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गतिशील सीमा

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क्रेनों के वर्गीकरण पर जीएसटी स्पष्ट किया

केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने गतिशील मशीनों जैसे सभी क्रेन्स और ट्रक से जुड़े हुए क्रेन्स को मोटर वाहन और क्रेनों में वर्गीकृत करने पर स्पष्टता पेश की है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे न्यायालय में मुकदमेबाजी कम होगी क्योंकि मोटर वाहन और क्रेन पर अलग-अलग सीमा शुल्क की दरें लगती हैं।

सीबीआईसी ने स्पष्ट किया कि गतिशील क्रेन्स जिनकी काम करने वाली चेसिस केवल मशीनों पर लगी होती है और यांत्रिक रूप से एकीकृत नहीं होती है उन्हें मोटर वाहन के रूप में माना जाएगा और उनपर अधिक सीमा शुल्क की दरें लगेंगी, जबकि जिनकी कार्य मशीनें विशेष रूप से चैसि के लिए डिजाइन की गई हैं वे क्रेन की श्रेणी में रहेंगी।

मोटर वाहनों पर 10 फीसदी का मूल सीमा शुल्क लगता है, जबकि क्रेन पर 7.5 फीसदी। हालांकि दो तरह की गतिशील मशीनों पर 18 फीसदी वस्तु एवं सेवा कर की दर है। लेकिन, मोटर वाहन के कुछ हिस्सों पर 28 फीसदी जीएसटी लगता है, जबकि क्रेन के सभी हिस्सों पर 18 फीसदी कर लगता है।

West Bengal: कोलकाता में हुई बीएसएफ-बीजीबी सीमा समन्वय बैठक, मिलकर काम करने पर दिया जोर

बैठक में बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल के कमांडर डॉ. अतुल फुलझेले ने कहा बीएसएफ और बीजीबी दोनों सबसे जटिल और गतिशील भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात हैं। उन्होंने सीमा प्रबंधन के विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने में बीजीबी और बांग्लादेश सरकार के सहयोग का आभार व्यक्त किया।

बीएसएफ-बीजीबी सीमा समन्वय बैठक

अपराधी सीमा के दोनों ओर मौजूद हैं, हमको उनसे मिलकर लड़ना होगा। उनके नापाक मंसूबों को तभी नाकाम किया जा सकता है जब बीएसएफ और बीजीबी हर स्तर गतिशील सीमा पर मिलकर काम करें। इसके लिए बीएसएफ हर समय बेहतरीन सहयोग के लिए हमेशा तत्पर है। यह बात बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल के कमांडर डॉ. अतुल फुलझेले ने कोलकाता में आयोजित18वें महानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल-क्षेत्र कमांडर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश सीमा समन्वय बैठक में कही।

बैठक में बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल के कमांडर डॉ. अतुल फुलझेले ने कहा गतिशील सीमा बीएसएफ और बीजीबी दोनों सबसे जटिल और गतिशील भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात हैं। उन्होंने सीमा प्रबंधन के विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने में बीजीबी और बांग्लादेश सरकार के सहयोग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा की जटिल और गतिशील प्रकृति को देखते हुए बीएसएफ और बीजीबी सीमा प्रबंधन के प्रभावी कार्यान्वयन में एक-दूसरे के प्रयासों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दोनों सेनाओं के संघर्ष समाधान तंत्र में सकारात्मक बदलाव बहुत उत्साहजनक हैं। गतिशील सीमा उन्होंने आश्वासन दिया कि बीएसएफ इस तरह की भावना को इस बैठक के माध्यम से जमीनी स्तर पर ले जाने का इरादा रखती है ताकि जमीनी स्तर की समस्याओं को बहुत आसानी से हल किया जा सके।

बीएसएफ महानिरीक्षक फुलझेले ने कहा, अपराधी सीमा के दोनों ओर मौजूद हैं। उनके नापाक मंसूबों को तभी नाकाम किया जा सकता है जब बीएसएफ और बीजीबी हर स्तर पर मिलकर काम करें। इसके लिए बीएसएफ हर समय बेहतरीन सहयोग के लिए हमेशा तत्पर है। इसके सही मायने में क्रियान्वयन की जिम्मेदारी सीमा पर तैनात दोनों सेनाओं के कंधों पर है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि यह बैठक दोनों बलों के संबंधों को और अधिक ऊंचाई पर ले जाएगी।

इस दौरान, बीजीबी प्रतिनिधिमंडल के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल ए बी एम नौरोज एहसान ने आईजी बीएसएफ को गर्मजोशी से स्वागत करने और बीजीबी प्रतिनिधिमंडल के आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि दोनों सीमा सुरक्षा बलों को सीमा पर शांति बनाए रखने की पवित्र जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा, इस तरह की बातचीत से दोनों देशों के बीच साझा लक्ष्य हासिल हो सकेंगे।

बीएसएफ के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व डॉ. अतुल फुलझेले बीएसएफ महानिरीक्षक ने किया। बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल में अजय सिंह, आईजी, बीएसएफ, उत्तर बंगाल सीमांत, कमलजीत सिंह बनयाल, आईजी, बीएसएफ, गुवाहाटी सीमांत समेत आठ अन्य प्रतिनिधि शामिल हुए।

इसी तरह से, बीजीबी के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ब्रिगेडियर जनरल ए बी एम नौरोज एहसान कर रहे हैं। बीजीबी प्रतिनिधिमंडल में के एम आजाद, बीपीएम, (शेबा), पीपीएम (शेबा), पीएससी, अतिरिक्त महानिदेशक, क्षेत्र कमांडर, एसडब्ल्यू क्षेत्र, जशोर, समेत नौ अन्य प्रतिनिधि शामिल हुए।

विस्तार

अपराधी सीमा के दोनों ओर मौजूद हैं, हमको उनसे मिलकर लड़ना होगा। उनके नापाक मंसूबों को तभी नाकाम किया जा सकता है जब बीएसएफ और बीजीबी हर स्तर पर मिलकर काम करें। इसके लिए बीएसएफ हर समय बेहतरीन सहयोग के लिए हमेशा तत्पर है। यह बात बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल के कमांडर डॉ. अतुल फुलझेले ने कोलकाता में आयोजित18वें महानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल-क्षेत्र कमांडर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश सीमा समन्वय बैठक में कही।

बैठक में बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल के कमांडर डॉ. अतुल फुलझेले ने कहा बीएसएफ और बीजीबी दोनों सबसे जटिल और गतिशील भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात हैं। उन्होंने सीमा प्रबंधन के विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने में बीजीबी और बांग्लादेश सरकार के सहयोग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा की जटिल और गतिशील प्रकृति को देखते हुए बीएसएफ और बीजीबी सीमा प्रबंधन के प्रभावी कार्यान्वयन में एक-दूसरे के प्रयासों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दोनों सेनाओं के संघर्ष समाधान तंत्र में सकारात्मक बदलाव बहुत उत्साहजनक हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि बीएसएफ इस तरह की भावना को इस बैठक के माध्यम से जमीनी स्तर पर ले जाने का इरादा रखती है ताकि जमीनी स्तर की समस्याओं को बहुत आसानी से हल किया जा सके।

बीएसएफ महानिरीक्षक फुलझेले ने कहा, अपराधी सीमा के दोनों ओर मौजूद हैं। उनके नापाक मंसूबों को तभी नाकाम किया जा सकता है जब बीएसएफ और बीजीबी हर स्तर पर मिलकर काम करें। इसके लिए बीएसएफ हर समय बेहतरीन सहयोग के लिए हमेशा तत्पर है। इसके सही मायने में क्रियान्वयन की जिम्मेदारी सीमा पर तैनात दोनों सेनाओं के कंधों पर है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि यह बैठक दोनों बलों के संबंधों को और अधिक ऊंचाई पर ले जाएगी।

इस दौरान, बीजीबी प्रतिनिधिमंडल के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल ए बी एम नौरोज एहसान ने आईजी बीएसएफ को गर्मजोशी से स्वागत करने और बीजीबी प्रतिनिधिमंडल के आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि दोनों सीमा सुरक्षा बलों को सीमा पर शांति बनाए रखने की पवित्र जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा, इस तरह की बातचीत से दोनों देशों के बीच साझा लक्ष्य हासिल हो सकेंगे।

बीएसएफ के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व डॉ. अतुल फुलझेले बीएसएफ महानिरीक्षक ने किया। बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल में अजय सिंह, आईजी, बीएसएफ, उत्तर बंगाल सीमांत, कमलजीत सिंह बनयाल, आईजी, बीएसएफ, गुवाहाटी सीमांत समेत आठ अन्य प्रतिनिधि शामिल हुए।

इसी तरह से, बीजीबी के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ब्रिगेडियर जनरल ए बी एम नौरोज एहसान कर रहे हैं। बीजीबी प्रतिनिधिमंडल में के एम आजाद, बीपीएम, (शेबा), पीपीएम (शेबा), पीएससी, अतिरिक्त महानिदेशक, क्षेत्र कमांडर, एसडब्ल्यू क्षेत्र, जशोर, समेत नौ अन्य प्रतिनिधि शामिल हुए।

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गतिशील लौह एमीटर सीमा का विस्तार निम्न में से किसका प्रयोग करके किया जा सकता है?

F1 U.B Madhu 31.12.19 D 8

The Uttar Pradesh Power Corporation Limited JE (Civil) 2022 final result has been declared on 10th August 2022. The candidates can check their UPPCL JE 2022 results from the direct download link. The cut-off marks for respective categories are also out. The candidates who could make it to the final list should not be disheartened. They should thoroughly analyze their mistakes, go through the previous years' papers, and come back stronger next year.

RBI : ईसीबी हेतु नियम आधारित गतिशील सीमा

प्रश्न-हाल ही में RBI ने आउट स्टैंडिंग वाह्य वाणिज्यिक उधारी (ECB) हेतु नियम आधारित गतिशील (Dynamic) सीमा तय करने का निर्णय लिया है-
(a) GDP के 6.5 प्रतिशत पर
(b) GDP के 7.8 प्रतिशत पर
(c) GDP के 5.5 प्रतिशत पर
(d) GDP के 4.2 प्रतिशत पर
उत्तर-(a)
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