
याद रखें कि स्टॉक स्टॉक वर्गों, बाजार पूंजीकरण, स्वामित्व, लाभांश भुगतान, बुनियादी बातों, जोखिम और मूल्य प्रवृत्तियों पर आधारित होते हैं। आइए उन पर एक संक्षिप्त नज़र डालें:
ए। बाजार पूंजीकरण पर आधारित स्टॉक
बाजार पूंजीकरण के आधार पर यहां तीन प्रकार के स्टॉक दिए गए हैं:
लार्ज कैप स्टॉक्स: ये स्टॉक आमतौर पर ब्लू-चिप कंपनियों के होते हैं। इन कंपनियों के पास अपने निपटान के लिए बड़ी मात्रा में नकदी है। निवेशकों को की तुलना में अधिक लाभांश प्राप्त करने का लाभ मिलता हैमध्यम दर्जे की कंपनियों के शेयर तथाछोटी टोपी कंपनियां।
मिड कैप स्टॉक्स: ये शेयर उन कंपनियों के हैं जिनका बाजार पूंजीकरण रु. 250 करोड़ से रु. 4000 करोड़। ये कंपनियां अच्छे लाभांश का भुगतान करती हैं और इनमें विकास और स्थिरता की क्षमता भी होती है।
स्मॉल-कैप स्टॉक: ये शेयर उन कंपनियों के हैं जिनका बाजार पूंजीकरण रुपये तक है। 250 करोड़। उनमें बढ़ने की क्षमता है।
बी। स्वामित्व
तीन प्रकार के स्टॉक का उल्लेख नीचे किया गया है:
पसंदीदा और सामान्य स्टॉक: ये शेयर अपने निवेशकों को हर साल एक निश्चित राशि का लाभांश देते हैं।
हाइब्रिड स्टॉक: ये शेयर कंपनियों के हैंप्रस्ताव पसंदीदा शेयरों को आम शेयरों में बदलने के विकल्प के साथ। हालांकि, यह एक विशेष समय पर शर्तों के अधीन है।
एंबेडेड डेरिवेटिव ऑप्शन स्टॉक्स: ये ऐसे स्टॉक हैं जो आमतौर पर उपलब्ध नहीं होते हैं।
सी। लाभांश भुगतान
ग्रोथ स्टॉक्स: इन शेयरों का मूल्य विकास दर के साथ बढ़ता है जो निवेशकों को उच्च रिटर्न से लाभ प्राप्त करने की अनुमति देता है।
आय स्टॉक: इन शेयरों से संकेत मिलता है कि कंपनी की स्थिर वृद्धि होगी और लगातार लाभांश उपलब्ध होगा।
डी। बुनियादी बातों
ओवरवैल्यूड शेयर- यह उस शेयर को संदर्भित करता है जिसकी कीमत आधार मूल्य से अधिक है।
अंडरवैल्यूड स्टॉक्स- यह निवेशकों के बीच एक लोकप्रिय स्टॉक है क्योंकि इसकी कीमत कम है। निवेशकों का मानना है कि भविष्य में कीमतों में तेजी आएगी।
इ। जोखिम
बीटा स्टॉक: बीटा स्टॉक की कीमत में उतार-चढ़ाव का सूचक है। बीटा जितना अधिक होगा, स्टॉक का जोखिम उतना ही अधिक होगा।
ब्लू चिप स्टॉक: यह स्थिर आय वाली कंपनियों के शेयरों को संदर्भित करता है, नियमित लाभांश का भुगतान करता है और कम देनदारियां रखता है।
एफ। मूल्य रुझान
रक्षात्मक स्टॉक- ये शेयर इससे अप्रभावित हैंआर्थिक स्थितियां. बाजार की स्थिति खराब होने पर इन शेयरों को प्राथमिकता दी जाती है।
चक्रीय स्टॉक: ये स्टॉक कीमतों में उतार-चढ़ाव और आर्थिक स्थितियों से अत्यधिक प्रभावित होते हैं। ऑटोमोबाइल उद्योग श्रेणी में आता है।
3. अनुसंधान
एक शुरुआत के रूप में यह सबसे अच्छा हैइंट्राडे ट्रेडिंग ट्रेडिंग पर खर्च करना शुरू करने से पहले टिप यह है कि आप अच्छी तरह से शोध करें। उस कंपनी के बारे में जानें जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं। आय, लाभांश भुगतान, ऐतिहासिक प्रदर्शन, विकास विकल्प, प्रबंधन कौशल इत्यादि के बारे में जानें। ये सही स्टॉक चुनने और निवेश करने में आपकी सहायता करने के लिए महत्वपूर्ण संकेतक हैं।
शुरुआत के रूप में शोध के बिना शुरुआत न करें। आप बिना किसी सूचना के निर्णय ले सकते हैं और भावनाओं या भीड़-आधारित रुझानों को आप पर हावी होने दे सकते हैं।
4. अपनी निवेश विधि चुनें
उन्नत स्टॉक ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग पर सबक लेना फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि यह आपको ट्रेडिंग क्षेत्र में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है। यदि आपने ऑनलाइन प्रशिक्षण कक्षाओं का विकल्प चुना है तो आप ऑनलाइन सामग्री का उपयोग कर सकते हैं। इंटरएक्टिव सत्र, वेबिनार आदि जब चाहें तब काम आ सकते हैं।
ट्रेडिंग में खुद को शिक्षित करने से आपको एक जानकार व्यापारी बनने में मदद मिलेगी और व्यावहारिक अनुभव होने से आपको सही निर्णय लेने और अधिक लाभ कमाने में मदद मिलेगी।
6. लंबी अवधि का निवेश
जब आप लंबे समय तक स्टॉक खरीदते और बनाए रखते हैं तो आप मूल्य खरीद और विविधीकरण में भाग ले रहे हैं। आप अपने धन को गुणवत्ता और मात्रा के साथ लंबे समय तक बढ़ने में मदद कर सकते हैं। शेयरों में लंबे समय तक निवेश करने से शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार शॉर्ट टर्म निवेश की तुलना में आपकी टैक्स दरें भी कम हो जाती हैं। आप नकारात्मक रिटर्न की संभावना से भी बच सकते हैं और उच्च रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। इसके साथ ही लागूकरों, शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग की तुलना में ओवरहेड खर्च सभी बेहद कम हैं।
पूछे जाने वाले प्रश्न
1. विविधीकरण क्या है?
विविधीकरण एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा आप इसमें शामिल जोखिम को कम कर सकते हैंशेयर बाजार निवेश. विभिन्न उद्योगों, उपकरणों और अन्य श्रेणियों में निवेश आवंटित किए जाते हैं।
2. लाभांश क्या है?
लाभांश एक कंपनी की आय के वितरण को संदर्भित करता हैशेयरधारकों.
3. पेपर ट्रेडिंग क्या है?
पेपर ट्रेडिंग एक ऐसा व्यवहार है जो आपको वास्तविक धन को जोखिम में डाले बिना खरीदने और बेचने की अनुमति देता है। सॉफ्टवेयर में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने पेपर ट्रेडिंग को बढ़ा दिया है।
4. आईपीओ क्या है?
IPO का मतलब इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) से है। यह एक स्टॉप इश्यू के माध्यम से एक निजी कंपनी के शेयरों को जनता को देने की प्रक्रिया है।
निष्कर्ष
यदि आप सबसे अच्छे शेयरों पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना मुश्किल नहीं है। हमेशा सूचित रहें और किसी भी बदलाव के अनुकूल होने के लिए शोध करें।
Investment Tips : शेयर बाजार के इस उतार-चढ़ाव में ये 10 बातें आपका पैसा डूबने से बचाएंगी, पढ़िए डिटेल
दस में से दो बैंकिंग सेक्टर, दो मेटल सेक्टर, दो फार्मा सेक्टर, दो टेक सेक्टर इस तरह से पोर्टफोलियों में विविधता रखनी चाहिए.
क्या आप भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं. अगर हां तो उन शुरुआती गलतियों से बचिए जो अक्सर नए निवेशक करते हैं. कुछ ऐसी गलतियां होती जिसको नए लोग बार-बार दोहराते हैं. एक्सपर्ट से बातचीत के आधार हम आपके लिए यहां ऐसी 10 बातें लेकर आए हैं जिनको अपनाकर आप घाटे से बच सकते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated : May 01, 2022, 08:50 IST
Investment Tips: रूस-यूक्रेन संकट, महंगाई और यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी के डर से च दुनिया भर के शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव चल रहा है. भारतीय शेयर बाजार भी इससे अछूते नहीं है. इन सबके बीच निवेशक सोच रहे हैं कि कहां और कैसे निवेश करें. किन गलतियों से बचें और क्या करें ? खासतौर से कोरोना के बाद कोरोड़ों की संख्या में नए डिमैट अकाउंट खुले हैं. इन नए निवेशकों को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
शेयर बाजार में आए नए या युवा निवेशक अक्सर कुछ सामान्य गलतियां करते हैं. इस वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है. किसी निवेशक को कुछ बुनियादी बातों को जरूर सीखना चाहिए और सामान्य सी गलतियां करने से बचना चाहिए.
आईए शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार जानते हैं ऐसी ही दस प्रमुख बातें …
1- पहले कंपनी को समझें
यह निवेश का पहला और बेसिक नियम है, जिसे हर एक निवेशक को फॉलो करना चाहिए. वैसे हर आदमी से यह उम्मीद करना मुश्किल है कि वह हर एक कंपनी की समझ रखे. इसके बावजूद हमें प्रयास करना चाहिए कि कम से कम कंपनी के बिजनेस की बेसिक समझ रखें, जैसे कंपनी क्या करती है और अपनी प्रतिद्वन्दी कंपनियों के सामने कैसे खड़ी है.
2- पोर्टफोलियों कैसा होना चाहिए
अक्सर हम देखते हैं कि निवेशक या तो अपने पोर्टपोलियो में विविधता नहीं रखते या फिर अत्यअधिक विविधता कर लेते हैं. जबकि इन दोनों के बीच संतुलन रखना सबसे महत्वपूर्ण है. जैसे मान लीजिए आपके पास दस शेयर हैं और आपने किसी एक या दो सेक्टर के ही शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार सारे शेयर ले रखें हैं. इससे बचना चाहिए. दस में से दो बैंकिंग सेक्टर, दो मेटल सेक्टर, दो फार्मा सेक्टर, दो टेक सेक्टर इस तरह से पोर्टफोलियों में विविधता रखनी चाहिए. ज्यादा संख्या में भी शेयर रखने से बचना चाहिए. इसलिए जोखिम से शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार बचने के लिए एक संतुलित वाली पोर्टफोलियों रखें.
3- दूसरे के पोर्टफोलियो का अनुकरण
सफल निवेशकों के पोर्टफोलियो को देखना गलत नहीं है और शुरुआत में उसके निवेश निर्णय से आप भी सीख सकते हैं. इसके साथ ही निवेश की अपनी समझ विकसित करें. लंबे समय में दूसरे को ब्लाइंडली फॉलो करना खतरनाक होता है क्योंकि हर निवेशक के पास विभिन्न फैक्टर होते और अपने प्लान होते हैं. इस चीज को आप ऐसे समझ सकते हैं कि हम सभी जानते हैं कि कार कैसे चलाते हैं लेकिन जब आप सड़क पर गाड़ी लेकर जाते हैं तो सामने वाली कार को देख कर चलाते हैं या अपने हिसाब से निर्णय लेते हैं. सामने वाली कार को फॉलो करना कितना खतरनाक हो सकता है यह आप समझ सकते हैं. यही स्थिति निवेश में भी होती है.
4- अपने निवेश के साथ भावनात्मक लगाव न रखें
सबसे खराब निवेश के निर्णय वो होते हैं जो आप भावनाओं के आधार पर लेते हैं या फिर आपके निर्णय लेने की प्रक्रिया को आपके इमोशन प्रभावित करते हैं. यह देखने की बजाय कि कंपनी का प्रदर्शन और उसका फंडामेंटल कैसा है.
5- अपनी निवेश के सिद्धांत पर अडिग रहें
जब हम किसी कंपनी को निवेश के लायक समझते हैं तब हम उससे संबंधित कुछ प्रमुख निर्धारक बिंदु देखते हैं. कंपनी कितना विकास करेगी और भविष्य में कंपनी की रणनीति क्या होगी, ऐसी बहुत सारी चीजें हम समझते हैं. यह कंपनी का एक्सपेंसन प्रोजेक्ट, रेवेन्यू ग्रोथ, मार्केट शेयर गेन, प्रोडक्ट की आगे वैल्यू एडिशन जैसे महत्वपूर्ण बिंदु होते हैं. यदि इनमें से किसी भी चीज को आप निवेश के बाद गड़बड़ होते हुए पाते हैं तो तुरंत समीक्षा करिए.
6. घाटे से डरिए मत, सीखिए
हां, यह हर निवेशक के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है इसे सीखना और इससे बचना. सभी लोग कभी न कभी, किसी न किसी स्टॉक में गलत निर्णय ले लेते हैं, यह कोई बड़ी बात नहीं है. यह हमारे सीखने की प्रक्रिया का भी हिस्सा है. अगर कभी आप गलत शेयर ले लिए हैं और घाटा हो रहा है तो घाटे से डरिए मत, उससे निकल लीजिए. ज्यादा देर मत करिए और किसी दूसरे स्टॉक में मौका देखिए. घाटे से डरिए मत, सीखिए.
7. पेनी स्टॉक से बचना चाहिए
अक्सर नए निवेशक जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में पेनी स्टॉक में पैसा लगा देते हैं. किसी दूसरे का सुन के कि इस 2 रुपए के स्टॉक ने 6 महीने में 500 फीसदी रिटर्न दिया, निवेश नहीं करना चाहिए. सैमको सिक्योरिटी के रिसर्च हेड उमेश मेहता कहते हैं पेनी स्टॉक जब चढ़ता है या उसमें अपर सर्किट लगने लगता है तो लोग पैसा लगाने के लिए जल्दीबाजी करने लगते है. लेकिन जब पेनी स्टॉक गिरता है या उसमें लोअर सर्किट लगता है तो निवेशक शेयर बेट भी नहीं पाते औऱ घाटा उठाना पड़ता है. इसलिए हमेशा फंडामेंटली मजबूत कंपनियों में निवेश करें.
8- जल्दी से जल्दी करोड़पति बनने की चाहत वाले शेयर बाजार से दूर रहें
अक्सर नए निवेशक शेयर बाजार में रातों रात करोड़पति बनना चाहते हैं. वो किसी और का सुन रख होते हैं या फिर बाजार को सट्टा का अड्डा समझते है. ऐसा सोचने वालों को बाजार से दूर रहना चाहिए. शेयर बाजार लॉन्ग टर्म के लिए निवेश की बेहतर जगहों में से एक है न कि जुआ घर. मजबूत कंपनी में निवेश करिए औऱ लंबे समय या मध्यम अवधि के लिए अच्छा रिटर्न पाइए.
9 – नए निवेशकों शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार को इंट्रा डे ट्रेडिंग से बचना चाहिए
वर्तमान में बाजार में बहुत ही ज्यादा उतार-चढ़ाव है. सामान्य परिस्थिति में भी नए निवेशक को इंट्रा डे ट्रेडिंग से बचना चाहिए. यहीं जल्दी पैसा डूबता है. क्योंकि आपको बाजार का लंबा अनुभव औऱ ज्ञान नहीं है. बारिकियां नहीं पता है. लिहाजा घाटा होने की आशंका बहुत ज्यादा होती है. इसलिए बेहतर कंपनी में निवेश करें न कि इंट्रा डे ट्रेडिंग करें.
10- जितना पैसा लगाइए उतना ही ज्यादा पढ़िए
शेयर बाजार में आप जितना ज्यादा पैसा लगा रहे हैं उतना ही ज्यादा पढ़िए. मार्केट, कंपनी, रिजल्ट, विशेषज्ञों की सलाह, ग्लोबल मार्केट का रूख इन सारी चीजों के बारे में जितना जानेंगे, आपके लिए बेहतर होगा.
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शेयर बाजार से कैसे कमाया जा सकता है पैसा?
निवेश करना सरल है, मगर इसे खेल नहीं समझना चाहिए. बाजार में सफल होने का कोई फॉर्मूला या शॉर्ट-कट नहीं है.
निवेश करना सरल है, मगर इसे खेल नहीं समझना चाहिए. इसके लिए बाजार की समझ तो जरूरी है ही. बाजार में सफल होने का कोई फॉर्मूला या शॉर्ट-कट नहीं है. मगर कुछ बातों पर अमल कर मुनाफा बढ़ाया जा सकता है. आइए जानते हैं क्या हैं ये बातें.
अपना होमवर्क पूरा करें
दिग्गज वैश्विक फंड प्रबंधक पीटर लिंच का कहना है, "यदि आप किसी कंपनी के बारे में अध्ययन नहीं करते हैं, तो अच्छे शेयर का चयन करना जुआ ही है. आप पत्ते देखे बिना ही अपनी चाल चल रहे हैं." लिंच ने कहा कि निवेश सिर्फ वहीं करें, जिसके बारे में आपको पता हो.
ऑनलाइन फाइनेंस पोर्टल 5नेंस के संस्थापक और सीईओ दिनेश रोहिरा का मानना है कि बाजार से कमाई करने का कोई शॉर्ट-कट नहीं है. उन्होंने कहा, "धीरज के साथ गहन मंथन शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार करना अनिवार्य है. अच्छे बिजनेस में निवेश करना चाहिए."
बिजनेस में करें निवेश
निवेशकों को शेयर की कीमत में नहीं, बल्कि कंपनी के बिजनेस में निवेश करना चाहिए. आईआईएफएल सिक्योरिटीज के अभिमन्यु सोफट ने कहा, "किसी भी बिजनेस को समझना कंपनी की समझ को बेहतर करता है. इससे निवेश निर्णय लेना सरल हो जाता है."
उदाहरण के लिए वॉरेन बफे के निवेश का प्राथमिक दर्शन यही है कि वे उन्हीं कंपनियों में निवेश करते हैं, जिनके बिजनेस के बारे में समझ रखते हैं. उन्होंने 1988 में कोका कोला में $1 बिलियन का निवेश किया था. कंपनी ने 30 सालों तक 10 फीसदी की दर से रिटर्न दिया.
भेड़चाल से रहें दूर
किसी परिचित, परिजन या दोस्त की बातों में आकर बेकार कंपनियों में निवेश करना पैसे में आग लगाने जैसा है. लोग निवेश कर रहे हैं, इसलिए आप भी निवेश करेंगे- इस सोच से बचना चाहिए. लोगों ने दूसरों की देखादेखी कई कंपनियों में निवेश किया और उन्हें मुंह की खानी पड़ी.
उदाहरण के लिए रिलायंस पावर के आईपीओ को 14.4 गुना तक सब्सक्राइब किया गया था. कंपनी को रिटेले निवेशकों से 19.5 लाख आवेद मिले थे. आईपीओ का इश्यू प्राइस 450 रुपये था. इस शेयर की मौजूदा कीमत महज 30 रुपये ही है. ऐसे कई उदाहरण बाजार में मौजूद हैं.
अनुशासन का रखें ध्यान
निवेश में संयम और अनुशासन की खास जगह है. शेयर बाजार हमेशा ही अस्थिर होते हैं. निवेशकों को अपनी जोखिम क्षमता का आभास होना चाहिए. गैर-जरूरी जोखिम से बचना चाहिए. टॉरस एमएफ के सीईओ वकार नकवी ने कहा कि धीरज और संयम निवेशकों को दीर्घावधि की बेहतर तस्वीर देते हैं.
विस्तृत हो पोर्टफोलियो
अपने पोर्टफोलियो में तमाम प्रकार के एसेट क्लास को जगह दें. इस तरह कम जोखिम में बेहतर कमाई की जा सकती है. विविधता की परिभाषा हर निवेशक के लिए अलग हो सकती है. हालांकि, इससे बाजार की स्थिति से निपटना सरल हो जाता है. निवेश एसेट क्लास की प्राथमिकता को सावधानी से चुनें.
वास्तविकता में जीना बेहतर
कई निवेशक रातोंरात पैसा बनाने की ख्वाहिश रखते हैं. हालांकि, बाजार धीरे-धीरे रिटर्न देता है. कमाई करना सरल नहीं है. टॉरस एमएफ के नकवी ने कहा, "कोई भी एसेट लंबे समय तक आश्चर्यजनक रिटर्न नहीं दे सकता. अत्यधिक उम्मीदें रखना गलत है."
शेयर बाजार में घुसने और निकलने का भी समय होता है. यह अवसर बाजार की स्थिति के अनुसार बार-बार आते हैं. इसलिए जरूरी है कि अपने हाथ में कुछ पैसा रखें. यदि बाजार अपने आधार को मजबूत कर रहा हो, तो उस गिरावट से नहीं घबराना चाहिए.
अतिरिक्त फंड का ही करें निवेश
निवेशकों को सिर्फ अतिरिक्त फंड का ही निवेश करना चाहिए. वे उस पैसे का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जो उन्हें छोटी अवघि में नहीं चाहिए. अस्थिरता के कारण छोटी अवधि में वैल्यू घट सकती है. बाजार चक्र में चलता है.
वैश्विक बाजार गुरु सर जॉन टेम्पलटन कहते हैं कि बाजार में सबसे खतरनाक वाक्य है: "इस बार यह अलग है." निवेश के लिए सही सोच और मानसिकता की जरूरत होती है.
लगातार रखें नजर
सिर्फ निवेश कर देना ही पर्याप्त नहीं. नियामक और बाजार की खबरों पर भी नजर रखना चाहिए. इसका असर शेयरों की कीमतों पर पड़ता है. उदाहरण के लिए कमर्शियल वाहनों के लिए एक्सल लोड लिमिट बढ़ने से अशोक लेलैंड के शेयर टूट गए. अच्छी कमाई शेयरों में उछाल ला सकती है.
कैसे होगी कमाई?
बातें सुन कर निवेश करने की प्रबल इच्छा जागृत हो सकती है, मगर बाजार की गति कई बार समझ के परे होती है. इसलिए सही रणनीति का चयन जरूरी है. कई बार अच्छी रणनीति भी फेल हो जाती है. मौजूदा समय में सेंसेक्स रिकॉर्ड स्तर पर है, मगर अधिकांश शेयरों की कीमत इस साल घटी है.
ऐसी स्थितियां निवेशकों को असमंजस में डाल देती हैं, जहां वे कुछ नहीं समझ पाते. निवेश लंबी अवधि के लिए किया जाए तो बेहतर है. बाजार में एक पैसा बचाना भी आपकी कमाई है. यदि आपको किसी बिजनेस पर भरोसा नहीं, तो उसमें निवेश नहीं करें.
इसे बभी पढ़ें: HDFC AMC का आईपीओ खुला, क्या है विश्लेषकों की राय?
पिछले 15 साल में बीएसई सेंसेक्स 16 फीसदी की दर से बढ़ा है, जबकि इस दौरान सिम्फनी, बोरोसिल ग्लास वर्क्स, मयूर युनिकोटर्स, टीटीके प्रेस्टीज और बजाज फाइनेंस ने 50 फीसदी की दर से रिटर्न दिया है. बाजार से निकलने का समय भी अहम है.
मोजर बेयर इंडिया के शेयर की कीमत जुलाई 2018 में 2 रुपये पर आ गई. जुलाई 2003 में इस शेयर की कीमत 110 रुपये से ऊपर थी. इस दौरान एमटीएनएल के शेयरों ने भी 105 रुपये से 15 रुपय तक का गोता लगाया है. शेयरों का चुनाव करने के लिए पेशेवर सलाहकारों की मदद भी ली जा सकती है.
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क्या NDTV के टेकओवर में सफल नहीं हो पाएंगे गौतम अडानी? ओपन ऑफर के पहले ही दिन लगा झटका
294 रुपये प्रति शेयर पर 1.67 करोड़ शेयरों के लिए ओपन ऑफर 5 दिसंबर को बंद होगा. लगभग 493 करोड़ रुपये का ओपन ऑफर कंपनी में अतिरिक्त 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए है.
बीते 22 नवंबर को देश के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी को तब जोरदार झटका लगा जब मीडिया कंपनी नयी दिल्ली टेलीविजन (एनडीटीवी) में बाजार से अतिरिक्त 26 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए अडाणी समूह की खुली पेशकश के लिए पहले ही दिन कोई सामने नहीं आया.
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, 294 रुपये प्रति शेयर पर 1.67 करोड़ शेयरों के लिए ओपन ऑफर 5 दिसंबर को बंद होगा. लगभग 493 करोड़ रुपये का ओपन ऑफर कंपनी में अतिरिक्त 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए है.
स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों से पता चलता है कि एनडीटीवी के शेयरों की कीमत लगातार गिरने के बावजूद अभी तक ओपन ऑफर में कोई शेयर नहीं दिया गया है.
आंकड़ों से पता चलता है कि मंगलवार को बीएसई पर एनडीटीवी के शेयर पिछले दिन के मुकाबले 1.56 फीसदी की गिरावट के साथ 376.25 रुपये पर बंद हुए. गुरुवार से बीएसई पर एनडीटीवी के शेयर की कीमत 11.17 फीसदी गिर चुकी है. लेकिन मंगलवार की क्लोजिंग के आधार पर ट्रेडिंग कीमत अब भी ओपन ऑफर प्राइस से करीब 28 फीसदी अधिक है.
InGovern के मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीराम सुब्रमण्यन ने कहा कि पहले दिन की प्रतिक्रिया को देखते हुए इस कीमत पर ओपन ऑफर के सफल होने की संभावना नहीं है. अब तक अडानी समूह ने ओपन ऑफर की कीमत में संशोधन नहीं किया है और न ही एनडीटीवी प्रमोटर्स ने कोई काउंटर ऑफर पेश किया है.
उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि फिलहाल के लिए यथास्थिति बनी रहेगी जिसमें एनडीटीवी के प्रमोटरों प्रणय रॉय और राधिका रॉय के पास 32.26 फीसदी शेयर और अडानी ग्रुप के पास 29.18 फीसदी शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार के शेयर हैं. कंपनी के कामकाज को सुचारू रूप से चलाने के लिए दोनों को एक साथ रहना सिखना पड़ेगा.
रॉय और अडानी समूह के अलावा, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की कंपनी में 14.72 प्रतिशत हिस्सेदारी है, और इंडीविजुअल्स और अन्य संस्थाओं की फर्म में 23.84 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
शुक्रवार को एनडीटीवी के स्वतंत्र निदेशकों ने शेयरधारकों से ओपन ऑफर का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करने को कहा था, क्योंकि ट्रेडिंग मूल्य ओपन ऑफर मूल्य से अधिक था.
बता दें कि, पिछले महीने, अडानी समूह ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) को लिखकर एनडीटीवी में अतिरिक्त शेयरों के लिए ओपन ऑफर प्रक्रिया को पूरा करने की अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की थी. इसमें देरी के बाद सेबी ने आखिरकार इस महीने की शुरुआत में ओपन ऑफर को अपनी मंजूरी दे दी थी.
अडानी ने ऐसे हासिल की NDTV में हिस्सेदारी
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) गौतम अडानी की कंपनी है और एएमजी मीडिया नेटवर्क्स लिमिटेड (AMNL) इसी की मीडिया कंपनी है. इस साल अगस्त में अडानी एंटरप्राइजेज की सब्सिडियरी कंपनी अडानी मीडिया नेटवर्क्स ने वीपीसीएल का अधिग्रहण कर लिया. वीपीसीएल का मालिकाना हक इससे पहले एमिनेंट नेटवर्क्स एंड नेक्स्टवेव टेलिवेंचर्स के पास था.
वीपीसीएल के पास एनडीटीवी की होल्डिंग कंपनी आरआरपीआर के कन्वर्टिबल डिबेंचर्स थे, जिसे कंपनी ने लोन के बदले जारी किया था. कन्वर्टिबल डिबेंचर्स ऐसे वॉरंट होते हैं, जिनसे डेट यानी कर्ज को इक्विटी में बदला जा सकता है.
ये डिबेंचर्स 2009-10 में 404 करोड़ रुपये के लोन के बदले लिए गए थे. वीपीसीएल ने इन डिबेंचर्स को ही इक्विटी में बदल दिया. इसका मतलब है कि कर्ज न चुका पाने की स्थिति में एनडीटीवी के संस्थापकों ने कंपनी को मीडिया समूह में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने की इजाजत दी थी. वीपीसीएल ने आरआरपीआर में 99.50 फीसदी हिस्सेदारी को कंट्रोल करने के अधिकार का इस्तेमाल किया शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार है.
क्या होता है ओपन ऑफर?
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड यानी सेबी (SEBI) के अनुसार वह कंपनी ओपन ऑफर ला सकती है जो किसी दूसरी कंपनी के शेयरों का अधिग्रहण कर रही हो. जब अधिग्रहण करने वाली कंपनी टारगेट कंपनी के शेयरहोल्डर्स शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार को एक तय भाव पर शेयर बेचने का ऑफर देती है, तो उसे ओपन ऑफर कहा जाता है. देखा जाए तो एक ओपन ऑफर के जरिए कंपनी दूसरी कंपनी के शेयरहोल्डर्स को अपने शेयर बेचकर कंपनी से बाहर निकलने का मौका देती है.