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रणनीति कैसे लागू करें?

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पटवारी परीक्षा में भी नकल का खतरा: बोर्ड अध्यक्ष बोले- खुफिया रणनीति तैयार है, न तो हाईटेक चप्पल चलेगी और न ही डमी कैंडिडेट

राजस्थान में रीट और पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में नकल गिरोह और पेपर लीक के मामले सामने आए थे। ऐसे नकल और पेपर लीक प्रकरणों के चलते परीक्षा आयोजित करवाने वाले बोर्ड अपनी साख खोते जा रहे हैं। ऐसी ही आशंकाओं के बीच 23 और 24 अक्टूबर को पटवारी भर्ती परीक्षा आयोजित होने जा रही है। इस परीक्षा में 15 लाख से भी ज्यादा अभ्यर्थी बैठेंगे। नकल गिरोह के खतरे के बीच खास बात यह है कि इस बार 10 जिलों में परीक्षा केन्द्र ही नहीं रखे गए हैं। यहां तक कि शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के गृह जिले सीकर को भी परीक्षा केन्द्र से बाहर रखा गया है। परीक्षा करवाने का जिम्मा राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSMSSB) के पास है। ऐसे में दैनिक भास्कर ने बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा से खास बातचीत कर उन सवालों के जवाब लिए, जो हर अभ्यर्थी जानना चाहता है। पेश है खास बातचीत के कुछ अंश.

सवाल- पटवारी भर्ती परीक्षा में नकल रोकने के लिए क्या तैयारी की गई है?
जवाब-
राजस्थान में होने वाली पटवारी भर्ती परीक्षा में नकल की बिल्कुल भी संभावना नहीं है। हर परीक्षा केंद्र पर वीक्षक (Invigilator) से लेकर पुलिस जवान चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखेंगे। इसके साथ ही परीक्षा से पहले ही हमारी टीम लगातार नकल गैंग की जानकारी जुटाकर पुलिस और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप को दे रही है। ताकि चप्पल गैंग से लेकर पेपर आउट करने वालों को परीक्षा से पहले ही पकड़ा जा सके। इसके साथ ही इस बार हमने परीक्षा केंद्र पर नई व्यवस्था लागू की है। इससे नकल और धांधली को पूरी तरह रोका जा सकेगा।

सवाल- क्या कुछ जिलों में परीक्षा केंद्र नहीं होंगे और वजह क्या है?
जवाब- बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि दस जिलों में पटवारी भर्ती परीक्षा के लिए कोई केंद्र नहीं होगा। बोर्ड ने पिछली परीक्षाओं का अध्ययन कराया तो सामने आया कि यहां या तो नकल के मामले ज्यादा आते रहे हैं या फिर पेपर लीक वाली गैंग या नकल गिरोह सक्रिय रहते हैं। इसलिए अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए ये फैसला लिया है।

इन जिलों में नहीं रखे गए परीक्षा केन्द्र
1. बाड़मेर 2. चूरू 3. धौलपुर 4. जैसलमेर रणनीति कैसे लागू करें? 5. जालोर 6. झुंझुनूं 7. करौली 8. पाली 9. प्रतापगढ़ 10. सीकर।

सवाल- फर्जी अभ्यर्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए क्या पटवारी परीक्षा में बायोमेट्रिक अटेंडेंस होगी?
जवाब-
फिलहाल मैं हमारी रणनीति को उजागर नहीं करना चाहता हूं, लेकिन अब से पहले जो भी परीक्षाएं हुई हैं, उनसे बेहतर व्यवस्था इस बार पटवारी परीक्षा में की जाएगी। ताकि किसी भी तरह के फर्जी अभ्यर्थी को पकड़ा जा सके।

सवाल- पिछले दिनों हुई प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न पत्र के काफी सवाल चुनिंदा पुस्तकों में से ही आए हैं। इस तरह की लापरवाही को किस तरह रोका जाएगा?
जवाब-
पटवारी भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र तैयार करने के लिए विशेष सतर्कता बरती गई है। देशभर के विशेषज्ञों की टीम द्वारा प्रश्न पत्र तैयार हुए हैं, जिन्हें किसी विशेष पाठ्य पुस्तक से तैयार नहीं किया गया है। ऐसे में पटवारी भर्ती परीक्षा में इस तरह की शिकायत नहीं आएगी।

सवाल- भर्ती परीक्षा के दौरान काफी अभ्यर्थी असंतुष्ट होकर कोर्ट में चले जाते हैं, जिससे परिणाम रुक जाता है। इसे रोकने रणनीति कैसे लागू करें? के लिए क्या तैयारी है?
जवाब-
हमारा काम परीक्षा को सुरक्षित, पारदर्शी और अच्छे तरीके से आयोजित करने का है। छात्रों के कोर्ट जाने पर हमारा नियंत्रण नहीं है। ऐसे में इस पर हम कुछ नहीं कर सकेंगे।

सवाल- कई जिलों में पटवारी परीक्षा का आयोजन नहीं हो रहा है। वहां के अभ्यर्थियों के लिए क्या व्यवस्था की गई है?
जवाब-
राजस्थान के किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा के दौरान परेशान नहीं होना पड़ेगा। प्रदेश के कुछ जिलों में परीक्षा का आयोजन नहीं होगा, लेकिन वहां के अभ्यर्थियों को नजदीक वाले जिले में ही परीक्षा केंद्र आवंटित किया जाएगा। ताकि वह आसानी से वहां तक पहुंच सके।

सवाल- प्रदेश भर के लाखों अभ्यर्थी पटवारी भर्ती परीक्षा में बैठेंगे। क्या इसमें भी रीट की तरह अभ्यर्थियों के लिए रहने, ठहरने और अन्य व्यवस्था की गई है?
जवाब-
पटवारी भर्ती परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों रणनीति कैसे लागू करें? के लिए ठहरने की विशेष व्यवस्था की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि प्रत्येक अभ्यर्थी को उसके नजदीकी जिले में ही परीक्षा केंद्र आवंटित किया गया है। ऐसे में अभ्यर्थी परीक्षा देकर उसी दिन फिर से अपने गृह जिले में जा सकता है। इसके साथ ही अभ्यर्थियों के भोजन की व्यवस्था के लिए कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है। हालांकि कई जिलों में स्वयंसेवी संस्थाओं और भामाशाह द्वारा अभ्यर्थियों के लिए भोजन पैकेट बनाए जा रहे हैं।

सवाल- एडमिट कार्ड कब जारी होंगे, क्योंकि बसें फ्री रहेंगी तो अभ्यर्थी को सेंटर की जानकारी पहले मिलने में आसानी रहेगी ?
जवाब-
परीक्षा से कम से कम एक सप्ताह पूर्व एडमिट कार्ड जारी कर दिए जाएंगे। एडमिट कार्ड वेबसाइट पर अपलोड की तैयारी पूरी कर ली है। जल्द ही जारी कर देंगे। इसके लिए अभ्यर्थी हमारी ऑफिशियल वेबसाइट लगातार देखते रहें।

सवाल- प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं के दौरान नकल गैंग काफी सक्रिय है?
जवाब- हां बिल्कुल राजस्थान के अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले हर व्यक्ति के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। सरकार के साथ पुलिस प्रशासन भी नकल गैंग को पकड़ने के लिए लगातार सक्रिय रणनीति कैसे लागू करें? है। मुझे उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है। सरकार दोषियों को किसी भी सूरत में नहीं छोड़ेगी।

आपके सवाल हमें कैसे भेजें, नीचे दिए लिंक पर फॉर्म भरें
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पटवारी भर्ती से जुड़ी हर एक्सपर्ट की खबर में आपको सबसे आखिरी में एक लिंक मिलेगा। क्लिक करने के बाद 'पटवारी भर्ती की तैयारी में दैनिक भास्कर कैसे बने मददगार' नाम से नया पेज खुलेगा। यहां आपको अपने सवाल हमें भेजने होंगे। इनमें से कॉमन समस्या से जुड़े सवालों के जवाब हम एक्सपर्ट से लेंगे, जिन्हें आप इसी सेगमेंट में आकर पढ़ सकेंगे। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर अपने विचार हमें जरूर भेजें।

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आज पीएम मोदी का वो सीक्रेट फॉर्मूला जानना चाहिए जिससे वो चुनाव पर चुनाव जीत रहे हैं। चुनाव में पीएम मोदी की मेहनत, लगन, विजन, प्लानिंग तो रहती है लेकिन वो बात जिसकी ज्यादा चर्चा नहीं होती. वैसे तो एक खबर गुजरात की है और दूसरी यूपी की। इसमें कोई कनेक्शन नहीं है। लेकिन सोच का फर्क साफ दिख जाता है। क्योंकि आप ये जानकर हैरान जाएंगे कि गुजरात में बीजेपी ने विजय रुपाणी और नितिन पटेल जैसे सीनियर नेताओं को टिकट नहीं दिया।#TimesNowNavbharatOriginals

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बन गई रणनीति, जानिए कैसे स्मार्ट बनेगा आपका शहर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वाकांक्षी स्मार्ट सिटी योजना को अमलीजामा पहनाने के उद्देश्य से आज उन 20 शहरों के नाम सार्वजनिक कर दिए गए जिन्हें स्मार्ट बनाया जाना है।

India TV News Desk
Updated on: January 28, 2016 18:10 IST

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वाकांक्षी स्मार्ट सिटी योजना को अमलीजामा पहनाने के उद्देश्य से आज उन 20 शहरों के नाम सार्वजनिक कर दिए गए जिन्हें स्मार्ट बनाया जाना है। इन 20 शहरों को किस तरह से स्मार्ट बनाया जाना है उसके लिए पूरी रणनीति तैयार कर ली गई है। एक स्मार्ट सिटी कैसी होगी और उसे किस तरह से तैयार किया जाएगा इस पूरे मामले को आज हम आपको step by step समझाने की कोशिश करेंगे।

सबसे पहले स्मार्ट बनेंगे देश के ये शहर:

भुवनेश्वर, पुणे, जयपुर, सूरत, कोच्चि, अहमदाबाद, दावणगिरी, इंदौर, जबलपुर, विशाखापट्टनम, उदयपुर, गुवाहाटी, बेलगावी, सोलापुर, नई दिल्ली, कोयंबटूर, काकीनाड़ा, भोपाल, चेन्नई और लुधियाना।

स्मार्ट सिटी मिशन के लिए क्या है रणनीति:

  • एक ऐसा समाधान जिसे पूरे शहर पर लागू किया जा सके।
  • शहर में क्षेत्रवार विकास, क्षेत्र के हिसाब से विकास का एक अच्छा मॉडल
  • रेट्रोफिटिंग
  • रिडिवेलपमेंट
  • ग्रीनफील्ड

रेट्रोफिटिंग: इसके जरिए एक ऐसी योजना को सामने लाया जाएगा जिससे स्मार्ट सिटी के लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। साथ ही अन्य चीजों में सुधार किया जा सके जिससे कि शहर को रहने के लिहाज से और बेहतर बनाया जा सके। रेट्रोफिटिंग के अंतर्गत शहर में जनता की सहमति से एक 500 एकड़ के क्षेत्र की पहचान की जाएगी। इसके बाद उस क्षेत्र के मौजूदा इन्फ्रास्ट्रक्चर और वहां के निवासियों की उम्मीद को देखते हुए उसे स्मार्ट सिटी बनाने के लिए एक योजना तैयार की जाएगी।

रीडिवेलपमेंट: इसके लिहाज से जो ले-आउट तैयार किया जाएगा वो कुछ इस तरह का होगा जिसमें मिक्सड लैंड का उसके घनत्व के हिसाब से बेहतर उपयोग हो सके और रीडिवेलपमेंट की मुहिम असरकारी हो। रीडिवेलपमेंट के तहत उस सिद्धांत पर विचार किया जा रहा है जिसमें शहरी स्थानीय निकायों के जरिए 50 एकड़ के अधिक भूमि का चयन किया जाएगा। इसमें जनता की सहमति सबसे अहम होगी।

ग्रीनफील्ड: खाली और बेकार पड़े करीब 250 एकड़ वाले भूमि के हिस्से के लिए ग्रीनफील्ड डिवेलपमेंट एक स्मार्ट साल्यूशन होगा। इसमे नवीन योजनाओं और फिनांसिंग एवं इम्प्लीमेंटेशन टूल का बेहतर इस्तेमाल किया जाए, साथ ही इसमें गरीबों को किफायती घर उपलब्ध कराए जाने के प्रावधान का भी ख्याल रखा जाएगा। बेतरतीब ढंग से बढ़ती आबादी के मद्देनजर शहरों के लिए शहरों के आसपास ग्रीनफील्ड डिवेलपमेंट की सख्त जरूरत है।

पैन सिटी: पैन सिटी डिवेलपमेंट एक ऐसी परिकल्पना है जिसमें शहरों के मौजूदा इन्फ्रास्ट्रक्टर के लिए एक स्मार्ट समाधान का चयन किया गया है। स्मार्ट साल्यूशन के आवेदनों में तकनीक, संचार और डेटा का इस्तेमाल किया जाएगा जिससे इन्फ्रास्ट्रक्चर और सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार आएगा।

देखें कुछ ऐसे बनेंगे स्मार्ट सिटी:

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देवभूमि उत्तराखंड

Uttrakhand test series (Mock test-47) उत्तराखंड समूह ग मॉडल पेपर - 47 उत्तराखंड की सभी परीक्षाओं के लिए विशेष फ्री मॉक टेस्ट सीरीज प्रारंभ की गई है। आगामी परीक्षाओं को अच्छे नंबरों से पास करने के लिए उत्तराखंड की सभी मॉक टेस्ट जरूर दें । यहां सभी मॉक टेस्ट उत्तराखंड समूह-ग के पुराने सभी प्रश्न पत्रों का गहन विश्लेषण करने के बाद तैयार किए जाते हैं। उत्तराखंड समूह ग मॉडल पेपर - 47 (1) "भगवान तुम्हें लंबी उम्र दे" किस प्रकार का वाक्य है? (a) प्रश्नवाचक वाक्य (b) इच्छा वाचक वाक्य (c) संकेत वाचक वाक्य (d) विस्मयादिबोधक वाक्य (2) अल्पप्राण ध्वनियों का समूह कौन है? (a) क, ख, ग (b) च, ज, ञ (c) त, थ, न (d) ट, ठ, ण (3) विराम का अर्थ है? (a) चलना (b) बिछड़ना (c) ठहरना या रुकना (d) स्वर (4) 'समादर' व 'संरक्षण' में उपसर्ग है? (a) सम् (b) प्रति (c) वि (d) उ (5) बनावट के आधार पर शब्दों के कितने भेद होते हैं? (a) 3 (b) 5 (c) 2 (d) 6 (6) आगत शब्द से संबंधित है? (a) विदेशी शब्द (b) देशी शब्द (c) तत्सम शब्द (d) तद्भव (7) निम्नलिखित ईकारांत शब्दों में एक पुल्लिंग है, उसे चयनित

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उत्तराखंड की प्रतियोगी परीक्षा का सम्पूर्ण अध्ययन (रणनीति)

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उत्तराखंड की प्रतियोगी परीक्षाओं का सम्पूर्ण अध्ययन (रणनीति)

देवभूमि उत्तराखंड में आप सभी का स्वागत है। आप सभी को रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर देवभूमि उत्तराखंड की तरह से सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं।

मित्रों बीते कुछ दिनों में बहुत सारे प्रश्न देवभूमि उत्तराखंड से पूछें गए हैं जैसे -

  1. उत्तराखंड पुलिस की लिखित परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
  2. कौन-सी पुस्तक पढ़ें? हिन्दी कहां से पढें।
  3. उत्तराखंड के इतिहास को पूरा पढ़ने के बाद भूल जाना, तो लम्बे समय तक याद कैसे रखें?
  4. उत्तराखंड पुलिस के मॉक टेस्ट कब दें ? किसके मॉक टेस्ट दें ?
  5. मॉक टेस्ट देने रणनीति कैसे लागू करें? से नंबर कम आते हैं? और आत्म स्तर (confedence level) घटता है? तो मॉक टेस्ट दें या न दें ?

आदि विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे गए हैं। अतः उपयुक्त सभी सवालों व उत्तराखंड की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित सवालों का जबाव पाने के लिए लेख को अन्त तक अवश्य पढ़ें।

उत्तराखंड पुलिस की लिखित परीक्षा की तैयारी कैसे करें?

जैसा की आप सभी को ज्ञात है कि उत्तराखंड के समूहों-ग की रणनीति कैसे लागू करें? सभी परीक्षाओं की तिथि आगे बढ़ा दी गई है। और बहुत सारे अभ्यर्थी इस समय Rest zone में चले जाएंगे। जहां उत्तराखंड पुलिस कांस्टेबल की परीक्षा सितंबर माह में होने वाली थी अब वह परीक्षा नवंबर-दिसंबर माह में होने की संभावना है। आप सभी को अवगत करा दूं कि यह वही समय है जो निश्चित करेगा कि कौन परीक्षा पास करेगा ? और कौन पूरी जिंदगी आराम करेगा? अतः परीक्षा की तैयारी बिल्कुल कम ना करें। हो सके तो बिना डर के पहले से भी ज्यादा पढ़ाई पर ध्यान दें। क्योंकि समय अधिक मिलने के कारण जो तैयारी कर रहे हैं। वो आगे भी करते रहेंगे। जिस कारण कट ऑफ अधिक ही रहने वाली है।

कैसे पढ़ें। कौन-सी पुस्तक पढ़ें? हिन्दी कहां से पढें।

सर्वप्रथम सिलेबस के अनुसार सभी विषयों का गहन अध्ययन करें। यदि आप उत्तराखंड पुलिस और फॉरेस्ट गार्ड की तैयारी कर रहे हैं तो उत्तराखंड के लिए "परीक्षा वाणी" और "उत्तराखंड की वन लाइनर" (बी.एस. नेगी) पर्याप्त है। और सामान्य हिंदी और सामान्य ज्ञान के लिए लुसेंट की दोनों किताब उपयुक्त है। 4 किताबों के पूर्ण अध्ययन मात्र से आप 70+ मार्क्स प्राप्त कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त वर्तमान समय में उत्तराखंड और भारत में हो रही घटनाओं पर नजर रखें। यदि आप पटवारी, लेखपाल, और उत्तराखंड सब इंस्पेक्टर की तैयारी कर रहे हैं। तो परीक्षा वाणी, बी.एस. नेगी के अलावा "उत्तराखंड राजनीतिक इतिहास" (अजय रावत), "यूकेपीडिया" (भगवान सिंह धामी) और "घनश्याम दास" की पुस्तक भी पढ़ें । और सामान्य ज्ञान अध्ययन के लिए लुसेंट किताबों के अलावा एनसीईआरटी पुस्तकों को एक बार अवश्य पढ़ें।

उत्तराखंड पुलिस के लिए मॉक टेस्ट कब दें ?

यूं तो मॉक टेस्ट देने का सबसे सही समय एक बार 70 प्रतिशत सिलेबस पूर्ण होने के बाद शुरू होता है यदि आपका 70% सिलेबस पूर्ण नहीं हुआ है तो आप मॉक टेस्ट देने की अपेक्षा पुरानी परीक्षाओं के पेपर का गहन अध्ययन कर ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करें।

किसके मॉक टेस्ट अच्छे हैं?

दोस्तों मॉक टेस्ट के लिए मार्केट में अरविंद पब्लिकेशन, अरिहंत पब्लिकेशन, बी. एस. नेगी की टेस्ट सीरीज की पुस्तके उपलब्ध हैं। जिनका मूल्य 200 रू तक है। इसके अलावा उत्तराखंड एग्जाम नोट्स (Uttrakhand exam notes, जरधारी क्लासेस (Jardhari classes), और देवभूमि उत्तराखंड (devbhoomi uttrakhand) के ऑनलाइन मॉक टेस्ट उपलब्ध हैं।

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