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अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है

अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है

घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के बीच अंतर: घरेलू बनाम अंतर्राष्ट्रीय व्यापार

दिल्ली के प्रगति मैदान में शुरू हुआ 37वां अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला

घरेलू बनाम अंतर्राष्ट्रीय व्यापार व्यापार वस्तुओं और सेवाओं की खरीद और बिक्री है व्यापार घरेलू सीमाओं के भीतर या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देशों के बीच हो सकता है आज की आधुनिक दुनिया की कंपनियों में आम तौर पर स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में व्यापार होता है ताकि बाज़ार के आकार को बढ़ाने के लिए उत्पाद और सेवाओं की पेशकश की जा सके। स्थानीय फर्म सस्ते श्रम, सामग्री, कम लागत और अन्य बाजार के अवसरों का लाभ लेने के लिए विदेशी शाखाएं, विनिर्माण सुविधाएं, फ्रैंचाइज़ी आउटलेट आदि की स्थापना करते हैं। यह आलेख स्पष्ट रूप से घरेलू व्यापार और अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की शर्तों को स्पष्ट करता है और उनके लाभ, नुकसान, समानताएं और अंतर को दर्शाता है।

घरेलू व्यापार एक देश के भीतर माल और सेवाओं की बिक्री है। इस मामले में, व्यापार केवल उस देश के क्षेत्रों के भीतर ही हो सकता है; इसलिए, खरीदार और विक्रेता दोनों को घरेलू व्यापार बनने के लिए देश में रहना होगा। प्रारंभिक इतिहास में, व्यापार शुद्ध रूप से घरेलू थे जब तक कि परिवहन के रास्ते खोल दिए गए और लोग भौगोलिक क्षेत्रों में माल परिवहन में सक्षम थे। आजकल अधिकांश देश घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आर्थिक विकास को प्राप्त करने, अधिकतम उत्पादन, विदेशी मुद्रा आदि के साथ व्यापार करते हैं।

घरेलू व्यापार के कई फायदे हैं; लेन-देन की लागत बहुत कम है क्योंकि टैरिफ, कर्तव्यों, करों आदि के संदर्भ में घरेलू व्यापार के लिए कोई बाधा नहीं है। माल का उत्पादन और बेचा जाने के लिए समय कम होता है, इसलिए उत्पाद कम अवधि के भीतर बाजार तक पहुंच जाएगा समय की। परिवहन लागत भी कम हैं क्योंकि सामानों को देश भर में ले जाने की ज़रूरत नहीं है। घरेलू व्यापार घरेलू उत्पादकों के लिए भी फायदेमंद है और छोटे और मध्यम उद्यमों के विकास को प्रोत्साहित करता है। हालांकि, सख्ती से घरेलू व्यापार ग्राहकों की कम किस्मों के साथ ग्राहकों की पेशकश करेगा और विक्रेताओं के लिए संभावित बाजार का आकार बहुत कम होगा यदि वे देश की सीमाओं में उत्पाद बेचते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार देशों में माल अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है और सेवाओं की बिक्री है। पहले दिनों से एक उदाहरण यूरोप और एशिया के बीच सिल्क रोड है जिसमें एशियाई रेशम और मसालों को यूरोपियों को बेच दिया गया था जो बदले में एशिया को हथियारों और प्रौद्योगिकी बेचते थे। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार आर्थिक विकास के लिए अधिक संभावना प्रदान करता है और इसके परिणामस्वरूप अधिक सकल घरेलू उत्पाद हो सकता है।उत्पादों के अलावा, सेवाओं का प्रबंधन भी कंसल्टेंसी सेवाओं, कॉल सेंटर, ग्राहक सेवा जैसी सीमाओं में किया जाता है। विदेशी बाजारों में ट्रेडिंग प्रतिभूतियों और मुद्राएं भी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है हिस्सा हैं। बड़े लाभ बनाने के उद्देश्य से विदेशी मुद्रा और पूंजी बाजार में व्यक्तियों और निगमों का व्यापार। अंतरराष्ट्रीय व्यापार में विदेशी निवेश, लाइसेंस, फ्रेंचाइज़िंग आदि भी शामिल हैं। हालांकि, कई प्रतिबंध हैं जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार के किसी भी रूप पर लागू होते हैं। टैरिफ, कोटा, आवरण और कर्तव्यों की सीमाओं के पार किए गए व्यापार की मात्रा को प्रभावित कर सकते हैं और पूंजीगत स्थानान्तरण, लाभ प्रवासीकरण, लेनदेन कर आदि पर विदेशी मुद्रा और विदेशी मुद्रा लेनदेन को प्रभावित कर सकते हैं।

घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के बीच अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है अंतर क्या है?

घरेलू व्यापार और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार दोनों आर्थिक विकास, जीडीपी, बेरोजगारी, निवेश, विस्तार आदि को कम करने के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। घरेलू व्यापार एक ऐसा देश है जो देश के भीतर होता है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सीमाओं के पार होता है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की तुलना में घरेलू व्यापार के लिए कोई प्रतिबंध नहीं है, जहां कर, टैरिफ, कर्तव्यों, पूंजी नियंत्रण, विदेशी मुद्रा नियंत्रण आदि जैसे कई प्रतिबंध हैं। घरेलू व्यापार का विकास स्थानीय उत्पादकों के लिए फायदेमंद हो सकता है और बेरोजगारी को कम करने में सहायता कर सकता है स्तरों। अंतरराष्ट्रीय व्यापार का विकास बेहतर विविधता के मामले में उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद हो सकता है; अधिक बाजार की क्षमता के संदर्भ में उत्पादकों को, अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है और देश के समग्र आर्थिक विकास और विकास के लिए।

सारांश:

घरेलू बनाम अंतर्राष्ट्रीय व्यापार

घरेलू व्यापार और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार दोनों आर्थिक विकास, जीडीपी, बेरोजगारी, निवेश, विस्तार आदि के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। घरेलू व्यापार माल की बिक्री है और एक देश के भीतर सेवाएं घरेलू व्यापार घरेलू उत्पादकों के लिए फायदेमंद है, और छोटे और मध्यम अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है उद्यमों के विकास को प्रोत्साहित करता है।

• अंतर्राष्ट्रीय व्यापार देशों में माल और सेवाओं की बिक्री है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार आर्थिक विकास के लिए अधिक संभावना प्रदान करता है और इसके परिणामस्वरूप अधिक सकल घरेलू उत्पाद हो सकता है।

• अंतरराष्ट्रीय व्यापार की तुलना में घरेलू व्यापार के लिए कोई प्रतिबंध नहीं है, जहां कर, टैरिफ, कर्तव्यों, पूंजी नियंत्रण, विदेशी मुद्रा नियंत्रण आदि जैसे अनेक प्रतिबंध हैं। घरेलू व्यापार का विकास फायदेमंद हो सकता है स्थानीय उत्पादकों के लिए और बेरोजगारी के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं, जबकि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के विकास में बेहतर किस्म के रूप में उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद हो सकता है, और उत्पादकों को अधिक बाजार की क्षमता के मामले में, और समग्र आर्थिक विकास और देश के विकास के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।

घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन के बीच अंतर | घरेलू बनाम अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन

घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन के बीच अंतर क्या है? घरेलू पर्यटन देश के भीतर यात्रा करने वाले देश के निवासियों से मिलते हैं। अंतरराष्ट्रीय।

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अंतर्राष्ट्रीय संबंध और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में अंतर क्या है - अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में राज्यों के बीच संबंधों के हर पहलू शामिल हैं। अंतर्राष्ट्रीय संबंध, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, अंतरराष्ट्रीय संबंध, अंतरराष्ट्रीय संबंधों की परिभाषा, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति परिभाषा, अंतरराष्ट्रीय संबंधों और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति के बीच अंतर, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के अंतरराष्ट्रीय संबंधों, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति के बीच क्या अंतर है

व्यापार के प्रकार

जब दो या दो से अधिक व्यक्ति फर्म संगठन या संगठन राज्य देश की सीमा के भीतर वस्तुओ का आदान प्रदान करते हैं तो उसे आंतरिक व्यापार कहते हैं। जैसे जूट पश्चिम बंगाल मे कपास महाराष्ट्र और गुजरात में गन्ना संकेद्रित हैं। अत: अन्य राज्यों की अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये दूसरे उत्पादक राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता हैं।

2. अंतराष्ट्रीय व्यापार-

अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार, व्यापार का ही एक स्वरूप है। अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ है राष्ट्रों के बीच वस्तुओं तथा सेवाओं का खरीद और बिक्री से है। अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार एक ऐसा तरीका है जोकि वस्तुओं, सेवाओं तथा संसाधनों के माध्यम से कई देशों को आपस में जोडता है। बाजार का आकार अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार से बढ़ता है।

Delhi Trade Fair 2022, दिल्ली ट्रेड फेयर के बारे में जाने विस्तार से

Delhi Trade Fair 2022 : भारत का 41 वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (इंटरनेशनल ट्रेड फेयर) 14 नवंबर से शुरू हो गया है। इसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल द्वारा किया गया है। यह इंटरनेशनल ट्रेड फेयर देश की राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित किया गया है। कोरोनावायरस संक्रमण के चलते 2 साल बाद इस मेले का आयोजन किया गया है। आइए जानते हैं 14 नवंबर अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है से 27 नवंबर तक आयोजित होने वाले इस ट्रेड फेयर के बारे में खास जानकारी। अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं FREE GK EBook- Download Now. /


40 साल बाद सर्वाधिक क्षेत्र में आयोजित किया गया मेला

साल 2022 में आयोजित हुआ यह व्यापार मेला कई मायनों में खास होगा, सबसे बड़ी बात यह है कि 40 साल बाद, मतलब 1979 के बाद, मेला परिसर का क्षेत्रफल सबसे अधिक होगा, यही कारण है कि इस बार अधिक से अधिक संख्या में दर्शक इस मेले में आ सकेंगे।

व्यापार मेले से जुड़ी जानकारी के मुताबिक इस साल तुलनात्मक रूप से करीब 75,000 वर्ग मीटर से भी अधिक क्षेत्र में इस मेले का आयोजन किया जा रहा है। आईआईटीएफ के 40 साल के इतिहास में यह बदलाव पहली बार किया गया है। ट्रेड फेयर के आयोजकों का कहना है कि इससे कारोबारी, आयोजक और लोगों को बड़ा मुनाफा मिलेगा, इसके साथ ही लोगों की भीड़ को भी नियंत्रित करने में सहायता होगी।

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टिकट व्यवस्था क्या है

14 से 19 नवंबर तक आईआईटीएफ के मुताबिक वयस्क के लिए टिकट ₹500 होगा जबकि बच्चों का टिकट मात्र ₹150 रखा गया है। दिल्ली मेट्रो के सभी 10 लाइन यानी रेड, येलो, ब्लू, मेजेंटा, ग्रीन, व्हाइट, ग्रे, ऑरेंज, पिंक और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर ट्रेड फेयर की टिकट के लिए काउंटर बनाए गए हैं, यहां से आप व्यापार मेले के लिए टिकट खरीद सकते हैं। इस बार दिल्ली मेट्रो के 67 मेट्रो स्टेशन पर व्यापार मेले की टिकट बेची जा रही है। लोग आईटीपीओ के अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी टिकट खरीद सकते हैं।

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टिकट की कीमत क्या होगी

आम आदमी को ट्रेड फेयर में 19 नवंबर से प्रवेश दिया जाएगा, जिसमें टिकट और पास के माध्यम से ही प्रवेश मिलेगा। 19 तारीख से लेकर 27 तारीख तक वयस्कों को मेले में जाने की टिकट के दाम ₹80 होंगे वही बच्चों के लिए टिकट का दाम ₹40 रखा गया है। वीकेंड में वयस्क ₹150 और बच्चे के लिए ₹60 का टिकट रखा गया है।

सामान्य दर्शकों को कब से मिलेगा प्रवेश

14 से लेकर 27 नवंबर तक चलने वाले इस व्यापार मेले में 14 से 18 तारीख तक बिजनेस चेंज होंगे, ऐसे में आम आदमी और दर्शकों की जाने की अनुमति इस दौरान नहीं होगी। आम दर्शकों को 19 नवंबर से प्रवेश दिया जाएगा ऐसा करने का मकसद यह है कि बिजनेस से जुड़े लोगों को आम जनता के कारण किसी प्रकार की परेशानी या दिक्कत ना आए।

आने जाने का समय क्या है

इस मेले को लेकर पहले यह चर्चा की गई थी कि मेले के समय को बदला जाएगा, जिसके तहत मेले का समय 1 घंटा और बढ़ाने की बात कही गई थी लेकिन इस पर सहमति नहीं मिली ऐसे में इस बार भी हर साल की तरह व्यापार मिलने का समय सुबह 10:00 बजे से शाम 7:30 बजे तक ही होगा। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इस ऐप से करें फ्री में प्रिपरेशन - Safalta Application


कब से कब तक है मेला

मेले से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक 14 नवंबर से शुरू हुए इस मेले का अंतिम दिन 27 नवंबर को होगा, 27 नवंबर को दर्शकों को मेले में दोपहर 2:00 बजे से ही प्रवेश मिलेगा इसके साथ ही 4:00 बजे तक मेले को देखने की अनुमति होगी, यह केवल 27 नवंबर के लिए ही होगा क्योंकि आखिरी दिन मेले में दर्शकों की भीड़ बढ़ जाती है जिसके कारण अव्यवस्था ना फैले इसके लिए समय सीमा को 27 नवंबर के लिए कम किया गया है।


पार्किंग व्यवस्था क्या है

प्रगति मैदान में इस मेले का आयोजन हुआ है जिसके साथ ही दर्शकों एवं अन्य लोगों के लिए पार्किंग की व्यवस्था भैरों मार्ग पर किया गया है। जहां पर गाड़ी पार्क करने की ढेर सारी जगह है। GK Capsule Free pdf - Download here


आजादी का अमृत महोत्सव की झलक

इस साल देश आजादी की 75 वीं वर्षगांठ मना रहा है ऐसे में प्रगति मैदान में हो रहे वर्ल्ड ट्रेड फेयर में आजादी की अमृत महोत्सव की भी झलक देखने को मिलेगी। आईटीपीओ ही नहीं राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के मंत्रालय भी इसके मद्देनजर अपनी उपलब्धियों को शोकेस करेंगे।


इस साल की थीम क्या है

14 से 27 नवंबर तक चलने वाले इस व्यापार मेले का थीम वोकल फॉर लोकल, लोकल टू ग्लोबल रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वोकल फॉर लोकल के प्रति लोगों को प्रेरित एवं जागरूक कर रहे हैं, ऐसे में नरेंद्र मोदी के इस महत्वाकांक्षी अभियान को सफल बनाने में भारत व्यापार संवर्धन संगठन भी योगदान दे रहा है।


स्टार्टअप कंपनियों और एंटरप्रेन्योरशिप को मिली छूट

वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने में भाग लेने वाले एंटरप्रेन्योरशिप कंपनियों को कई तरह की छूट दी गई है, इसके तहत एंटरप्रेन्योरशिप कंपनी को 60% तक छूट मिली है और स्टार्टअप कंपनियों को 50 परसेंट की छूट मिली है। डोमेस्टिक पार्टिसिपेंट लेने के लिए भी न्यू एंड यंग एंटरप्रेन्योरशिप कंपनी को भी छूट दी गई है। Free Daily Current Affair Quiz-Attempt Now with exciting prize

NCERT Solutions for Class 12 Geography India: People and Economy Chapter 11 (Hindi Medium)

NCERT Solutions for Class 12 Geography India: People and Economy Chapter 11 International Trade (Hindi Medium)

These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 12 Geography. Here we have given NCERT Solutions for Class 12 Geography India: People and Economy Chapter 11 International Trade.

अभ्यास प्रश्न (पाठ्यपुस्तक से)

प्र० 1. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए।
(i) दो देशों के मध्य व्यापार कहलाता है|
(क) अंतर्देशीय व्यापार
(ख) बाह्य व्यापार
(ग) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
(घ) स्थानीय व्यापार
(ii) निम्नलिखित में से कौन-सा एक स्थ्लबद्ध पोताश्रय है?
(क) विशाखापट्टनम
(ख) मुंबई
(ग) एन्नोर
(घ) हल्दिया
(iii) भारत का अधिकांश विदेशी व्यापार वहन होता है
(क) स्थल और समुद्री द्वारा
(ख) स्थल और वायु द्वारा
(ग) समुद्र और वायु द्वारा
(घ) समुद्र द्वारा
(iv) वर्ष 2010-11 में निम्नलिखित में से कौन-सा भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था
(क) यू०ए०ई०
(ख) चीन
(ग) जर्मनी ।
(घ) स०रा० अमेरिका

उत्तर:
(i) (ग) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
(ii) (क) विशाखापट्टनम
(iii) (ग) समुद्र और वायु द्वारा
(iv) (घ) स० रा० अमेरिका

प्र० 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें।
(i) भारत के विदेशी व्यापार की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
(i) भारत के व्यापारिक संबंध विश्व के अधिकांश देशों एवं प्रमुख व्यापारिक गुटों के साथ हैं।
(ii) अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के कारण परंपरागत वस्तुओं के व्यापार में गिरावट दर्ज की गई है।
(iii) भारत के निर्यात की तुलना में आयात को मूल्य अधिक होने से व्यापार घाटे में लगातार वृद्धि हो रही है।
(ii) पत्तने और पोताश्रय में अंतर बताइए।
उत्तर: पत्तन-समुद्रतट पर जलपोतों के ठहरने का वह स्थान जहाँ पर पानी के छोटे-बड़े जहाज़ों में सामान लादने तथा उतारने की सभी सुविधाएँ होती हैं। साथ ही सामान को सुरक्षित रखने के लिए गोदामों की भी सुविधा होती है। पत्तन व्यापार के द्वार होते हैं जो अपनी पृष्ठभूमि से सड़कों व रेलमार्गों से अच्छी तरह जुड़े होते हैं। जबकि पोताश्रय कटे-फटे समुद्रतट व खाड़ियों पर प्राकृतिक पोताश्रय स्थल होते हैं। जहाँ जहाज़ समुद्री लहरों व तूफानों से सुरक्षा प्राप्त करते हैं अथवा कुछ समय आराम करने की दृष्टि से लंगर डाल लेते हैं तथा अपने गंतव्य की ओर आगे बढ़ जाते हैं।
(iii) पृष्ठ प्रदेश का अर्थ अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: पृष्ठ प्रदेश (hinter land) किसी पत्तन का वह प्रभाव क्षेत्र होता है जो रेल व सड़क मार्गों द्वारा पत्तन से अच्छी तरह जुड़ा होता है। इस क्षेत्र के उत्पाद निर्यात के लिए पत्तन तक भेजे जाते हैं तथा आयातित सामान विक्रय/उपभोग के लिए यहाँ वितरित कर दिया जाता है।
(iv) उन महत्त्वपूर्ण मदों के नाम बताइए जो भारत विदेशों से आयात करता है।
उत्तर: पेट्रोलियम व पेट्रोलियम उत्पाद भारत के प्रमुख आयात हैं। इनके अलावा मशीनरी, गैरधात्विक खनिज, अलौह धातुएँ, मोती व उपरत्न, सोना व चाँदी, उर्वरक तथा अन्य रसायनों का भी आयात किया जाता है।
(v) भारत के पूर्वी तट पर स्थित पत्तनों के नाम बताइए।
उत्तर: भारत के पूर्वी तट अर्थात् बंगाल की खाड़ी के प्रमुख पत्तन हैं-कोलकाता, हल्दिया, पाराद्वीप, विशाखापट्टनम, एन्नौर, चेन्नई व तूतीकोरिन।

प्र० 3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दें।
(i) भारत में निर्यात और आयात व्यापार के संयोजन का वर्णन कीजिए।
उत्तर: भारत के विदेशी व्यापार में अनेक वस्तुओं का निर्यात व आयात किया जाता है। भारत से निर्यात की वस्तुएँ हैं-कृषि एवं समवर्गी उत्पाद, अयस्क एवं खनिज, विनिर्मित वस्तुएँ, मणि-रत्न एवं आभूषण, इंजीनियरिंग सामान, इलेक्ट्रॉनिक सामान वस्त्रादि, हस्तशिल्प, कालीन, चमड़े से बने उत्पाद तथा पेट्रोलियम उत्पाद आदि। जबकि प्रमुख आयातित वस्तुएँ हैं-पेट्रोलियम अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है अपरिष्कृत एवं उत्पाद, व्यावसायिक उपस्कर आदि; स्वर्ण एवं चाँदी; मशीनरी; मोती, बहुमूल्य एवं अल्पमूल्य रत्न; गैर-धात्विक खनिज विनिर्माण; दालें, लोहा एवं स्टील; खाद्य तेल; धातुमयी अयस्क तथा छीजन; चिकित्सीय एवं फार्मा उत्पाद; अलौह धातुएँ; उर्वरक; लुगदी; अन्य वस्त्र धागे, कपड़े इत्यादि, रासायनिक उत्पाद; कोयला, कोक तथा इष्टिका आदि। भारत के आयात व निर्यात व्यापार संयोजन को इस दृष्टि से भी आकलन किया जा सकता है कि सन् 2004-05 में भारत का आयात मूल्य 4810.5 अरब रुपये का था जबकि निर्यात मूल्ये कुल 3560.5 अरब रुपये मूल्य का था। इस तरह भुगतान संतुलन बिल्कुल भी भारत के पक्ष में नहीं है।
(ii) भारत के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की बदलती प्रकृति पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर: भारत के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की प्रकृति में लगातार बदलाव महसूस किए जा रहे हैं जिन्हें निम्नलिखित उदाहरणों से स्पष्ट किया होता है
(1) भारत का कुल विदेशी व्यापार 1950-51 में 1, 214 करोड़ रुपये से बढ़कर 2004-05 में 8, 37, 133 करोड़ तथा 2006-07 में 13, 84, 368 करोड़ रुपये हो गया।
(2) निर्यात की तुलना में आयात में तेजी से वृद्धि हुई अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है है। 1950-51 में आयात 608.8 करोड़ रुपये से बढ़कर 2004-05 में 4,81,064.0 करोड़ रुपये तथा 2006-07 में 820,568.0 करोड़ रुपये हो गया। जबकि निर्यात मूल्य 606.0 करोड़ रुपये से बढ़कर 2004-05 में 356,069.0 करोड़ रुपये तथा 2006-07 में 5,63,800.0 करोड़ रुपये हो गया।
(3) भारत के आयात तथा निर्यात के मूल्यों में लगातार अंतर बढ़ता ही जा रहा है जिससे व्यापार संतुलन विपरीत अर्थात् भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रतिकूल है।
(4) विश्व के कुल निर्यात व्यापार में भारत की भागीदारी भी लगातार कम होती जा रही है। 1950 में यह 2.1% थी, अब घटकर मात्र 1% रह गयी है। इसके लिए अनेक कारणों को जिम्मेदार माना जाता है
(क) विश्व बाजार में रुपये का अवमूल्यन,
(ख) उत्पादन में धीमी प्रगति,
(ग) घरेलू उपभोग में वृद्धि,
(छ) विश्व बाज़ार में कड़ी प्रतिस्पर्धा आदि।

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