एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम

की हो रही थी. देश सेवा का जज्बा लेकर भाप्रसे में आयी प्रतिभाशाली पूजा को भ्र्ष्टाचार की मशीन आखिर किसने और कब बना दिया ,इस पर कोई विमर्श नहीं हुआ.हो भी नहीं सकता क्योंकि पूजा यानि भाप्रसे के अधिकारी और नेताओं के बीच जो दुरभि संधि है वो ही भ्र्ष्टाचार की गंगोत्री बनाती है .इस देश के हर प्रदेश में एक न एक पूजा सिंघल हैं .सरकारें उन्हें तब तक संरक्षण देती हैं जब तक कि वे उनके लिए खुद परेशानी का सबब न बन जाएँ .आखिर भाप्रसे में ऐसा कौन सा चोर दरवाजा है जहां एक बार झाँकने के बाद ईमानदार से ईमानदार व्यक्ति महाभरषट हो जाता है ?
लोग क्यों अपने बच्चों को बनाना चाहते हैं पूजा ?
में उलझे इस देश को पूजा सिंघल के मुद्दे पर विमर्श की फुरसत नहीं है.इस देश में हर आदमी का सपना अपने बच्चे को पढ़ा-लिखकर पूजा सिंघल बनाने का होता है. पूजा सिंघल यानि नोट छापने की मशीन यानि भारतीय प्रशासनिक सेवा का अधिकारी बनाना . प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हाल ही में मारे गए छापे में पूजा के घर से अकूत बेनामी सम्पत्ति ही नहीं बल्कि नगद रुपयों का भण्डार मिला है
जैसा कि मैंने कहा
कि पूजा सिंघल एक ऐसा नाम है जो कुछ दिन पहले तक संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी करने वालों के लिए एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम नजीर माना जाता था. हर स्टूडेंट्स की ख्वाहिश होती थी कि वह पूजा सिंघल की तरह कम उम्र में ही आईएएस बन जाए. पूजा सिंघल पर भ्रष्टाचार के आरोप पहले भी लगते रहे लेकिन इसे बहुत गंभीरता से नहीं लिया गया.लेकिन कभी आईएएस से शादी फिर उससे तलाक और फिर एक बिजनेसमैन से विवाह की वजह से वह हमेशा सुर्खियों में बनी रहीं. उनकी छवि एक तेजतर्रार और महात्वाकांक्षी अधिकारी के रूप में बनी रही. सरकारें आती जाती रहीं लेकिन उन्हें महत्वपूर्ण पद मिलते रहे. हर कोई पूजा की पूजा करता रहा क्योंकि वो जाने-अनजाने नोट छपने की मशीन बन चुकी थी .
मै अपने इकलौते बेटे से अक्सर भाप्रसे की नौकरी के लिए तैयारी करने को कहता था,मै भी अपने घर में नोट छपने की एक छोटी सी मशीन चाहता था,लेकिन मेरे बेटे ने आईएएस बनने से साफ़ इंकार कर दिया और हवाला दिया हमारे ही प्रदेश के एक ऐसे आईएएस अफसर का जिसके घर से छापे में तीन सौ करोड़ रूपये की बेनामी सम्पत्ति निकली थी. बेटे की नजरों में आईएएस इस देश में भ्र्ष्टाचार और नेताओं के लिए चापलूसी का सबसे बड़ा औजार था .मुझे तब मेरे बेटे की बात समझ में नहीं आई थी लेकिन पूजा सिंघल प्रकरण ने मुझे सब कुछ समझा दिया .मेरा बेटा आईएएस नहीं बनना था सो नहीं बना लेकिन वो अपनी मेहनत और ईमानदारी से किसी आईएएस से ज्यादा सुकून और स्वाभिमान के साथ परदेश में नौकरी कर रहा है .मुझे अब लगता है की मेरे बेटे का फैसला सही था
भारत बनेगा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी
जी हां, कोविड का तगड़ा झटका झेलने के पश्चात पूरी दुनिया एक नाजुक दौर से गुजर एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम रही है। इसके बावजूद आज भारत तीसरी बड़ी इकोनॉमी (Economy) बनने की दिशा में अग्रसर है। यही वजह है कि दुनिया भर के विशेषज्ञ भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास पथ को लेकर काफी उत्साहित हैं। पीएम मोदी स्वयं विशेषज्ञों का हवाला देते हुए यह बात कह चुके हैं। इससे एक बात तो साफ है कि भारत बहुत जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने के राह पर है।
गौरतलब हो, पीएम मोदी ने बीते दिनों तेलंगाना में एक कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा था, साल 1990 के बाद यानि पिछले एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम 3 दशकों में देश ने जो विकास देखा है, वो पिछले 8 सालों के दौरान हुए बदलावों के कारण कुछ ही सालों में होगा। उन्होंने कहा, ‘पिछले 2-3 साल से दुनिया कोरोना महामारी से लड़ रही है। दूसरी ओर संघर्ष हो रहे हैं, सैन्य कार्रवाइयां हो रही हैं और उसका असर देश और दुनिया पर भी पड़ रहा है।’
देश बहुत तेजी से बढ़ रहा आगे
आगे जोड़ते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘इन विकट परिस्थितियों में भी दुनिया भर में एक और बात सुनने को मिल रही है। दुनिया भर के जानकारों का कहना है कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा और उस दिशा में यह बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है।’
केवल इतना ही नहीं पीएम मोदी ने आज मंगलवार को इंडोनेशिया के बाली में G20 शिखर सम्मेलन के दौरान पूरी दुनिया के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि ”विश्व की Fastest Growing अर्थव्यवस्था भारत की एनर्जी-सिक्युरिटी वैश्विक ग्रोथ के लिए भी महत्वपूर्ण है। हमें एनर्जी की सप्लाइज पर किसी भी तरह के प्रतिबंधों को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। तथा एनर्जी बाजार मे स्थिरता सुनिश्चित करनी चाहिए। भारत क्लीन एनर्जी और पर्यावरण के प्रति कमिटेड है। 2030 तक हमारी आधी बिजली renewable स्रोतों से पैदा होगी। समावेशी एनर्जी ट्रांजीशन के लिए विकासशील देशों को समय-बद्ध और किफायती फाइनेंस और टेक्नोलॉजी की स्थायी आपूर्ति अनिवार्य है।” पीएम मोदी के इस बयान से ये बात भी क्लियर हो गई कि भारत अपनी ग्रोथ के लिए और अधिक प्रयास तो करेगा मगर वह पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कदम उठाएगा।
बड़े वैश्विक निवेश बैंक ने भारत के पक्ष में कही थी ये बात
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व में एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम वैश्विक निवेश बैंक मॉर्गन स्टेनली अपनी एक रिपोर्ट में कह चुका है कि 2030 तक भारत, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। भारत में विनिर्माण, ऊर्जा संक्रमण और डिजिटल बुनियादी ढांचे में निवेश से बहुत से आर्थिक बदलाव हो रहे हैं जो भारतीय अर्थव्यवस्था को गति देंगे। इससे भारत, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। बता दें ‘वॉय दिस इज इंडियाज डिकेड’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट में भारत की अर्थव्यवस्था के भविष्य को आकार देने वाले रुझानों और नीतियों पर विस्तार से विचार किया गया है।
इसके अलावा देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी ऐसे ही संकेत दे चुकी हैं। उन्होंने कहा था कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत उन चुनिंदा देशों में से है जो शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने आईएमएफ के ही अनुमान का जिक्र करते हुए कहा था कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए भारत बन चुका दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
अर्थव्यवस्था से जुड़ी एक के बाद एक सुखद खबर मिलना जारी हैं। फिलहाल विशेषज्ञों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया में टॉप थ्री रैंक पर आने की संभावनाओं में रखा है लेकिन इससे पहले भारत ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। जी हां, सितंबर माह में यह खबर सामने आई थी।
भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में आगे बढ़ रही है। ब्रिटेन को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के बाद अब तीसरे स्थान की ओर बढ़ रहा है। कोरोना महामारी जैसे आपदाओं के बावजूद नए अवसरों पर मजबूती से आगे बढ़ते हुए देश लगातार आर्थिक मोर्चे पर बेहतर कर रहा है। ज्ञात हो, पिछले 10 वर्षों में 11वें पायदान से यहां तक का सफर भारत ने तय किया है इस लिहाज से यह बेहद एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम शानदार और प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व करने वाला क्षण होगा।
सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी, इस दिन लागू होगा अगला वेतन आयोग, सरकार ने किया ऐलान
7th Pay Commission: सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बार फिर खुशखबरी है. सरकार ने अगले वेतन आयोग का ऐलान कर दिया है. सरकार ने घोषणा है कि कर्मचारियों के वेतन की समीक्षा के लिए एक आयोग का गठन किया जाएगा इस आयोग (7th Pay Commission) की रिपोर्ट के अनुसार ही कर्मचारियों की सैलरी की समीक्षा की जाएगी. इसके बाद लाखों सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को बढ़ी हुई सैलरी का लाभ मिलेगा. आइए जानते हैं विस्तार से.
सरकार ने किया बड़ा ऐलान
कर्नाटक सरकार ने अपने कर्मचारियों को खुशखबरी दी है. राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने राज्य के लोगों के लिए कई बड़ी घोषणाएं की है. सबसे बड़ी घोषणा उन्होंने राज्य के सरकारी कर्मचारियों के लिए किया है. कर्नाटक सरकार (Karnataka Government) ने कहा है कि राज्य सरकार के कर्मचारियों के वेतन की समीक्षा के लिए एक आयोग का गठन किया जाएगा. इस आयोग की अध्यक्षता पूर्व मुख्य सचिव सुधाकर राव करेंगे. इस सातवें वेतन आयोग (7th Pay Commission) की रिपोर्ट के अनुसार ही राज्य कर्मियों की सैलरी की समीक्षा की जाएगी.
मोदी के कार्यकाल में ‘पिंक रिवोल्यूशन’और मज़बूत, मांस निर्यात 17 हज़ार टन बढ़ा
प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी ने मांस निर्यात को लेकर यूपीए सरकार पर हमला बोला था, लेकिन ख़ुद उनके कार्यकाल में मांस निर्यात बढ़ गया है. The post मोदी के कार्यकाल में ‘पिंक रिवोल्यूशन’ और मज़बूत, मांस निर्यात 17 हज़ार टन बढ़ा appeared first on The Wire - Hindi.
प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी ने मांस निर्यात को लेकर यूपीए सरकार पर हमला बोला था, लेकिन ख़ुद उनके कार्यकाल में मांस निर्यात बढ़ गया है.
प्रतीकात्मक तस्वीर (साभार thedollarbusiness.com)
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मांस निर्यात को लेकर भले ही नरेंद्र मोदी का कलेजा चीख चीख कर पुकार रहा था, लेकिन अब हालत यह है कि भारत मांस निर्यात के मामले में अग्रणी देशों में बना हुआ है. सरकार ने संसद को बताया है कि वर्ष 2016-17 में मांस निर्यात 17 हज़ार टन बढ़ गया है.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नरेंद्र मोदी ने मांस निर्यात के लिए यूपीए सरकार की कड़ी आलोचना कर रहे थे. अपनी एक चुनावी सभा में उन्होंने कहा था, ”…और इसलिए दिल्ली में बैठी हुई सरकार का सपना है कि हम हिंदुस्तान में पिंक रिवोल्यूशन करेंगे और पूरे विश्व में मांस-मटन का एक्सपोर्ट का बिजनेस करेंगे. और स्वंय इस वर्ष भारत सरकार ने घोषित किया है, पूरे विश्व में बीफ एक्सपोर्ट में हिंदुस्तान नंबर वन है. किन चीजों के लिए गर्व किया जा रहा है भाइयो और बहनों आपका कलेजा रो रहा या नहीं, मुझे मालूम नहीं, मेरा कलेजा चीख-चीख कर पुकार रहा है. और आप कैसे चुप हैं, कैसे सह रहे हैं, मैं समझ नहीं पा रहा हूं.”
यूपी को उत्तर भारत का टेक्सटाइल हब बनाने की दिशा में एक और कदम
लखनऊ, 28 जून (आईएएनएस)। यूपी को उत्तर भारत का टेक्सटाइल हब बनाने की दिशा में प्रदेश सरकार ने एक और पहल कर दी है। इसके तहत यमुना प्राधिकरण ने नोएडा में अपैरल एक्सपोर्ट क्लस्टर (टेक्सटाइल पार्क) की स्थापना के लिए 150 एकड़ भूमि आवंटित कर दी है। सरकार के इस फैसले से अब उत्तर प्रदेश का पहला टेक्सटाइल पार्क नोएडा में बनने का रास्ता साफ हो गया है।
राज्य सरकार से मिली जानकारी के अनुसार नोएडा में बनने वाले इस टेक्सटाइल पार्क में कुल 152 कंपनियां अपनी फैक्ट्री लगाएंगी। करीब 8365.73 करोड़ रुपए का निवेश कर लगने वाली इन फैक्ट्रियों से करीब पांच लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। अगले वर्ष के पहले महीने में टेक्सटाइल और गारमेंट की 91 फैक्ट्रियों के निर्माण का कार्य शुरू होगा। इन 91 फैक्ट्रियों के निर्माण का कार्य पूरा होने और इनमें उत्पादन शुरू होने पर करीब दो लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही गारमेंट और टेक्सटाइल सेक्टर में भी नोएडा का कद भी देश में बढ़ेगा। साथ ही, उत्तर प्रदेश उत्तर भारत का टेक्सटाइल हब बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाने लगेगा।