ट्रेडिंग मंच

एक क्रिप्टो

एक क्रिप्टो
हाल ही में एलन मस्‍क ने अपने ट्वीट में समय को अल्‍टीमेट करेंसी कहा है। (Photo By Elon Musk Twitter Handle )

एडिटोरियल

यह एडिटोरियल 26/10/2021 को ‘लाइवमिंट’ में एक क्रिप्टो प्रकाशित ‘We need smart regulation to unlock the true potential of crypto assets’ लेख पर आधारित है। इसमें क्रिप्टोकरेंसी संपत्तियों और क्रिप्टो के विनियमन से संबंधित मुद्दों के बारे में चर्चा की गई है।

संदर्भ

प्रायः यह माना जाता है कि क्रिप्टो संपत्तियाँ, क्रिप्टो वित्त को अधिक समावेशी और विकेंद्रीकृत बनाती हैं। लेकिन भारत के पास पहले से ही ‘जन धन’ के रूप में विश्व का सबसे बड़ा वित्तीय समावेशन कार्यक्रम मौजूद है। पिछले सात वर्षों में बैंकिंग पहुँच से दूर 430 मिलियन लोगों के बैंक खाते खोले गए हैं। इनमें 55% के साथ बहुमत महिलाओं का रहा है। क्रिप्टो भारत में क्रियान्वित जन धन योजना के व्यापक स्तर से बराबरी नहीं कर सकता।

इसके अलावा, बिटकॉइन और एथरियम जैसी क्रिप्टो संपत्तियों का विनियमन विश्व स्तर पर चर्चा का विषय है। विभिन्न देश क्रिप्टो संपत्तियों के संबंध में प्रतिबंध लगाने, प्रतिबंध हटाने, पुन: प्रतिबंध एक क्रिप्टो लगाने और विनियमित करने जैसे विभिन्न चरणों से गुजर रहे हैं। निश्चय ही हम अन्य देशों के अनुभव से कुछ संकेत ग्रहण कर सकते हैं, लेकिन हमें भारतीय आवश्यकताओं के अनुरूप भारत में विकसित कुशल विनियमन की आवश्यकता है।

भारत में क्रिप्टो को अपनाए जाने के कारण

  • भारत में क्रिप्टो संपत्तियों को अपनाए जाने का मुख्य कारण वित्तीय समावेशन नहीं है, बल्कि तीन ऐसे आकर्षक भारत-विशिष्ट कारण हैं जो क्रिप्टो को अपनाए जाने को प्रेरित करते हैं।
  • भारत को नए वित्तीय पारितंत्र के एक अभिन्न अंग के रूप में स्थापित करने की इच्छा: बड़े वैश्विक वित्तीय संस्थान और निवेशक अपने पोर्टफोलियो में क्रिप्टो संपत्ति को भी शामिल कर रहे हैं।
    • वित्तीय फर्म, बैंक, फिनटेक और क्रिप्टो स्टार्टअप उद्योग के व्यापक विकास का लाभ उठा सकते हैं। सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (STPs) और विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZs) ने आईटी सेवाओं के विकास एक क्रिप्टो को सक्षम बनाया है।
    • रचनात्मक 'क्रिप्टो एक्सपोर्ट ज़ोन' योजनाएँ उत्कृष्टता समूहों को विकसित कर सकती हैं और विश्वस्तरीय वित्तीय सेवा फर्म एवं यूनिकॉर्न का सृजन कर सकती हैं।

    प्रमुख नियामक चिंताएँ

    • निवेशक सुरक्षा: भारतीय नियामकों के लिये निवेशकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। भारत में प्रायः क्रिप्टो संपत्ति को उच्च जोखिमयुक्त संपत्ति के रूप में देखा जाता है। ऐसे में निवेशकों को शिक्षित किये जाने और ‘मिस-सेलिंग’ के विरुद्ध दिशा-निर्देश जारी किये जाने संबंधी उपाय किये जाने आवश्यकता हैं।
      • क्रिप्टो संपत्ति को अब डिजिटल मुद्राओं के बजाय डिजिटल संपत्ति के रूप में अधिक देखा जाता है।
      • उन्हें 'कमोडिटी’ की तरह विनियमित करना और उनके कर उपचार को स्पष्ट करना लाभ का सौदा होगा। इससे सरकार के कर राजस्व में वृद्धि हो सकती है।
      • यह कर दाखिल करने वालों की संख्या (वित्त वर्ष 2020 में केवल 64 मिलियन) और करदाताओं की संख्या (14 मिलियन) में भी वृद्धि कर सकता है।
      • यदि क्रिप्टो धारकों के लिये एक विशेष स्तर से ऊपर की होल्डिंग्स को अपने टैक्स फॉर्म्स में दर्शाना अनिवार्य कर दिया जाए तो ऐसी चिंताओं को कम किया जा सकता है।

      विकेंद्रीकृत क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने से संबद्ध समस्याएँ

      • पूर्ण प्रतिबंध: ‘क्रिप्टोकरेंसी प्रतिबंध एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक, 2021’ (Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill, 2021) भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करता है।
        • हालाँकि, क्रिप्टोकरेंसी को सार्वजनिक (सरकार-समर्थित) या निजी (किसी व्यक्ति के स्वामित्व के अंतर्गत) के रूप में वर्गीकृत करना दोषपूर्ण है, क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत हैं, लेकिन निजी नहीं हैं।
        • बिटकॉइन जैसी विकेंद्रीकृत क्रिप्टोकरेंसी को निजी या सार्वजनिक किसी भी निकाय द्वारा नियंत्रित नहीं किया जा सकता है।
        • उस समय ब्लॉकचेन विशेषज्ञ स्विट्जरलैंड, सिंगापुर, एस्टोनिया और अमेरिका जैसे देशों में पलायन कर गए थे, जहाँ क्रिप्टो को विनियमित किया गया था।
        • पूर्ण प्रतिबंध से शासन, डेटा अर्थव्यवस्था और ऊर्जा के क्षेत्र में व्यापक रूप से उपयोग किये जा रहे ब्लॉकचेन नवाचार में अवरोध उत्पन्न होगा।
        • यह प्रतिबंध आरोपित करना संभव भी नहीं है, क्योंकि कोई भी व्यक्ति इंटरनेट पर क्रिप्टोकरेंसी की खरीद कर सकता है।

        आगे की राह

        • विनियमन ही समाधान है: गंभीर समस्याओं को उभरने से रोकने के लिये विनियमन आवश्यक है। यह सुनिश्चित करेगा कि क्रिप्टोकरेंसी का दुरुपयोग नहीं किया जा रहा है और अत्यधिक बाज़ार अस्थिरता उत्पन्न नहीं हो रही, साथ ही यह संभावित घोटालों के खतरे से अनजान निवेशकों की भी रक्षा करेगा।
          • विनियमन को स्पष्ट, पारदर्शी और सुसंगत होना चाहिये और साथ ही यह अपने उद्देश्यों से पूर्णतः परिचित हो।

          निष्कर्ष

          संक्षेप में, एक कुशल नियामक दृष्टिकोण को सभी संभावित लाभ-हानि पर विचार करना चाहिये। यह वित्तीय नवाचार को बढ़ावा देने, निवेशकों की सुरक्षा करने और भारतीय क्रिप्टो पारितंत्र के लिये अवसर के द्वार खोलने में योगदान कर सकता है।

          अभ्यास प्रश्न: क्रिप्टो संपत्तियों की वास्तविक क्षमता को साकार करने के लिये भारत को उचित विनियमन की आवश्यकता है। चर्चा कीजिये।

          क्रिप्टो करंसी मामले में आरोपितों को आज कोर्ट में पेश करेगी इंदौर पुलिस

          क्रिप्टो करंसी मामले में आरोपितों को आज कोर्ट में पेश करेगी इंदौर पुलिस

          इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। पुलिस ने पिछले दिनों कालेज छात्रों के ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया था जो क्रिप्टो करंसी में निवेश का झांसा देकर ठगी कर रहा था। मास्टरमाइंड ठगे रुपये भी 10 प्रतिशत की दर से ठेके पर लिए छात्रों के खातों में जमा करवाते थे। पुलिस ने आरोपितों से महंगी बाइक, आइफोन, ज्वेलरी जब्त किए, जो लोगों से ठगे रुपयों से खरीदी थी। सोमवार को आरोपितों को पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस आरोपितों का रिमांड भी मांग सकती है।

          मूसाखेड़ी निवासी एक युवक ने डीसीपी जोन-1 अमित तोलानी को गिरोह के बारे में सूचना दी थी कि छात्रों का एक गैंग इंटरनेट के माध्यम से ठगी कर रहा है। आरोपितों ने इंस्टाग्राम पर ट्रेडर अंडर स्कोर प्रीति के नाम से एक अकाउंट बना रखा है। आजाद नगर एसीपी (आइपीएस) मोतीउर रहमान ने जांच की और पिछले सप्ताह गुरुवार रात आरोपित पीयूष व नितिन को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसने होलकर साइंस कालेज और आइपीएस कालेज के छात्रों के खातों में दो करोड़ रुपये जमा करवाए। इसके बदले छात्रों को जमा राशि का 10 प्रतिशत कमिशन देते थे। देर रात एसीपी की टीम ने चार छात्रों को भी गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस ने नाम का खुलासा नहीं किया है।

          दरअसल, आरोपित छात्र क्रिप्टो करंसी में निवेश का झांसा देते थे। तय समय में मुनाफा दिखाकर निवेशक को एक प्रमाण पत्र जारी कर देते थे। निवेशक के रुपये मांगने पर प्रोसेसिंग फीस के नाम पर रुपये जमा करवाते और उसकी आइडी ब्लाक कर देते थे। इस तरह आरोपित अलग-अलग लोगों से करीब दो करोड़ रुपये ठग चुके थे।इंस्टाग्राम आइडी की जांच में पता चला आरोपितों ने एलन मस्क, क्रिकेटर सहित कई बड़ी हस्तियों के फोटो का भी उपयोग किया है। उन्होंने 106 हजार फालोअर्स बताए जो साइबर एक्सपर्ट से खरीदे (फर्जी) गए थे। निवेशकों को प्रभावित करने के लिए ऐसे प्रमाण पत्र भी टैग कर लिए थे, जिसमें निवेशकों द्वारा उनकी ट्रेडिंग से संतुष्टि दर्शाई गई थी।

          Budget 2022: क्रिप्टो करंसी से हुआ घाटा तो भी देना होगा टैक्स, सेंट्रल बैंक जल्द लॉन्च करेगा ‘डिजिटल रुपया’

          Cryptocurrency: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में एलान किया है कि क्रिप्टोकरंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी की दर से टैक्स देना होगा. खास बात है कि सेंट्रल बैंक यानी रिजर्व बैंक (RBI) भी अपनी डिजिटल करंसी जल्द ही लॉन्च करने जा रही है.

          Budget 2022: क्रिप्टो करंसी से हुआ घाटा तो भी देना होगा टैक्स, सेंट्रल बैंक जल्द लॉन्च करेगा ‘डिजिटल रुपया’

          बजट 2022 में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लंबे समय से चल रही अनिश्चितता दूर हुई है.

          Tax on Cryptocurrency/Digital Rupee: बजट 2022 में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लंबे समय से चल रही अनिश्चितता दूर हुई है. वित्त मंत्री ने बड़ी क्रिप्टोकरेंसी पर पर बड़ा एलान करते हुए क्लेरिटी दी है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में एलान किया है कि क्रिप्टोकरंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी की दर से टैक्स देना होगा. खास बात है कि सेंट्रल बैंक यानी रिजर्व बैंक (RBI) भी अपनी डिजिटल करंसी जल्द ही लॉन्च करने जा रही है. एक तरह से यह क्रिप्टोकरंसी को रेगुलेट करने के लिए उपाय किया गया है. अबतक क्रिप्टोकरंसी पर किसी तरह का टैक्स नहीं देना होता था. इसी वजह से इसे लेकर एक अनिश्चितता थी कि एक क्रिप्टो यह देश में निवेश के लिए जारी रहेगी या इस पर बैन लगेगा.

          क्रिप्टोकरंसी पर घाटा तो भी देना होगा टैक्स

          वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक बात और साफ की है कि जहां क्रिप्टोकरंसी पर होने वाली आय पर टैक्स लगेगा, वहीं अगर इस पर घाटा हुआ तो भी टैक्स देना होगा. क्रिप्टोकरेंसी ही नहीं किसी भी एक क्रिप्टो वर्चुअल एसेट्स के ट्रांसफर पर होने वाली आय पर 30 फीसदी का टैक्स लगेगा. वहीं एक निश्चित सीमा से अधिक के ट्रांजेक्शन पर टीडीएस भी लगाने का एलान किया गया है. फिलहाल इस कदम से यह तय है कि सरकार क्रिप्टोकरंसी पर किसी तरह का बैन नहीं लगाने जा रही है. लेकिन इससे होने वाली आय पर भारी भरकम टैक्स लगा दिया गया है. सरकार के इस कदम से क्रिप्टोकरंसी में निवेश को लेकर ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी.

          निवेश के लिए नया एसेट क्लास

          TradeSmart के CEO विकास एक क्रिप्टो सिंघानिया का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी को लीगलाइज करने के लिए वित्त मंत्री ने क्रिप्टोकरेंसी पर 30 फीसदी टैक्स लगाया है. अब ट्रेडर्स इस एसेट क्लास में बिना किसी डर के ट्रेड कर सकते हैं. बजट ने क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग पर कानूनी अनिश्चितता को दूर कर दिया है. क्रिप्टो में लोग ट्रेड कर सकते हैं लेकिन उन्हें टैक्स देना होगा. हालांकि यह देखा जाना है कि अगर कॉर्पोरेट क्रिप्टो में ट्रेड करते हैं, तो कॉर्पोरेट टैक्स लागू होता है या 30 फीसदी टैक्स या जो भी अधिक हो.

          बजट 2021 Live News Updates: ‘स्वस्थ भारत’ और ‘मजबूत बुनियाद’ पर रफ्तार पकड़ेगी अर्थव्यवस्था, कुल 34,83,236 करोड़ रु का बजट

          जल्द आएगी देश की पहली डिजिटल करंसी

          वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट के दौरान वर्ष 2022-23 से देश में डिजिटल करंसी की शुरुआत किए जाने का एलान किया है. वित्त मंत्री ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा ‘डिजिटल रुपये’ की शुरुआत करने से देश में करेंसी मैनेजमेंट में काफी सुधार होगा.

          BeSingular के फाउंडर और CEO नितेश जैन का कहना है कि सरकार का रुख इस बजट में प्रोग्रेसिव रहा है. सरकार आगे की ओर देख रही है, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण देश में पहली डिजिटल करंसी का एलान है. रेगुलेटेड डिजिटल करंसी का मतलब है कि यह फारवर्ड लुकिंग है और ब्लॉकचेन और अन्य एक्सपोनेंशियल टेक्नोलॉजी का उपयोग करने की भावना में है.

          बता दें कि सरकार लंबे समय से देश में क्रिप्टोकरंसी और दूसरे वर्चुअल डिजिटल एसेट्स को रेगुलेट करने के लिए एक बिल लाने पर विचार कर रही है. इस बिल को ‘क्रिप्टो एक क्रिप्टो बिल’ के नाम से भी जाना जाता है. पहले इस बिल को शीतकालीन सत्र में लाया जाना था.

          एलन मस्‍क के एक कमेंट से गुलजार हुआ क्रिप्‍टो बाजार; बिटकॉइन, डॉगे और इथेरियम में दिखी रॉकेट जैसी रफ्तार

          एलन मस्‍क और दूसरे लोगों की ओर से फेवर में ट्वीट और कॉमेंट की वजह से क्रिप्‍टोकरेंसी मार्केट ने तेजी पकड़ी। डॉगेकॉइन की बात करें तो 10 फीसदी की तेजी के साथ 0.225 डॉलर पर कारोबार कर रहा है।

          एलन मस्‍क के एक कमेंट से गुलजार हुआ क्रिप्‍टो बाजार; बिटकॉइन, डॉगे और इथेरियम में दिखी रॉकेट जैसी रफ्तार

          हाल ही में एलन मस्‍क ने अपने ट्वीट में समय को अल्‍टीमेट करेंसी कहा है। (Photo By Elon Musk Twitter Handle )

          टेस्ला प्रमुख एलन मस्क एक बार फि‍र से क्रिप्‍टो बाजार के लिए मसीहा बनकर सामने आए हैं। उनके एक कॉमेंट से क्रिप्‍टोकरेंसीज को पंख लग गए हैं। खासकर उन कॉइन को जिन्‍हें वो बेहद पंसद करते हैं। उन्‍होंने डॉगेकॉइन को लेकर हाल में कमेंट किया है। जिसकी वजह से डॉगेकॉइन के साथ इथेरियम और बिटकॉइन के दाम में तेजी देखने को मिल रही है। एलन मस्‍क ने एक ट्वीट पर कॉमेंट करते हुए कहा है कि रिटेल खरीद में बड़े पैमाने पर उपयोग किए जाने वाले डॉगेकॉइन चार्ज को कम कमरने की जरुरत है। उन्‍होंने कहा कि मूवी टिक्स खरीदने जैसी चीजों को व्यवहार्य बनाने के लिए डोगे की फीस को कम करना बहुत महत्वपूर्ण है।

          डॉगेकॉइन निर्माता ने किया पोल
          मस्क ने यह बात डॉगेकोइन के निर्माता शिबेटोशी नाकामोतो को जवाब देते हुए कही थी। नाकामोटो ने ट्वीट किया कि रॉबिनहुड ने वॉलेट की घोषणा की, एएमसी के सीईओ ने न केवल डॉगेकोइन को स्वीकार करने के बारे में बात की, बल्कि यह भी कहा कि यह उनके द्वारा किए गए ट्वीट के साथ सबसे अधिक इंटरैक्ट किया गया था, क्रिप्टो बाजार अंत में कुछ हरा दिखाई दे रहा था।

          डॉगेकॉइन को लेकर पोल
          एएमसी एंटरटेनमेंट होल्डिंग्स इंक द्वारा भुगतान के लिए बिटकॉइन, बिटकॉइन कैश, लिटकोइन और ईथर को स्वीकार करने की घोषणा के बाद, सीईओ एडम एरोन ने क्रिप्टो समुदाय से यह पूछने के लिए ट्विटर पर एक पोल किया कि क्या उनकी कंपनी को लोकप्रिय मेम क्रिप्टोक्यूरेंसी डॉगकोइन (DOGE) को भी स्वीकार करना चाहिए।

          Venus Transit: शुक्र ग्रह ने किया वृश्चिक राशि में प्रवेश, इन 3 राशि वालों को मिली दरिद्र योग से मुक्ति, धनलाभ के आसार

          Budhaditya Yog: सूर्य देव का होगा वृश्चिक में प्रवेश, बुधादित्य राजयोग से 3 राशि वालों की चमक सकती है किस्मत

          Raj Yog: नवपंचम राजयोग बनने से इन 3 राशि वालों का चमक सकता है भाग्य, बुध और शुक्र ग्रह की रहेगी असीम कृपा

          एलन मस्‍क ने पोल पर किया ट्वीट
          मस्क के ट्वीट को पसंद करने पर टिप्पणी करते हुए एएमसी के सीईओ ने लिखा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं इस दिन को देखूंगा। @ एलनमस्क को मेरा डॉगकोइन ट्विटर पोल ट्वीट पसंद आया। अगर आप भी इस ट्वीट को देखते हैं तो मिस्टर मस्क, टेस्ला और स्पेसएक्स को बधाई। मैंने अपने पूरे करियर में एक इनोवेटर बनने का प्रयास किया है, लेकिन आप सर अन्य सभी से ऊपर इनोवेशन के प्रतीक हैं।

          ट्वीट के बाद कीमतों ने पकड़ी रफ्तार
          एलन मस्‍क और दूसरे लोगों की ओर से फेवर में ट्वीट और कॉमेंट की वजह से क्रिप्‍टोकरेंसी मार्केट ने तेजी पकड़ी। डॉगेकॉइन की बात करें तो 10 फीसदी की तेजी के साथ 0225 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। वहीं दूसरी ओर दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्‍टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत में 5 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है। जबकि 44152 डॉलर पर हैं। वहीं इथेरियम 8 फीसदी की तेजी के साथ 3097 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। जबकि कारोबारी सत्र के दौरान बीते 24 घंटे में इथेरियम 3119 डॉलर के साथ हाई पर भी पहुंचा था।

          भारत के दिग्गज क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स | What are some of the crypto trading platforms in India

          भारत के दिग्गज क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स

          भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2018 में भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रतिबंध को हटा दिया था। यह भारतीय निवेशकों खासकर डिजिटल रूप से कुशल लोगों के लिए स्वागत योग्य कदम था। क्रिप्टो बाजार में निवेश और व्यापार में व्यस्त भारतीयों एक क्रिप्टो के साथ साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और बिटकॉइन एक्सचेंजों की बढ़ती संख्या इस बात की गवाही देती है।

          बिनेंस एक्सचेंज को दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो प्लेटफॉर्म माना जाता है, लेकिन भारत में भी कुछ लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म हैं।

          • वज़ीरएक्स एक भारतीय बिटकॉइन और क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज है जहां आप इथीरियम, रिप्पल, लिटकॉइन और बिटकॉइन में ट्रेडिंग कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको स्पॉट प्लेटफॉर्म पर 0.2% चार्ज देना होगा। वज़ीरएक्स के दावों की मानें तो इसकी प्रमुख विशेषताओं में शामिल है इसका इस्तेमाल करना आसान है, लेन-देन तेजी के साथ होता है और विश्वस्तरीय सुरक्षा इंतजाम है। वज़ीरएक्स पी2पी ट्रांजैक्शन की भी सुविधा प्रदान करता है।
            भारत में शीर्ष क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल है, खासकर नौसिखिये लोगों के लिए। आप इसके ग्राहकों के अनुकूल प्लेटफॉर्म पर तत्काल लेनदेन के माध्यम से अपना क्रिप्टो पोर्टफोलियो बना सकते हैं। विशेषज्ञ ट्रेडर कॉइन डीसीएक्स का उपयोग सिंगल एक्सेस के माध्यम से और बहुत कम स्प्रेड के साथ कर सकते हैं। उपयोगकर्ता 0.1% ट्रेडिंग शुल्क देकर 250 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी में इसके स्पॉट ट्रेडिंग, मार्जिन और फ्यूचर प्लेटफॉर्म पर खरीद और बिक्री कर सकते हैं। आप इसकी विकेन्द्रीकृत उधार सेवा में भी निवेश कर सकते हैं। का उपयोग 15 लाख से अधिक लोग करते हैं और यह भारत में सबसे पुराने क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म में से एक है। यह ऑफलाइन डेटा स्टोरेज और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन के साथ सुरक्षा का भरोसा देता है। यूपीआई और बैंक हस्तांतरण की भी अनुमति है। हालांकि, बिटकॉइन ट्रेडिंग चार्ज 0.7% वसूला जाता है जो कि काफी अधिक है।
            नौसिखियों के लिए एक अन्य लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। यह ग्रेड-ए सुरक्षा का दावा करता है और ऑफ़लाइन कोल्ड स्टोरेज में 95% स्टोरेज के अभ्यास का पालन करता है। बिटबन्स बिटकॉइन बेचने और खरीदने के लिए यूपीआई और बैंकिंग हस्तांतरण की सुविधा देता है और साथ ही पी2पी जमा भी स्वीकार करता है। इसका ट्रेडिंग शुल्क 0.03% से 0.25% तक है। क्रिप्टोकरेंसी को सुरक्षित रूप से भेजने और प्राप्त करने के लिए एक क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो कि वॉलेट सेवा भी प्रदान करता है। यह 2014 से क्रिप्टोकरेंसी बाजार में है और इसने 30 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान की है। एक अतिरिक्त सुरक्षा सुविधा के रूप में ज़ेबपे में आउटगोइंग लेनदेन को अक्षम करने की सुविधा है। बनाने वाले पर ट्रेडिंग शुल्क 0.15%, लेने वाले पर 0.25% और इंट्राडे पर 0.1% है।

          भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2018 में भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रतिबंध को हटा दिया था। यह भारतीय निवेशकों खासकर डिजिटल रूप से कुशल लोगों के लिए स्वागत योग्य कदम था। क्रिप्टो बाजार में निवेश और व्यापार में व्यस्त भारतीयों के साथ साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और बिटकॉइन एक्सचेंजों की बढ़ती संख्या इस बात की गवाही देती है।

          बिनेंस एक्सचेंज को दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो प्लेटफॉर्म माना जाता है, लेकिन भारत में भी कुछ लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म हैं।

रेटिंग: 4.35
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 569
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *