ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस क्या है

ट्रिगर प्राइस क्या होता है?
इसका मतलब यह है कि ट्रिगर प्राइस आपके दोनों ऑर्डर में से किसी एक को एक्टिवेट करने का काम करता है।
ट्रिगर प्राइस का इस्तेमाल स्टॉप लॉस ऑर्डर के लिए किया जाता है। अगर आपने Buy की पोजीशन क्रिएट की है तो उसमें आप स्टॉपलॉस लगाकर ट्रिगर प्राइस का यूज कर सकते हैं। अगर आपने सेल की पोजीशन क्रिएट की है तो उसमें भी आप स्टॉपलॉस लगाकर ट्रिगर प्राइस का यूज कर सकते हैं।
जब भी आप स्टॉप लॉस ऑर्डर प्लेस करते हैं तो आपको दो तरह के प्राइस एंटर करने पड़ते हैं: ट्रिगर प्राइस ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस क्या है और लिमिट प्राइस। जब भी शेयर का मूल्य आपके द्वारा दर्ज किए गए ट्रिगर प्राइस तक पहुंच जाता है तो सिस्टम द्वारा आपका स्टॉप लॉसआर्डर एक्टिवेट हो जाता है और जब वह प्राइस आपके ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस क्या है द्वारा दर्ज किए गए लिमिट प्राइस पर पहुंच जाता है तो आपका स्टॉपलॉस आर्डर एग्जीक्यूट हो जाता है।
जब तक स्टॉक का प्राइस आपके द्वारा दर्ज किए गए ट्रिगर प्राइस तक नहीं पहुंचता है तब तक आपका ऑर्डर सिर्फ आपके स्टॉक ब्रोकर तक ही रहता है। यह एक्सचेंज में नहीं भेजा जाता है और जैसे ही स्टॉक का प्राइस ट्रिगर प्राइस तक पहुंच जाता है आपका ऑर्डर एक्टिव ऑर्डर में आ जाता है और लिमिट प्राइस तक पहुंचते ही एग्जीक्यूट हो जाता है।
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए आपने कोई शेयर 100 रुपए में खरीदा है और आप उसका स्टॉप लॉस ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस क्या है ₹90 रखना चाहते हैं। स्टॉप लॉस का यहां मतलब यह है कि जब भी स्टॉक का प्राइस गिरने लगे और ₹90 से नीचे चला जाए तो आप उस स्टॉक को बेचना चाहेंगे तो ज्यादा नुकसान सहना नहीं जाएंगे और आप ₹10 के नुकसान के साथ ही मार्केट से एग्जिट करना पसंद करेंगे।
इस स्थिति में जब आप अपना स्टॉपलॉस आर्डर लगाने लगेंगे तो आपको ट्रिगर प्राइस दर्ज करने के लिए पूछा जाएगा। वह ट्रिगर प्राइस आपकी मर्जी का होगा आप जहां चाहे वहां ट्रिगर प्राइस रख सकते हैं। मान लीजिए अगर आप ट्रिगर प्राइस ₹95 रख देते हैं और लिमिट प्राइस ₹90 दर्ज कर देते हैं।
तो इस स्थिति में जब भी स्टॉक का प्राइस गिरने लगेगा और ₹95 पर आ जाएगा तो आपका स्टॉप लॉस ऑर्डर ऑटोमेटिकली एक्टिवेट हो जाएगा और जब यह गिरते-गिरते ₹90 को पार कर जाएगा तो आपका स्टॉप लॉस ऑर्डर एक्जिक्यूट हो जाएगा और आपके द्वारा खरीदा गया शेयर अपने आप ₹90 पर बिक जाएगा।
ट्रिगर प्राइस को शेयर को कम दाम पर खरीदने और ज्यादा दाम पर बेचने के लिए भी सेट किया जाता है।
स्टॉक मार्केट में बने रहना हो तो हमें हमेशा स्टॉप लॉस के साथ ही काम करना चाहिए और एक सीमित नुकसान के साथ मार्केट से निकल जाना चाहिए अगर मार्केट हमारी दिशा में ना चल रहा हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉप लॉस कैसे सेट करें? | Stop Loss Kaise Lagaye | How to set stop loss?
How to set stop Loss: स्टॉप लॉस एक ऐसा मेथड है जो किसी भी स्टॉक से होने वाले नुकसान को कम करता है। इसका उपयोग इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए किया जाता है। लेकिन डे ट्रेडिंग के लिए स्टॉप लॉस कैसे सेट करें? (How to set stop loss?) आइये इस लेख में समझें।
How to set stop Loss For Intraday Trading: जब Day Trading होता है, तो किसी के फैसले के खिलाफ रुझान का एक महत्वपूर्ण मौका होता है, जिसके परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण नुकसान होता है। घाटे के एक विशेष स्तर पर, एक डे ट्रेडर स्टॉप लॉस ऑर्डर का उपयोग कर सकता है। स्टॉप लॉस मेथड में नीचे का ट्रेंड जब लिमिट से टकराता है तो किसी भी अधिक नुकसान को रोकने के लिए ट्रांजैक्शन ऑटोमैटिक रूप से रद्द कर दिया जाता है। stop-Loss ट्रेडिंग की आवश्यकता नहीं है और यह एक व्यक्तिगत विकल्प है, लेकिन यह एक बड़े नुकसान के खतरे को कम करता है।
तो अगर आप भी डे ट्रेडिंग करना चाहते है और इससे होने वाले खतरे को कम करना चाहते है तो इस लेख में जानिए कि इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉप लॉस कैसे सेट करें? (How to set stop loss?)
डे ट्रेडिंग के लिए स्टॉप लॉस ऑर्डर | Stop Loss Kaise Lagaye
Intraday Trading में स्टॉप-लॉस ऑर्डर मेथड का उपयोग करना एक व्यक्तिगत विकल्प है, और स्टॉप-लॉस ऑर्डर के लिए उचित मूल्य निर्धारित करना अधिक आवश्यक है। स्टॉप-लॉस ऑर्डर ट्रेंड में एक विशिष्ट स्तर से नीचे के नुकसान को रोकते हैं और व्यापार से बाहर निकलते हैं, लेकिन अगर स्टॉप-ऑर्डर सही तरीके से नहीं रखा गया है, तो यह घाटे को बढ़ाने के लिए एक खिड़की खोलता है, और दिन के बाद से अधिक सतर्क और खतरनाक है। व्यापारी बिना किसी लाभ के समाप्त हो सकता है।
इसके अलावा, जब कोई व्यापारी छुट्टी पर या यात्रा पर होता है, तो वह यह जानकर दिन के लिए व्यापार छोड़ सकता है कि स्टॉप-लॉस ऑर्डर के कारण कोई नुकसान नहीं होगा या सीमित नुकसान होगा।
स्टॉप-लॉस ऑर्डर कितने पर लगाया जाना चाहिए
Stop Loss Kaise Lagaye: ट्रेडिंग करते समय, स्टॉप-लॉस ऑर्डर में कितना स्थान देना है, इस मुद्दे का सामना करना सामान्य है। स्टॉप-लॉस ऑर्डर का मूल्य निर्धारित करने के लिए व्यापारियों द्वारा अक्सर परसेंटेज मेथड का उपयोग किया जाता है। Stop-Loss Order आमतौर पर उस व्यक्ति द्वारा खरीद मूल्य के 10% पर रखा जाता है जो नुकसान के बड़े जोखिम को रोकना चाहता है। उदाहरण के लिए अगर स्टॉक 100 रुपये में खरीदा जाता है और स्टॉप-लॉस ऑर्डर 10% पर रखा गया है, तो जैसे ही जैसे ही स्टॉक की कीमत 90 रुपए होगी तो आर्डर समाप्त हो जाएगा। यह गारंटी देता है कि स्टॉक का आदान-प्रदान या लेनदेन पूरा होने पर कोई महत्वपूर्ण नुकसान नहीं होता है।
समर्थन और प्रतिरोध | Support and Resistance
स्टॉप-लॉस ऑर्डर का उपयोग करने का मुख्य लाभ समर्थन और प्रतिरोध (Support and Resistance) है इंट्राडे ट्रेडर्स बड़े नुकसान से बचने के लिए लाभ उठा सकते हैं, खासकर जब स्टॉप-लॉस पर 10% नियम का उपयोग करके और नुकसान को रोकने के लिए। जब 10% स्टॉप लॉस का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, स्टॉप-लॉस पद्धति दिन के व्यापारियों को नुकसान को रोकने में मदद करती है जब वे एक बुरा निर्णय लेते हैं और बाजार के रुझान उनके खिलाफ होते हैं।
जब स्टॉक का ट्रेंड पसंद के खिलाफ जाता है तो एक निश्चित समय पर ट्रांजैक्शन को ऑटोमैटिक रूप से समाप्त करके अतिरिक्त नुकसान को रोकने के लिए स्टॉप-लॉस मेथड का उपयोग किया जाता है। यह एक शानदार समाधान है और डे ट्रेडर्स के व्यापारियों के लिए व्यक्तिगत प्राथमिकता है जो कीमतों में गिरावट के बाद पैसे खोने से रोकना चाहते हैं। स्टॉप-लॉस ऑर्डर ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस क्या है अक्सर स्विंग लो और हाई ऑर्डर के साथ आगे के नुकसान को रोकने के लिए उपयोग किए जाते हैं, क्योंकि वे खतरनाक होते हैं और इसके परिणामस्वरूप सामान्य से अधिक नुकसान हो सकता है।
Stop Loss कैसे लगाये – Trading Account में शेयर पर स्टॉप लोस कैसे लगते है ?
शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करते समय Stop Loss एक ढाल कि तरह काम करता है . क्योंकि stop loss शेयर पर ट्रेडिंग करते समय ट्रेडिंग में loss होने से आपको बचाता है .
आप चाहे इंट्राडे या डे ट्रेडिंग करे या फिर scalping Trading आपको Stop Loss हमेशा लगाना चाहिए. अगर आप stop loss के बारे में नहीं जानते कि stop loss क्या है तो चलिए जानते है .
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Stop Loss Kya Hai ?
Stop Loss एक ऐसा विकल्प होता है जिसका उपयोग करके आप ट्रेडिंग के समय होने वाले नुकसान को कम कर सकते है .
लेकिन stop loss का उपयोग लोग सिर्फ ट्रेडिंग में होने वाले नुकसान के लिए नहीं करते बल्कि लोग stop loss का उपयोग ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के लिए भी करते है .
तो stop loss के बारे में और भी विस्तार से जानने के लिए आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़े इसमें आपको stop loss क्या होता है उसकी पूरी जानकारी मिल जायगी .
स्टॉप लोस के बारे में जानने के बाद अब बरी आती है stop loss को लगाने कि, तो चलिए जानते है कि stop loss कैसे लगाये .
Stop Loss Kaise Lagaye?
स्टॉप लोस को लगाने से पहले आपको अपनी ट्रेडिंग कि एक योजना बनानी पड़ेगी ताकि आप आसानी से stop loss को कैलकुलेट कर सके.
चलिए एक उदाहरण से समझते है .
मान लेते है कि आप ने एक कम्पनी को चुना जिसके शेयर पर आप आज ट्रेडिंग करेंगे . आपने उस company के Share कि कीमत पर analysis किया और पाया कि रोज इस कंपनी के शेयर में 20 रूपए प्रति शेयर का उतार-चढ़ाब आता है .
तो अब अपने एक योजना बनाई कि में शेयर को कम दाम पर खरीदूंगा और उसके बाद शेयर कि कीमत पर 20 रूपए बढ़ जाने पर इसे बेच दुगा .
मान लेते है कि शेयर मार्किट के शुरू होते ही शेयर कि कीमत 175 रूपए प्रति शेयर है और अपने 175 रूपए प्रति शेयर कि कीमत पर शेयर खरीद लिए .
अब शेयर कि कीमत बढ़ना शुरू हुई और अब आपने शेयर को बेचने के लिए शेयर कि कीमत आपके target के हिसाब से 190 रूपए प्रति शेयर रख दी .
ताकि जैसे ही शेयर कि कीमत 190 रूपए प्रति शेयर तक पहुचे तो आपके शेयर अपने आप बिक जाये और 15 रूपए प्रति शेयर का मुनाफा आपके खाते में जामा हो जाये .
चुकी शेयर मार्किट में शेयर कि कीमत घटती और बढ़ती रहती है तो अब बरी आती है stop loss लगाने कि तो आपने अपने analysis के हिसाब से stop loss लगा दिया 167 रूपए प्रति शेयर का .
यानि अगर आपके ख़रीदे गए शेयर कि कीमत से शेयर कि कीमत 8 रूपए प्रति शेयर घटती है तो आपके शेयर अपने आप बिक जाये ताकि ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस क्या है ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस क्या है आपको ज्यादा नुकसान ना हो .
Share कि कीमत बढ़ने पर Stop Loss लगाना ?
अब मान लेते है कि आपके शेयर कि कीमत और बढ़ कर 189 रूपए प्रति शेयर हो गई और आपको लगता है कि शेयर कि कीमत 5 रूपए प्रति शेयर और बढ़ेगी .
तो ऐसी इस्थिती में आप अपने stop loss और target दोनों को बदल सकते है . अब ऐसी इस्थिती में आप अपने शेयर का टारगेट 200 रूपए प्रति शेयर रख सकते है .
वही अपना stop loss 195 रूपए प्रति शेयर . इससे अगर भविष्य में शेयर कि कीमत 200 रूपए प्रति शेयर से घटना शुरू हो गई तब भी आपको आपका बुक किया गया मुनाफा मिल जाये .
Trading Account Me Stop Loss Kaise Lagaye ?
ट्रेडिंग अकाउंट में हमेशा दो विकल्प होते है Buy और Sell या तो आप शेयर को ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस क्या है खरीदेंगे या बेचेंगे. आप भी ट्रेडिंग में यही करते है .
तो Stop Loss हमेशा Sell पर लगाया जाता है ताकि आपके नुकसान को बचाया जा सके और टारगेट भी Sell पर लगाया जाता है ताकि मुनाफा कमाया जा सके .
लेकिन जब आपके पास शेयर होंगे ही नहीं तो आप बेचेंगे क्या ? तो ऐसी इस्थिती में आप Buy के विकल्प का उपयोग करते है ताकि आप अपनी मर्ज़ी कि कंपनी के शेयर खरीद सकते .
आप जब किसी ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अकाउंट खोलते है तो वो आपको एक software देता है जिसकी मदद से आप स्टॉक एक्सचेंज में शेयर खरीद व् बेच सकते है . तो उसी software में आपको stop loss लगाने का विकल्प मिलता है जिसकी मदद से आप Stop Loss लगा सकते है .
अब आप जान गए है कि Stop Loss Kaise Lagaye अगर अभी भी आपके मान में स्टॉप लोस से जुढ़े सवाल है जो आप हम से पूछना चाहते है तो “सवाल पूछे” बटन को दबा कर पूछ सकते है .
अगर आपको हमारी यह पोस्ट स्टॉप लोस कैसे लगाए अच्छी लगी तो अपने दोस्तों और परिवार के लोगों के साथ शेयर करे ताकि जब भी वो कभी ट्रेडिंग करे तो stop loss का उपयोग कर सके .
What is Stop Loss in Hindi – स्टॉप लोस क्या होता है स्टॉप लोस कहाँ तथा कैसे लगायें
What is Stop Loss in Hindi – स्टॉप लोस क्या होता है स्टॉप लोस कहाँ तथा कैसे लगायें : अक्सर निवेशक शेयर बाज़ार (Share Market) में ट्रेडिंग करते समय एक छोटी सी गलती के कारण अपने पैसे गवा देते हैं। जिससे उन्हें लॉस हो जाता है।ऐसे में स्टॉप लॉस (Stop Loss) एक सुरक्षा कवच की तरह काम करती है।
स्टॉप लॉस (Stop Loss) निवेशकों को उतार-चढ़ाव (volatility) के नुकसान से बचाता है। तो चलिए दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानते हैं कि स्टॉप लॉस क्या है (What is Stop Loss in Hindi) और यह किस तरीके से काम करता है।
स्टॉप लोस क्या होता है – What is Stop Loss in Hindi
शेयर बाज़ार में जब ट्रेडर्स ट्रेडिंग करते हैं, तो उनमें होने वाले उतार-चढ़ाव के नुकसान से स्टॉप लॉस (Stop Loss) बचाता है। शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग करते समय परिस्थितियों कुछ भी हो सकती है। इसमें जितना लाभ कमाने की संभावना होती ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस क्या है है ठीक उतना ही नुकसान होने का चांस रहता है।
इसी नुकसान को कम करने के लिए स्टॉप लॉस (Stop Loss) काम करता है और ट्रेडिंग के दौरान जब आप स्टॉप लॉस (Stop Loss) का उपयोग करते हैं। तो यह आपके रिक्स लेने की क्षमता को बताता है।
स्टॉप लॉस किस तरीके से काम करता है – How to Put Stop Loss in Hindi
- मान लीजिए आप कोई ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस क्या है 200 रुपए का शेयर किसी भी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से खरीदते हैं और उस शेयर को 230 रुपए के प्राइस पर बेचना चाहते हैं।
- लेकिन शेयर बाज़ार में होने वाले ज्यादा उतार-चढ़ाव (volatility) के कारण आप उस शेयर पर केवल 5 रुपये का रिक्स ले सकते हैं। तो उसके लिए स्टॉप लॉस (Stop Loss) 195 रुपये पर लगाना होगा।
- स्टॉप लॉस लगाने के लिए उस शेयर के Exit या sell के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। जिसके बाद स्टॉप लॉस (Stop Loss) का ऑप्शन दिखाई देगा।
- मार्केट ऑर्डर और स्टॉप लॉस के साथ आपको वहाँ ट्रिगर प्राइस (trigger price) में जाकर 195 रुपया भरना होगा। इसके उपरांत आर्डर पैलेस कर दें।
- अब जब भी शेयर का प्राइस गिरने लगेगा तो ट्रिगर प्राइस को टच करते ही 195 रुपये पर स्टॉप लॉस (Stop Loss) लगाए जाने के वजह से ऑटोमेटिक सेल ऑर्डर लग जाएगा।
स्टॉप लॉस के प्रकार – Types of Stop Loss in Hindi
स्टॉप लॉस मुख्य रूप से 2 टाइप के होते हैं। पहला स्टॉप लॉस ऑर्डर (SL) जिसमें ट्रेडर्स निकासी मूल्य को तय करता है। और दूसरा स्टॉप लॉस मार्केट (SL-M) जिसमें ट्रेडर्स सिर्फ ट्रिगर मूल्य को निर्धारित करता है।
स्टॉप लॉस लगाने के फायदे – What are the Benefits of Putting a Stop Loss in Hindi
- इसका इस्तेमाल करने पर हमें कोई भी एक्स्ट्रा चार्ज पे नहीं करना पड़ता।
- हमारे होने वाले नुकसान को सीमित कर देता है।
- ट्रेडिंग करते समय स्टॉप लॉस (Stop Loss) लगाने से बार-बार स्टॉक की निगरानी नहीं करनी पड़ती।
- हमारे रिक्स लेने की क्षमता को बेहतर बनाता है।
स्टॉप लॉस लगाने के नुकसान What are the Disadvantages of putting a Stop Loss
- यह केवल डे ट्रेडिंग में ही काम करता है। स्टॉप लॉस बड़े व्यापारियों के लिए उपयोगी नहीं है।
- कई बार अस्थिरता (volatility) के कारण शार्ट टर्म में स्टॉक स्टॉप लॉस (Stop Loss) को जल्दी छू लेता है।
- स्टॉप लॉस (stop loss) के कारण स्टॉक के परफॉर्मेंस से आपका ध्यान हट जाता है।
- स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करने के लिए किसी भी प्रकार का नियम नहीं होता। यह पूरी तरह आपके डिसीजन और तौर-तरीके पर निर्भर करता है।
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तो दोस्तों इस आर्टिकल में हमने बताया कि स्टॉप लॉस क्या होता है (What is Stop Loss in Hindi) स्टॉप लॉस किस तरीके से लगाया जाता है (How to Put Stop Loss in Hindi)। हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा।
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Trailing Stop Loss टूल के साथ अपने मुनाफे को सुरक्षित करें
क्या आपने कभी अपने कंप्यूटर से दूर होने के दौरान अचानक बाजार में गिरावट की वजय से एक अच्छे ट्रेड में भी लाभ का एक बड़ा हिस्सा खो दिया है? आप अकेले नहीं हैं। सौभाग्य से, Olymp Trade का Trailing Stop Loss टूल पुन: इसे होने से रोक सकता है।
Trailing Stop Loss क्या है?
ट्रेडिंग पोज़िशन्स खोलने के लिए एक नियमित स्टॉप लॉस विशेषता की तरह Trailing Stop Loss टूल भी इनमें से एक है। यदि परिसंपत्ति की कीमत गलत दिशा में एक निश्चित राशि से अधिक जाती है तो ट्रेडर को नुकसान होने से यह रोकता है।
टूर्नामेंट के दौरान एक निश्चित स्तर प्राप्त करने के लिए पिछले 5 वर्ष के टूर्नामेंट के प्रतिभागियों को यह टूल इनाम स्वरुप पहली बार दिया गया था, यद्यपि अतिरिक्त ग्राहकों को जल्द ही इस अद्भुत सुविधा तक पहुंच प्राप्त होगी।
एक नियमित स्टॉप लॉस में और trailing stop loss में सबसे महत्वपूर्ण अंतर यह है कि यह एक ट्रेडर को पहले से ही किसी अच्छे ट्रेड पर किए गए लाभ को “लॉक इन” बिना पोज़िशन का अंत किए या “टेक प्रॉफिट” विकल्प का उपयोग किए कर सकता है।
इसके अतिरिक्त, यह ट्रेडर को इस चिंता के बिना अपने कंप्यूटर स्क्रीन या फोन से दूर रहने में सक्षम बनाता है कि अगर वे दूर रहें तो बाजार में आकस्मिक बदलाव से उनके पैसे डूब सकते हैं।
Trailing Stop Loss कैसे काम करता है?
Trailing stop loss उस परिसंपत्ति की कीमत के साथ चलता है जो आप ट्रेड कर रहे हैं और यह अप (बाय) और डाउन (सेल) दोनों के लिए काम करता है जो Olymp Trade प्लेटफॉर्म के विदेशी मुद्रा साइड में है।
यहाँ कुछ उदाहरण हैं:
आप $100 के एक ऑर्डर के साथ $1450 डॉलर प्रति औंस पर सोने पर एक ट्रेड खोलते हैं। आप ट्रेड राशि के $10 (10%) पर Trailing Stop Loss निर्धारित करते हैं। फिर सोने की कीमत वैसे ही बढ़ने लगती है जैसे आपने $1475 की भविष्यवाणी की थी, लेकिन आपको महसूस होता है कि यह और अधिक बढ़ सकती है और आप ट्रेड से निकलना नहीं चाहते हैं। आपका Trailing Stop Loss मूल्य वृद्धि के साथ चलता है और अब यदि आपकी स्थिति $1475 की कीमत में $10 गिरावट आती है तो स्वचालित रूप से बंद हो जाता है ।
यहीं पर Trailing Stop Loss आपको मन की शांति देता है। यदि मूल्य में वृद्धि जारी है, तो आपकी स्थिति सुरक्षित है क्योंकि यह अभी भी खुली हुई है। मान लीजिए कि सोना $1485 डॉलर को छूता है, लेकिन अचानक मोड़ लेकर वापस $1450 पर गिर जाता है। आपके Trailing Stop Loss द्वारा अपने लाभ को संरक्षित करते हुए $1475 में अपनी स्थिति बेच चुकी होगी, भले ही आप इसे नियंत्रित करने के लिए कंप्यूटर पर नहीं थे।
यह डाउन (सेल) स्थिति के साथ भी इसी तरह से काम करता है।
आपके Trailing Stop Loss द्वारा $1445 डॉलर में आप की पोज़िशन को बंद कर दिया जाएगा, फलस्वरूप कीमत में अचानक उलटफेर के बावजूद आपके लिए कुछ लाभ सरक्षित रहेंगे।
कुछ अतिरिक्त सलाह
Trailing stop loss का उपयोग करते समय कुछ अन्य बातों पर विचार करना ज़रूरी है।
- इसे बहुत छोटा न करें – यदि आप अपने trailing stop loss को बहुत छोटा करते हैं, तो यह किसी परिसंपत्ति की कीमत में छोटे उतार-चढ़ाव पर भी आपके ट्रेड को बंद कर सकता है। एक अच्छा नियम ट्रेड राशि का 10-20% है।
- Trailing stop loss इंटर करने की प्रतीक्षा न करें – कई निवेशक Trailing stop loss को सेट करने में विलम्ब करने की गलती करते हैं जब तक कि वे अपने कंप्यूटर को छोड़ने या कुछ और करने के लिए व्यस्त हो नहीं जाते हैं। यदि आपके पास एक समय में कई अलग-अलग खुले पोज़िशन हैं, तो आप आसानी से ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस क्या है सभी Trailing stop loss सेटिंग्स सेट करना भूल सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, भले ही आप अपने कंप्यूटर या फोन पर हों, लेकिन यदि आपके पास विभिन्न बाजारों में कई खुले पोज़िशन हैं, तो आप अचानक प्राइस रिवर्सल की वजय से घाटे में फँस सकते हैं क्योंकि आप इसे समझने और पोज़िशन को बंद करने में देरी कर सकते हैं।
बाद में निराश होने से अच्छा है सुरक्षित रहना |
अंत में, टूल का लाभ उठाने के लिए प्लेटफार्म पर सेटिंग मेनू में Stop Loss / Take Profit फ़ीचर को चालू करना सुनिश्चित करें।
निष्कर्ष
Olymp Trade अपने ग्राहकों के लिए पेशेवर टूल और संसाधनों में उत्कृष्ट प्रदान करना जारी रखता है और Trailing Stop Loss टूल इसका एक और शक्तिशाली उदाहरण है।
अधिक लाभ कमाने और अपने नुकसान को कम करने के लिए trailing stop loss से फायदा उठाएं। शुभ ट्रेडिंग।