मुफ़्त विदेशी मुद्रा रणनीति

ऑनलाइन निवेश

ऑनलाइन निवेश

शेयर बाजार में ऑनलाइन निवेश के बहाने मप्र के निवेशक को ठगने का आरोपी गुजरात से गिरफ्तार

जबलपुर, आठ मार्च (भाषा) मध्य प्रदेश पुलिस ने शेयर बाजार में ऑनलाइन राशि निवेश करने के बहाने यहां एक व्यक्ति से सात लाख रुपये ठगने के आरोप में गुजरात के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

साइबर शाखा जबलपुर के पुलिस अधीक्षक लोकेश सिन्हा ने बताया कि पुलिस ने गुजरात के साबरकांठा जिले के अनवरपुरा गांव में रहने वाले रमाभाई पटेल (51) को इस मामले में गिरफ्तार किया है। पटेल के मोबाइल नंबर और जिस बैंक खाते से लेन-देन किया गया है, उसका सत्यापन किया गया है।

उन्होंने कहा कि पटेल ने जबलपुर निवासी हिमांशु शर्मा से ऑनलाइन निवेश के लिए डीमैट खाता खोलकर और शेयर बाजार में निवेश का लालच देकर कथित तौर पर सात लाख रुपये ठगे।

अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के बाद पुलिस ने आरोपी का बैंक खाता फ्रीज कर दिया है और सात लाख रुपए बरामद किए हैं।

उन्होंने बताया कि पटेल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता एवं सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे को रखने की बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.

यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, भविष्य के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.

मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.

कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.

भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:

स्टॉक्स

स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक ऑनलाइन निवेश हैं. लेकिन, ये मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम हमेशा बना रहता है.

फिक्स्ड डिपॉजिट

जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुनते हैं.

म्यूचुअल फंड

म्यूचुअल फंड, फंड मैनेजर ऑनलाइन निवेश द्वारा मैनेज किए जाने वाले इन्वेस्टमेंट टूल्स हैं, जो लोगों के पैसे को संग्रह करते हैं और विभिन्न कंपनियों के स्टॉक और बॉन्ड में इन्वेस्ट करते हैं, ताकि रिटर्न मिल सके. आप शुरुआत में छोटी डिपॉजिट राशि से शुरू करके भी अच्छा-खासा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.

सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम

रिटायर हो चुके लोगों के लिए सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम एक लॉन्ग-टर्म सेविंग विकल्प है. यह उन लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प है जो रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर और सुरक्षित आय प्राप्त ऑनलाइन निवेश करना चाहते हैं.

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड

पीपीएफ भारत में एक विश्वसनीय इन्वेस्टमेंट प्लान है. इन्वेस्टमेंट प्रति वर्ष मात्र रु. 500 से शुरू है और इन्वेस्ट किए गए मूलधन, अर्जित ब्याज़ और मेच्योरिटी राशि पर टैक्स से छूट दी जाती है. इसका लॉक-इन पीरियड 15 वर्षों का है, जिसमें विभिन्न पड़ावों पर आंशिक निकासी की अनुमति दी जाती है.

एनपीएस

एनपीएस, लाभदायक सरकार समर्थित इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक है, जो पेंशन के विकल्प प्रदान करता है. आपके फंड बॉन्ड, सरकारी सिक्योरिटीज़, स्टॉक और अन्य इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट किए जाते हैं. लॉक-इन अवधि इन्वेस्टर की आयु द्वारा निर्धारित की जाती है, क्योंकि जब तक इन्वेस्टर 60 वर्ष की आयु का नहीं होता, तब तक यह स्कीम मेच्योर नहीं होती है.

रियल एस्टेट

रियल एस्टेट, भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते सेक्टर्स में से एक है, जिसमें बेहतरीन संभावनाएं हैं. भारत के कई इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से फ्लैट या प्लॉट खरीदना भी सर्वश्रेष्ठ विकल्प में से एक है. क्योंकि प्रॉपर्टी की दर हर छह महीने में बढ़ सकती है, इसलिए जोखिम कम होता है और रियल एस्टेट एक ऐसे एसेट के रूप में काम करता है, जो लंबे समय में उच्च रिटर्न प्रदान करता है.

गोल्ड बॉन्ड्स

सोवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकारी सिक्योरिटीज़ हैं, जो सोने के ग्राम में मूल्यांकित किया जाता है. रिज़र्व बैंक, भारत सरकार की ओर से फिज़िकल गोल्ड रखने के विकल्प के रूप में बांड जारी करता है. इन्वेस्टर को कैश में इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है, और मेच्योरिटी पर बॉन्ड को कैश में रिडीम किया जा सकता है.

आरईआईटीएस

आरईआईटी, या रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट, ऐसी कंपनियां होती हैं, जो कई प्रॉपर्टी सेक्टर में, आय प्रदान करने वाले रियल एस्टेट का मालिक होती हैं या फाइनेंस करती है. इन रियल एस्टेट कंपनियों को आरईआईटी के रूप में पात्रता प्राप्त करने के लिए कई आवश्यकताओं को पूरा करना होता है. अधिकांश आरईआईटी प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होता है, जो इन्वेस्टर को कई लाभ प्रदान करता है.

क्रिप्टो

क्रिप्टोकरेंसी, या क्रिप्टो, करेंसी का एक रूप है, जो डिजिटल या वर्चुअल रूप से मौजूद है और ट्रांज़ैक्शन सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग होता है. क्रिप्टोकरेंसी के पास केंद्र द्वारा जारी होने या विनियमित किए जाने वाला प्राधिकरण नहीं है; बल्कि ट्रांजैक्शन को रिकॉर्ड करने और नई यूनिट जारी करने के लिए डिसेंट्रलाइज़्ड सिस्टम का उपयोग किया जाता है.

आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट करने चाहिए?

अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस ऑनलाइन निवेश एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.

जोखिम उठाने की क्षमता आपके इन्वेस्टमेंट के विकल्पों को किस तरह प्रभावित करती है

अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.

कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.

मध्यम-जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: डेट फंड, बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड, और इंडेक्स फंड इस कैटेगरी में आते हैं.

अधिक जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: अस्थिरता वाले इन्वेस्टमेंट में स्टॉक और इक्विटी म्यूचुअल फंड जैसे विकल्प शामिल हैं.

बजाज फाइनेंस एफडी सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक क्यों है

  • प्रति वर्ष 7.85% तक की उच्च ब्याज़ दरें. द्वारा एफएएए और इकरा द्वारा एमएएए की उच्चतम सुरक्षा रेटिंग के साथ समय-समय पर भुगतान का विकल्प
  • समय से पहले निकासी से बचने के लिए एफडी पर लोन

बजाज फाइनेंस एफडी में इन्वेस्ट करना अब पहले से भी आसान है. हमारी एंड-टू-एंड ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्रोसेस के साथ अपने घर के आराम से अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा शुरू करें.

Investment (निवेश) कितने प्रकार के होते है? और निवेश कैसे करें

Investment

क्या आप जानते है कि Investment (निवेश) कैसे करते है? यदि आपको निवेश के बारे में कुछ नही पता है तो आज में आपको निवेश के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूं। तो चलिए जानते है कि निवेश क्या होता है?, और निवेश के कितने प्रकार है?

Investment (निवेश) क्या होता है?

Table of Contents

निवेश एक एसी स्कीम है, इससे हम अपने काम को करते हुए कमाई के अलावा बचत की हुई धन को कहीं अच्छी जगह निवेश करके अतिरिक्त धन कमा सकते है। निवेश करना काफी आसान है। आप निवेश कम से कम 100rs में कर सकते है।

सबसे पहले आपको निवेश करने के लिए आपको डीमैट अकाउंट खोलवाना पड़ता है। डीमैट अकाउंट आप बैंक में खुलवा सकते है या निवेश करने वाले ऐप में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकते है।

Investment (निवेश) कितने प्रकार के होते है?

निवेश को दो आधार पे बटा गया है अवधि और जोखिम। इन दोनो को निम्न भागों में बटा गया है।

अवधि के आधार पे निवेश के प्रकार:-

अल्पकालीन निवेश

अल्पकालीन निवेश में कम समय के लिए निवेश कर सकते है। ये निवेश आपको कम रिटर्न देता है। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – FD कम दिनों के लिए, शेयर मार्केट, सोना और चांदी, सीजनल निवेश।

मध्यमकालीन निवेश

मध्यमकालीन निवेश को 1 से 5 वर्षा समय के लिए निवेश कर सकते है। ये निवेश अच्छा रिटर्न देता है। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, प्रॉपर्टी निवेश, सोने में निवेश, शेयर मार्केट, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD).

दीर्घकालीन निवेश

दीर्घकालीन निवेश में 5 वर्षो से अधिक समय के लिए कर सकते है। ये निवेश हाई रिटर्न देता है। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, प्रॉपर्टी निवेश, सोने में निवेश, शेयर मार्केट, ऑनलाइन निवेश फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), PPF में निवेश

जोखिम के आधार पे निवेश के प्रकार:-

सुरक्षित निवेश

किये गए निवेश पर पूंजी के साथ – साथ रिटर्न मिलने का पूरा भरोसा। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – रियल स्टेट में निवेश, सोने में निवेश, फिक्स्ड डिपॉजिट, PPF में निवेश, राष्ट्रीय बचत पत्र।

असुरक्षित निवेश

किए गए निवेश पर रिटर्न और ROI मिलने की कोई गारंटी नहीं होती है। इस निवेश को आप यहां निवेश कर सकते है जैसे – स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, शेयर मार्केट।

Investment (निवेश) कैसे करें?

निवेश करने के दो तरीके है ऑनलाइन और ऑफलाइन

ऑफलाइन निवेश के लिए आपको पहले बैंक में जाकर डीमैट अकाउंट खोलना होगा। इस अकाउंट को खोलवाने के बाद अपको जिस कंपनी में निवेश करना चाहते है कर सकते है। निवेश के प्रोसेस को आगे बढ़ने के कागजी कारवाही होती है। ऑफलाइन निवेश करने के लिए आपको काग़ज़ पे निर्भर होना पड़ता है। यदि आपका एक भी काग़ज़ खो जाता है तो आपको निवेश का रिटर्न लेने में तकलीफ हो सकती है।

ऑनलाइन निवेश के लिए आपको सबसे पहले आपको गूगल प्लेस्टर से एप्लीकेशन डाउनलोड करना होगा । उस ऐप में आपको ऑनलाइन ही अपना खुद से डीमैट अकाउंट खोलना होगा। अपको डीमैट अकाउंट के लिए सारे दस्तावेज ऑनलाइन ही सबमिट करना होगा। उसके बाद आप निवेश कर सकते है। ऑनलाइन निवेश के लिए आपको अपने रिस्क पे निवेश करना होता है। इसलिए कंपनी का पहले फंड और रिटर्न देख के निवेश करे ताकि आपको कोई नुकसान न हो।

उम्मीद है अपको मेरे द्वारा दी निवेश के बारे में दी गई जानकारी से काफी मादत मिली होगी।

इस तरह झांसे में आकर निवेश करना पड़ गया भारी, महिला के करोड़ों रुपए लेकर भाग गया आरोपी

BAHRAIN : महिला ने दी कोर्ट में तलाक की अर्जी, बदमाश पति से छुटकारा

संयुक्त अरब अमीरात में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है जिसमें महिला को चूना लगा दिया। अक्सर कम निवेश में ज्यादा फायदे का लाभ इंसानों को धोखे की खाई में लेकर जाता है। महिला के साथ भी यही हुआ। महिला ने व्यक्ति के खिलाफ कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई जिसके मुताबिक ऑनलाइन माध्यम से महिला से वादा किया था कि अगर वह निवेश करेगी तो उसको अधिक फायदा मिलेगा।

RelatedPosts

रेस्टोरेंट में आया 1 करोड़ से भी अधिक का बिल, जानिए क्या किया गया था ऑर्डर

अरब में कामगारों को मिलेगी लगातार 4 दिन की छुट्टी, नहीं कटेगा एक भी रुपया

अब Zomato से घर बैठे नहीं कर पाएंगे ऑर्डर, कंपनी जल्द करेगी इन सेवाओं को बंद, जानिए क्या होगा आपके बैंक डिटेल्स का

UAE : मालिक निगल गया कामगारों का वेतन, चुपके से डाल लिया अपने अकाउंट में, शिकायत के बाद देने पड़े सारे पैसे

Dh560,000 रुपए दिए थे महिला ने

महिला ने सोचा कि किसी बिजनेस में निवेश करने का यह बेहतर मौका है और उसने Dh560,000 तुरंत आरोपी के खाते में डाल दिए। महिला ने बिजनेस से मिलने वाले लाभ के लिए महीनों इंतजार किया और बाद में फिर उस व्यक्ति से संपर्क किया। धीरे-धीरे महिला को अहसास हुआ कि वह तो रहती नहीं किसी बिजनेस में वह पैसे लगाए ही नहीं थे।

कोर्ट ने की मदद

जिसके बाद उसने यह मामला Abu Dhabi Criminal Court तक ले गई और न्याय की मांग की। कोर्ट ने आरोपी को आदेश दिया है कि वह Dh560,000 महिला को वापस करे।

Share this:

Satyam Kumari

Journalist from ऑनलाइन निवेश Bihar. Associated with Gulfhindi.com since 2020. Can be reached at [email protected] with Subject line "Reach Satyam kumari."

मोदी सरकार की इस स्‍कीम से पिछड़ जाएगा चीन, भारत में मिलेगा 64 लाख युवाओं को रोजगार

नई दिल्‍ली । भारत (India) में मैन्युफैक्चरिंग (manufacturing) को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई प्रॉडक्शन लिंक्ड इनसेंटिव यानी ऑनलाइन निवेश ऑनलाइन निवेश PLI स्कीम के असर से अब भारत, चीन (China) को पीछे छोड़ने के नजदीक पहुंच गया है. इस स्कीम का कैसा असर हो रहा है ये महज 2 आंकड़ों से साफ हो जाता है. सबसे पहला तो ये कि इस स्कीम के तहत इस साल मार्च तक 2.34 लाख करोड़ रुपये के निवेश (Investment) का वादा किया जा चुका था. वहीं इस निवेश से अगले 5 साल में 64 लाख लोगों को नौकरियां (jobs) मिलने की उम्मीद है.

PLI स्कीम की रफ्तार से सरकार असंतुष्ट!
लेकिन ये जानकर हैरानी हो सकती है कि सरकार अभी तक इस स्कीम के नतीजों से खुश नहीं है. दरअसल, जिन 14 सेक्टर्स में PLI स्कीम को शुरू किया गया है उनके नतीजे मिले-जुले रहे हैं. ऐसे में भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की सरकार की कोशिशों को झटका लगने की आशंका है. इसलिए जब अगले 10 साल तक दुनिया में भारतीय अर्थव्यवस्था के परचम लहराने के अनुमान मॉर्गन स्टेनली जैसी दिग्गज एजेंसियों द्वारा लगाए जा रहे हैं तो फिर इस ऑनलाइन निवेश ऑनलाइन निवेश सेक्टर को लेकर सरकार ज्यादा गंभीर है. इसके लिए सरकार PLI स्कीम को फास्ट-ट्रैक में डालने की तैयारी में है.

यह भी पढ़ें | भारत में होने वाले जी20 समिट को लेकर तैयारियां शुरू, मुख्यमंत्रियों की बैठक बुला सकते हैं PM मोदी

PLI स्कीम की खामियों को दूर करने की तैयारी
हाल ही में इसके लिए डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड, नीति आयोग और वित्त मंत्रालय के बड़े अधिकारियों की पिछले हफ्ते बैठक हुई. इसमें पीएलआई स्कीम (PLI Scheme) में निवेश की स्थिति पर चर्चा हुई. समीक्षा में सामने आया कि बीते दो साल में कुछ सेक्टर्स में पीएलआई स्कीम ने कमाल कर दिया है. वहीं कुछ सेक्टर्स ऐसे भी हैं जहां उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिले हैं. ऐसे में बैठक में चर्चा हुई कि इस स्कीम में किस तरह के सुधार किए जाने की ज़रुरत है जिससे इसको ट्रैक पर लाया जा सके. मंजूरियों को देने में दिक्कत से लेकर इसकी तमाम खामियों को पहचानकर दूर करने और फंड का सही इस्तेमाल करने पर विचार किया गया.

PLI से मैन्युफैक्चरिंग में पीछे होगा चीन!
इस स्कीम को लेकर सरकार को इसलिए भी गंभीर होने की ज़रुरत है क्योंकि चीन अभी तक कोरोना से उबर नहीं पाया है. इसको रोकने के लिए वहां पर सख्त लॉकडाउन जारी है, जिससे दुनियाभर में सप्लाई चेन पर असर पड़ा है. ऐसे में दुनिया की कई कंपनियां अब चीन का विकल्प तलाश रही हैं जो भारत के लिए एक सुनहरा मौका है. फिलहाल सबसे ज्यादा दिलचस्पी ऑटोमोबाइल एंड ऑटो कंपोनेंट्स, एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल बैटरीज, स्पेशियल्टी स्टील और हाई-एफिशियंसी सोलर पैनल्स में देखने को मिल रही है.

कुछ सेक्टर्स में PLI का कम असर!
इसके अलावा ड्रोन, व्हाइट गुड्स, टेक्सटाइल्स, टेलीकॉम एंड नेटवर्किंग प्रॉडक्ट्स, फूड प्रॉडक्ट्स और मेडिकल डेवाइसेज में भी पीएलआई स्कीम शुरू की जा चुकी है. लेकिन इन सेक्टर्स में इसके नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे हैं. इसकी वजहों को तलाशकर अब इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि PLI स्कीम में किस तरह के बदलाव किए जाएं जिससे सभी सेक्टर्स में इसका असर दिखाई दे और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को फायदा मिल सके.

PLI स्कीम से मिलेंगे 64 लाख रोजगार
कुल निवेश वादे के मुकाबले अभी तक 26 हजार करोड़ रुपये ऑनलाइन निवेश का निवेश अलग-अलग सेक्टर्स में हो चुका है. लेकिन जैसे ही अगले 5 साल में पूरा 2.34 लाख करोड़ रुपये का निवेश हो जाएगा तो कुल 64 लाख लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है. ऐसे में सरकार के लिए रोजगार और ग्रोथ के लिहाज से इस स्कीम को सफल बनाना बेहद जरुरी है.

2 साल में PLI स्कीम से बढ़ी मैन्युफैक्चरिंग
2020 में सबसे पहले मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स और फार्मा सेक्टर में PLI स्कीम को शुरू किया गया था. व्हाइट गुड्स सेक्टर में 64 कंपनियों को मंजूरी मिली है. इनमें से 15 कंपनियां प्रॉडक्शन फेज में हैं जबकि बाकी 49 कंपनियां अपने निवेश को अमली जामा पहनाने की प्रक्रिया में हैं.

रेटिंग: 4.83
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 320
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *