क्रिप्टो करेंसी बाजार क्या है

जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का कहना है कि फेड की नीतियों से अगले साल भी निवेश के लिए नकदी की उपलब्धता पर भारी दबाव रहेगा। इसके अनुसार, आने वाले वर्षों में भी ग्लोबल मनी ग्रोथ में मंदी जारी रहेगी। कम पैसे का मतलब है रिस्क बढ़ना। इसलिए निवेशक क्रिप्टो से बाहर निकल रहे हैं।
आईटी सेक्टर में मंदी
बिग टेक जैसे दूसरे संवेदनशील सेक्टर्स भी इसी तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं। आईटी सेक्टर में हम इस समय छंटनी देख रहे हैं। इसका कारण है कि यह सेक्टर मंदी की चपेट में आ रहा है। एपल, अल्फाबेट और माइक्रोसॉफ्ट जैसी टेक्नोलॉजी कंपनीज में गिरावट है। इन कंपनियों का एसएंडपी 500 में बड़ा हिस्सा है। फेड पॉलिसी में बदलाव से यूएस हाउसिंग मार्केट इंडस्ट्री भी काफी प्रभावित हुई है।
Cryptocurrency news: क्रिप्टोकरेंसी का चस्का बाबू भाई! अमेरिकी अरबपति ने एक दिन में गंवाई क्रिप्टो करेंसी बाजार क्या है 94% दौलत
चीन से आया एक सकारात्मक संकेत
हालांकि, पिछले हफ्ते चीन ने कोविड प्रतिबंधों में ढील दी। इससे बाजार में सकारात्मक रुख दिखा है। युआन क्रिप्टो करेंसी बाजार क्या है एक महीने के उच्च स्तर पर आ गई है। हांगकांग में लिस्ट ट्रैवल कंपनियों के शेयरों में भी तेजी दिखी। चीनी अथॉरिटीज देश के रियल एस्टेट संकट को खत्म करने की कोशिश कर रही है, जिसने पिछले एक साल से इकनॉमी को बुरी तरह प्रभावित किया है।
Top Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी बाजार में हरियाली, सभी बड़ी करेंसियों के मार्केट कैप में हुई बढ़त
मीडिया में इस तरह की खबरें आई है कि एक दिग्गज निवेशक Kevin O’Leary ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को अभी आगे और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है
CoinMarketCap के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में क्रिप्टो करेंसी बाजार क्या है बिटकॉइन की बाजार हिस्सेदारी में 0.16 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
Top Cryptocurrency News on July 16: 16 जुलाई की सुबह सभी बड़ी क्रिप्टोकरेंसी हरे निशान में कारोबार करती नजर आ रही थी। पिछले 24 घंटे में ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 0.71 फीसदी की बढ़कर 929.85 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। वहीं कुल क्रिप्टो मार्केट वॉल्यूम में 9.88 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है और यह 64 अरब डॉलर पर आ गई है।
DeFi में वर्तमान में टोटल वॉल्यूम 6.32 अरब डॉलर है। जो क्रिप्टो मार्केट के पिछले 24 घंटे के कुल वॉल्यूम 9.88 फीसदी है। सभी स्टेबल कॉइन का टोटल वॉल्यूम 58.23 अरब डॉलर है। जो कि टोटल क्रिप्टो मार्केट के पिछले 24 घंटे के वॉल्यूम का 90.99 फीसदी है।
आज सुबह करीब 8 बजे के आसपास बिटकॉइन की कीमतें 16.84 लाख रुपये के आसपास चक्कर लगा रहा था। क्रिप्टोमार्केट में बिटकॉइन की बाजार हिस्सेदारी 42.51 फीसदी के आसपास नजर आ रही है। CoinMarketCap के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में बिटकॉइन की बाजार हिस्सेदारी में 0.16 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
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मीडिया में इस तरह की खबरें आई है कि एक दिग्गज निवेशक Kevin O’Leary ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को अभी आगे और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
मनीकंट्रोल के साथ अपने इंटरव्यू में इस शॉर्क टैंक (Shark Tank ) स्टार ने कहा कि अगर क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को रेगुलराइज कर दिया जाए तो बिटकॉइन की वैल्यू 4 गुना बढ़ सकती है। उन्होंने इस बातचीत में आगे कहा कि बिटकॉइन के रेगुलेशन से इसमें संस्थागत निवेश बढ़ता नजर आएगा। जिससे इसको फायदा मिलेगा।
क्रिप्टोकरेंसीज की चाल पर नजर डालें तो सुबह 8 बजे के आसपास बिटकॉइन 16,85,585 रुपये पर नजर आ रहा था। पिछले 24 घंटे में इसमें 0.58 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली जबकि Ethereum 98,699.0 रुपये पर नजर आ रहा था। पिछले 24 घंटे में इसमें 1.75 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। वहीं Cardano 35.9000 रुपये पर नजर आ रहा था। पिछले 24 घंटे में इसमें 1.64 फीसदी की गिरावट देखने को मिली जबकि Tether 81.61 रुपये पर नजर आ रहा था। पिछले 24 घंटे में इसमें 0.45 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
वहीं Binance Coin 19,251.92 रुपये पर नजर आ रहा था। पिछले 24 घंटे में इसमें 0.76 फीसदी की गिरावट देखने को मिली जबकि XRP 27.1500 रुपये पर नजर आ रहा था। पिछले 24 घंटे में इसमें 0.69 फीसदी की गिरावट देखने को मिली । वहीं Polkadot 566.37 रुपये पर नजर आ रहा था। पिछले 24 घंटे में इसमें 1.13 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली। क्रिप्टो करेंसी बाजार क्या है इसी तरह Dogecoin 5.1301 रुपये पर नजर आ रहा था। पिछले 24 घंटे में इसमें 0.76 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
(डिस्क्लेमर: नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)
Cryptocurrency Market News : क्यों क्रिप्टोकरेंसी का चल रहा है बुरा समय? जल्द ही 25% और गिर सकता है बिटकाॅइन
Cryptocurrency Market News : क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का इस समय बुरा समय चल रहा है। यह सिर्फ एफटीएक्स की वजह से नहीं है। बाजार में अब लिक्विडिटी पहले की तरह नहीं है। इसका डिजिटल एसेट्स पर बुरा असर पड़ रहा है। फेड की पॉलिसी में बदलाव क्रिप्टोकरेंसीज के लिए काफी बुरा साबित हो रहा है।
Cryptocurrency News : क्या शुरू हो गया है क्रिप्टोकरेंसीज का बुरा दौर
हाइलाइट्स
- आने वाले हफ्तों में 25% और गिर सकता है बिटकॉइन
- क्रिप्टोकरेंसी के लिए सही नहीं है यह समय
- बाजार में लिक्विडिटी की कमी से डिजिटल एसेट्स पर बुरा असर
एक साल में 75% गिरा बिटकॉइन
कुल मिलाकर बात यह है कि क्रिप्टोकरेंसी के लिए यह काफी बुरा समय चल रहा है। सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की वैल्यू एक साल में 75 फीसदी से अधिक गिर गई है। हालांकि, मंगलवार को यह बढ़त के साथ 16,675 डॉलर के करीब ट्रेड करती दिखाई दी। कोरोना महामारी के समय लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में जमकर पैसा लगाया था। इसका कारण था अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा बाजार में जमकर लिक्विडिटी लाना। फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को जीरो के करीब ले आया था। लेकिन अब यह काफी पुरानी बात हो गई है।
बाजार में कम हो रही लिक्विडिटी
हाल के महीनों में महंगाई काफी बढ़ी है। ब्याज दरें बहुत ऊपर जा चुकी हैं और बाजार में लिक्विडिटी धीरे-धीरे कम हो रही है। यह स्थिति डिजिटल एसेट्स के लिए अच्छी नहीं है, क्योंकि एक्सपर्ट्स के अनुसार डिजिटल एसेट्स में लोग अपना अतिरिक्त पैसा ही निवेश करते हैं।
अगले साल भी क्रिप्टो में राहत नहीं
जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का कहना है कि फेड की नीतियों से अगले साल भी निवेश के लिए नकदी की उपलब्धता पर भारी दबाव रहेगा। इसके अनुसार, आने वाले वर्षों में भी ग्लोबल मनी ग्रोथ में मंदी जारी रहेगी। कम पैसे का मतलब है रिस्क बढ़ना। इसलिए निवेशक क्रिप्टो से बाहर निकल रहे हैं।
आईटी सेक्टर में मंदी
बिग टेक जैसे दूसरे संवेदनशील सेक्टर्स भी इसी तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं। आईटी सेक्टर में हम इस समय छंटनी देख रहे हैं। इसका कारण है कि यह सेक्टर मंदी की चपेट में आ रहा है। एपल, अल्फाबेट और माइक्रोसॉफ्ट जैसी क्रिप्टो करेंसी बाजार क्या है टेक्नोलॉजी कंपनीज में गिरावट है। इन कंपनियों का एसएंडपी 500 में बड़ा हिस्सा है। फेड पॉलिसी में बदलाव से यूएस हाउसिंग मार्केट इंडस्ट्री भी काफी प्रभावित हुई है।
Cryptocurrency news: क्रिप्टोकरेंसी का चस्का बाबू भाई! अमेरिकी अरबपति ने एक दिन में गंवाई 94% दौलत
चीन से आया एक सकारात्मक संकेत
हालांकि, पिछले हफ्ते चीन ने कोविड प्रतिबंधों में ढील दी। इससे बाजार में सकारात्मक रुख दिखा है। युआन एक महीने के उच्च स्तर पर आ गई है। हांगकांग में लिस्ट ट्रैवल कंपनियों के शेयरों में भी तेजी दिखी। चीनी अथॉरिटीज देश के रियल एस्टेट संकट को खत्म करने की कोशिश कर रही है, जिसने पिछले एक साल से इकनॉमी को बुरी तरह प्रभावित किया है।
क्रिप्टो करेंसी बाजार गुलजार, 20 हजार डॉलर के ऊपर पहुंचा बिटकॉइन, क्रिप्टो करेंसी बाजार क्या है रइथेरियम में भी बढ़त
सबसे फेमस क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन आज बढ़त के साथ 20 हजार डॉलर के ऊपर तक पहुंच गया था. बिटकॉइन के साथ इथेरियम भी बढ़त बनाए हुए है. अभी भारतीय समय के अनुसार दिन के 1 बजे बिटकॉइन 1.66 फीसदी बढ़ते के साथ कारोबार कर रहा है.
बीते दिनों की गिरावट के बाद आज क्रिप्टो करंसी बाजार में तेजी का रुख दिखाई दे रहा है. क्रिप्टो करंसी बाजार आज गुलजार होकर हरे निशान पर कारोबार कर रहा है. बात करें बिटकॉइन की तो, सबसे फेमस क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन आज बढ़त के साथ 20 हजार डॉलर के ऊपर तक पहुंच गया था. बिटकॉइन के साथ इथेरियम भी बढ़त बनाए हुए है. अभी भारतीय समय के अनुसार दिन के 1 बजे बिटकॉइन 1.66 फीसदी बढ़ते के साथ कारोबार कर रहा है. वहीं, इथेरियम 2.70 फीसदी की बढ़त पर है.
Gadgets360.com के आंकड़ो के मुताबिक, दिन के करीब 1 बजे (भारतीय समयानुसार) बिटकॉइन में 1.66 फीसदी की बढ़त, इथेरियम (Ethereum) में 2.70 फीसदी की बढ़त दिखाई दे रही है. इसके अलावा टेथर लाल निशान में कारोबार कर रहा है. यूएसडी कॉइन 0.80 फीसदी घाटे में कारोबार कर रहा है. इसके अलावा बिनेंस कॉइन 1.53 फीसदी की बढ़त के साथ हरे निशान पर कारोबार कर रहा है. बिनेंस यूएसए, रिपल, कारडानो हरे निशान पर कारोबार कर रहा है.
गौरतलब है कि इन दिनों भारत समेत पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी के प्रति निवेशकों का रुझान बढ़ा है. दुनिया के कई देशों के निवेश क्रिप्टो करेंसी बाजार क्या है ज्यादा रिटर्न के लिए क्रिप्टोकरेंसी पर निवेश कर रहे हैं. भारत में भी डिजिटल कॉइन में बड़ी संख्या में लोग निवेश करते है. जानकारों के मुताबिक, देश के करीब 10 करोड़ लोग क्रिप्टो करेंसी में पैसा लगाते हैं. भारत में दुनिया में सबसे ज्यादा लोग है जो क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं.
क्या है क्रिप्टो करेंसी: बता दें, हर देश की मुद्रा अलग-अलग नाम से जानी जाती है, जैसे भारत में रुपया, अमेरिका में डॉलर, यूरोपीय देशों में यूरो, सऊदी अरब में रियाल, जापान में येन आदि. उसी तरह क्रिप्टोकरेंसी भी एक तरह की मुद्रा है, लेकिन यह बाकी सभी मुद्राओं से बिलकुल अलग है. यह एक ऐसी मुद्रा है जिसे आप देख या छू नहीं सकते हैं. यानी यह एक डिजिटल करेंसी (डिजिटल क्रिप्टो करेंसी बाजार क्या है मुद्रा) है.
डिजिटल करेंसी की शुरुआत सबसे पहले 2009 में हुई जब पहली क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन प्रकाश में आया. अभी पूरी दुनिया में हजारों क्रिप्टोकरेंसी हैं जिनमें कारोबार हो रहा है. बिटकॉइन, इथेरियम, टेथर, कारडेनो, बिनान्स कॉइन, पोलका डॉट जैसी कई क्रिप्टोकरेंसी में हैं जहां भारतीय अपना पैसा लगा रहे हैं.
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क्रिप्टो व्यापार करना सीखें
निवेशक क्रिप्टोक्यूरेंसी ट्रेडिंग को पसंद हैं क्योंकि वे बहुत अस्थिर हैं और यदि बाजार में सही ढंग से समय बद्ध हैं, तो ट्रेडिंग क्रिप्टो मुद्राएं पारंपरिक निवेशों की तुलना में बहुत अधिक रिटर्न ला सकती हैं। यह मत भूलो कि क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग अपनी अस्थिर प्रकृति के कारण जोखिम भरा और लाभदायक दोनों है। वैसे हेजिंग या डाइवर्सिंग से रिस्क कम किया जा सकता है.
क्रिप्टो मुद्रा व्यापार एक सीएफडी ट्रेडिंग खाते के माध्यम से किया जा सकता है या एक्सचेंज के माध्यम से आधार सिक्के खरीदने और बेचने के लिए किया जा सकता है। क्रिप्टो मुद्रा सीएफडी ट्रेडिंग व्यापारियों को अंतर्निहित सिक्कों के मालिक बनने के बिना क्रिप्टो मुद्राओं के मूल्य आंदोलनों पर अनुमान लगाने की अनुमति देता है.
व्यापारी लंबे या छोटे हो सकते हैं यदि उन्हें लगता है कि क्रिप्टोक्यूरेंसी मूल्य में वृद्धि या गिरावट आएगी। क्रिप्टो मुद्रा CFDs को उत्तोलन के साथ कारोबार किया जा सकता है, हालांकि लाभ या हानि की गणना अभी भी आपके पूर्ण स्थिति आकार के अनुसार की जाती है, इसलिए उत्तोलन लाभ और हानि दोनों को बढ़ाता.
जैसा कि आप देख सकते हैं, क्रिप्टो मुद्राओं का व्यापार करना काफी मुश्किल है.क्रिप्टो करेंसी बाजार क्या है
लेकिन यह उतना कठिन नहीं है जितना कि यह ध्वनि हो सकता है.
लेट देखें कि यह कैसे काम करता है
क्रिप्टो मुद्रा व्यापार के बारे में जानें
क्रिप्टो करेंसी के साथ व्यापार करना सीखना भ्रमित हो सकता है। आइए देखें कि क्या हम आपको क्रिप्टो के साथ अधिक आरामदायक व्यापार महसूस करने में मदद करने के लिए मूल बातें तोड़ सकते हैं.
जैसा कि हमने पहले कहा था कि क्रिप्टो मुद्रा के साथ कोई भी व्यापार जोखिम का एक बड़ा सौदा के साथ आता है, क्योंकि यहां तक कि अधिक लोकप्रिय क्रिप्टो मुद्राओं की अस्थिरता काफी अप्रत्याशित हो सकती है, जो एक जोखिम है जिसे प्रबंधित किया जा सकता है, लेकिन हम इसके बारे में एक और लेख में बात करेंगे.
नोट: हमेशा उतना ही निवेश करें जितना आप खोने का जोखिम उठा सकते हैं, और अधिक नहीं
क्रिप्टो करेंसी में आई भारी गिरावट, बिटकॉइन, इथीरियम धड़ाम, अमेरिका में बढ़ती महंगाई बनी वजह
Cryptocurrency: अमेरिका में बढ़ती महंगाई और रिटेल इंफ्लेशन की रिपोर्ट के बाद क्रिप्टोकरेंसी में तेज गिरावट देखने को मिली. गुरुवार को सुबह शुरुआती कारोबार में क्रिप्टो 4-6 फीसदी नीचे रहा.
Cryptocurrency: महंगाई पर उम्मीद से बदतर आई रिपोर्ट के बाद अमेरिकी शेयर बाजार पर इसका असर देखने को मिल रहा है और शेयर लगभग 2 साल के अपने सबसे कमजोर स्तर तक जा रहे हैं. अमेरिका में रिटेल इंफ्लेशन की रिपोर्ट आने के बाद क्रिप्टो करेंसी बाजार क्या है गुरुवार की सुबह S&P 500 कारोबार में 1.4 फीसदी नीचे था. रिपोर्ट में महंगाई दर अधिक व्यापक रूप से फैल रही है और यह अपने 40 साल में सबसे ऊपरी स्तर पर जा रही है. इसे देखते हुए फेड को ब्याज दरों में और बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है और मंदी की भी आशंका की जा सकती है. वहीं क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में भी 4-6 फीसदी तक गिरावट देखने को मिली.
क्रिप्टो में आई 4 फीसदी की गिरावट
गुरुवार को क्रिप्टोकरेंसी में 4 से 6 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली. BITCOIN 3.5 फीसदी की गिरावट पर ट्रेड कर रहा था और ETHEREUM भी 3.13 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे. टेक कंपनियों ने वॉल स्ट्रीट पर शेयरों की गिरावट का नेतृत्व किया. वहीं सोना भी 1.5 फीसदी की गिराट पर था.
एक चौथाई टूटे शेयर
सुबह 10 बजे के करीब Dow Jones Industrial Average 287 अंक या 1 फीसदी तक गिरकर 28,923 पर आ गई. वहीं नैस्डैक (Nasdaq) कंपोजिट 2.2% कम था. गुरुवार सुबह ट्रेडिंग की शुरुआत में तीनों इंडेक्स नीचे थे, जिसमें एसएंडपी 500 2.4% और डॉव 549 अंक नीचे था. चार दशकों में सबसे खराब मुद्रास्फीति की चिंता और फेडरल रिजर्व के कठोर उपायों के बीच स्टॉक्स में इस उनके वैल्यू के एक चौथाई की गिरावट आ चुकी है.
फेड के इन उपायों ने न केवल कर्ज को अधिक महंगा और विकास दरों की धीमा किया है, बल्कि ये स्टॉक, क्रिप्टोकरेंसी और लगभग हर दूसरे निवेश की कीमतों को भी गिराते है, क्योंकि उनका मतलब है कि बॉन्ड ब्याज में अधिक भुगतान कर रहे हैं, जो डॉलर को अन्य निवेश से दूर खींचता है.