तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन

शेयर बाजार में आज भी हाहाकार, 792 अंक तक गिरा सेंसेक्स, डॉलर ₹74 के पार
आरबीआई के ऐलान के बाद अपराह्न् 2.30 बजे के बाद डॉलर के मुकाबले रुपया 74 के स्तर से नीचे लुढ़क गया. यह अबतक का निचला स्तर है.
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 05 Oct 2018 05:09 PM (IST)
मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तरफ से ब्याज दरों को यथावत रखे जाने के बाद शुक्रवार दोपहर बाद अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 74 के स्तर से नीचे लुढ़क गया. आरबीआई के ऐलान के बाद अपराह्न् 2.30 बजे के बाद डॉलर के मुकाबले रुपया 74 के स्तर से नीचे लुढ़क गया. यह अबतक का निचला स्तर है.
आरबीआई ने नहीं बढ़ाया रेपो रेट
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया आज के कारोबार में डॉलर के मुकाबले 73.64 के स्तर पर खुला था. बाजार को ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद थी, जिसे आरबीआई ने गलत साबित कर दिया. आरबीआई ने ब्याज दरों में बदलाव नहीं करते हुए रेपो दर को 6.5 फीसदी पर, जबकि रिवर्स रेपो दर को 6.25 फीसदी पर बरकरार रखा है.
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सेंसेक्स में 792 अंकों की गिरावट
देश के शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 792.17 अंकों की गिरावट के साथ 34,376.99 पर और निफ्टी 282.80 अंकों की गिरावट के साथ 10,316.45 पर बंद हुआ. बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 71.17 अंकों की गिरावट के साथ 35,097.99 पर खुला और 792.17 अंकों या 2.25 फीसदी गिरावट के साथ 34,376.99 पर बंद हुआ.
दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 35118.54 के ऊपरी और 34,202.22 के निचले स्तर को छुआ. बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट रही. बीएसई का मिडकैप सूचकांक 388.72 अंकों की गिरावट के साथ 14,003.81 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 285.90 अंकों की गिरावट के साथ 13,840.26 पर बंद हुआ.
निफ्टी में 85.15 अंकों की गिरावट
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 85.15 अंकों की गिरावट के साथ 10,514.10 पर खुला और 282.80 अंकों या 2.67 फीसदी गिरावट के साथ 10,316.45 पर बंद हुआ. दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 10,540.65 के ऊपरी और 10,261.90 के निचले स्तर को छुआ.
बीएसई के 19 सेक्टरों में से तीन सेक्टरों दूरसंचार प्रौद्योगिकी (1.11 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.70 फीसदी) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (0.62 फीसदी) में तेजी रही. गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे - तेल और गैस (12.68 फीसदी), ऊर्जा (8.52 फीसदी), उपभोक्ता सेवाएं (3.58 फीसदी), धातु (3.45 फीसदी) और वाहन (3.16 फीसदी).
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Published at : 05 Oct 2018 05:09 PM (IST) Tags: Rupee RBI sensex Share Market हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
Cryptocurrency Price: Bitcoin की कीमत 38,800 डॉलर से नीचे, 5 महीनों में सबसे कम, Ether में 9% की गिरावट
पिछले 12 महीनों में क्रिप्टोकरेंसी टोकन Bitcoin को लगभग 1 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है
बिटकॉइन की कीमत शुक्रवार को इस महीने में दूसरी बार 40,000 डॉलर के नीचे पहुंच गई। CoinMarketCap के मुताबिक, दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी 11:50 बजे पर 38,838.04 डॉलर तक गिर गई, जो पिछले 24 घंटों में 7.51 प्रतिशत कम है। क्रिप्टोकरेंसी बाजार में आई इस नई गिरावट के साथ, बिटकॉइन की यह कीमत 5 महीने से सबसे ज्यादा गिरी है।
पिछले 12 महीनों में नवंबर में लगभग 69,000 डॉलर के तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन अपने ऑल टाइम हाई के बाद से, क्रिप्टोकरेंसी टोकन को लगभग 1 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है।
रॉयटर्स के मुताबिक, ओमीक्रोन वेरिएंट की कम गंभीरता और आर्थिक व्यवस्था को सामान्य करने के लिए सेंट्रल बैंक के प्रयास के बीच, यूएस फेडरल रिजर्व इस 12 महीनों में तीन बार चार्ज बढ़ा सकता है।
Bitcoin और Ether में 1% की गिरावट, ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप आया 1 ट्रिलियन डॉलर के नीचे
हफ्ते के शुरुआती दिन से ही बिटकॉइन (Bitcoin) की खरीद-बिक्री करने वाले निवेशकों में उत्साह बना हुआ था। लेकिन, शुक्रवार को इन निवेशकों को थोड़ी निराशा हाथ लगी है।
हफ्ते के शुरुआती दिन से ही बिटकॉइन (Bitcoin) की खरीद-बिक्री करने वाले निवेशकों में उत्साह बना हुआ था। लेकिन, शुक्रवार को इन निवेशकों को थोड़ी निराशा हाथ लगी है। क्रिप्टो मार्केट में सबसे ज्यादा दबदबा रखने वाली क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) के मार्केट प्राइस में शुक्रवार को 1 पर्सेंट की कमी देखी गई। बिटकॉइन शुक्रवार को 20,049 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। बिटकॉइन के अलावा दुनिया की सबसे पॉप्युलर क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम ब्लॉकचेन की ईथर (Ether) में भी 1 पर्सेंट की कमी देखी गई। ईथर की मार्केट प्राइस गिरकर शुक्रवार को 1,358 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप शुक्रवार को गिरकर 1 ट्रिलियन डॉलर के नीचे आ गया। पिछले 24 घंटों में ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 2 पर्सेंट की गिरावट के साथ 998 बिलियन डॉलर पर ट्रेड कर रहा है।
41% लोगों की पहली पसंद है Bitcoin
बिटकॉइन (Bitcoin) के मार्केट प्राइस में अचानक आई इस गिरावट को देखते हुए ग्लोबल क्रिप्टो इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म Mudrex के सीईओ और को-फाउंडर इदुल पटेल कहते हैं कि पिछले 24 घंटों में बिटकॉइन लगातार टाइट रेंज में कारोबार कर रही थी। भले ही बिटकॉइन 20,000 लेवल के ऊपर रही हो लेकिन इसके लिए इसे काफी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि, ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप में बिटकॉइन का डोमिनेंस 10 सितंबर के 39 पर्सेंट से बढ़कर अब 41 पर्सेंट हो गया है। यह इशारा करता है कि अभी भी बिटकॉइन की खरीद-बिक्री में दिलचस्पी रखने वालों के लिए Bitcoin सबसे पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी है। दूसरी ओर एथेरियम ब्लॉकचेन की ईथर 1350 डॉलर के पार रही, लेकिन बुल्स उसे 1,400 डॉलर के ऊपर पहुंचाने के लिए लगातार पुश करते रहे।
Dogecoin और Shiba inu भी लुढ़कीं
इधर शुक्रवार को डॉगकॉइन (Dogecoin) और शीबा इनु (Shiba inu) के मार्केट प्राइस में भी गिरावट देखी गई है। एक ओर Dogecoin जहां शुक्रवार को 2 पर्सेंट की गिरावट के साथ 0.06 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। वहीं दूसरी ओर Shiba inu भी शुक्रवार को 3 पर्सेंट लुढ़ककर 0.000011 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। कई और क्रिप्टोकरेंसीज का परफॉर्मेंस पिछले 24 घंटों में मिला-जुला रहा। एक ओर जहां पोल्काडॉट, कर्डानो, चेनलिंक, टीथर, एपीकॉइन, सोलोना, लिटकॉइन और स्टेलर के मार्केट प्राइस में कमी देखी गई। वहीं ट्रॉन और यूनिस्वेप जैसे क्रिप्टोकरेंसी में मामूली इजाफा देखने को मिला।
Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में क्यों आ रही लगातार गिरावट, जानें क्या है इसका अमेरिका से कनेक्शन
Cryptocurrency US Connection: क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में हालिया दिनों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। इसका बड़ा अमेरिकी कनेक्शन भी है। क्रिप्टो विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट अमेरिका में डिजिटल करेंसी को लेकर नई टैक्स नीति के कारण हुई है
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में रुझान बढ़ रहा है, भारत में भी क्रिप्टो के निवेशकों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। हालांकि कोई नियामक न होने के चलते देश में खुलकर कारोबार अभी नहीं हो रहा है, लेकिन जो संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक सरकार इसे रेगुलेट करने को लेकर नए साल की शुरुआत में निर्णय लिया जा सकता है। बहरहाल, इस बाजार में सबसे ज्यादा चर्चा होती है बड़े उतार-चढ़ाव की। पल में क्रिप्टो का दाम फर्श से अर्श पर पहुंच जाता है और एक झटके में जमीन पर भी आ जाता है। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में हालिया दिनों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट का बड़ा अमेरिकी कनेक्शन भी है।
यूएस की नई टैक्स नीति का असर
एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिप्टो विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टो बाजार में यह गिरावट अमेरिका में डिजिटल करेंसी को लेकर नई टैक्स नीति के कारण हुई है, जो 55,000 करोड़ डॉलर के इंफ्रास्ट्रक्चर बिल का हिस्सा है। इस कानून पर राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हस्ताक्षर किए थे। रिपोर्ट में विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है कि हमने तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन देखा है कि यूएस इंफ्रास्ट्रक्चर बिल पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसकी वजह से उन ट्रेडर्स ने बिकवाली शुरू कर दी है, जो रेगुलेशन और टैक्सेशन को लेकर चिंतित हैं।
सबसे लोकप्रिय करेंसी बिटक्वाइन निचले स्तर पर
दुनिया की सबसे लोकप्रिय डिजिटल करेंसी बिटक्वाइन तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन के दाम इस महीने अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंचने के बाद से लगातार गिर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस महीने इसका कारोबार लगातार नीचे की ओर जा रहा है। आंकड़ों को देखें तो जहां बिटक्वाइन आज 45,000 डॉलर के स्तर तक नीचे आ गया है। शुक्रवार को बिटक्वाइन का दाम इस महीने के निचले स्तर तक पहुंच गया। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, बीते 50 दिनों के उतार-चढ़ाव पर अगर नजर डालें तो बिटक्वाइन में 14 फीसदी की गिरावट देखी गई है।
दूसरी क्रिप्टोकरेंसी के दाम भी हो रहे कम
बाजार पूंजीकरण के हिसाब से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम भी शुक्रवार को तीन हफ्ते में अपने सबसे निचले स्तर पर 4,014 डॉलर को छू गई। इसके साथ ही आल्टक्वाइन, बियान्से क्वाइन, पोल्काडॉट, डॉजक्वाइन और शीबा इनु में भी इस महीने गिरावट का जो दौर शुरू हुआ, वो अभी भी जारी है। रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने कहा कि जब ट्रेड वॉल्यूम कम होता है, तो कुछ बड़े प्लेयर बाजार को अपनी पसंद के हिसाब से दिशा दे सकते हैं। वहीं जब बियर हावी होता है, तो रिटेल प्लेयर बाजार को और नीचे लाते हुए कवर के लिए दौड़ पड़ते हैं।
डिजिटल करेंसी में आगे भी गिरावट रहने की उम्मीद
क्रिप्टोकरेंसी में आ रही लगातार गिरावट पर एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि बिक्री का दबाव काफी स्थिर रहा है। ऐसे में संभावना है कि इसमें गिरावट जारी रहेगी, जब तक टोकन को 53,000 डॉलर के करीब सपोर्ट नहीं मिल जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, चूंकि ग्लोबल मार्केट हाल के दिनों में सावधान रहा है, जिसकी वजह आर्थिक ग्रोथ, ब्याज दरों और मुद्रास्फीति को लेकर चिंताएं हैं।
विस्तार
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में रुझान बढ़ रहा है, भारत में भी क्रिप्टो के निवेशकों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। हालांकि कोई नियामक न होने के चलते देश में खुलकर कारोबार अभी नहीं हो रहा है, लेकिन जो संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक सरकार इसे रेगुलेट करने को लेकर नए साल की शुरुआत में निर्णय लिया जा सकता है। बहरहाल, इस बाजार में सबसे ज्यादा चर्चा होती है बड़े उतार-चढ़ाव की। पल में क्रिप्टो का दाम फर्श से अर्श पर पहुंच जाता है और एक झटके में जमीन पर भी आ जाता है। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में हालिया दिनों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट का बड़ा अमेरिकी कनेक्शन भी है।
यूएस की नई टैक्स नीति का असर
एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिप्टो विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टो बाजार में यह गिरावट अमेरिका में डिजिटल करेंसी को लेकर नई टैक्स नीति के कारण हुई है, जो 55,000 करोड़ डॉलर तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन के इंफ्रास्ट्रक्चर बिल का हिस्सा है। इस कानून पर राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हस्ताक्षर किए थे। रिपोर्ट में विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है कि हमने देखा है कि यूएस इंफ्रास्ट्रक्चर बिल पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसकी वजह से उन ट्रेडर्स ने बिकवाली शुरू कर दी है, जो रेगुलेशन और टैक्सेशन को लेकर चिंतित हैं।
सबसे लोकप्रिय करेंसी बिटक्वाइन निचले स्तर पर
दुनिया की सबसे लोकप्रिय डिजिटल करेंसी बिटक्वाइन के दाम इस महीने अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंचने के बाद से लगातार गिर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस महीने इसका कारोबार लगातार नीचे की ओर जा रहा है। आंकड़ों को देखें तो जहां बिटक्वाइन आज 45,000 डॉलर के स्तर तक नीचे आ गया है। शुक्रवार को बिटक्वाइन का दाम इस महीने के निचले स्तर तक पहुंच गया। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, बीते 50 दिनों के उतार-चढ़ाव पर अगर नजर डालें तो बिटक्वाइन में 14 फीसदी की गिरावट देखी गई है।
दूसरी क्रिप्टोकरेंसी के दाम भी हो रहे कम
बाजार पूंजीकरण के हिसाब से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम भी शुक्रवार को तीन हफ्ते में अपने सबसे निचले स्तर पर 4,014 डॉलर को छू गई। इसके साथ ही आल्टक्वाइन, बियान्से क्वाइन, पोल्काडॉट, डॉजक्वाइन और शीबा इनु में भी इस महीने गिरावट का जो दौर शुरू हुआ, वो अभी भी जारी है। रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने कहा कि जब ट्रेड वॉल्यूम कम होता है, तो कुछ बड़े प्लेयर बाजार को तीन महीने के निचले स्तर पर गिरा बिटकॉइन अपनी पसंद के हिसाब से दिशा दे सकते हैं। वहीं जब बियर हावी होता है, तो रिटेल प्लेयर बाजार को और नीचे लाते हुए कवर के लिए दौड़ पड़ते हैं।
डिजिटल करेंसी में आगे भी गिरावट रहने की उम्मीद
क्रिप्टोकरेंसी में आ रही लगातार गिरावट पर एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि बिक्री का दबाव काफी स्थिर रहा है। ऐसे में संभावना है कि इसमें गिरावट जारी रहेगी, जब तक टोकन को 53,000 डॉलर के करीब सपोर्ट नहीं मिल जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, चूंकि ग्लोबल मार्केट हाल के दिनों में सावधान रहा है, जिसकी वजह आर्थिक ग्रोथ, ब्याज दरों और मुद्रास्फीति को लेकर चिंताएं हैं।