ट्रेडिंग मंच

अपने दलाल दर

अपने दलाल दर
दलाल को काम पर लेने से पहले, इसे ख़िताब का उपयोग करने वाले किसी से संबंधित आवश्यकताओं का शोध करना समझदारी मानी जा सकती है। कुछ खिताब, जैसे कि रियल एस्टेट दलाल,

 शेयर आवंटन के बाद तक इस स्टॉक में निवेशित रहा होगा तो उसका 1.26 लाख रुपये आज 7.125 लाख रुपये हो गए होंगे.

दलाल - Broker

दलाल भांति-भांति के होते हैं। गाय-भैंस की बिक्री से लेकर घर, जमीन, शेयर, कमोडिटी, हथियार, विवाह आदि सभी के दलाल होते हैं। एक दलाल एक अकेला व्यक्ति होता है जो सौदा निष्पादित होने पर एक खरीदार और विक्रेता के बीच लेनदेन की

व्यवस्था करता है। एक दलाल जो विक्रेता के रूप में या खरीदार के रूप में भी कार्य करता है,

वह सौदा करने के लिए एक प्रमुख पार्टी बन जाता है। किसी भी भूमिका को एजेंट की भूमिका के साथ भ्रमित नहीं किया जाना चाहिए जो एक सौदे में एक प्रमुख पार्टी की तरफ से कार्य करता है।

दलाल एक स्वतंत्र पार्टी है, जिनकी सेवाओं का उपयोग कुछ उद्योगों में बड़े पैमाने पर किया जाता है। दलाल की मुख्य जिम्मेदारी विक्रेताओं और खरीदारों को एक साथ लाना है और इस प्रकार एक दलाल खरीदार और विक्रेता के बीच तीसरा व्यक्ति समन्वयक प्रदान करता है। एक उदाहरण रियल एस्टेट दलाल होगा जो संपत्ति की बिक्री को सुगम बनाता है।

Collectorate- तहसीलदार न्यायालयों में खुलेआम आसंदी पर बैठते हैं दलाल, करते हैं मोटी कमाई

collectorate- broker is sitting openly in the Tehsildar Courts

जबलपुर। साहब के डायस में निजी कर्मचारी का कब्जा, आलमारियों में रखी महत्वपूर्ण फाइलों तक उनकी पहुंच और न्यायालय कक्ष के बाहर हर प्रकरण में कमाई के लिए रायशुमारी, राजस्व न्यायालयों में ये नजारा आम हो गया है। तहसीलदार न्यायालयों कों निजी कर्मचारियों से मुक्ति नहीं मिल पा रही है। कोतवाली से लेकर गोहलपुर, गोरखपुर, केंट न्यायालय कक्ष में एेसी घुसपैठ है कि उनकी मर्जी के बगैर एक भी फाइल आगे नहीं बढ़ती है।
सीएस ने दिया था आदेश
मुख्य सचिव सीएस बीपी सिंह ने जबलपुर दौरे पर आदेशित किया था कि राजस्व न्यायालयों से आउट सोर्सेस का दखल खत्म होना चाहिए। लेकिन अब तक उन्हें नहीं हटाया गया। इसे लेकर कलेक्टर के पास पहुंची एक गुप्त शिकायत से समूचे कलेक्ट्रेट में हड़कं प मच गया है। शिकायतकर्ता ने अपने शिकायत पत्र में बाकायदा हर निजी कर्मचारी व दलालों के कृत्य को फोटोग्राफ के जरिए दर्शाया है।
सीमांकन, नामांकरण सभी की दलाली दर तय
तहसीलदारों ने अपनी सुविधा के लिए निजी खर्चे पर इन कर्मचारियों को रखा है। सूत्रों के अनुसार वे इसका भरपूर लाभ उठाते हैं। बंटवारा, सीमांकन, नामांतरण के हर प्रकरण पर दलाली की दर तय हैं। हर प्रकरण पर होने वाली कमाई का हिस्सा संबंधित पीठासीन अधिकारी से लेकर निजी कर्मचारी, लिपिक व कम्प्यूटर ऑपरेटर के बीच बांटा जाता है।
दस्तावेज में हेराफेरी, मनमानी
सूत्रों के अनुसार राजस्व न्यायालयों में कार्यरत ये निजी कर्मचारी दस्तावेजों में हेर-फे र कर आवेदकों को भी भटकने पर मजबूर कर देते हैं। खास बात तो ये कि इन निजी कर्मचारियों की कोई जवाबदेही नहीं होती इसके कारण वे मनमानी करते हैं।
निजी कर्मचारी हटाएं जाएंगे
कलेक्टर महेशचंद्र चौधरी के अनुसार सभी न्यायालयों में कार्यरत निजी कर्मचारियों की जानकारी लेकर उन्हें हटाया जाएगा। न्यायालय कक्ष में किसी भी बाहरी व्यक्ति का दखल न हो ये सुनिश्चित कराएंगे।
ऐसा था नजारा
- कोतवाली तहसीलदार के न्यायालय कक्ष का नजारा हैरान करने वाला है। यहां निजी कर्मचारी एडी सोनी तहसीलदार के डायस पर चढ़ जाता है। फाइलों को अपने हिसाब से क्रम देता है।
- वीरू कुमार प्राइवेट कर्मचारी हैं। नामांतरण होने के बाद केस की नस्ती बनाते हैं और नए केस में ऑर्डर **** व्यवस्थित करने व नोटिस काटने का काम करते हैं।
- गोहलपुर तहसीलदार के न्यायालय कक्ष में प्राइवेट कर्मचारी राजेंद्र परिहार सालों से कार्यरत है। सूत्रों के अनुसार अक्सर प्रकरण मूल आर्डर छुपा देते हैं।
- बी अपने दलाल दर शाह नाम के व्यक्ति को नामांतरण कराने का उस्ताद बताया जाता है। वो दिनभर कोतवाली, गोहलपुर तहसीलदार के डायस में घंटों बैठा रहता है, लेकिन उसे कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है।
- अंजुम चाचा की सभी एसडीएम न्यायालयों की आलामारियों तक पहुंच है। वे खुद किसी भी आलमारी को खोलकर किसी भी प्रक रण की फाइल निकाल लेते हैं।

मुद्रा परिवर्तक

यूरो से डॉलर विनिमय दर: पिछले 90 दिनों में, यूरो में डॉलर के मुकाबले 5.54% की वृद्धि हुई है, जो $ 0.9953 से बढ़कर $ 1.0537 प्रति यूरो हो गया है। विदेशी मुद्रा बाजार हमेशा खुला रहता है, और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापारिक संबंधों से संबंधित कई कारकों के कारण दरें अक्सर बदल रही हैं।

मुद्रा के बारे में। विकी: मुद्रा परिवर्तक

चाहे वह यूरो, पाउंड, येन, या डॉलर हो, यह उपकरण उन लोगों के लिए एक विशाल समाधान के रूप में काम कर सकता है जो तत्काल हाथ में तथ्यात्मक जानकारी रखना चाहते हैं।

मुद्रा उपकरण प्रदान करता है:

उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस - इसका उपयोग करना आसान है। आप कोई भी मुद्रा चुन सकते हैं और उसे बिना किसी झंझट के परिवर्तित कर सकते हैं।

त्वरित गणना - इस कैलकुलेटर के साथ, आप तुरंत परिणाम का आनंद ले सकते हैं।

यूरो मुद्रा

यूरो के बारे में रोचक तथ्य

यूरो में सिक्के हैं, जिसमें 100 सेंट एक यूरो बनाते हैं। एक पक्ष मानक है, जो सिक्के के मूल्य को दर्शाता है, जबकि दूसरे को प्रत्येक जारीकर्ता राष्ट्र द्वारा अपनी संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने के लिए अनुकूलित किया जा सकता है।

डॉलर मुद्रा

डॉलर के बारे में रोचक तथ्य

अमेरिकी डॉलर अब पैसे का प्रमुख रूप है, और वास्तव में, सभी देशों में स्वीकृत “वैश्विक मुद्रा“ के रूप में उपयोग किया जाता है। यह विश्व बाजार में अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मजबूती के कारण है।

मस्कट में फंसा मुरैना का अपने दलाल दर युवक, दलालों ने छीना पासपोर्ट, वीजा, बंधक बनाकर कराया जा रहा है काम, अपने दलाल दर पत्नी ने एसपी से लगाई मदद की गुहार

कहावत है लालच बुरी बला है. इसका साक्षात उदाहरण मुरैना के एक युवक की दशा को देखने पर मिल सकता है. मुरैना के सुल्तान जाटव को उनके दलाल मित्रों ने आठ गुना तनख्वाह का लालच देकर मस्कट भेज दिया. वहां उनका वीजा और पासपोर्ट छीनकर उनसे जबरन बंधुआ मजदूरी कराई जा रही है. यह जानकारी उसने अपनी पत्नी को फोन पर दी है. अब पत्नी अपने पति को वापस लाने के लिए दर-दर भटक रही है. उसने मुरैना के एसपी से भी पति को वापस लाने की गुहार लगाई है. (morena youth trapped in muscat) (wife pleaded for help from sp)

मुरैना। शहर के तुस्सीपुरा इलाके में किराए से रहकर उड़ीसा गैस प्लांट पर मजदूरी करने वाले मुरैना के 34 वर्षीय युवक सुल्तान पुत्र मुन्नालाल जाटव को उड़ीसा के दो दलालों ने 8 गुना अधिक वेतन दिलाने के बहाने विदेश मस्कट ले गए. वहां दोनों दलालों ने युवक को ओमान के मस्कट में स्थित एक गैराज में पहुंचा दिया. इसके बाद उसका पासपोर्ट और बीजा छीनकर वहां रहने वाले सलीम खां नामक युवक को सौंप दिया. युवक मस्कट में फंसकर खाने-पीने को भी मोहताज है. (morena youth trapped in muscat) (wife pleaded for help from sp)

देव आईटी शेयर प्राइस हिस्ट्री

देव सूचना प्रौद्योगिकी या देव आईटी की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) मार्च 2017 में 42 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के एक निश्चित मूल्य बैंड पर शुरू की गई थी, तो देव आईटी उन मल्टीबैगर आईपीओ में से एक है जो भारतीय बाजार ने हाल के वर्षों में लाए गए हैं. इसके एक लॉट में 3000 Dev IT शेयर शामिल थे. इसलिए, एक बोली लगाने वाले को आईपीओ के लिए आवेदन करने के लिए कम से कम 1.26 लाख की आवश्यकता थी. देव आईटी शेयरों की शेयर बाजार में अच्छी लिस्टिंग हुई थी. यह एनएसई एसएमई एक्सचेंज में 50.40 रुपये के स्तर पर सूचीबद्ध हुआ था. भाग्यशाली आवंटियों को 20 फीसदी लिस्टिंग प्रीमियम प्रदान किया था.

देव आईटी के शेयर की कीमत की आज के आईपीओ प्राइस बैंड से तुलना करने पर यह शेयर अपने इश्यू प्राइस से 465 फीसदी ज्यादा बोली लगा रहा है. इसका मतलब है कि अगर कोई आवंटी शेयर आवंटन के बाद तक इस स्टॉक में निवेशित रहा होगा तो उसका 1.26 लाख रुपये आज 7.125 लाख रुपये हो गए होंगे.

रेटिंग: 4.40
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 699
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *