ट्रेडिंग समय

Deposits and withdrawals
Payment providers may apply their own limitations and requirements to transfers. You can find them on their respective sites.
We do not charge commission for transactions, but the Bitcoin network applies its own fees, which amount depends on the execution speed you've chosen.
May sometimes take up to one hour. Sometimes the payment system slows down the transfer—this is beyond our control.
Payment providers may apply their own limitations and requirements to transfers. You can find them on their respective sites.
May sometimes take up to one hour. Sometimes the payment system slows down the transfer—this is beyond our control.
Payment providers may apply their own limitations and requirements to transfers. You can find them on their respective sites.
May sometimes take up to one hour. Sometimes the payment system slows down the transfer—this is beyond our control.
Payment providers may apply their own limitations and requirements to transfers. You can find them on their respective sites.
May sometimes take up to one hour. Sometimes the payment system slows down the transfer—this is beyond our control.
Payment providers may apply their own limitations and requirements to transfers. You can find them on their respective sites.
We do not charge commission for transactions, but the Bitcoin network applies its own fees, which amount depends on the execution speed you've chosen.
May sometimes take up to one hour. Sometimes the payment system slows down the transfer—this is beyond our control.
Payment providers may apply their own limitations and requirements to transfers. You can find them on their respective sites.
We do not charge commission for transactions, but the Bitcoin network applies its own fees, which amount depends on the execution speed you've chosen.
May sometimes take up to one hour. Sometimes the payment system slows down the transfer—this is beyond our control.
Payment providers may apply their own limitations and requirements to transfers. You can find them on their respective sites.
We do not charge commission for transactions, but the Bitcoin network applies its own fees, which amount depends on the execution speed you've chosen.
May sometimes take up to one hour. Sometimes the payment system slows down the transfer—this is beyond our control.
Payment providers may apply their own limitations and requirements to transfers. You can find them on their respective sites.
We do not charge commission for transactions, but the Bitcoin network applies its own fees, which amount depends on the execution speed you've chosen.
May sometimes take up to one hour. Sometimes the payment system slows down the transfer—this is beyond our control.
फॉरेक्स
यह खंड वास्तविक रूप में एक व्यापक फॉरेक्स ट्रेडिंग कोर्स है। यह बताता है कि फॉरेक्स बाजार क्या है, वहां कौन से ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट्स उपलब्ध हैं, और उनमें सर्वोत्तम तरीके से ट्रेड कैसे करें। यह नौसिखिए लोगों के लिए सिर्फ फॉरेक्स से अधिक है। यह नौसिखियों से लेकर विशेषज्ञों तक सभी प्रकार के ट्रेडरों के लिए फॉरेक्स उपयुक्त है।
Forex के बारे में अधिक जानकारी
नि:शुल्क Forex शिक्षा वह है जो नौसिखिए ट्रेडर आमतौर पर खोज रहे होते हैं। कोई आश्चर्य की बात नहीं, Forex वैश्विक वित्तीय बाजार का प्रमुख तत्व है, और ठीक इसी से लोग अपनी ट्रेडिंग यात्रा की शुरुआत करते हैं।
Olymp Trade आधिकारिक ब्लॉग का यह खंड Forex शिक्षा सामग्री का एक आदर्श और नि:शुल्क स्रोत है। आपको ब्लॉग में ताजा Forex समाचार भी प्राप्त होंगे, जो आपको बाजार की मौजूदा स्थिति को समझने में मदद करेंगे।
ब्लॉग के लेख मुद्रा जोड़ी और उनसे संबंधित बाजार की गतिशीलता की व्याख्या करते हैं, प्रभावी ट्रेडिंग निर्णय लेने के लिए आवश्यक विशेषज्ञ विश्लेषण और शैक्षिक पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं, और आपको यह समझने में मदद करते हैं कि आप एक सफल Olymp Trade Forex ट्रेडर कैसे बन सकते हैं।
गहराई से खंड पर नज़र डालें और खोजें:
- कैसे Forex ट्रेडिंग शुरू करें (नौसिखियों के लिए हमारे चरण-दर-चरण दिशानिर्देश पढ़ें)
- सर्वोत्तम ट्रेडिंग रणनीतियों और साधनों का उपयोग
- Olymp Trade पर Forex ट्रेडिंग से अधिकतम लाभ कैसे प्राप्त करें
- Forex ट्रेडिंग के महत्वपूर्ण कारक
- और Forex पेशेवर बनने के लिए अन्य मूल्यवान सुझाव
उपयोगी Olymp Trade आधिकारिक ब्लॉग लेखों के साथ अभी Forex ट्रेडिंग शुरू करें।
क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग, दिवाली के दिन क्यों कुछ देर की लिए खुलता ट्रेडिंग समय है शेयर बाजार? जानें डिटेल
दिवाली के दिन NSE और BSE पर शाम 6:15 से 7:ट्रेडिंग समय 15 मुहूर्त ट्रेडिंग होगी. जबकि शाम 6:00 से 6:08 बजे प्री-ओपन ट्रेड होगा. इस दिन निवेश को शुभ माना जाता है.
- Money9 Hindi
- Publish Date - November 3, 2021 / 08:09 PM IST
image: pixabay, सरकार ने बैड बैंक के गठन, पीएलआई योजनाओं को शुरू करने, दूरसंचार क्षेत्र में सुधार और कृषि कानूनों जैसी कई पहलों के साथ एक मजबूत व्यापार समर्थक मानसिकता दिखाई है.
दिवाली के दिन यानी 4 नवंबर को शेयर बाजार बंद रहेगा. लेकिन एक घंटे के लिए ट्रेडिंग होगी. क्योंकि इस दिन से नए साल की शुरुआत मानी जाती है और नए साल पर किसी भी काम को करना शुभ माना जाता है. इसलिए हर साल की तरह इस बार भी दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading 2021) का आयोजन किया जाएगा. शाम को होने वाली इस ट्रेडिंग में निवेशक शेयर खरीदते हैं.
जानें शाम को कब खुलेगा शेयर बाजार
दिनभर शेयर बाजार बंद होने के बाद शाम को एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन होगा. इस बार दीपावली के दिन NSE और BSE पर शाम 6:15 से 7:15 मुहूर्त ट्रेडिंग होगी. जबकि 4 नवंबर को शाम 6:00 से 6:08 बजे प्री-ओपन ट्रेड होगा. मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान शेयर बाजार में निवेश को शुभ माना जाता है. इस एक घंटे के मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान ज्यादातर निवेशक शेयर खरीदते हैं.
मुहूर्त ट्रेडिंग में निवेशक खरीदते हैं स्टॉक
बता दें कि हर साल मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए एक खास समय तय होता है. निवेशक इस समय वैल्यू बेस्ड स्टॉक खरीदते हैं, और उसे लंबे समय तक रखते हैं. वहीं कई लोग इस खास ट्रेडिंग सेशन के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं.ऐसा माना जाता है कि इस मौके पर किया गया निवेश फायदा देता है. मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है. बीएसई (BSE) पर पहली बार साल 1957 में और एनएसई (NSE) में साल 1992 से मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत हुई थी.
क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग
दिवाली के दिन कारोबारी अपना काम बंद नहीं करते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन विक्रम संवत यानी नए साल की शुरुआत होती है. हिन्दू मान्यता के मुताबिक इस दिन शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग में निवेश करना शुभ माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि दिवाली के शुभ दिन किसी कारोबार की शुरुआत से साल भर फायदा हो सकता है. इस दिन शेयर बाजार में भी ब्रोकर मुहूर्त ट्रेडिंग से पहले बहीखातों की पूजा करते हैं.
शेयर बाजार में ट्रेडिंग का समय बढ़ने से किसे फायदा होगा?
पहले बाजार 9.45 बजे सुबह खुलता था, अभी वो 9 बजे खुलता है और 3.30 बजे बंद होता है
एक बार फिर देश के शेयर बाजारों में ट्रेडिंग का समय बढ़ने को लेकर चर्चा होने लगी है. कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी और स्टॉक एक्सचेंज इस बारे में विचार कर रहे हैं. ऐसी खबरें हैं कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग का वक्त कम से कम डेढ़ घंटे और ज्यादा से ज्यादा 4 घंटे तक बढ़ाया जा सकता है.
इस बारे में कोई भी फैसला सेबी को करना है, लेकिन स्टॉक एक्सचेंज चाहते हैं कि बाजार में ट्रेडिंग का समय बढ़ाकर शाम 5 बजे या 7.30 बजे तक कर दिया जाए. वैसे तो अक्टूबर 2009 में सेबी ने एक्सचेंजों को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक शेयर मार्केट खोले जाने की मंजूरी दी थी. इसके बाद ट्रेडिंग का ओपनिंग टाइम तो सुबह 9 बजे कर दिया गया लेकिन ब्रोकरों के विरोध के कारण क्लोजिंग टाइम शाम 3.30 से आगे नहीं बढ़ाया गया.
पहले बाजार 9.45 बजे सुबह खुलता था, अभी वो 9 बजे खुलता है और 3.30 बजे बंद होता है. ट्रेडिंग के लिए समय 9.15 से 3.30 तक का रखा गया है. सुबह 9 से 9.15 तक का समय प्री-ओपनिंग सौदों के लिए होता है.
एक्सचेंज क्यों बढ़ाना चाहते हैं ट्रेडिंग का समय
एक्सचेंजों का कहना है कि ट्रेडिंग का समय बढ़ाने से ग्लोबल शेयर बाजारों के साथ भारतीय बाजारों का तालमेल बेहतर होगा. एक्सचेंजों की दलील है कि इससे ना सिर्फ विदेशी निवेशकों को भारत में ट्रेडिंग के लिए ज्यादा वक्त मिलेगा, बल्कि कमोडिटी एक्सचेंजों के साथ भी बेहतर तालमेल हो सकेगा.
इसका फायदा ज्यादा सौदों और वॉल्यूम के रूप में दिखेगा. हालांकि एक्सचेंजों की इन दलीलों से सभी भारतीय ब्रोकर सहमत नहीं हैं. माना जा रहा है कि ट्रेडिंग का समय बढ़ाना बड़े ट्रेडर्स और ब्रोकरेज हाउस के लिए तो फायदेमंद रहेगा, लेकिन छोटे ब्रोकरेज हाउस को ट्रेडिंग समय इससे नुकसान होगा. इसलिए छोटे ब्रोकरेज हाउस लगातार ट्रेडिंग का समय बढ़ाए जाने का विरोध करते रहे हैं.
छोटे ब्रोकर क्यों कर रहे हैं विरोध
छोटे ब्रोकरेज हाउसेज का कहना है कि कड़े मुकाबले और लगातार बढ़ रहे ऑटोमेशन की वजह से ब्रोकिंग का धंधा पहले से ही काफी दबाव में है. ऐसे में अगर ट्रेडिंग का समय बढ़ाया जाता है, तो इससे छोटे और मध्यम आकार के ब्रोकरों के लिए लागत बढ़ेगी और उन्हें नुकसान झेलना पड़ेगा. उन्हें न सिर्फ दो शिफ्टों में काम करना होगा, बल्कि स्टाफ की संख्या भी बढ़ानी पड़ेगी.
छोटे ब्रोकरों के मुताबिक बड़े ब्रोकरेज हाउस तो दूसरे काम-धंधों से कमाई कर लेते हैं, और उनके पूरे बिजनेस का सिर्फ 5-10% हिस्सा ही ब्रोकिंग से आता है. इसलिए उन्हें ट्रेडिंग का समय बढ़ाए जाने से दिक्कत नहीं है.
छोटे ब्रोकरों का ये भी कहना है कि स्टॉक एक्सचेंज सिर्फ अपना फायदा देख रहे हैं. ट्रेडिंग का समय बढ़ाने से विदेशी बाजारों से तालमेल बढ़ने की दलील में कोई दम नहीं है, क्योंकि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में शेयर बाजार के खुलने का समय अलग-अलग है.