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बिटकॉइन के लाभ

बिटकॉइन के लाभ
अप्रैल में बैंकों को आभासी मुद्राओं के लिए सेवाएं बंद करने के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आदेश से बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी में डब्बा कारोबार का रास्ता साफ हुआ है। ऐसे अवैध बाजार मुंबई और अहमदाबाद में चल रहे हैं, जहां क्रिप्टोकरेंसी, मुख्य रूप से बिटकॉइन के कारोबार में हलचल दिख रही है। हाल में बिटकॉइन की कीमतें महज दो सप्ताह में 30 फीसदी बढ़ गई थीं, जिससे ग्रे बाजार में हलचल और तेज हुई है। अभी तक डब्बा कारोबार शेयरों में होता था। यह अनाधिकारिक और गैर-नियंत्रित बाजार है, जहां लेनदेन एक्सचेंज के बाहर होते हैं और इनका निपटान नकद में होता है। अहमदाबाद के एक बिटकॉइन सलाहकार सलिल शाह ने कहा, 'आरबीआई के आदेश के बाद एक नया बाजार खुला है। इस रोक का मकसद अवैध गतिविधियों पर रोक लगाना था, लेकिन इससे उनमें और बढ़ोतरी हुई है।'

Today Bitcoin Price – $42,000 से कम हुई बिट कॉइन की प्राइस जबकि ईथर ने दिया लाभ


Today Bitcoin Price -10 जनवरी को बिटकॉइन की कीमत 42,000 डॉलर (31,14,165.60 Indian Rupee) के नीचे बनी रही। बाजार पूंजीकरण द्वारा दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ने छह दिनों की हार की लकीर को तोड़ दिया और 9 जनवरी को $ 40,000 के प्रमुख मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे गिरने से बचा। हालांकि, बिटकॉइन ने अपना कुछ लाभ खो दिया। चौबीस घंटे। CoinMarketCap के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी एक दिन में 0.28 प्रतिशत गिरकर 10 जनवरी को 0830 बजे $ 41,960 पर कारोबार कर रही थी। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत सितंबर 2021 के बाद से पिछले सप्ताह के दौरान पहली बार $ 40,000 से नीचे गिर गई है। यह पिछले सप्ताह नवंबर, 2021 में अपने सर्वकालिक उच्च $ 69,000 से लगभग 40 प्रतिशत कम हो गया।

बिटकॉइन के लिए जनवरी को आमतौर पर एक कमजोर महीना माना जाता है, लेकिन हाल ही में आई गिरावट काफी कठोर थी, यहां तक ​​कि 13 साल पुरानी क्रिप्टोकरेंसी के लिए भी। कई विश्लेषकों ने दुनिया की सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक तेज बिकवाली का भी सुझाव दिया।

“दैनिक समय सीमा पर, बीटीसी को एक अवरोही चैनल पैटर्न के भीतर व्यापार करते देखा जा सकता है। $40,000 के निशान पर तत्काल समर्थन की उम्मीद है। आरएसआई भी मई 2021 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर है, यह दर्शाता है कि बिटकॉइन अत्यधिक ओवरसोल्ड क्षेत्र में है। इस बीच, वज़ीरएक्स ट्रेड डेस्क ने कहा कि बिटकॉइन व्हेल इस गिरावट का अधिकांश हिस्सा बना रही हैं और बिटकॉइन जमा करना जारी रखती हैं। नवंबर 2021 के बाद से व्हेल की गतिविधि में काफी वृद्धि हुई है.”

क्रिप्टोकरेंसी बाजार 7 जनवरी को नवीनतम अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के कारण बहुत नीचे गिरा, संभावना है कि केंद्रीय बैंक मार्च के में जल्द से जल्द ब्याज दरों को बढ़ा सकता है। जबकि Tether और Solana सोमवार को अभी भी लाल रंग में थे, पिछले 24 घंटों में ईथर और बिनेंस में थोड़ा सुधार हुआ। ईथर, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी , 10 जनवरी को एक दिन में 0.54 प्रतिशत बढ़कर 3,155 डॉलर हो गई। बिनेंस कॉइन पिछले 24 घंटों में 1.01 प्रतिशत की वृद्धि के साथ $ 439,63 पर कारोबार कर रहा था। “पिछले हफ्ते क्रिप्टो एक्सचेंजों में बड़े पैमाने पर परिसमापन देखा गया। ईथर के लिए साप्ताहिक रुझान पैटर्न समर्थन स्तर पर कारोबार कर रहा है। तत्काल समर्थन $ 2,730 के आसपास होने की उम्मीद है। हम लगातार 7 दिनों के सुधार के बाद क्रिप्टो बाजारों में वापसी की उम्मीद कर सकते हैं,” वज़ीरएक्स ट्रेड डेस्क ने कहा।

निवेशकों को आश्वस्त करते हुए, एडुल पटेल, सीईओ और सह-संस्थापक, Mudrex- ए ग्लोबल क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ने कहा, “बिटकॉइन की कीमत केवल एक सप्ताह में $ 47,000 से $ 40,000 तक गिर गई। ग्राफ को देखते हुए, अगली मंजिल सबसे अधिक $ 39,000 होगी। क्रिप्टोकरेंसी बाजार में यह प्रवृत्ति कोई नई बात नहीं है क्योंकि हम सभी ने देखा कि पिछले साल जून में बीटीसी $ 57,000 से गिरकर यूएस $ 31,000 हो गया था। लेकिन बिटकॉइन के लाभ बाद में नवंबर के मध्य में यह अपने सर्वकालिक उच्च $68,000 पर पहुंच गया। सप्ताह में यह गिरावट कई कारणों से हो सकती है, जैसे कजाकिस्तान के इंटरनेट को बंद करना, आक्रामक फेडरल रिजर्व नीति कार्रवाई, मुद्रास्फीति, विनियमन का डर, पाकिस्तान में बिटकॉइन घोटाला और नए कोविड संस्करण पर अनिश्चितता।

Bitcoin Price Prediction 2021 in Hindi: बिटकॉइन के रेट में आया जबरदस्त उछाल, जानिए क्या है मार्केट कैप

नई दिल्ली। बीते दिनों आ रही कमी के बाद आज लगातार दुसरे दिन बिटकॉइन के रेट में बढ़त दर्ज की जा रही है। बिटक्वाइन क्रिप्टो करेंसी रेट इस वक्त क्वाइनडेस्क पर रेट 47,634.17 डॉलर का चल रहा है। जिसमें 9.09 फीसदी तक की तेजी दर्ज है। इस रेट पर बिटक्वाइन क्रिप्टो करेंसी की मार्केट कैप 897.23 बिलियन डॉलर दर्ज किया जा रहा है। वहीं बात अगर पिछले चौबीस घंटों की करें तो इस दौरान बिटक्वाइन क्रिप्टो करेंसी की अधिकतम कीमत 48,462 डॉलर और न्यूनतम कीमत 43,482 डॉलर रही है। जिसके बाद आज बिटक्वाइन में निचले और ऊपरी रेट का बीच करीब 5000 डॉलर का अंतर देखा जा रहा है। बात अगर रिटर्न की करें तो बीते एक साल में बिटक्वाइन क्रिप्टो करेंसी ने 64.21 फीसदी का रिटर्न दिया गया है। वहीं बिटक्वाइन क्रिप्टो करेंसी की ऑलटाइम हाई कीमत 64,888.99 डॉलर दर्ज की गई है।

बीते दिन क्रिप्टोकरेंसी में 5 फीसदी तक की बढ़त आई थी। जिसके बाद आज दूसरे दिन भी बिटकॉइन में 9.09 फीसदी की तेजी आई है। जिसके देखते हुए अंदाजा यह लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में बिटकॉइन काफी अच्छे प्रदर्शन के साथ लोगों को काफी अच्छा रिटर्न भी दे सकता है। हालांकि बाकि क्रिप्टोकरेंसी में भी उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। लेकिन बिटकॉइन से लोगों को अकसर ज्यादा फायदे की उम्मीद रहती है।

लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव को देखते हुए क्रिप्टोकरेंसी का बाजार आजकल चर्चाओं में बना हुआ है। लोगों ने क्रिप्टो बाजार को अमीर बनने का बेहद ही आसान रास्ता समझ लिया था। शुरुआत में निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी से काफी अच्छा लाभ भी मिला, जिसके बाद से लगातार लोगों की रूचि इस क्षेत्र में बढ़ने लगी। जिसका नतीजा है कि आज दुनियाभर के लोग इस क्षेत्र में निवेश कर रहे हैं।

बिटकॉइन क्या है? Bitcoin कैसे ख़रीदे? Mining की जानकारी हिंदी में

परंतु यदि आपको Digital Currency बिटकॉइन क्या है? यह कैसे काम करती है? इसके फायदे और नुकसान तथा इसका इस्तेमाल कहां किया जाता है इसके बारे में बुनियादी बातें नहीं पता तो आज के इस लेख में हम आपको इस डिजिटल मुद्रा (ई-करेंसी) के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।

Bitcoin Kya Hai in Hindi

बिटकॉइन क्या है? (Bitcoin in Hindi)

वर्ष 2009 में सतोशी नाकामोतो द्वारा ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में निर्मित बिटकॉइन (Bitcoin) दुनिया की पहली विकेंद्रीकृत आभासी मुद्रा (Cryptocurrency) है। इस डिजिटल करेंसी का कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है और ना ही इसे किसी सरकारी संस्थान या केंद्रीय बैंक द्वारा संचालित किया जाता है। यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसे कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के जरिए बनाया गया है।

वर्चुअल करेंसी होने के कारण इसे देख या छू पाना, सिक्कों या नोट की तरह इसे जेब में रखकर घूम पाना संभव नहीं है यह कंप्यूटर/स्मार्टफोन में प्रोग्रामिंग के जरिए इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होता है।

Bitcoin कैसे काम करता है?

Bitcoin पीयर-टू-पीयर तकनीक पर काम करता है जिसका अर्थ है यहां होने वाले सभी लेनदेन एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर के बीच होते हैं और इन सभी लेन-देन का हिसाब ब्लॉकचेन में सुरक्षित होता है तथा हर ट्रांजैक्शन वेरीफाई की जाती है।

ब्लॉकचेन ही वह सार्वजनिक बहीखाता है जिस पर बिटकॉइन का पूरा नेटवर्क टिका हुआ है इसकी मदद से ही बिटकॉइन वॉलेट बैलेंस और खर्च करने वाले के बैलेंस की गणना और नई ट्रांजैक्शन को वेरीफाई किया जा सकता है।

Bitcoin को स्टोर करने के लिए Wallet की आवश्यकता होती है। बिटकॉइन वॉलेट का इस्तेमाल करना काफी आसान है यहां अकाउंट बनाने पर आपको एक एड्रेस मिलता है जिसे आप अपने दोस्त या किसी ऐसे व्यक्ति को दे सकते हैं जिससे आप पेमेंट प्राप्त करना चाहते हैं।

बिटकॉइन वॉलेट 1 सीक्रेट key रखता है जिसे Private Key या seed कहते हैं जो लेन-देन पर हस्ताक्षर करने के लिए इस्तेमाल में लाए जाते हैं। हर लेनदेन बिटकॉइन वॉलेट्स के बीच मूल्यों का हस्तांतरण है जो ब्लॉक चैन में शामिल हो जाता है।

Bitcoin Mining Meaning in Hindi

बिटकॉइन बनाने और इसके ट्रांजैक्शन को ब्लॉकचेन में सुरक्षित करने की प्रक्रिया को ‘बिटकॉइन माइनिंग‘ (Bitcoin Mining) कहा जाता है, जिसमें क्रिप्टोग्राफी तकनीक का इस्तेमाल किया बिटकॉइन के लाभ जाता है। और यह काम बड़े-बड़े कंप्यूटर पर बैठे वह लोग करते हैं जिन्हें क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन को सॉल्व करना आता है इन्हें माइनर्स (Bitcoin Miners) कहा जाता है। और इन्हें माइनिंग के बदले Rewards बिटकॉइन के लाभ के रूप में Bitcoins मिलते है।

Bitcoin Mining पूरी तरह से ब्लॉकचेन पर निर्भर होती है सभी बिटकॉइन नेटवर्क पर मौजूद पब्लिक Ladger (बही खाते) को देखा जा सकता है केवल कंफर्म हो चुके ट्रांजैक्शन ही ब्लॉकचेन में शामिल होते हैं। और सभी नए ट्रांजैक्शन को वेरीफाई किया जाता है जिससे यह पता लगाया जा सके कि नए ट्रांजैक्शन को करने वाले के पास इतने बिटकॉइन है या नहीं और क्या वह ही इसका मालिक है। इस पूरे सिस्टम को ‘प्रूफ ऑफ वर्क‘ कहा जाता है।

Miners चाह कर भी इस पूरे सिस्टम के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते क्योंकि Bitcoin Nodes ऐसे ब्लॉक को रिजेक्ट कर देते है जिनमें इनवेलिड डाटा होता है।

बिटकॉइन के फायदे (Benefits)

  • बिटकॉइन के जरिए लेन-देन काफी सस्ता होता है, यहां ना के बराबर चार्ज और ट्रांजैक्शन फीस लगती है।

बिटकॉइन के नुकसान

    बिटकॉइन माइनिंग में काफी ज्यादा समय लगता है ऐसे में इस प्रोसेस में काफी ज्यादा बिजली (ऊर्जा) खर्च होती है।

Bitcoin का इस्तेमाल (Use)

बिटकॉइन को आसानी से किसी भी भौतिक मुद्रा की मदद से खरीदा या एक्सचेंज किया जा सकता है और भौतिक मुद्रा को आसानी से बिटकॉइन में कन्वर्ट किया जा सकता है। ऐसे में लोग इसका इस्तेमाल इन्वेस्टमेंट करने, रेमिटेंस (विदेशी लेन-देन) के लिए, काला धन छुपाने तथा कुछ लोग गैर कानूनी गतिविधियां करने के लिए भी कर रहे हैं।

    #1. निवेश कर पैसा कमाने के लिए: बिटकॉइन के रेट पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़े हैं ऐसे में लोग इसे निवेश का सबसे अच्छा जरिया बता रहे हैं और इसका इस्तेमाल अपने पैसे से मुनाफा कमाने के लिए कर रहे हैं।

1 बिटकॉइन के लाभ बिटकॉइन की कीमत कितनी है?

बिटकॉइन की कीमत लाखों में है और यह निरंतर बढ़ती घटती रहती है, फरवरी 2021 की शुरूआत में दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक Elon Musk ने बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा की जिसके बाद यह अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। मंगलवार को बिटकॉइन ने $50000 यानी ≈ 3600000 रुपए का आंकड़ा छू लिया।

सोमवार को एलोन मस्क के निवेश के बाद एक बिटकॉइन (₿) की कीमत ≈ $48215 के उच्च स्तर पर थी।

बिटकॉइन की कीमत बढ़ती या घटती क्यों है?

बिटकॉइन प्रोटोकॉल के मुताबिक बिटकॉइन की माइनिंग फिक्स है और यह डिमांड और सप्लाई पर काम करती है एक रिपोर्ट के मुताबिक कुल 21 मिलियन बिटकॉइन ही माइन किए जा सकते हैं। ऐसे में जब माइनर्स की संख्या में बढ़ोतरी होती है तो इससे मुनाफा कमा पाना मुश्किल हो जाता है।

तथा यह एक डिसेंट्रलाइज्ड सिस्टम है इसीलिए किसी भी संस्थान या किसी व्यक्ति के पास इसे कंट्रोल करने की ताकत नहीं है।

क्या भारत में Bitcoin वैध (Legal) है? (इसका भविष्य क्या है?)

सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी होने के कारण बिटकॉइन का इस्तेमाल दुनिया के लगभग अधिकतर देश करते हैं कुछ देशों में यह लीगल है तो कुछ देशों में इसे बैन किया जा चुका है।

भारत में भी वर्ष 2018 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने Bitcoin की कुछ कमियों को उजागर करते हुए इस पर बैन लगा दिया। परंतु मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने इसे वैध बताते हुए भारतीय रिजर्व बैंक के बैन को हटा दिया और अब यह भारत में पूरी तरह से Legal (मान्य) है। आप चाहे तो बिटकॉइन को खरीद, इसमें इन्वेस्ट या इसकी ट्रेडिंग आदि कर सकते है।

फिलहाल खबरें यह भी आ रही है कि भारत Bitcoin जैसी एक सरकारी डिजिटल करेंसी पर काम कर रहा है।

बिटकॉइन कैसे खरीदें? (Buy Bitcoins)

बिटकॉइन खरीदने के लिए इंटरनेट पर अलग-अलग तरीके के ऐप्स और वेबसाइट उपलब्ध है जिनमें से CoinSwitch Kuber, Zebpay और Unocoin, WazirX (Crypto Trading Exchange India) जैसे एप्स काफी पॉपुलर है। आप इन्हें अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड करके अपना अकाउंट बनाकर आसानी से बिटकॉइन खरीद और एक्सचेंज व ट्रेडिंग कर सकते हैं।

इसके साथ ही आप इन एप्स के जरिए पेमेंट रिसीव या सेंड कर सकते हैं यहां आपको एक वॉलेट भी मिल जाता है तथा इन पर आप भारतीय रुपए में लेन देन कर सकते हैं और कुछ ऐप यूपीआई के जरिए भी बिटकॉइन खरीदने व एक्सचेंज करने की सुविधा देते हैं।

आप चाहे तो इन Website/Apps की मदद से बिटकॉइन के अलावा किसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी में भी निवेश कर सकते हैं।

Zebpay (Crypto Trading Exchange), CoinSwitch Kuber जैसे ऐप्स केवल ₹100 से बिटकॉइन में निवेश करने की सुविधा देते हैं।

बिटकॉइन खरीदें और निवेश करें:

    सबसे पहले Unocoin App डाउनलोड करें या इसकी वेबसाइट पर जाएं।

अंतिम शब्द

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले आपको इसके बारे में कुछ बुनियादी बाते पता होनी चाहिए, जिससे आप Bitcoin में अपने हिसाब से निवेश कर सकें। साथ ही इसके फायदे और नुकसान तथा इसका इस्तेमाल कहाँ किया जाता है यह भी आपने जान लिया है। आप चाहे तो अपनी रिस्क लेने की क्षमता के अनुसार इसमें निवेश कर सकते है।

परन्तु ध्यान रहे किसी से पैसा उधार लेकर या लोन आदि लेकर कभी इस तरह के निवेश में पैसा न लगाएं, केवल वही राशि लगाएं जिसका आप वहन कर सकें।

डिस्क्लेमर: यहां साझा की गई सामग्री कानूनी, वित्तीय, निवेश, या अन्य प्रकार की सलाह नहीं है।

Cryptocurrency Tax: बिटकॉइन, NFT इनवेस्टर्स, Crypto Miners के लिए समझें नियम

Crypto

क्रिप्टोक्यूरेंसी Tax: 1 अप्रैल से क्रिप्टोक्यूरेंसी यूजर्स को वर्चुअल संपत्ति से फायदे पर आयकर का भुगतान करना होगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टोक्यूरेंसी, अपूरणीय टोकन या एनएफटी और अन्य वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्तियों से होने वाली इनकम के लिए कर की दर प्रदान करने के लिए एक नया खंड 115BBH पेश किया. प्रस्तावित नियम के अनुसार, सभी वर्चुअल एसेट्स पर 30 फीसदी टैक्स लगेगा. स्रोत पर 1 प्रतिशत कर कटौती योग्य (TDS) क्रिप्टोकुरेंसी और सभी वर्चुअल डिजिटल संपत्तियों से जुड़े सभी लेनदेन पर भी लागू होगा. इसके अलावा एक प्रकार की डिजिटल संपत्ति से होने वाले नुकसान को किसी अन्य वर्चुअल डिजिटल टोकन से जुड़े किसी भी लेनदेन से होने वाले फायदे के खिलाफ सेट नहीं किया जा सकता है. चलिए जानते हैं नए क्रिप्टोक्यूरेंसी टैक्स के बारे में.

खबर में खास
  • नए क्रिप्टोक्यूरेंसी टैक्स के बारे में, जानिए
  • भारत में क्रिप्टो माइनिंग
  • इस तरह से समझिए
नए क्रिप्टोक्यूरेंसी टैक्स के बारे में, जानिए

वर्चुअल संपत्ति जैसे क्रिप्टोक्यूरैंक्स, एनएफटी की बिक्री से आय पर 30 प्रतिशत की एक फ्लैट दर पर कर लगाया जाएगा.

ऐसी संपत्तियों को प्राप्त करने की लागत के अलावा, क्रिप्टोकुरेंसी लेनदेन पर किए गए किसी भी खर्च के लिए कोई कटौती नहीं होगी.

क्रिप्टोक्यूरेंसी या वर्चुअल संपत्ति से होने वाले नुकसान को करदाता की किसी अन्य आय (शेयर या म्यूचुअल फंड) के खिलाफ सेट-ऑफ नहीं किया जा सकता है. इसलिए कर गणना के लिए सभी हानि लेनदेन को नजरअंदाज कर दिया जाएगा और केवल लाभ की गणना की जाएगी.

डिजिटल संपत्ति से होने वाले नुकसान को अगले साल के लिए आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है.

इसके अतिरिक्त, डिजिटल परिसंपत्तियों की बिक्री से करदाता को होने वाली आय के किसी भी भुगतान पर एक वर्ष में 50,000 रुपये से अधिक के लेनदेन पर 1 प्रतिशत टीडीएस लगेगा.

क्रिप्टोकरेंसी और एनएफटी को गिफ्ट करने पर भी प्राप्तकर्ता को टैक्स देना होगा.

इस तरह से समझिए

उदाहरण: यदि आपने 1 लाख रुपये की वर्चुअल डिजिटल संपत्ति बेची है. अधिग्रहण की लागत 20,000 रुपये है. वर्चुअल संपत्ति की बिक्री से शुद्ध आय 80,000 रुपये होगी. (1,00,000 रुपये- 20,000 रुपये). नए इनकम टैक्स कानून के अनुसार, 24,000 रुपये टैक्स देनदारी होगी. यह उल्लेख किया जाना चाहिए कि वर्चुअल संपत्ति के नुकसान के खिलाफ वर्चुअल संपत्ति के नुकसान का निपटान किया जा सकता है.

भारत में क्रिप्टो माइनिंग

नए आयकर के बारे में आप सभी को पता होना चाहिए. दरअसल, वित्त मंत्रालय ने यह भी साफ किया कि क्रिप्टो परिसंपत्तियों के Miners की लागत को कर कटौती के रूप में अनुमति नहीं दी जाएगी. क्रिप्टोक्यूरेंसी निवेशकों को अधिग्रहण की लागत का हिस्सा होने के लिए वर्चुअल डिजिटल संपत्ति (VDA) के Miners में किए गए बुनियादी ढांचे के खर्च पर विचार नहीं करना चाहिए.

बिटकॉइन में भी डब्बा कारोबार की लाइन

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अप्रैल में बैंकों को आभासी मुद्राओं के लिए सेवाएं बंद करने के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आदेश से बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी में डब्बा कारोबार का रास्ता साफ हुआ है। ऐसे अवैध बाजार मुंबई और अहमदाबाद में चल रहे हैं, जहां क्रिप्टोकरेंसी, मुख्य रूप से बिटकॉइन के कारोबार में हलचल दिख रही है। हाल में बिटकॉइन की कीमतें महज दो सप्ताह में 30 फीसदी बढ़ गई थीं, जिससे ग्रे बाजार में बिटकॉइन के लाभ हलचल और तेज हुई है। अभी तक डब्बा कारोबार शेयरों में होता था। यह अनाधिकारिक और गैर-नियंत्रित बाजार है, जहां लेनदेन एक्सचेंज के बाहर होते हैं और इनका निपटान नकद में होता है। अहमदाबाद के एक बिटकॉइन सलाहकार सलिल शाह ने कहा, 'आरबीआई के आदेश के बाद एक नया बाजार खुला है। इस रोक का मकसद अवैध गतिविधियों पर रोक लगाना था, लेकिन इससे उनमें और बढ़ोतरी हुई है।'

बिटकॉइन डब्बा कारोबारी वे व्यक्ति हैं, जिनके पास विदेश में चालू कारोबारी एवं बैंक खाते हैं। मुंबई के एक कारोबारी ने इसका तरीका बताते हुए कहा, 'डब्बा कारोबारी अपने विदेशी बिटकॉइन एक्सचेंज खाते में बिटकॉइन खरीदने के लिए नकदी स्वीकार करते हैं और स्थानीय बाजारों में सौदे के निपटान के समय बेच देते हैं और सौदे में अंतर की राशि का भुगतान नकद में किया जाता है।' बातचीत और रिकॉर्ड के लिए निवेशक और कारोबारी टेलीग्राम मेसेजिंग ऐप का इस्तेमाल करते हैं, जो एनक्रिप्टेड है। लोग हवाला का इस्तेमाल कर नकदी भेज रहे हैं। हवाला एक सक्रिय चैनल है क्योंकि सोने की तस्करी काफी अधिक बनी हुई है।

एक कारोबारी ने कहा, 'भारत में सौदे कराने वाले कारोबारी भी हवाला के रास्ते पैसा भेज रहे हैं और खरीदारों के पक्ष में विदेशों में बिटकॉइन में निवेश कर रहे हैं।' यह कारोबार बैंकिंग चैनलों के जरिये भी किया जा रहा है, जिसमें कुछ ऑपरेटर भारत में खाते रखते हैं और निवेशक उन खातों में पैसा जमा कराते हैं। यह पैसा आधिकारिक या अनाधिकारिक चैनलों से विदेश में बिटकॉइन खरीदने के लिए भेज दिया जाता है। जब ये कारोबारी बिटकॉइन को बेचते हैं तो सौदे के लाभ या हानि को समायोजित कर निवेशकों का पैसा चेक या नकद में दे दिया जाता है। ऐसे सौदे आपस में जुड़े समूहों में हो रहे हैं।

लोग बिटकॉइन खरीदने के लिए हर साल विदेश में 2,50,000 डॉलर भेजने की आरबीआई की मंजूरी का इस्तेमाल कर रहे हैं। शाह ने कहा कि यह ठीक उसके समान है, जो नोटबंदी के दौरान हुआ। नोटबंदी के समय बिचौलियों ने पुराने प्रतिबंधित नोटों को नए नोटों या सोने में बदलने में मोटा पैसा कमाया। आरबीआई के क्रिप्टोकरेंसी पर रोक लगाने से पीर-टू-पीर (पी2पी) एक्सचेंज आ गए हैं, जहां खरीदार सीधे विक्रेताओं से मिल सकते हैं। आभासी मुद्राओं का लेनदेन करना अवैध है, इसलिए वे नकद या कुछ मामलों में विनियम के जरिये सौदे करते हैं। इसमें केवल खुदरा खरीदारों को नुकसान उठाना पड़ रहा है क्योंकि उनका पैसा अटक गया है। डब्बा और हवाला कारोबारी लेनदेन में कमाई कर रहे हैं।

अप्रैल से पहले भी नकदी बाजार अलग से काम कर रहा था, लेकिन उस समय इसका आकार आज की तुलना में बहुत छोटा था। अप्रैल तक बैंकों को क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए एक्सचेंजों को पैसा भेजने की मंजूरी थी। बिटकॉइन की कीमतों में 2017 की चौथी तिमाही में तगड़ी बढ़ोतरी हुई है। उस समय कीमतें छह गुना बढ़कर करीब 20,000 डॉलर पर पहुंच गई थीं। हालांकि उससे अगले महीने ही कीमतें लुढ़क गईं और उसके बाद से तेजी और गिरावट तुलनात्मक रूप से कम रही है। पिछले दो सप्ताह के दौरान बिटकॉइन की कीमतें 30 फीसदी बढ़कर 8,136 डॉलर पर पहुंच गई हैं। यह तेजी इसलिए आई है क्योंकि अमेरिका ने एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड को मंजूरी दी है।

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