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तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन

तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन
Tata Group Best Stocks

निवेशक बना रहे हैं वैयाकॉमसीबीएस स्टॉक से दूरी

वायकॉमसीबीएस इंक के शेयर हाल ही में हर वजह से चर्चा में रहे हैं। इन्वेस्टर्स के लिए यह समझना फायदेमंद हो सकता है कि इस स्टॉक में क्या हो रहा है, ताकि वे अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा को मनचाहा आकार दे सकें।

प्रस्तावना:

दिसंबर २०१९ में वैयकॉम और सीबीएस नामक दो कंपनियों का विलीनीकरण हुआ और वैयकॉम सीबीएस इंक। नामक कंपनी बनायी गई। हालांकि यह मिलाप आपको अजीब लग रहा होगा, खास करके जब जनवरी २००६ में इन दोनों कंपनियों ने समझौता समाप्त करके एक दुसरे से दूरी बना ली थी, यह विलीनीकरण आश्चर्यजनक नहीं है क्योंकि दोनों ही कंपनियां पिछले कुछ सालों में कुछ ख़ास प्रदर्शन नहीं कर पाई हैं।

यह समीकरण के ज़ोरों शोरों से प्रचार के बावजूद निवेशक इस नए कंपनी में निवेश करने से दूरी बनाते हुए नज़र आ रही, ख़ास करके जब नए स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स का दिन भर दिन बोलबाला बढ़ रहा है।

इस रवैय्ये के पीछे का कारण:

पिछले कुछ वर्षों में वैयकॉम के एंटरटेनमेंट एसेट्स लगातार नुक्सान में जाते हुए मालुम हुए हैं, जिसकी भरपाई निवेशक करते आ रहे हैं। इसका मुख्य कारण कंपनी के स्ट्रीमिंग इंडस्ट्री में प्रवेश करने में असमर्थता को कहा गया है। रेडस्टोन परिवार, जिनकी वायाकॉम कंपनी में बहुमत हिस्सेदारी है, उनमे कई सालों से आपसी मतभेद चलने की खबरें आती रही हैं. वहीँ 'ऑल-एक्सेस' की सफलता से सीबीएस ने फिर से बाज़ार में अपना मुकाम पाने की ओर कदम लिया है। जहाँ बात करें 'ऑल-एक्सेस' की, तो इसके 'कॉप-शोज' युवा में ज़्यादा लोकप्रियता पाने में कामयाब नहीं हुए। यह तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन दर्शक समूह नए ज़माने के 'स्पिन-ऑफ' शोज देखना पसंद करता है, जो सीबीएस कम ही बनाता है।

समीकरण के बाद विशेषज्ञों ने वायाकॉमसीबीएस के स्टॉक की ओर अच्छा रवैय्या दिखाया है, और बीओए/मेरिल, डॉश बैंक और नीडहम ने इसे 'बाय' रेटिंग दी है। लेकिन क्रेडिट सुइस ने इस स्टॉक को डाउनग्रेड किया है। हेज फंड्स ने इसे अपनी पोसिशन्स में उसी समय के लिए ऐड किया है।

इन सब चीज़ों के बावजूद फरवरी ३, २०२० को आए इसके '७-ईयर लो' को संयुक्त चार्ट में देखते हुए निवेशक इसमें में पैसा डालने में संशयी हैं।

वीआईऐसी दीर्घकालिक चार्ट (२००६-२०२०)

वायाकॉमसीबीएस सीबीएस के पुराने चार्ट का इस्तेमाल करता है, जो २००६ में कंपनी के विभाजन पर शुरू हुआ था। इसके बाद कंपनी के शेयर प्राइस ने बढ़त दिखाते हुए २००७ में ३५ डॉलर प्रति शेयर का शिखर प्राप्त किया। २००८ के आर्थिक संकट के दौरान शेयर ने ऐसा करेक्शन दिखाया जो नियंत्रण से बहार निकल गया। मार्च २००९ में यह शेयर अपने सबसे निचले दर, ३.०६ डॉलर प्रति शेयर, पर पहुंच गया. इसके बाद शेयर ने मल्टी-वेव बाउंस दिखाते हुए सर्कुलर पाथ फॉलो किया। यही करते हुए २०१२ में शेयर अपने पुराने उच्चतम भाव तक पहुंचने में कामयाब हुआ। ब्रेकआउट के कारण २०१३ में इस शेयर में बड़ी हलचल देखी गई, जिसके कारण २०१४ के पहले तिमाही में स्टॉक का भाव ६८.१० डॉलर प्रति शेयर पहुंच गया।

फिर अक्टूबर २०१५ में शेयर का भाव ३८.५१ डॉलर प्रति शेयर तक गिर गया, जो २०१७ के अप्रैल महीने तक जाके अपने २०१४ के पहले तिमाही में आए उच्चतम भाव तक पहुँच पाया।

भारी बिकवाली के दौर फिर से आया, जिसके कारण दिसंबर २०१८ में यह शेयर फिर से अपने अक्टूबर २०१५ के निचतम भाव, ३८.५१ डॉलर प्रति शेयर तक गिर गया. सपोर्ट के कारण भाव तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन थोड़ा ही बढ़ पाया और जुलाई २०१९ में भाव अपने उच्चतम भाव से थोड़ा नीचे पाया गया। उसके बाद से स्टॉक का भाव लगातार गिरते ही जा रहा था जो सितम्बर २०१९ के डबल टॉप ब्रेकडाउन में ज़ाहिर होता है।

हालांकि नवंबर २०१९ में हुए बढ़ाव से प्रतिरोध का अंदेशा लग रहा था, समीकरण के पांच दिन बाद ही यह प्रतिरोध उलटता हुआ देखा गया। इसका मतलब है की बिकवाली के नए दबाव के कारण जनवरी २०२० में अक्टूबर में आये निचले दर से भी ज़्यादा नीचे भाव गिरता हुआ देखा गया।

अगर हम फरवरी २०२० में भाव को देखें तो शेयर दिसंबर २०१२ के भावों पर ही व्यापार करता हुआ दिखा। हमारा कहने का यह मतलब है कि इस स्टॉक में सावधानी से ही निवेश करने में समझदारी है।

वीआईएसए पर लघु अवधि का नज़रिया:

अगर हम २००९ से लेकर २०१७ तक फिबोनाची ग्रिड से में डाटा डालकर देखें, तो डबल टॉप नज़रिये से उछाल देखा जाएगा, जो ०.५० रीट्रेसमेंट के आस पास होगा। यह ज़्यादा तर २०१९ के चौथे तिमाही में गिरा है. यह पैटर्न २००९ के निचले भावों के तरफ जाते हुए शेयर प्राइस का अंदेशा दे रहा है। यह उन दरकिनार किये गए निवेशकों के लिए दूर रहने की चेतावनी है जो उड़ती हुई सकारात्मक अफवाएं सुनकर निवेश करके इस स्टॉक के भाव को रेडलाइन से ऊपर ले जाते हैं और अंत में भारी तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन नुक्सान झेलते हैं।

इसका स्टोचास्टिक ऑस्किलेटर, जो मासिक आवृत्ति पर चलता है, वह पिछले तीन सालों में कभी भी अधिक खरीदारी की रेखा को पार करते हुए नहीं देखा गया जिससे यह पता चलता है की इस स्टॉक में भारी कमज़ोरी है। बल्कि, यह स्टॉक 'ओवरसोल्ड' ज़ोन में तीन बार गिरता हुआ देखा गया और नवंबर २०१९ में २००८ से लेकर तब तक इसकी सबसे बुरी रीडिंग देखी गई। इस बुलिश क्रॉसओवर के बावजूद इसे कई बार नाकामयाब होते हुए दे इस स्टॉक से दूर रहना ही सही है। बॉटम फिशर्स भी इसमें ज़्यादा मुनाफ़ा नहीं बना पाएंगे और उन्हें भी मार्किट के दुसरे हिस्सों में निवेश कर ज़्यादा कमाने की राय दी जाती है।

निष्कर्ष:

वॉलस्ट्रीट के 'उछालने' के नज़रिये के बावजूद, वायाकॉमसीबीएस का स्टॉक दिसंबर २०१९ में हुए वायाकॉम और सीबीएस के पुनर्विलाय के बाद हुए स्टॉक भाव से भी नीचे गिर चुका है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्न 1. वायाकॉम और सीबीएस पहली बार कब अलग हुए?
उत्तर1. वायाकॉम और सीबीएस पहली बार जनवरी २००६ में अलग हुए।

प्रश्न २. वायाकॉम स्टॉक और सीबीएस स्टॉक का पुनर्विलाय कब हुआ?
उत्तर2. वायाकॉम और सीबीएस का पुनर्विलाय दिसंबर २०१९ में हुआ था।

तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन प्रश्न.3. क्या अक्टूबर २०२१ में वायाकॉमसीबीएस के स्टॉक भाव में सुधार देखा गया?
उत्तर3. वायाकॉमसीबीएस के स्टॉक प्राइस में कोई सुधार नहीं देखा गया है. ४ अक्टूबर २०२१ को इसका भाव ३९.११ डॉलर प्रति शेयर आंका गया है, जो अपने अक्टूबर २०१८ के नीचतम भाव से केवल एक पॉइंट ऊपर है।

टाटा ग्रुप का सबसे सस्ता शेयर, जो 2022 में दें सकता हैं अच्छा रिटर्न

टाटा ग्रुप का सबसे सस्ता शेयर: यदि आप भी टाटा ग्रुप के सस्ते शेयरों की तलाश में हैं तो आप इस पेज में बताए गए टाटा ग्रुप के शेयरों में से सबसे सस्ता शेयर को निवेश के लिए चुन सकते हैं। फाइनेंशियल मजबूती के लिए निवेश करना बेहद आवश्यक हैं हालांकि ऐसा भी नहीं हैं कि बिना सोचे समझे कहीं भी निवेश करें बल्कि अपनी महनत की कमाई को बड़ी समझदारी से निवेश करना चाहिए।
जब निवेश की बात आती हैं तो सबसे पहले ज़हन में शेयर बाजार का नाम आता हैं। हालांकि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि केवल शेयर बाजार में ही निवेश करके अच्छा रिटर्न लिया जा सकता हैं। बल्कि शेयर बाजार के अलावा और भी ऐसी बहुत सी जगह हैं जिसमें निवेश करके अच्छा तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन रिटर्न लिया जा सकता हैं इनमें व्यवसाय, रियल एस्टेट, म्युचुअल फंड, गोल्ड, फिक्स्ड डिपॉजिट, ईटीएफ, आदि हैं। इनमें भी निवेश करके अच्छा रिटर्न मिल सकता हैं। साथ ही शेयर बाजार की तुलना तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन में इनमें जोखिम भी कम रहता हैं।

टाटा ग्रुप का सबसे ज़्यादा सस्ता शेयर, 2022 में अच्छा रिटर्न देने वाला टाटा ग्रुप का स्टाॅक

Tata Group Best Stocks

शेयर बाजार में निवेश के लिए किसी डिग्री की आवश्यकता नहीं होती हैं। इसके लिए बाजार की समझ काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं। साथ ही लान्ग टर्म विज़न रखना कई मायनों में फायदेमंद होता हैं। इस पेज में आप टाटा ग्रुप के बहुत से स्टाॅक के बारे में जानेंगे जिससे आप अपने लिए सस्ता व बहतर स्टाॅक का चुनाव कर सकते हैं।

टाटा ग्रुप का सबसे सस्ता शेयर लिस्ट

टाटा भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में गिनी जाती हैं। इसके अंतर्गत मल्टिपल स्टाॅक हैं। जिनमें हर रोज बहुत से निवेशकों खरीददारी व बिकवाली करते हैं। टाटा ग्रुप के शेयर निवेशकों के काफी भरोसेमंद होते हैं। टाटा ग्रुप के शेयरों के बारे में अधिक जानकारी नीचे दी गई हैं-

Tata Motors Limited शेयर प्राइस- 412 रूपए

टाटा मोटर्स लिमिटेड भारत की सबसे बडी वाहन निर्माता कंपनी हैं। यह एक लार्ज कैप वाली कंपनी हैं जिसका मार्किट कैप 1,47,411 करोड़ रुपए का हैं। टाटा मोटर्स लिमिटेड का स्टाॅक एनएसई व बीएसई दोनों पर लिस्ट हैं। NSE पर स्टाॅक के एक शेयर की कीमत 412 रूपए हैं। इस स्टाॅक ने पिछले एक साल में निवेशकों को -15 प्रतिशत रिटर्न दिया हैं जो निवेशकों के लिए निराशाजनक हो सकता हैं। शेयर का प्राइस नवंबर 2021 में 52 सप्ताह के टाॅप 536.70 रूपए पर भी पहुंचा था। जबकि निचले स्तर 366 रुपए तक भी गिरा था। पिछले एक माह से स्टाॅक थोड़े उतार चढ़ाव के बाद शेयर प्राइस लगभग 1.7 फीसदी का उछाल आया हैं।
लगभग पिछले दो साल से कंपनी के रिवेन्यू में गिरावट देखने तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन को मिली हैं। हालांकि वर्ष 2021 के दूसरे व तीसरे तिमाही की तुलना चौथे तिमाही में रिवेन्यू में बढ़ोतरी हुई थीं। हालांकि 2021 के अंतिम तिमाही मे भी कंपनी को नुकसान का सामना करना पड़ा हैं।

Indian Hotels Company Limited प्राइस 332 रूपए

टाटा ग्रुप की हॉस्पिटैलिटी कंपनी इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के चौथी तिमाही के दौरान मुनाफा दिया हैं। जनवरी – मार्च 2022 मे कुल मिलाकर 74 करोड़ का मुनाफा कंपनी को हुआ हैं। अक्टूबर-नवंबर 2021 की तुलना में जनवरी-मार्च मे कंपनी ने दोगुना रिवेन्यू इकट्ठा किया हैं। साल 2022 में कंपनी का रिवेन्यू बढ़कर 872 करोड़ रुपए हो गया
The Indian Hotels Company Limited का मार्किट कैप 45,737 करोड रूपए का हैं। स्टाॅक का प्राइस NSE पर 332 रूपए प्रति शेयर हैं। इसके साथ ही आने वाले समय में होटल इंडस्ट्री में काफी अच्छा रिजल्ट देखने को मिल सकता हैं।
वित्तीय एक्सपर्ट भी मान रहे हैं कि इंडियन होटल्स का लाॅन्ग टर्म आउटलुक बुलिश हैं। कुछ ब्रोकरेज कंपनी ने भी इंडियन होटल्स के शेयर प्राइस का टारगेट बढ़ाया हैं।
स्टाॅक ने पिछले एक साल में 76 प्रतिशत का जबरदस्त रिटर्न दिया हैं। कई दिग्गज स्टाॅक मार्किट एक्सपर्ट ने अपने पोर्टफोलियो में यह स्टाॅक लंबें समय से बना हुआ हैं। यदि आप भी लंबे समय तक निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए यह स्टाॅक अच्छा साबित हो सकता हैं।

Tata Coffee Ltd. शेयर प्राइस 215 रूपए

टाटा काॅफी भारत की सबसे बड़ी काॅफी निर्माता कंपनी हैं। इसका अधिकतम उत्पाद विदेशों में एक्सपोर्ट होता हैं। लगभग 90 प्रतिशत से अधिक माल एक्सपोर्ट होता हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि कंपनी का आमदनी का जरिया एक्सपोर्ट हैं। इतना ही नहीं कंपनी काॅफी के अलावा चाय व काली मिर्च (Black Pepper) का कारोबार भी करती हैं।
Tata Coffee Ltd का मार्किट कैप 4053 करोड़ रुपए का हैं। इस स्टाॅक ने पिछले एक वर्ष में 3 प्रतिशत से अधिक का उछाल आया हैं। वहीं पिछले तीन साल में इस शेयर ने 150 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया हैं। 31 अक्टूबर 2022 में स्टाॅक मामूली बढ़त के साथ 215 रूपए पर कारोबार कर रहा हैं। स्टाॅक ने पिछले 52 सप्ताह में 254.40 का टाॅप व 181 का तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन निचला स्तर छुआ हैं। ब्रोकरेज कंपनी भी इस स्टाॅक में निवेश की सलाह दे रहे हैं। क्योंकि कंपनी ने हर साल अपने रिवेन्यू में वृद्धि की हैं साथ ही लाभ मे भी साल दर साल बढ़ोतरी हुई हैं। कंपनी ने पिछले तिमाही जनवरी-मार्च 2022 में लगभग 656 करोड का कारोबार किया हैं। इसी तिमाही में कंपनी का प्राॅफिट 41 करोड़ रुपए का हैं।

Tata Power Company Limited शेयर प्राइस: 225 रूपए

टाटा पावर का शेयर इस समय (31 अक्टूबर 2022) मामूली बढ़त के साथ 225 रूपए पर ट्रेड कर रहा हैं।
टाटा पावर कंपनी के शेयरों में प्रोमोटर्स की हिस्सेदारी लगभग 47 प्रतिशत हैं। जबकि विदेशी संस्थान की हिस्सेदारी लगभग 11 प्रतिशत हैं। केन्द्र सरकार ने भी टाटा पावर स्टाॅक में 0.32 प्रतिशत हिस्सेदारी बनाई हुई हैं। सामान्य रिटेलर्स की हिस्सेदारी लगभग 28 प्रतिशत हैं। और लगभग 5 प्रतिशत हिस्सेदारी एनबीएफसी व म्युचुअल फंड्स की हैं।
स्टाॅक ने पिछले एक वर्ष से ज्यादा रिटर्न निवेशकों को नहीं दिया हैं। वहीं पिछले तीन वर्षों में 278 फीसदी रिटर्न दिया हैं। स्टाॅक ने पिछले 52 सप्ताह में उच्चतम 298 को छुआ तथा निम्नतर स्तर 190 रूपए रहा। कंपनी का प्राॅफिट पिछले दो साल में लगभग आधा रह गया हैं। हालांकि रिवेन्यू में बढ़ोत्तरी हुई हैं। स्टाॅक का मार्किट कैप 72,578 करोड़ रुपए का हैं।

Tata Chemical Ltd. शेयर प्राइस 1134 रूपए

Tata Chemicals Limited टाटा समूह की मज़बूत कंपनियों में से एक हैं। इसका मुख्य कारोबार नमक व सोडा ऐश का निर्माण करना हैं। सिर्फ इतना ही नहीं कंपनी इनके अलावा बेसिक केमिकल प्राॅडक्ट, डिटर्जेंट व दाल आदि का कारोबार भी करती हैं। कंपनी अधिकतर एशिया, उत्तरी अमेरिका, अफ्रीका और यूरोप में अपना उत्पाद सप्लाई करती हैं।
कंपनी का मार्किट कैप 30,441 करोड़ रुपए का हैं। शेयर आज (31 अक्टूबर 2022) 0.10 फीसदी के उछाल के साथ NSE पर 1134 रूपए पर कारोबार कर रहा हैं। स्टाॅक ने पिछले एक साल में 25 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया हैं। वहीं पिछले तीन साल में लगभग 305 फीसदी रिटर्न दिया हैं। स्टाॅक का पिछले 52 सप्ताह का हाई 1214 रूपए रहा है। जबकि पिछले 52 सप्ताह का न्यूनतम प्राइस 773 रूपए रहा हैं।

डिस्क्लेमर: यह निवेश के लिए सलाह नहीं हैं। पैसावालेडाॅटइन कभी भी किसी व्यक्ति को निवेश के लिए प्रेरित नहीं करता हैं। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श ज़रूर लें।

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निवेशक बना रहे हैं वैयाकॉमसीबीएस स्टॉक से दूरी

वायकॉमसीबीएस इंक के शेयर हाल ही में हर वजह तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन से चर्चा में रहे हैं। इन्वेस्टर्स के लिए यह समझना फायदेमंद हो सकता है कि इस स्टॉक में क्या हो रहा है, ताकि वे अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा को मनचाहा आकार दे सकें।

प्रस्तावना:

दिसंबर २०१९ में वैयकॉम और सीबीएस नामक दो कंपनियों का विलीनीकरण हुआ और वैयकॉम सीबीएस इंक। नामक कंपनी बनायी गई। हालांकि यह मिलाप आपको अजीब लग रहा होगा, खास करके जब जनवरी २००६ में इन दोनों कंपनियों ने समझौता समाप्त करके एक दुसरे से दूरी बना ली थी, यह विलीनीकरण आश्चर्यजनक नहीं है क्योंकि दोनों ही कंपनियां पिछले कुछ सालों में कुछ ख़ास प्रदर्शन नहीं कर पाई हैं।

यह समीकरण के ज़ोरों शोरों से प्रचार के बावजूद निवेशक इस नए कंपनी में निवेश करने से दूरी बनाते हुए नज़र आ रही, ख़ास करके जब नए स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स का दिन भर दिन बोलबाला बढ़ रहा है।

इस रवैय्ये के पीछे का कारण:

पिछले कुछ वर्षों में वैयकॉम के एंटरटेनमेंट एसेट्स लगातार नुक्सान में जाते हुए मालुम हुए हैं, जिसकी भरपाई निवेशक करते आ रहे हैं। इसका मुख्य कारण कंपनी के स्ट्रीमिंग इंडस्ट्री में प्रवेश करने में असमर्थता को कहा गया है। रेडस्टोन परिवार, जिनकी वायाकॉम कंपनी में बहुमत हिस्सेदारी है, उनमे कई सालों से आपसी मतभेद चलने की खबरें आती रही हैं. वहीँ 'ऑल-एक्सेस' की सफलता से सीबीएस ने फिर से बाज़ार में अपना मुकाम पाने की ओर कदम लिया है। जहाँ बात करें 'ऑल-एक्सेस' की, तो इसके 'कॉप-शोज' युवा में ज़्यादा लोकप्रियता पाने में कामयाब नहीं हुए। यह दर्शक समूह नए ज़माने के 'स्पिन-ऑफ' शोज देखना पसंद करता है, जो सीबीएस कम ही बनाता है।

समीकरण के बाद विशेषज्ञों ने वायाकॉमसीबीएस के स्टॉक की ओर अच्छा रवैय्या दिखाया है, और बीओए/मेरिल, डॉश बैंक और नीडहम ने इसे 'बाय' रेटिंग दी है। लेकिन क्रेडिट सुइस ने इस स्टॉक को डाउनग्रेड किया है। हेज फंड्स ने इसे अपनी पोसिशन्स में उसी समय के लिए ऐड किया है।

इन सब चीज़ों के बावजूद फरवरी ३, २०२० को आए इसके '७-ईयर लो' को संयुक्त चार्ट में देखते हुए निवेशक इसमें में पैसा डालने में संशयी हैं।

वीआईऐसी दीर्घकालिक चार्ट (२००६-२०२०)

वायाकॉमसीबीएस सीबीएस के पुराने चार्ट का इस्तेमाल करता है, जो २००६ में कंपनी के विभाजन पर शुरू हुआ था। इसके बाद कंपनी के शेयर प्राइस ने बढ़त दिखाते हुए २००७ में ३५ डॉलर प्रति शेयर का शिखर प्राप्त किया। २००८ के आर्थिक संकट के दौरान शेयर ने ऐसा करेक्शन दिखाया जो नियंत्रण से बहार निकल गया। मार्च २००९ में यह शेयर अपने सबसे निचले दर, ३.०६ डॉलर प्रति शेयर, पर पहुंच गया. इसके बाद शेयर ने मल्टी-वेव बाउंस दिखाते हुए सर्कुलर पाथ फॉलो किया। यही करते हुए २०१२ में शेयर अपने पुराने उच्चतम भाव तक पहुंचने में कामयाब हुआ। ब्रेकआउट के कारण २०१३ में इस शेयर में बड़ी हलचल देखी गई, जिसके कारण २०१४ के पहले तिमाही में स्टॉक का भाव ६८.१० डॉलर प्रति शेयर पहुंच गया।

फिर अक्टूबर २०१५ में शेयर का भाव ३८.५१ डॉलर प्रति शेयर तक गिर गया, जो २०१७ के अप्रैल महीने तक जाके अपने २०१४ के पहले तिमाही में आए उच्चतम भाव तक पहुँच पाया।

भारी बिकवाली के दौर फिर से आया, जिसके कारण दिसंबर २०१८ में यह शेयर फिर से अपने अक्टूबर २०१५ के निचतम भाव, ३८.५१ डॉलर प्रति शेयर तक गिर गया. सपोर्ट के कारण भाव थोड़ा ही बढ़ पाया और जुलाई २०१९ में भाव अपने उच्चतम भाव से थोड़ा नीचे पाया गया। उसके बाद से स्टॉक का भाव लगातार गिरते ही जा रहा था जो सितम्बर २०१९ के डबल टॉप ब्रेकडाउन में ज़ाहिर होता है।

हालांकि नवंबर २०१९ में हुए बढ़ाव से प्रतिरोध का अंदेशा लग रहा था, समीकरण के पांच दिन बाद ही यह प्रतिरोध उलटता हुआ देखा गया। इसका मतलब है की बिकवाली के नए दबाव के कारण जनवरी २०२० में अक्टूबर में आये निचले दर से भी ज़्यादा तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन नीचे भाव गिरता हुआ देखा गया।

अगर हम फरवरी २०२० में भाव को देखें तो शेयर दिसंबर २०१२ के भावों पर ही व्यापार करता हुआ दिखा। हमारा कहने का यह मतलब है कि इस स्टॉक में सावधानी से ही निवेश करने में समझदारी है।

वीआईएसए पर लघु अवधि का नज़रिया:

अगर हम २००९ से लेकर २०१७ तक फिबोनाची ग्रिड से में डाटा डालकर देखें, तो डबल टॉप नज़रिये से उछाल देखा जाएगा, जो ०.५० रीट्रेसमेंट के आस पास होगा। यह ज़्यादा तर २०१९ के चौथे तिमाही में गिरा है. यह पैटर्न २००९ के निचले भावों के तरफ जाते हुए शेयर प्राइस का अंदेशा दे रहा है। यह उन दरकिनार किये गए निवेशकों के लिए दूर रहने की चेतावनी है जो उड़ती हुई सकारात्मक अफवाएं सुनकर निवेश करके इस स्टॉक के भाव को रेडलाइन से ऊपर ले जाते हैं और अंत में भारी नुक्सान झेलते हैं।

इसका स्टोचास्टिक ऑस्किलेटर, जो मासिक आवृत्ति पर चलता है, वह पिछले तीन सालों में कभी भी अधिक खरीदारी की रेखा को पार करते हुए नहीं देखा गया जिससे यह पता चलता है की इस स्टॉक में भारी कमज़ोरी है। बल्कि, यह स्टॉक 'ओवरसोल्ड' ज़ोन में तीन बार गिरता हुआ देखा गया और नवंबर २०१९ में २००८ से लेकर तब तक इसकी सबसे बुरी रीडिंग देखी गई। इस बुलिश क्रॉसओवर के बावजूद इसे कई बार नाकामयाब होते हुए दे इस स्टॉक से दूर रहना ही सही है। बॉटम फिशर्स भी इसमें ज़्यादा मुनाफ़ा नहीं बना पाएंगे और उन्हें भी मार्किट के दुसरे हिस्सों में निवेश कर ज़्यादा कमाने की राय दी जाती है।

निष्कर्ष:

वॉलस्ट्रीट के 'उछालने' के नज़रिये के बावजूद, वायाकॉमसीबीएस का स्टॉक दिसंबर २०१९ में हुए वायाकॉम और सीबीएस के पुनर्विलाय के बाद हुए स्टॉक भाव से भी नीचे गिर चुका है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्न 1. वायाकॉम और सीबीएस पहली बार कब अलग हुए?
उत्तर1. वायाकॉम और सीबीएस पहली बार जनवरी २००६ में अलग हुए।

प्रश्न २. वायाकॉम स्टॉक और सीबीएस स्टॉक का पुनर्विलाय कब हुआ?
उत्तर2. वायाकॉम और सीबीएस का पुनर्विलाय दिसंबर २०१९ में हुआ था।

प्रश्न.3. क्या अक्टूबर २०२१ में वायाकॉमसीबीएस के स्टॉक भाव में सुधार देखा गया?
उत्तर3. वायाकॉमसीबीएस के स्टॉक प्राइस में कोई सुधार नहीं देखा गया है. ४ अक्टूबर २०२१ को इसका भाव ३९.११ डॉलर प्रति शेयर आंका गया है, जो अपने अक्टूबर २०१८ के नीचतम भाव से केवल एक पॉइंट ऊपर है।

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