क्रिप्टो करेंसी

निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए

निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए
निवेश किसे कहते हैं /What is Investment?

निवेश क्या होता हैं | What is Investment? और निवेश क्यों करना चाहिए और कैसे करना चाहिए जानिए इस आर्टिकल में 2021 ?

Investment क्यू करें,

Investment क्यू करें,

निवेश क्या होता हैं /What is Investment?

निवेश किसे कहते हैं /What is Investment?

निवेश किसे कहते हैं /What is Investment?

निवेश एक ऐसा व्यवस्था हैं जो किसी व्यक्ति को आर्थिक रूप से उन्नति की ओर ले जाता हैं। मान लीजिये किसी व्यक्ति के पास एक लाख रूपये हैं, जिस पैसा का वर्तमान में उस व्यक्ति के पास कोई अवसायक कार्य नही हैं।

अगर वह व्यक्ति उस पैसे को अपने पास(पेटी,बक्से)में रखता हैं तो उस व्यक्ति को उस पैसे से कोई लाभ नही होगा।अगर वह व्यक्ति उसी पैसे को एफ डी में जमा करा देता हैं तो उसे वार्षिक आधार पर 6% से 9% तक का ब्याज मिल जायेगा यानि की साल में उसे 6 हजार से 9 हजार तक का फयदा होगा। वह व्यक्ति जो एक लाख रुपये को एफ डी में जमा किया उसे ही निवेश/Investment कहते हैं। और इस तरह से अपने जमा पैसे से लाभ कमा सकते हैं।

भले ही हम सब 21वी सदी में जी रहे हैं लेकिन जीवन में चुनौतिया भी साथ साथ बढ़ रही हैं, इसके साथ ही कमाई का साधन बढ रहा हैं , लेकिन इसके साथ ही जरुरत के खर्चे भी कफी तेजी से बढ़ रहे हैं, शायद हम सब इस बात से अच्छी तरह वाकिफ होंगे की आज के समय में प्रत्येक परिवार के सामने आर्थिक निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए चुनौतिया रहता ही हैं, इन सब आर्थिक चुनौतियो से निपटने के लिए “”एक छोटा सा निवेश “” हम सब की बहुत मददत कर सकता हैं,इसलिए आप भी आज से ही एक छोटा निवेश का प्लान बनाइये और शुरुआत कीजिये [

निवेश करने के तरीका और माध्यम / Methods and means of investing:-

निवेश करने के भी अलग अलग तरीके/माध्यम होते है, यह प्रत्येक व्यक्ति के जरुरत और आर्थिक विचारों पर निर्भर करता हैं।

भारतीय लोगो का कुछ निवेश करने का पारम्परिक तरीके निम्नलिखित हैं।

  1. अधिकांश भारतीय एफ. डी. में निवेश करते हैं।
  2. बड़ा वर्ग जो हैं ओ पीपीएफ/PPF में भी निवेश करते हैं।
  3. हमारे भारत में सोने अथवा सोने से बने आभूषण को खरीदना भी निवेश का एक तरीका माना जाता हैं।
  4. भारतीय पारम्परिक निवेश बचत बिमा योजना को माना जाता हैं जो पारम्परिक निवेश में सबसे पहली नंबर पर आता हैं।
  5. कुछ ऐसे लोग जिनके पास अधिक अतिरिक्त पूंजी हैं ओ लोग रियल एस्टेट में भी निवेश करते हैं ,जैसे किसी शहर में प्लॉट,फ्लैट इत्यादि खरीदना ताकि आने वाले भविष्य में कीमते बढ़े तो इसका फयदा उठाया जा सके।

उपरोक्त निवेश के पारम्परिक तरीके हैं जिसमे अधिकांश भारतीय निवेश करते हैं।

WHERE TO INVEST

निवेश कहाँ करें,Where to invest

ये सभी के अलावा वर्तमान समय में निवेश के तरीके में भी बदलाव हो रहा हैं,निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए अब कुछ लोग कुछ जोखिम के साथ अन्य निवेश का योजना भी बना रहे हैं। जैसे म्यूच्यूअल फण्ड (Mutual Fund), एसआईपी (SIP), शेयर बाजार (Stock Market), एनपीएस (NPS), आईपीओ (IPO), ईटीएफ (निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए ETF), बॉन्ड्स (Bonds), एनसीडी (NCD) इत्यादि। ये सभी गैर पारम्परिक निवेश के तरीके हैं। इस योजना में लगभग 2 -3 फीसदी भारतीय लोग ही निवेश करते हैं। जिसका सबसे प्रमुख कारण निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए हैं की अभी भी अधिकांश भारतीय लोगो को इसकी सही जानकारी नही हैं। वैसे भी हमारे भरतीये लोग जोखिम लेना बिलकुल पसंद नही करते हैं इसमें 2 -3 फीसदी लोग ही होते हैं जो जोखिम ले कर निवेश करते हैं।

निवेश का एक सीधा सा सिद्धांत हैं की जितना जोखिम उतना ही रिटर्न , अर्थात कह सकते हैं की एक निवेशक बिना जोखिम वाले योजना में निवेश करते हैं तो उन्हें एक निश्चित धनराशि वार्षिक आधार पर रिटर्न मिलता हैं।

ठीक इसके विपरीत यदि कोई निवेशक जो जोखिम के साथ निवेश करता हैं तो उसे काफी निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए अधिक रिटर्न मिल सकता हैं,मगर यह निश्चित नही होता हैं।

mutual fund Investment

Mutual fund Investment

म्यूच्यूअल फण्ड(Mutual Fund) में किया गया निवेश बाजार जोखिम के अधीन होता हैं,यहाँ आपको लाभ तो काफी अधिक मिल सकता हैं, लेकिन यहाँ आपको कोई गारंटी नही दी जा सकती हैं, ये बाजार के प्रर्दशन के अनुसार आधारित होता हैं।

निवेश करना क्यों जरुरी हैं/Why is it Important to Investment?

यदि कोई व्यक्ति मासिक या वार्षिक आधार पर अपनी कमाई से बचत करने के बाद यदि अपने बचत का एक छोटा सा हिस्सा भी निवेश करता हैं तो यह धनराशि उसके आने वाले भविष्य को सुरक्षित बनाती हैं।

जैसे आप और हम जानते हैं की किसी भी कार्य को एक साथ करना हमेशा कठिनायों से भरा होता हैं,जबकि छोटे छोटे हिस्से में किसी भी कार्य को आसानी से किया जा सकता हैं।

निवेश करने की एक आदत होनी चाहिए यह आपको जिम्मेदार बनता हैं। सही समय और सही धनराशि का किया गया निवेश आपको आर्थिक परेशानियों से बचता हैं।

निवेश करना भविष्य की जरूरतों के लिए आवशयक हैं ,यदि आप सही समय पर निवेश करने का शुरुआत कर देंगे तो कई लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं, जैसे बच्चे के लिए उच्च शिक्षा,अपनी स्वं की मकान या फिर खुद का रिटायरमेंट के बाद आर्थिक आजादी से भरा जीवन।

National Pension Scheme : ऐसे निकलें समय से पहले पैसे, देखें निकासी प्रॉसेस

National Pension Scheme : सरकारी कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सरकार ने वर्ष 2004 में राष्ट्रीय पेंशन योजना ( National Pension Scheme ) की शुरुआत की थी। बाद में इसमें कुछ बदलाव कर इसे सभी के लिए खोल दिया गया। इस पेंशन ( Pension ) योजना का लाभ निजी क्षेत्र और सरकारी क्षेत्र दोनों के लोगों को मिल सकता है ।

National Pension Scheme

National Pension Scheme

NPS National Pension Scheme

राष्ट्रीय पेंशन योजना ( National Pension Scheme ) से पैसे निकालने की आवश्यकता आमतौर पर तीन मौकों पर होती है। यानी रिटायरमेंट के बाद निवेशक की समय से पहले मौत होने पर और मैच्योरिटी से पहले अचानक फंड की जरूरत पड़ने पर। आपको बता दें कि सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान ज्यादा निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए से ज्यादा लोगों को इसमें निवेश करने की सलाह दी है ! पहले इस पेंशन ( Pension ) योजना के तहत आप 10 साल के निवेश के बाद इस योजना से पैसा निकाल सकते थे । लेकिन, अब नियम बदलकर आप तीन साल की नौकरी के बाद भी पैसा निकाल सकते हैं।

इन शर्तों को पूरा करने पर निकाला जा सकता है पैसा-

  • आप अपने राष्ट्रीय पेंशन योजना ( National Pension Scheme ) खाते से पैसे निकाल सकते हैं लेकिन, आपका खाता 3 साल से पहले खुल जाना चाहिए था।
  • अब आप अपने निवेश का केवल 25 प्रतिशत ही निकाल सकते हैं। इस राशि की गणना आपकी जमा राशि पर ही की जाएगी। इसमें ब्याज की राशि नहीं जोड़ी जा सकती है।
  • आप बीमारी की स्थिति में, बच्चों की शिक्षा के लिए और शादी जैसे काम के लिए पैसे निकाल सकते हैं।
  • आप केवल 3 बार ही आंशिक पैसा निकाल सकते हैं और दो निकासी के बीच 5 साल का अंतर होना चाहिए।
  • वहीं अगर आप बीमारी के चलते यह पैसा निकाल रहे हैं तो 5 साल की यह शर्त लागू नहीं होती है।

राष्ट्रीय पेंशन योजना से पैसे निकालने के लिए इन दस्तावेजों की होगी जरूरत –

  • पैन कार्ड की फोटो कॉपी
  • रद्द चेक
  • राष्ट्रीय पेंशन ( Pension ) योजना की तरह प्राप्त राशि की प्राप्ति
  • आपकी आईडी जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड

इस तरह निकाली रकम : National Pension Scheme –

अगर आप राष्ट्रीय पेंशन योजना ( National Pension Scheme ) के तहत पैसा निकालना चाहते हैं तो इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको एनपीएस निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए पेंशन योजना ( NPS Pension Scheme ) की वेबसाइट पर जाकर प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इसके अलावा, राष्ट्रीय पेंशन योजना के लिए ऑफलाइन आवेदन, आप निकासी फॉर्म (601-पीडब्लू) भर सकते हैं और इसे आवश्यक दस्तावेजों के साथ उपस्थिति सेवा प्रदाता के पास जमा कर सकते हैं। ध्यान रहे कि अगर आपके पेंशन ( Pension ) खाते में जमा राशि 1 लाख से कम है तो एक बार में सारा पैसा निकाला जा सकता है।

राष्ट्रीय पेंशन योजना ( NPS Pension Scheme )

राष्ट्रीय पेंशन योजना ( National Pension Scheme ) केंद्र सरकार द्वारा एक सामाजिक सुरक्षा पहल है। यह पेंशन कार्यक्रम सशस्त्र बलों को छोड़कर सार्वजनिक, निजी और यहां तक ​​कि असंगठित क्षेत्रों के कर्मचारियों के लिए खुला है । यह एनपीएस पेंशन योजना ( NPS Pension Scheme ) लोगों को उनके रोजगार के दौरान नियमित अंतराल पर पेंशन ( Pension ) खाते में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करती है। सेवानिवृत्ति के बाद, ग्राहक कॉर्पस का एक निश्चित प्रतिशत निकाल सकते हैं। एक एनपीएस खाताधारक के रूप में, आपको शेष राशि आपकी सेवानिवृत्ति के बाद मासिक पेंशन के रूप में प्राप्त होगी।

एनपीएस में किसे निवेश करना चाहिए

राष्ट्रीय पेंशन योजना ( National Pension Scheme ) उन लोगों के लिए एक अच्छी योजना है जो अपनी सेवानिवृत्ति की योजना जल्दी बनाना चाहते हैं और उनमें जोखिम कम है। आपकी सेवानिवृत्ति के वर्षों में एक नियमित पेंशन ( Pension ) निस्संदेह एक वरदान होगी, खासकर उन व्यक्तियों के लिए जो निजी क्षेत्र की नौकरियों से सेवानिवृत्त हुए हैं । इस तरह का एक व्यवस्थित निवेश सेवानिवृत्ति के बाद आपके जीवन में भारी बदलाव ला सकता है। वास्तव में, वेतनभोगी लोग जो 80C कटौती का अधिकतम लाभ उठाना चाहते हैं, वे भी इस योजना पर विचार कर सकते हैं ।

रिटर्न/ब्याज

एनपीएस पेंशन ( NPS Pension Scheme ) का एक हिस्सा इक्विटी में जाता है (यह गारंटीड रिटर्न की पेशकश नहीं कर सकता है)। हालांकि, यह पीपीएफ जैसे अन्य पारंपरिक कर-बचत निवेशों की तुलना में बहुत अधिक रिटर्न प्रदान करता है। यह योजना एक दशक से अधिक समय से प्रभावी है, और अब तक इसने 8% से 10% वार्षिक रिटर्न दिया है। राष्ट्रीय पेंशन योजना ( National Pension Scheme ) में, यदि आप फंड के प्रदर्शन से खुश नहीं हैं तो आपको अपने फंड मैनेजर को बदलने का विकल्प भी दिया जाता है ।

आपके फायदे की बात: कम रिस्क के साथ चाहिए FD से ज्यादा रिटर्न तो लार्ज कैप फंड्स में करें निवेश, बीते 1 साल में दिया 60% तक का रिटर्न

कई लोग म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना तो चाहते हैं लेकिन रिस्क के कारण इसमें निवेश से बचते हैं। ऐसे लोग लार्ज-कैप फंड के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। इसमें म्यूचुअल फंड की अन्य कैटेगिरी की तुलना में रिस्क कम रहती है। लार्ज-कैप फंड ने बीते 1 साल में 60% तक का रिटर्न दिया है, जो FD से कई गुना ज्यादा है। यहां 2 एक्सपर्ट आपको बता रहें हैं कि लार्ज-कैप फंड में किसे और कैसे निवेश करना चाहिए।

सबसे पहले समझें लार्ज-कैप फंड क्या हैं?
लार्ज कैप म्यूचुअल फंड स्कीमों के लिए निवेशकों से जुटाई गई राशि का कम से कम 80% टॉप 100 कंपनियों में निवेश करना जरूरी होता है। माना जाता कि इनके शेयरों में उतार चढ़ाव कम होता है, इसलिए इनमें पैसा लगाने पर नुकसान की संभवना, खासतौर पर लंबे समय में कम ही रहती है।

इसमें उन निवेशकों को पैसा लगाने की सलाह दी जाती है, जो कम जोखिम के साथ शेयर बाजार में प्रवेश करना चाहते हैं। इक्विटी म्यूचुअल फंड में लार्ज-कैप में निवेश ज्‍यादा सुरक्षित समझा जाता है।

लॉर्ज कैप फंड स्थिरता प्रदान करते हैं
निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि लॉर्ज कैप फंड स्थिरता प्रदान करते हैं और इनमें कम उतार-चढ़ाव रहता है। जबकि इन फंड्स का रिटर्न एक औसत हो सकता है लेकिन ये लगातार रिटर्न देते रहते हैं। लंबी अवधि के नजरिए से अलग-अलग मार्केट साइकल में ये फंड कंपाउंडिंग के आधार पर बेहतर रिटर्न प्रदान करते हैं।

इसमें किसे करना चाहिए निवेश?
अगर आपकी उम्र ज्यादा है और डेब्ट फंड्स से ज्यादा रिटर्न चाहते हैं लेकिन ज्यादा इन्वेस्टमेंट रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो आप लार्ज-कैप फंड्स में पैसा लगा सकते हैं। ये अस्थिर मार्केट में स्थिर रिटर्न दे सकते हैं। इनमें कम रिस्क होती है जिससे ये मिड और स्मॉल-कैप इक्विटी में ज्यादा एक्सपोजर वाले फंड्स की तुलना में मध्यम रिटर्न देते हैं। यदि आप रिटायरमेंट के करीब हैं या आप ज्यादा रिस्क नहीं ले सकते हैं तो टॉप-रेटेड लार्ज-कैप फंड्स में निवेश कर सकते हैं।

इनमें लम्बे समय के लिए निवेश करना सही
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट और ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के संस्थापक व CEO पंकज मठपाल कहते हैं कि इन स्कीमों में कम से कम 5 साल के टाइम पीरियड को ध्यान में रख कर निवेश करना चाहिए। ध्यान रहे कि छोटे समय में शेयर बाजार में उतार चढ़ाव का असर आपके निवेश पर ज्यादा पड़ सकता है जबकि लंबे समय मे यह खतरा कम हो जाता है।

SIP के जरिए निवेश करना रहेगा सही
रूंगटा सिक्‍योरिटीज के CFP और पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट हर्षवर्धन रूंगटा कहते हैं कि म्यूचुअल फंड में एक साथ पैसा लगाने की बजाए सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP द्वारा निवेश करना चाहिए। SIP के जरिए आप हर महीने एक निश्चित अमाउंट इसमें लगाते हैं। इससे रिस्क और कम हो जाता है क्योंकि इस पर बाजार के उतार चढ़ाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता।

नौकरीपेशा लोगों के लिए बेहतर हैं निवेश के ये 4 विकल्प, होगा मोटा मुनाफा

बेस्ट सेविंग स्कीम्स

व्यक्ति हमेशा अपनी जमा पूंजी को ऐसी जगह निवेश करना चाहता है, जिसमें उनका पैसा सुरक्षित भी रहे और साथ ही एक निश्चित रिटर्न मिल सके. हम ऐसे ही कुछ विकल्पों के बारे में बता रहे हैं जहां आप अपनी बचत को निवेश कर सकते हैं.

  • News18Hindi
  • Last Updated : March 04, 2021, 05:51 IST

नई दिल्ली. अक्सर नौकरीपेशा लोगों को निवेश को लेकर कन्फ्यूजन रहती है कि वह अपने पैसों को निवेश कहां करें. कहां, कब और कैसे निवेश करना सही रहेगा? जानकारों का मानना है कि नौकरी शुरू करते ही व्यक्ति को अपने भविष्य के लिए बचत शुरू कर देनी चाहिए. सैलरी ज्यादा हो या फिर कम, कुछ न कुछ बचत तो करनी ही चाहिए. एक्सपर्ट कहते हैं कि पैसा वहां निवेश करना बेहतर होगा जहां आपको दोहरा फायदा मिले. यानी ज्यादा मुनाफा के साथ टैक्स सेविंग्स भी हो जाए. हम ऐसे ही कुछ निवेश विकल्पों के बारे में बता रहे हैं जहां आप अपनी सैलरी को निवेश कर सकते हैं.

(1) पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)- पब्लिक प्रोविडंट फंड यानी पीपीएफ लंबी अवधि का एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है. यह सुरक्षित निवेश के साथ बेहतर ब्याज भी देता है. PPF पर ब्याज दर हमेशा 7 फीसदी से 8 फीसदी रही है. यह आर्थिक स्थिति को देखते हुए थोड़ी कम या बढ़ सकती है. वर्तमान में पीपीएफ पर ब्याज दर 7.1 फीसदी है, जो सालाना तौर पर चक्रवृद्धि है. छोटी बचत योजनाओं जैसे कि पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए की समीक्षा हर तिमाही सरकार की ओर से की जाती है. PPF का निवेश EEE कैटेगरी में टैक्स फ्री होता है. मिलने वाला ब्याज भी टैक्स फ्री होगा और मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी पूरी तरह टैक्स फ्री होगी.

(2) सोना (Gold)- सोना भी निवेश के लिए एक बेहतर विकल्प है. इसमें निवेश के कई तरीके हैं जैसे, गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF), सोने के सिक्के, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम. इसमें गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड स्कीम बेहतर है क्योंकि इसमें चोरी का कोई डर नहीं होता. एक्सपर्ट्स का मानना है कि निवेशकों को अपने निवेश का एक हिस्सा सोने में भी निवेश करना चाहिए. इससे उसका पोर्टफोलिया बैलेंस्ड रहता है.

(3) इक्विटी म्यूचुअल फंड- एक्सपर्ट्स बताते हैं कि नौकरीपेशा लोगों निवेश का एक हिस्सा म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए. म्यूचुअल में एसआईपी के जरिए इक्विट म्यूचुअल फंड में निवेश करना बेहतर होगा. इसमें शेयर बाजार में तेजी का फायदा निवेशकों को मिलता है. यहां आप 500 रुपये से भी कम कीमत आर निवेश शुरू कर सकते हैं. ऐसे निवेशक जिन्होंने नौकरी शुरू की है वे यहां निवेश कर सकते हैं. उनके निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए लिए यह अच्छा विकल्प है.

(4) रेकरिंग डिपॉजिट (RD)- रेकरिंग डिपॉजिट आरडी में आप थोड़ा-थोड़ा करके हर महीने निवेश कर सकते हैं. नियमित सेविंग के लिहाज से यह बेहतरब विकल्प है. अधिकांश बैंकों की रेकरिंग डिपॉजिट में निवेश की न्यूनतम सीमा 500 रुपये से शुरू है. इसमें सभी की ब्याज दरें भी अलग-अलग होती हैं. SBI रेकरिंग डिपॉजिट 5 निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए से 5.4 तक ब्याज दे रहा है.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

आपके फायदे की बात: कम रिस्क के साथ चाहिए FD से ज्यादा रिटर्न तो लार्ज कैप फंड्स में करें निवेश, बीते 1 साल में दिया 60% तक का रिटर्न

कई लोग म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना तो चाहते हैं लेकिन रिस्क के कारण इसमें निवेश से बचते हैं। ऐसे लोग लार्ज-कैप फंड के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। इसमें म्यूचुअल फंड की अन्य कैटेगिरी की तुलना में रिस्क कम रहती है। लार्ज-कैप फंड ने बीते 1 साल में 60% तक का रिटर्न दिया है, जो FD से कई गुना ज्यादा है। यहां 2 एक्सपर्ट आपको बता रहें हैं कि लार्ज-कैप फंड में किसे और कैसे निवेश करना चाहिए।

सबसे पहले समझें लार्ज-कैप फंड क्या हैं?
लार्ज कैप म्यूचुअल फंड स्कीमों निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए के लिए निवेशकों से जुटाई गई राशि का कम से कम 80% टॉप 100 कंपनियों में निवेश करना जरूरी होता है। माना जाता कि इनके शेयरों में उतार चढ़ाव कम होता है, इसलिए इनमें पैसा लगाने पर नुकसान की संभवना, खासतौर पर लंबे समय में कम ही रहती है।

इसमें उन निवेशकों को पैसा लगाने की सलाह दी जाती है, जो कम जोखिम के साथ शेयर बाजार में प्रवेश करना चाहते हैं। इक्विटी म्यूचुअल फंड में लार्ज-कैप में निवेश ज्‍यादा सुरक्षित समझा जाता है।

लॉर्ज कैप फंड स्थिरता प्रदान करते हैं
निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि लॉर्ज कैप फंड स्थिरता प्रदान करते हैं और इनमें कम उतार-चढ़ाव रहता है। जबकि इन फंड्स का रिटर्न एक औसत हो सकता है लेकिन ये लगातार रिटर्न देते रहते हैं। लंबी अवधि के नजरिए से अलग-अलग मार्केट साइकल में ये फंड कंपाउंडिंग के आधार पर बेहतर रिटर्न प्रदान करते हैं।

इसमें किसे करना चाहिए निवेश?
अगर आपकी उम्र ज्यादा है और डेब्ट फंड्स से ज्यादा रिटर्न चाहते हैं लेकिन ज्यादा इन्वेस्टमेंट रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो आप लार्ज-कैप फंड्स में पैसा लगा सकते हैं। ये अस्थिर मार्केट में स्थिर रिटर्न दे सकते हैं। इनमें कम रिस्क होती है जिससे ये मिड और स्मॉल-कैप इक्विटी में ज्यादा एक्सपोजर वाले फंड्स की तुलना में मध्यम रिटर्न देते हैं। यदि आप रिटायरमेंट के करीब हैं या आप ज्यादा रिस्क नहीं ले सकते हैं तो टॉप-रेटेड लार्ज-कैप फंड्स में निवेश कर सकते हैं।

इनमें लम्बे समय के लिए निवेश करना सही
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट और ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के संस्थापक व CEO पंकज मठपाल कहते हैं कि इन स्कीमों में कम से कम 5 साल के टाइम पीरियड को ध्यान में रख कर निवेश करना चाहिए। ध्यान रहे कि छोटे समय में शेयर बाजार में उतार चढ़ाव का असर आपके निवेश पर ज्यादा पड़ सकता है जबकि लंबे समय मे यह खतरा कम हो जाता है।

SIP के जरिए निवेश करना रहेगा सही
रूंगटा सिक्‍योरिटीज के CFP और पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट हर्षवर्धन रूंगटा कहते हैं कि म्यूचुअल फंड में एक साथ पैसा लगाने की बजाए सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP द्वारा निवेश करना चाहिए। SIP के जरिए आप हर महीने एक निश्चित अमाउंट इसमें लगाते हैं। इससे रिस्क और कम हो जाता है क्योंकि इस पर बाजार के उतार चढ़ाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता।

रेटिंग: 4.79
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 284
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *