कैसे उपयोग करें व्यापार मंच में

(३) भारतीय व्यापारियों में व्यावसायिकता का उच्च स्तर था। थोक व्यापार में कुछ विशेष और खुदरा व्यापार में अन्य।
अंतर्राष्ट्रीय संस्थान/संगठन
सामाजिक-सांस्कृतिक सहयोग: आसियान के साथ पीपल-टू-पीपल इंटरैक्शन को बढ़ावा देने के लिये कार्यक्रम जैसे- भारत में आसियान छात्रों को आमंत्रित करना, आसियान राजनयिकों के लिये विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रम, कैसे उपयोग करें व्यापार मंच में सांसदों का आदान-प्रदान आदि।
निधियाँ: आसियान देशों को निम्नलिखित निधियों से वित्तीय सहायता प्रदान की गई है:
- आसियान-भारत सहयोग कोष
- आसियान-भारत कैसे उपयोग करें व्यापार मंच में एस एंड टी (Science and Technology) डेवलपमेंट कोष
- आसियान-भारत ग्रीन फंड
दिल्ली घोषणा: आसियान-भारत रणनीतिक साझेदारी के तहत सहयोग के प्रमुख क्षेत्र के रूप में समुद्री डोमेन में सहयोग करना।
दिल्ली संवाद: आसियान और भारत के बीच राजनीतिक सुरक्षा और आर्थिक मुद्दों पर चर्चा के लिये वार्षिक ट्रैक 1.5 कार्यक्रम।
मुगल काल के दौरान अंतर्देशीय और विदेश व्यापार
मुगल शासकों ने कई नए शहरों की स्थापना की। ये शहर व्यापार और वाणिज्य के केंद्र बन गए। देश के मुख्य शहर पर्याप्त रूप से कैसे उपयोग करें व्यापार मंच में संरक्षित थे। फ़ित्च ने लिखा, "आगरा और फ़तेहपुर दो बहुत बड़े शहर हैं, या तो उनमें से बहुत लंदन और बहुत अधिक कैसे उपयोग करें व्यापार मंच में आबादी वाले हैं।" पंजाब के बारे में बात करते हुए टेरी ने कहा, “लाहौर वहां का प्रमुख शहर है, जो बहुत बड़े और लोगों और धन दोनों के लिए बनाया गया है, जो भारत में व्यापार के लिए प्रमुख शहरों में से एक है। Monserrate इस खाते की पुष्टि करता है। "
अबुल फ़ज़ल ने अहमदनगर के रूप में लिखा है, "अपनी जलवायु की सुखदता और पूरे विश्व के सबसे सुंदर प्रस्तुतियों के प्रदर्शन के लिए समृद्धि के एक उच्च राज्य में कैसे उपयोग करें व्यापार मंच में एक महान शहर। बुरहानपुर, बनारस, पटना, बर्दवान, डक्का और चटगाँव अन्य महत्वपूर्ण शहर थे जो व्यापार के केंद्र बन गए।
यूक्रेन से युद्ध लड़ रहे रूस को अब भारत से मदद की आस! मांग रहा ये खास सामान
आज तक 1 दिन पहले aajtak.in
अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों की ओर से जारी आर्थिक प्रतिबंधों के बीच रूस ने भारत से खास मदद मांगी है. 'रायटर्स' के मुताबिक, रूस ने भारत को 500 से ज्यादा ऐसे उत्पाद निर्यात करने के लिए कहा है जिनमें कार, ट्रेन और एयरक्राफ्ट के कलपुर्जे शामिल हैं. हालांकि अभी भारत या रूस की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
'रॉयटर्स' के अनुसार, रूस की ओर से भेजी गई लिस्ट में यह साफ नहीं है कि भारत इनमें कितने प्रोडक्ट रूस को निर्यात करेगा. हालांकि भारत सरकार के सूत्रों ने रूस कैसे उपयोग करें व्यापार मंच में के इस अनुरोध को 'असमान्य' जरूर बताया है.
वहीं, भारत भी इस अनुरोध को अवसर के तौर पर देख रहा है. इस सौदे से रूस के साथ बढ़ते व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिलेगी. हालांकि कुछ कंपनियों ने चिंता जताते हुए कहा कैसे उपयोग करें व्यापार मंच में कैसे उपयोग करें व्यापार मंच में है कि ये निर्यात पश्चिमी देशों के रूस के खिलाफ लगे प्रतिबंधों का उल्लंघन हो सकता है.
WhatsApp data breach: 50 करोड़ लोगों के व्हाट्सएप नंबर लीक होने का डर, पढ़िए खबर
WhatsApp data breach: 50 करोड़ लोगों कैसे उपयोग करें व्यापार मंच में के वट्सऐप नंबर लीक होने का डर है (express file photo)
WhatsApp data breach: दुनियाभर में लगभग पांच करोड़ व्हाट्सएप उपयोगकर्ताओं (कैसे उपयोग करें व्यापार मंच में 50 million whatsapp users) के फोन नंबर ऑनलाइन बिक्री पर रखे गए हैं। यानी इन सभी लोगों के व्हाट्सएप नंबर लीक (WhatsApp data breach) होने का डर है। साइबरन्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार एक अभिनेता ने हैकिंग कम्युनिटी फोरम पर एक विज्ञापन पोस्ट किया, जिसमें दावा किया गया कि वह 487 मिलियन व्हाट्सएप उपयोगकर्ता मोबाइल नंबरों का 2022 डेटाबेस बेच रहा है।
…तो क्या आप डिजिटल रुपयों को ऑनलाइन खरीद सकते हैं? कैसे करें इस्तेमाल, जानें सबकुछ…
1 दिसंबर यानी आज से डिजिटल इंडिया के एक नए युग की शुरुआत हो रही है। आपने साइबर दुनिया में बहुत सारी डिजिटल चीजें देखी होंगी, लेकिन आज से आरबीआई रुपये का डिजिटल रूप यानी कैसे उपयोग करें व्यापार मंच में डिजिटल रुपये भी ला रहा है। हालांकि, इसे हाल ही में एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत लॉन्च किया गया है, लेकिन लोगों कैसे उपयोग करें व्यापार मंच में के मन में इसे लेकर कई तरह के सवाल हैं। कोई इसे यूपीआई पेमेंट मान रहा है तो कोई इसकी तुलना क्रिप्टोकरेंसी से कर रहा है। हालांकि डिजिटल रुपया इन दोनों से काफी अलग है, लेकिन इन सभी में कई समानताएं हैं, जो लोगों को भ्रमित करती हैं।
डिजिटल रुपया क्या है?
सबसे पहले हमें यह समझना होगा कि डिजिटल रुपया क्या है? डिजिटल रुपया आपके कैश का डिजिटल अवतार है। यानी आप जिस तरह से आज कैश खर्च कर रहे हैं, उसी तरह से आप डिजिटल पैसा खर्च कर सकते हैं। फिलहाल आरबीआई ने इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लॉन्च किया है।